लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की मनाई गई जयन्ती।

संजय द्विवेदी प्रयागराज। यमुनानगर अन्तर्गत में करमा के बारी बजहिया एस एन इंटर कालेज बगहा में सरदार पटेल की जयंती मनाई गई।बतौर मुख्य अतिथि भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष लल्लू प्रसाद पटेल ने लौह पुरुष के जिवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को हुआ था और उन्होंने नाडियाड हाई स्कूल और मिडिल टेम्पल लंदन से शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने अपना करियर बैरिस्टर के रूप में शुरू किया। 1917 में अहमदाबाद नगर निगम में स्वच्छता आयुक्त के रूप में उनके चुनाव के साथ ही उनके सरकारी जीवन की शुरुआत हुई।सरदार वल्लभभाई पटेल को भारत में राजनीतिक एकीकरण का विशाल मिशन सौंपा गया था और वे देश की 562 रियासतो को एकजुट करने के लिए जिम्मेदार है।इसलिए सरदार वल्लभभाई पटेल को रियासतो को भारतीय संघ में एकीकृत करने के उनके अटूट प्रयासो के लिए“भारत का लौह पुरुष”कहा गया।उक्त कार्यक्रम में जिला अध्यक्ष लल्लू प्रसाद पटेल जिला सलाहकार राजेन्द्र प्रसाद पटेल यमुना नगर प्रभारी अवध राज सिंह मान सिंह पटेल राधिका प्रसाद पटेल जिला मिडिया प्रभारी राजेश चतुर्वेदी आदि लोग उपस्थित रहे

लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल जयन्ती के अवसर पर आई ई आर टी कालेज आरोग्य चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में मनाया गया।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल का स्वर्ण जयन्ती वर्ष आई ई आर टी कालेज प्रयागराज में ज्ञान आरोग्य चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में मनाया गया।इस अवसर पर मोबाइल एडिक्शन तथा योग का महत्व विषयक अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। साथ ही लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय योगासन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया।कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि डॉ विमल मिश्रा निदेशक(आई ई आर टी कालेज )प्रयागराज ने दीप प्रज्वलित कर किया।तत्पश्चात लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के व्यक्तित्व और कार्यों को याद किया गया निदेशक डॉ विमल मिश्रा ने भारत के विशेषज्ञ चिकित्सको को चिकित्सा क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए अंग वस्त्र व स्मृति चिन्ह प्रशस्ति पत्र आदि के साथ सम्मानित किया।जिनमें मुख्य रूप से डॉ के शांगलू डॉ राजेश श्रीवास्तव डॉ अखिल निगम डॉ सुनील कुमार पटेल डॉ काशीराम डॉ संजय सिंह डॉ भगवान केशरी डॉ कपूर केसरवानी डॉ एस के खुराना अविनाश कुमार केसरवानी आरती यादव आदि रहे।योग प्रतियोगिता मे बकासन शीर्षासन धनुरासन मयूरासन शीर्षासन चक्रासन आदि आसन हुए। प्रतियोगिता मे योगाभ्यास केंद्र के प्रशिक्षु उज्वल कुमार (प्रथम)को स्वर्ण पदक शगुन सिंह (द्वितीय)को रजत पदक अनुज कुमार(तृतीय)को कास्यं पदक प्रदान कर सम्मानित किया गया।विशिष्ट अतिथि आइडियल होम्योपैथिक वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन के राष्ट्रीय सदस्य डॉ भंवर सिंह ने मोबाइल एडिक्शन विषय पर व्याख्यान देते हुए कहा कि मोबाइल की लत ने पारिवारिक संबंधों और स्वास्थ्य दोनों पर गहरा प्रभाव डाला है।पहले जहाँ परिवार के सदस्य एक-दूसरे से बातचीत में समय बिताते थे अब सभी अपने-अपने मोबाइल में व्यस्त रहते है जिससे आपसी समझ और स्नेह कम हो गया है।लगातार मोबाइल उपयोग से आँखों में दर्द सिरदर्द नीद की कमी और गर्दन की तकलीफ जैसी बीमारियाँ बढ़ रही हैं। मानसिक रूप से भी व्यक्ति तनाव चिंता और अवसाद का शिकार हो रहा है।परिवारिक जीवन की गर्माहट और स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए मोबाइल के उपयोग पर नियंत्रण और वास्तविक संवाद को प्राथमिकता देना आवश्यक है।सबसे खतरनाक प्रभाव सड़कों पर देखने को मिलता है जहाँ लोग मोबाइल पर बात करते या संदेश भेजते हुए हादसों का शिकार हो जाते है। इस लापरवाही से कई जाने चली जाती है।इसलिए आवश्यक है कि मोबाइल का उपयोग संयमित और जिम्मेदारी से किया जाए।मुख्य अतिथि डॉ विमल मिश्रा निदेशक आई ई आर टी कालेज ने कहा कि आज का युवा सरदार वल्लभभाई पटेल के कार्यों से मार्गदर्शन प्राप्त कर रहा है विकसित भारत के निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान प्रदान कर रहा है। युवाओं को भी अपनी-अपनी बात कहने का अवसर प्रदान किया गया।आयोजन समिति के संयोजक योगाचार्य कौशल किशोर मिश्रा ने कहा कि योग भारत की प्राचीन देन है जो शरीर मन और आत्मा के संतुलन का मार्ग दिखाता है। नियमित योग अभ्यास से शारीरिक लचीलापन बढ़ता है रोग-प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है और मन को शांति मिलती है।प्राणायाम और ध्यान के माध्यम से व्यक्ति तनाव चिंता और अवसाद से मुक्त होकर सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव करता है।योग न केवल स्वास्थ्य का साधन है,बल्कि यह जीवन जीने की एक कला है जो अनुशासन एकाग्रता और आत्म- जागरूकता सिखाती है।आज विश्वभर में योग को स्वस्थ और संतुलित जीवन का आधार माना जा रहा है।आयोजन समिति के सहसंयोजक डॉ कपूर चन्द्र केशरवानी ने कार्यक्रम में आए हुए सभी आगंतुक अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के द्वारा किया गया।

डॉ कमल कुमार डॉ रंजना जी के बेटे ने अपनी उंगलियो के जादू से सब का दिल जीता।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।रविवार को एन.सी जेड.सी.सी प्रेक्षागृह में करामाती संगीत से भरी शाम ईथरियल मेलोडीज़ आठ वां कार्यक्रम प्रस्तुत की गया। प्रयागराज के सुप्रसिद्ध डॉ.रंजना एवं कमल कुमार के पुत्र करण अपनी शानदार 'नृत्य उँगलियों से संगीत का जादू बुनने की कला' के लिए दुनियां भर मे जाने जाते हैं। आपको बता दे की उनकी संगीत यात्रा 12 साल की छोटी उम्र में कड़ी मेहनत से शुरू हुई थी जब उन्होंने बॉलीवुड संगीत बजाना शुरू किया। उन्होंने बताया की बोर्ड पर शास्त्रीय राग बजाना पंडित रेवती रमन चतुर्वेदी से सीखा और प्रयागराज के प्रतिष्ठित प्रयाग संगीत समिति से शास्त्रीय संगीत में वरिष्ठ डिप्लोमा पांचवां वर्ष का उत्तीर्ण किया।इस कार्यक्रम शाम की शुरुआत ईश्वर की बंदना बेबी ध्यारा ने भारतनाट्यम नृत्य द्वारा करी गई। करण ने वादन 'राग भीमपलासी के साथ करी जिसके बाद बॉलीवुड फिल्मों के 9 अतिसुंदर गाने बजाए गए। इनमें जाने जान ढूंढता फिर रहा...ए दिल ए मुश्किल.... यह जो मोहब्बत है....मैं शायर तो नहीं.... लैला ओ लैला.... मेरे रश्के कमर' आदि शामिल थे। करण ने स्प्लिट सेकेंड प्रिसिशन के साथ बजाया और नोट्स स्क्रीन पर दृश्यों से सटीक रूप से मेल खाते रहे। ऑन-स्क्रीन प्रदर्शित की-बोर्ड पर करण की उंगलियों की हरकत देखना एक आनंददायक अनुभव दर्शकों के लिए भी था। दिल्ली के अर्जुन कपूर ने अपने गिटार की संगत पर एक मधुर गीत गाया। उन्होंने करण के लाइव प्ले के साथ-साथ 'ओ मेरे दिल के चैन गाया "शो" की मेजबानी सुश्री शुभ्रा चतुर्वेदी और डॉ. शिवांजलि कुमार चतुर्वेदी ने की। उन्होंने कहा संगीत में रोग निवारण की शक्ति होती है। यह कुछ घंटों के लिए लोगों को अपने से बाहर निकालने की क्षमता रखता है। इस संगीत कार्यक्रम ने ठीक वैसा ही किया- इसने हमें संगीत की खूबसूरत दुनिया में जाने का अवसर प्रदान किया। इस कार्यक्रम समारोह में न्यायाधीश पियूष अग्रवाल पूर्व न्यायाधीश अरुण कुमार,पूर्व न्यायधीश भारतीय सप्रू, प्रोफेशर मेडिकल कॉलेज सहाय,सुनील खरबन्दा डॉक्टरों औऱ वकीलों सम्मानित नागरिकों ने उपस्तिथ रहे।

इल्म के लिए गुरु का होना जरूरी किताब ही काफी नहीं-अतिफ मियां।

मदरसे के दस हुफ्फाजे किराम को दी गई सनद।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।बताशा मंडी बहादुरगंज छोटा दायरा स्थित खानकाह मौलाना मोहम्मद विलायत हुसैन रहमतुल्लाह में चल रहा दीनी इ‌दारा मदरसा अहमदिया फारूकिया शाख जामिया चिश्तिया में छठा सालाना जलसा-दस्तारबंदी का प्रोग्राम जोरों खरोश के साथ मुनकिद (आयोजित)किया गया।जलसा में दस हुफ्फाजे किराम को सर पर दस्तर-ए- हिफ्ज़ सजाए गए।साथ ही सनद(प्रमाण पत्र)शैखे- तरीकत हज़रत अस्साह अम्मार अहमद अहमदी उर्फ नय्यर मियाँ व सुहैब मियां ने दिया।जलसे को खिताब (सम्बोधन )हज़रत अल्लामा व मौलाना शैख- अब्दुल गनी मोहम्मद उर्फ अतीफ मियां क़िब्ला बदायूं सज्जादानशीन खानकाह आलिया कादरिया बदायूँ शरीफ ने किया।उन्होंने शीर्क व अकीदत पर बात की। आगे उन्होंने कहा कि बुजुर्गो और सूफियों के बगैर आदमी सीधे रास्ते पर नहीं चल सकता है।खानकाह में लंगर खाने के लिए सभी लोग पहुंचते है।आगे उन्होंने कहा कि उसमें जाती धर्म नहीं देखी जाती है।इल्म के लिए गुरु का होना जरूर है किताब ही काफी नहीं है। खानकाह के बुजुर्गों का सभी पर बराबर ख्याल व नजर रहता है।आज हमीं पर लोग सवाल करते हैं। इस मौके पर वली अहद रुदौली शरीफ शाह अहमद मियां, शाह आरिफ मियां, उमर मियां,हाफिज फखरुद्दीन साबरी,हाफिज सबानअल्लाह,मौलाना अनवर नईम अहमद, हाजी कमरुल हसन हाजी अब्दुल काफी सिद्दीकी सूफी हलीम सिकंदर शमीम मुख्य रूप से मौजूद रहे। शाह आरिफ मियां ने सभी का शुक्रिया अदा किया।प्रोग्राम का संचालन सबानअल्लाह ने किया।

प्रधान आयकर आयुक्त मानस मेहरोत्रा के नेतृत्व में टैक्स पेयर्स हब का आयोजन।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।आयकर भवन इलाहाबाद में प्रधान आयकर आयुक्त इलाहाबाद मानस मेहरोत्रा के मार्गदर्शन में टैक्स पेयर्स हब का आयोजन किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य अतिथि अवकाश प्राप्त मुख्य आयकर आयुक्‍त अशोक कुमार झा आई.आर.एस. ने की।झा जो आयकर विधेयक 2025 का मसौदा तैयार करने के लिए गठित कोर समिति के सदस्य थे ने आयकर सभागार में उपस्थित गणमान्य लोगो के समक्ष नए आयकर अधिनियम 2025 में किए गए परिवर्तनों के सम्बन्ध में जानकारी साझा किया।कार्यक्रम के दौरान आयकर निदेशालय सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग, प्रचार-1 नई दिल्ली से आयी अपर आयकर आयुक्‍त प्रतिभा चौधरी एवं शारदा मीना ने भी विभाग में हो रहे परिवर्तनों से प्रजेन्‍टेंशन के माध्यम से सभी को अवगत कराया साथ में नई दिल्ली से आए उनके सहयोगी अधिकारी गण ने भी महत्वपूर्ण परिवर्तनों से अवगत कराया।

कार्यक्रम में आयकर आयुक्‍त अपील कौशलेन्द्र तिवारी अपर आयकर आयुक्त शिव कुमार राय ए०के०सिंह एवं अतुल कुमार पाण्डेय सहायक आयकर आयुक्त एल पी बिसेन आयकर अधिकारी अरूप कुमार मुखर्जी नंदन सोनकर रवि मेहता योगेश्वर राय ज्ञानेन्द्र कुमार श्रीवास्तव पुरुषोत्तम रविन्द्र गौड़ भगवान पटेल श्रीयंक आनंद नागेन्द्र यादव आयकर बार एसोशिएसन के अध्यक्ष अतुल कुमार साहू सचिव अरविन्द कुमार मिश्रा बार के सदस्यगण चार्टर्ड एकाउन्‍टेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष सुशील कुमार शुक्‍ला सचिव अभिनव कोहली एवं सदस्यगण सहित आयकर विभाग के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

नगर पंचायत कोरांव के सफ़ात अली शाह ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से की मुलाकात।

सफ़ात अली शाह को राहुल निगम वारसी राष्ट्रीय अध्यक्ष सपा मजदूर सभा ने लखनऊ में किया सम्मानित।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।प्रदेश कार्यालय समाजवादी पार्टी लखनऊ में नगर पंचायत कोरांव के सफ़ात अली शाह राष्ट्रीय सचिव समाजवादी पार्टी मजदूर सभा ने समाजवादी पार्टी के मुखिया राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार अखिलेश यादव से एक औपचारिक मुलाकात की। मुलाकात कर स्मृति चिन्ह देते हुए यमुनापार के नगर पंचायत कोरांव की जनहित समस्याओं जैसे बिजली, पानी सड़क आदि को अवगत कराया।सफ़ात अली शाह ने बताया कि आने वाले विधान सभा चुनाव में हम सभी कार्यकर्ता पार्टी को मजबूत बनाने का पूरा प्रयास करेंगे ताकि समाजवादी पार्टी की सरकार बन सके।साथ ही समाजवादी पार्टी कार्यालय लखनऊ में आयोजित सम्मान समारोह में उपस्थित सफ़ात अली शाह राष्ट्रीय सचिव समाजवादी पार्टी मजदूर सभा को राहुल निगम वारसी राष्ट्रीय अध्यक्ष समाजवादी पार्टी मजदूर सभा द्वारा सम्मानित किया गया।राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल निगम वारसी ने बताया कि सफ़ात अली शाह को मजदूर सभा राष्ट्रीय सचिव के रूप में जो जिम्मेदारी दी गई है निश्चित ही उनके लिए चुनौती है, सभी लोग संगठन को मजबूत करने का प्रयास करें। सम्मान समारोह में मुख्य रूप से प्रदेश अध्यक्ष समाजवादी पार्टी श्याम लाल पाल पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल निगम वारसी मजदूर सभा विधायक मेजा संदीप पटेल पूर्व जिला पंचायत सदस्य लल्लन सिंह पटेल जिला सचिव प्रयागराज राजेश पाण्डेय विनय सोनकर दिनेश पटेल मालती यादव कालिंदी यादव आदि मौजूद रहे।

पर्यावरण और स्वास्थ्य के प्रति समाज को जागरूक बनाये- राज्यपाल।

विश्वविद्यालय के शिक्षक सुनील और सफ़ीना हुई सम्मानित।

राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय ने मनाया 27वां स्थापना दिवस।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज के 27 वें स्थापना दिवस समारोह में रविवार को वर्चुअल माध्यम से जुड़ी उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनन्दीबेन पटेल ने कहा कि हमे पर्यावरण और स्वास्थ्य के प्रति समाज को जागरूक बनाना है।हमे स्वदेशी अपनाकर आत्मनिर्भर बनना है।गौरवशाली भारतीय ज्ञान परंपरा को उजागर कर पुनर्स्थापित करना है।उन्होने कहा कि अपने विकास क्रम में उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रसार कार्यों के निर्वहन सामाजिक सरोकारों एवं जन जागरूकता के प्रति निरंतर सजग एवं संवेदनशील है। राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश में ग्रामीण जनता विशेषकर ग्रामीण महिलाओ आंगनबाड़ी आदि तक उच्च शिक्षा की पहुंच को व्यापक बनाने की आवश्यकता है जिसके लिए राजभवन से लगातार प्रेरित किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय एवं सांस्कृतिक महत्व के दिवसो पर रचनात्मक कार्यक्रमों के आयोजन के द्वारा शिक्षार्थियों में उत्कृष्ट संस्कार निर्मित करने का विश्वविद्यालय निरंतर प्रयास कर रहा है।परंपरागत शिक्षा के साथ-साथ यहां के व्यावसायिक एवं रोजगार परक पाठ्यक्रमों द्वारा शिक्षार्थी निरंतर लाभान्वित हो रहे हैं तथा उनमें नवीन कौशल का विकास हो रहा है।पटेल ने कहा कि विश्वविद्यालय को विश्व देश और समाज की वर्तमान चुनौतियो को ध्यान में रखते हुए बिना रुके बिना थके पूरे जोश के साथ आगे बढ़ना होगा।समारोह के मुख्य अतिथि प्रोफेसर प्रदीप साहनी पूर्व आचार्य लोक प्रशासन इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय नई दिल्ली ने भारतीय ज्ञान परंपरा पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि वेद धर्म को शासन की नीव के रूप में महत्व देते है।ब्रह्मांडीय व्यवस्था सत्य और नैतिक कर्तव्य को बढ़ावा देती है।रामायण राम को एक न्यायप्रिय शासक के रूप में धर्म के पालन को दर्शाती है जबकि भागवत गीता निस्वार्थ कर्म और व्यापक हित के लिए कर्तव्य पर जोर देती है।प्रोफेसर साहनी ने कहा कि इसी प्रकार गुरु ग्रंथ साहिब समानता और सेवा पर ध्यान देती है।जाति लिंग या अमीरी गरीबी के आधार पर सामाजिक पदानुक्रम और भेदभाव का विरोध करती है तथा लंगर और सेवा के माध्यम से सामुदायिक कल्याण पर जोर देती है।उन्होंने कहा कि गीता द्वारा प्रदान किए गए अनुशासित और सक्षम नेतृत्व के माध्यम से कुशल कार्य को सुगम बनाया जा सकता है ।

विशिष्ट अतिथि डॉ.नरेन्द्र कुमार सिंह गौर पूर्व कैबिनेट मंत्री उच्च शिक्षा उत्तर प्रदेश सरकार ने विश्वविद्यालय की स्थापना के ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शिक्षा पर गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं होना चाहिए।परीक्षा में शुचिता बनाए रखी जानी चाहिए।उन्होंने स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर विश्वविद्यालय की गरिमा को आगे बढ़ाने का संकल्प लेने का आह्वान किया।

सारस्वत अतिथि सुदेश शर्मा निदेशक उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र ने स्थापना दिवस समारोह पर बधाई देते हुए कहा कि दूरस्थ शिक्षा के क्षेत्र में यह मुक्त विश्वविद्यालय एक सशक्त विकल्प बन कर उभरा है।यह आत्मनिर्भर भारत एवम् सशक्त भारत में शिक्षा के माध्यम से महत्वपूर्ण योगदान देने वाला विश्वविद्यालय है।इसी क्रम में इलाहाबाद संग्रहालय के निदेशक राजेश प्रसाद ने शुभकामना व्यक्त करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के साथ मिलकर संग्रहालय विज्ञान में डिप्लोमा कार्यक्रम प्रारम्भ किया है जो काफी लोकप्रिय होगा।समारोह की अध्यक्षता करते हुए मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य सत्यकाम ने कहा कि मुक्त विश्वविद्यालय को मुख्य धारा में लाने में शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हमारे शिक्षक निष्ठा एवं कर्तव्य परायणता से कार्य करते है जिससे विश्वविद्यालय को एन आई आरएफ रैंकिंग में तीसरा स्थान प्राप्त हुआ हैं। कुलपति ने कहा कि दूरस्थ शिक्षा प्रणाली में नवाचार का प्रयोग अत्यंत आवश्यक है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत हम वोकेशनल कोर्सेज को अपने विश्वविद्यालय में शुरू कर रहे है।भारतीय ज्ञान परंपरा को उपलब्ध पाठ्यक्रमो के साथ जोड़ने का आह्वान किया। आचार्य सत्यकाम ने कहा कि दूरस्थ शिक्षा प्रणाली विद्यार्थी केंद्रित है शिक्षार्थी ही सब कुछ है।इस अवसर पर विश्वविद्यालय के शिक्षक डॉ सुनील कुमार एवं डॉ सफ़ीना समावी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।प्रो.ज्ञान प्रकाश यादव के निर्देशन में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में सुप्रिया सिंह रावत की टीम द्वारा ढेड़िया नृत्य एवं सपना द्विवेदी की टीम द्वारा जिजिया नृत्य प्रस्तुत किया गया।कृष्णराज सिंह द्वारा कबीर वाणी प्रस्तुत की गई। सौरभ ने भजन एवं उन्नति ने छठ गीत प्रस्तुत किया ।कार्यक्रम का शुभारम्भ राजर्षि टंडन एवं अटल की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ सरस्वती वंदना एवं कुलगीत के द्वारा हुआ। वाचिक स्वागत कार्यक्रम समन्वयक प्रो.पी.के. पांडेय द्वारा किया गया। संचालन डॉ.त्रिविक्रम तिवारी एवं आभार ज्ञापन विश्वविद्यालय के कुलसचिव कर्नल विनय कुमार ने किया। इस अवसर पर फाफामऊ क्षेत्र के विधायक गुरु प्रसाद मौर्य किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर कौशल्या नंद गिरी टीना मां कल्पना सहाय विनय खरे डॉ एस एस बनर्जी डॉ एस पी सिंह प्रोफेसर पंकज खरे संजय पुरुषार्थी पूनम मिश्रा आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

शिक्षा से ही हर ताले खुलते है.राजनैतिक शिक्षा से जंग लगे ताले खुल जाते है-मन्त्री संजय निषाद।

श्री मद्भागवत कथा के समापन के बाद ग्यारह जोड़ो वर वधू लिए सात फेरे।

मंत्री संजय निषाद ने वर कन्याओ को दिए आशीर्वाद।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।यमुनानगर अन्तर्गत विधान सभा मेजा क्षेत्र के टाई सरैया गांव में चल रहे श्री मद्भागवत कथा में नौवे दिन भी भक्तो की भारी भीड़ उमड़ी।कथा वाचक गौरी गौरांगी के मुखारविंद से कथा सुनने के लिए दूर दराज से भक्तो की भारी भीड़ लगी रही।भक्तो ने कथा को सुनकर अपने को सौभाग्यशाली माना और इस कथा से पूरा क्षेत्र आनंदित हो उठे।इस कार्यक्रम के आयोजक प्रदीप पटेल द्वारा श्री मद्भागवत कथा समापन के दौरान ग्यारह जोड़ो का विवाह करवाया गया।प्रदीप पटेल ने आभूषण से लेकर सारा सामान वर कन्याओ को दिया गया।इस कार्य को लेकर प्रदीप पटेल की प्रशंसा हो रही है।इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने वर कन्या को आशीर्वाद दिया। मंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि डबल इंजन की सरकार द्वारा जन कल्याणकारी योजनाओ हर गरीब मजदूर असहाय परिवार तक पहुंच रहा है मंत्री ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि किसी भी तरीके से अपने बच्चो को शिक्षा दिलवाए.तीन लाख से कम आय पर गरीब कन्याओ की शादी में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा एक लाख रुपए की धनराशि प्रदान की जाएगी उन्होने बताया कि छात्र छात्राओ की पढ़ाई लिखाई और आयुष्मान कार्ड न होने पर भी इलाज हेतु सरकार द्वारा सहायता दी जाएगी।इस अवसर पर ब्लांक प्रमुख आरती गौतम के प्रतिनिधि पप्पू गौतम ने वर कन्या को आशीर्वाद दिया।इस मौके पर अरुण कुमार द्विवेदी (गुजरात)संजय शुक्ला भोला पुष्पराज आदि लोग उपस्थित रहे।इस कार्यक्रम में महिलाएं भारी संख्या में मौजूद रही।

मुक्त विश्वविद्यालय आज मनाएगा अपना 27 वां स्थापना दिवस।

इस वर्ष कई उपलब्धियां अर्जित की मुक्त विश्वविद्यालय ने-कुलपति।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज का 27 वां स्थापना दिवस 02 नवंबर 2025 को मनाया जाएगा।इस अवसर पर विभिन्न रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।समारोह के समन्वयक प्रोफेसर प्रदीप कुमार पांडेय ने बताया कि समारोह के मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता प्रोफेसर प्रदीप साहनी पूर्व आचार्य लोक प्रशासन इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय नई दिल्ली होंगे।विशिष्ट अतिथि डॉ.नरेन्द्र कुमार सिंह गौर पूर्व कैबिनेट मंत्री उच्च शिक्षा उत्तर प्रदेश सरकार एवं सारस्वत अतिथि सुदेश शर्मानिदेशक उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र प्रयागराज होंगे।समारोह की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य सत्यकाम करेगे।समारोह विश्वविद्यालय के सरस्वती परिसर स्थित अटल प्रेक्षागृह में रविवार 2 नवंबर को पूर्वाहन 10:30 बजे से शुरू होगा।इस अवसर पर लोक नृत्य एवं कबीर वाणी का भी आयोजन होगा।प्रोफेसर सत्यकाम ने बताया कि यह स्थापना दिवस समारोह अपने आप में बहुत ऐतिहासिक होगा। इस वर्ष विश्वविद्यालय ने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां अर्जित की। उन्होंने बताया कि इसी वर्ष उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय में सौर ऊर्जा प्रणाली स्थापित की गयी। उच्च शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश शासन से प्राप्त अनुदान से विश्वविद्यालय में 230 किलोवाट के सौर ऊर्जा संयंत्र का सफल इंस्टॉलेशन किया गया।उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय को यूजीसी ने इसी वर्ष 26 मार्च 2025 को 12 बी की मान्यता का पत्र जारी किया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 सत्यकाम ने बताया कि यू0जी0सी0 की धारा 12 बी का दर्जा प्राप्त करने के उपरान्त विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा दी जाने वाली विभिन्न योजनाओ परियोजनाओ शोध कार्यो गोष्ठियो संगौष्ठियो कार्यशालाओं हेतु वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकेगा। प्रो0 सत्यकाम ने कहा कि 12 बी का दर्जा हासिल करने से शोध की दिशा में अग्रसर मुक्त विश्वविद्यालय के शोध कार्यों को गति मिलेगी।सरकार द्वारा घोषित उद्यमिता कौशल विकास व स्टार्टअप से सम्बन्धित विभिन्न योजनाओं को सरकार द्वारा वित्त पोषण किया जा सकेगा एवं शिक्षकों व अनुवेषकों के पदोन्नति को नई दिशा एवं गति मिलेगी।

उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज को राष्ट्रीय स्तर पर एनआईआरएफ (NIRF)रैकिंग में इसी वर्ष 4 सितंबर 2025 को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ।कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने बताया कि एन आई आर एफ रैंकिंग मिलने से अब मुक्त विश्वविद्यालय का ग्राफ तेजी से आगे बढ़ेगा।उन्होंने बताया कि राज्य विश्वविद्यालयों की श्रेणी में मुक्त विश्वविद्यालय ने दूसरा स्थान मजबूती से दर्ज कराया है।यह पूरे उत्तर प्रदेश के लिए गौरव की बात है।कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने बताया कि विश्वविद्यालय स्व अध्ययन सामग्री के लेखन निर्माण में स्वावलंबी हो गया है। विश्वविद्यालय नई शिक्षा नीति के अन्तर्गत भारतीय ज्ञान परंपरा से परिचित कराने के लिए कुम्भ अध्ययन गीता दर्शन कर्मकांड आर एस एस का परिचय एवं इतिहास पर कार्यक्रम प्रारम्भ कर अपनी सामाजिक सरोकार की भूमिका का निर्वाह कर रहा है। विश्वविद्यालय ने इसी वर्ष राज्यपाल की उपस्थिति में संग्रहालय अध्ययन में डिप्लोमा पर नवाचारी कार्यक्रम प्रारम्भ करने की घोषणा की।कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के अन्तर्गत यह कार्यक्रम जनवरी 2026 से प्रारम्भ किया जाएगा।इसकी पढ़ाई और प्रैक्टिकल इलाहाबाद संग्रहालय में होगी। इसका कोर्स अखिल भारतीय स्तर पर विशिष्ट और प्रसिद्ध संग्रहालयविदों द्वारा तैयार किया जा रहा है। प्रथम चरण में 50 विद्यार्थियों का प्रवेश सुनिश्चित किया जाएगा।यह उम्मीद की जाती है कि यह पाठ्य सामग्री हिंदी और अंग्रेजी भाषा में विश्वस्तरीय होगी।

विश्वविद्यालय में इसी वर्ष एम ए योग का कार्यक्रम दूरस्थ शिक्षा प्रणाली से प्रारम्भ किया गया है। नई शिक्षा नीति के अनुसार प्रयागराज बरेली लखनऊ तथा कानपुर में योग की प्रैक्टिकल कक्षाएं आयोजित की जा रही हैं।आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों लिए विश्वविद्यालय ने निःशुल्क कार्यक्रम का संचालन प्रारंभ किया है।विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी डॉ प्रभात चन्द्र मिश्र ने बताया कि विश्वविद्यालय वर्तमान में 1498 अध्ययन केन्द्रो के माध्यम से 70 शैक्षणिक कार्यक्रम संचालित कर रहा है तथा समेकित शिक्षार्थियो की संख्या एक लाख अस्सी हजार तक पहुंच गई है जबकि स्थापना काल में यह मुक्त विश्वविद्यालय अपने पहले बैच में मात्र 20 शैक्षिक कार्यक्रमों को लेकर आगे बढ़ा और 15 अध्ययन केन्द्रो पर 3383 शिक्षार्थियों ने लोकप्रिय कार्यक्रमों में प्रवेश लिया।यह जानकारी डॉ प्रभात चन्द्र मिश्र जन सम्पर्क अधिकारी ने दिया।

जिलाधिकारी ने पुलिस विभाग की लिखित परीक्षा को सकुशलढंग से सम्पन्न कराये जाने के दृष्टिगत परीक्षा केन्द्रो का किया औचक निरीक्षण।

संजय द्विवेदी प्रयागराज।जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने शनिवार को उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग द्वारा कम्प्यूटर आपरेटर ग्रेड-ए पुलिस उपनिरीक्षक (गोपनीय)पुलिस सहायक उपनिरीक्षक(लिपिक) एवं पुलिस सहायक उपनिरीक्षक(लेखा)के पदो पर भर्ती हेतु आयोजित लिखित परीक्षा को सकुशलढंग से सम्पन्न कराये जाने के दृष्टिगत परीक्षा के प्रथम दिन जनपद के विभिन्न केन्द्रों का निरीक्षण करते हुए सम्बंधित को आवश्यक दिशा-निर्देश देते रहे। जिलाधिकारी ने ईश्वर शरण इण्टर कालेज कर्नलगंज इण्टर कालेज आर्यकन्या इण्टर कालेज सहित अन्य परीक्षा केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया।उन्होंने परीक्षा केन्द्रो में लिखित परीक्षा की मानीटरिंग हेतु बनाये गये कंट्रोल रूम का निरीक्षण करते हुए वहां पर सीसीटीवी कैमरो की क्रियाशीलता व इसके माध्यम से हो रही मानीटरिंग का परीक्षण किया।जिलाधिकारी ने प्रत्येक परीक्षा केन्द्र पर नियुक्त स्टैटिक मजिस्टेट प्रधानाचार्य व अन्य सम्बंधित से परीक्षा केन्द्र पर कुल कितने अभ्यर्थिंयों का नामांकन है तथा उसके सापेक्ष कितने अभ्यर्थीं आज की परीक्षा में सम्मिलित हुए है तथा सम्बंधित केन्द्र में परीक्षा कितने कक्षों में आयोजित हो रही है एवं उनके बैठने के सीटिंग अरेजमेंट व अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।जिलाधिकारी के द्वारा केन्द्र के प्रत्येक परीक्षा कक्ष का निरीक्षण किया गया।