सुल्तानपुर में हुई ब्राह्मण की हत्या दलित युवकों ने की थी के न्याय की लड़ाई राष्ट्रीय सवर्ण आर्मी भारत लड़ेगी:  सूरज प्रसाद चौबे

लखनऊ । राष्ट्रीय सवर्ण आर्मी भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरज प्रसाद चौबे अखण्ड नगर थाना क्षेत्र जिला सुल्तानपुर में बुजुर्ग 70 वर्षीय उमाशंक दुबे की नृशंस हत्या विगत दो दिन पूर्व दलित युवकों ने मामूली बात पर कर दिया गया था के पीड़ित परिवार से मिले ,उनके साथ अंबेडकर नगर जिला अध्यक्ष उमंग उपाध्याय ,हजारों सवर्ण समाज के लोग थे , पीड़ित परिवार के लोगों ने बताया कि अखंड नगर पुलिस ने मृतक उमाशंकर दुबे ह्य बेटे सहित अन्य यहां तक कि महिलाओं को भी नहीं बक्सा सुल्तानपुर जिला प्रशासन स्थानीय विधायक के दबाव में काम कर रही है,स्थानीय विधायक के निष्पक्षता पर संदेश व्यक्त किया गया राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरज प्रसाद चौबे विधायक जी से बात करने का प्रयास किया पर बात नहीं हो सकी ,स्थानीय प्रशासन से न्याय हेतु मांग करते हुए कहा गया कि पीड़ित परिवार को शस्त्र लाइसेंस, पचास लाख मूवायजा ,साथ ही उन पुलिस कर्मियों पर कार्यवाही किया जाय जो पीड़ित परिवार के साथ अन्यय किए , पुलीस अधीक्षक देर शाम तक थाना प्रभारी,सहित एक सब इंस्पेक्टर, दो बिट सिपाही पर कार्यवाही कर दिया है,आज हर नेता अपने समाज की बात कर रहा है पर मेरे सवर्ण  नेता वोट बैंक की बात कर रहे हैं राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरज प्रसाद चौबे ने कहा कि अब यह गाना नहीं चलेगा कि पंडित चमार का सार लागे इसका सवर्ण समाज विरोध करेगी अगर यह गाना उलट कर सवर्ण गाया होता तो एससीएसटी एक्ट में जेल में होता।
मुख्यमंत्री योगी का बड़ा निर्णय, 30 वर्ष बाद बढ़ेंगे पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के वित्तीय अधिकार*

*वर्ष 1995 में तय सीमाएं अब पुरानी, लागत बढ़ने के अनुरूप अब हो रहा वित्तीय अधिकारों का पुनर्निर्धारण*

*मुख्य अभियंता को अब ₹10 करोड़, अधीक्षण अभियंता को ₹5 करोड़ तक कार्य स्वीकृति का अधिकार*


लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोक निर्माण विभाग के विभागीय अधिकारियों के वित्तीय अधिकारों में पाँच गुना तक की वृद्धि किए जाने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि बदलावों से विभागीय अधिकारियों को निर्णय लेने में अधिक स्वायत्तता प्राप्त होगी। उच्च स्तर पर अनुमोदन की आवश्यकता घटने से निविदा, अनुबंध गठन एवं कार्यारंभ की प्रक्रिया में गति आएगी। यह सुधार वित्तीय अनुशासन बनाए रखते हुए प्रशासनिक दक्षता और पारदर्शिता को बढ़ाने में सहायक होगा।

शुक्रवार को लोक निर्माण विभाग की बैठक में यह तथ्य सामने आया कि विभाग के अधिकारियों के वित्तीय अधिकार वर्ष 1995 में निर्धारित किए गए थे। इस बीच निर्माण कार्यों की लागत में पाँच गुना से अधिक की वृद्धि हुई है। कॉस्ट इन्फ्लेशन इंडेक्स के अनुसार वर्ष 1995 की तुलना में वर्ष 2025 तक लगभग 5.52 गुना वृद्धि दर्ज की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में वित्तीय अधिकारों का पुनर्निर्धारण आवश्यक है, जिससे निर्णय प्रक्रिया में तेजी आए और परियोजनाओं का क्रियान्वयन समयबद्ध रूप से किया जा सके।

अपर मुख्य सचिव, लोक निर्माण विभाग ने मुख्यमंत्री को सिविल, विद्युत एवं यांत्रिक कार्यों के लिए वित्तीय अधिकारों की वर्तमान व्यवस्था की जानकारी दी। विमर्श के उपरांत निर्णय लिया गया कि सिविल कार्यों के लिए अधिकारियों के वित्तीय अधिकारों की सीमा अधिकतम पाँच गुना तक तथा विद्युत एवं यांत्रिक कार्यों के लिए कम से कम दो गुना तक बढ़ाई जाएगी।

मुख्यमंत्री के निर्णय के अनुसार मुख्य अभियंता को अब ₹2 करोड़ के स्थान पर ₹10 करोड़ तक के कार्यों की स्वीकृति का अधिकार होगा। अधीक्षण अभियंता को ₹1 करोड़ से बढ़ाकर ₹5 करोड़ तक के कार्यों की स्वीकृति का अधिकार दिया जाएगा। अधिशासी अभियंता के वित्तीय अधिकार ₹40 लाख से बढ़ाकर ₹2 करोड़ किए जाएंगे। सहायक अभियंता को भी सीमित दायरे में टेंडर स्वीकृति एवं छोटे कार्यों की अनुमति देने के अधिकार बढ़ाए जाएंगे। बता दें कि यह पुनर्निर्धारण तीन दशकों के बाद होने जा रहा है।

बैठक में उत्तर प्रदेश अभियंता सेवा (लोक निर्माण विभाग) (उच्चतर) नियमावली, 1990 में संशोधन के माध्यम से विद्युत एवं यांत्रिक संवर्ग की सेवा संरचना, पदोन्नति व्यवस्था तथा वेतनमान के पुनर्गठन से जुड़े प्रस्तावों पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया।

बैठक में बताया गया कि नियमावली में किया जा रहा यह संशोधन विभागीय अभियंताओं की सेवा संरचना को वर्तमान आवश्यकताओं के अनुरूप बनाने के उद्देश्य से किया गया है। संशोधित नियमावली में विद्युत एवं यांत्रिक संवर्ग में पहली बार मुख्य अभियंता (स्तर-एक) का नया पद सम्मिलित किया गया है। इसके साथ मुख्य अभियंता (स्तर-दो) और अधीक्षण अभियंता के पदों की संख्या में वृद्धि की गई है। नवसृजित पदों को नियमावली में समाहित करते हुए उनके पदोन्नति स्रोत, प्रक्रिया और वेतनमान को स्पष्ट रूप से परिभाषित किया गया है, जिससे सेवा संरचना अधिक पारदर्शी और संगठित हो सके।

बैठक में यह भी बताया गया कि मुख्य अभियंता (स्तर-एक) के पद पर पदोन्नति अब मुख्य अभियंता (स्तर-दो) से वरिष्ठता के आधार पर की जाएगी। इसी प्रकार मुख्य अभियंता (स्तर-दो) और अधीक्षण अभियंता के पदों पर भी पदोन्नति की प्रक्रिया को नियमावली में स्पष्ट किया गया है। सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुरूप अधिशासी अभियंता से लेकर मुख्य अभियंता (स्तर-एक) तक के पदों के वेतनमान और मैट्रिक्स पे लेवल भी निर्धारित किए गए हैं। इसके साथ चयन समिति की संरचना को अद्यतन किया गया है, ताकि पदोन्नति और नियुक्ति की कार्यवाही अधिक पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ की जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोक निर्माण विभाग राज्य की विकास परियोजनाओं के क्रियान्वयन में एक प्रमुख विभाग है, इसलिए अभियंताओं की सेवा नियमावली को समयानुकूल, व्यावहारिक और पारदर्शी बनाना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि योग्यता, अनुभव और वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति व्यवस्था से विभाग की कार्यकुशलता, तकनीकी गुणवत्ता और सेवा भावना को नई दिशा मिलेगी।
शामली में एक लाख का इनामी बदमाश फैसल ढेर, पुलिस और बदमाशों में मुठभेड़

लखनऊ । शामली जनपद में थाना झिंझाना क्षेत्र के ग्राम भोगी माजरा के जंगल में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ में एक कुख्यात इनामी अपराधी फैसल पुत्र अकील ढेर हो गया। फैसल पर लूट, हत्या और अन्य 17 आपराधिक मामलों के आरोप थे।

बदमाशों ने फायरिंग की और झिंझाना की तरफ भाग गए

जानकारी के अनुसार, 23 अक्टूबर को सुबह लगभग 6:15 बजे ग्राम वेदखेड़ी बाग के पास मोटरसाइकिल सवार दो अज्ञात बदमाशों ने ग्राम बरनावी थाना कैराना के एक दंपती से मोटरसाइकिल, मोबाइल और 3,000 रुपये नकद लूट लिए। विरोध करने पर बदमाशों ने फायरिंग की और झिंझाना की तरफ भाग गए।

स्वाट टीम और पुलिस ने मिलकर की कार्रवाई

सूचना पर शामली पुलिस, स्वाट टीम और थाना झिंझाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई की। बीती रात्रि आत्मरक्षार्थ की गई फायरिंग में फैसल घायल हो गया। कार्यवाही में पुलिस का सिपाही दीपक भी घायल हुआ। दोनों को उपचार हेतु पहले सीएचसी ऊन और फिर जिला अस्पताल शामली में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान फैसल को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि सिपाही दीपक उपचाराधीन हैं।

संजीव जीवा गैंग का सदस्य था फैसल

पुलिस ने मृतक फैसल के कब्जे से दो मोटरसाइकिल, लूटी गई प्लेटिना, मोबाइल, नगदी, दो 32 बोर पिस्टल, 9 जिन्दा और 5 खोखा कारतूस, आधार कार्ड, पैन कार्ड और एक ओप्पो मोबाइल बरामद किया। फैसल मुजफ्फरनगर का निवासी था और मूल रूप से मेरठ के लिसाड़ी गेट का रहने वाला था। वह संजीव जीवा गैंग का सक्रिय सदस्य था और उसके खिलाफ एक लाख रुपये का इनाम घोषित था।

फैसल के ऊपर कुल 17 आपराधिक मुकदमे दर्ज

एसपी ने बताया कि फैसल पर जनपद शामली और मुजफ्फरनगर में कुल 17 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें हत्या और लूट के गंभीर मामले भी शामिल हैं। पुलिस ने मामले में वैधानिक कार्रवाई शुरू कर दी है और फरार साथी की तलाश जारी है।
दीपावली पर की जगह तड़तड़ाई गोलियां, छह हत्या, तीन जख्मी


लखनऊ। डीजीपी के सख्त निर्देश के बावजूद भी बदमाशों ने कानून व्यवस्था चुनौती देने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। दीपावली पर यूपी पुलिस भले ही सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर चाक-चौबंद रही‌ लेकिन जिस तरह से बदमाशों ने गोलियों की तड़तड़ाहट से  एक बार फिर से लोग खौफजदा हो गए। बीते तीन दिन में पांच स्थानों में गोली कांड की सूचना रही। इसी दौरान छह हत्याएं भी सामने आई हैं।

लखनऊ, कानपुर देहात, गोंडा व हरदोई जिले में गोलियां चली तो कई जगह लाठी-डंडे भी जमकर बरसे।
बदमाशों और दुस्साहसी लोग अवैध या लाइसेंसी असलहों से खुलेआम गोलियां बरसाते दिखे और पुलिस कहानी-कहानी खामोश नजर आई।
बदमाशों के दुस्साहस का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि  कानपुर देहात  के गजनेर थाना क्षेत्र में दीपावली की रात 24 वर्षीय गौरव अवस्थी उर्फ शिबू की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वहीं लखनऊ के ठाकुरगंज स्थित कैम्पवेल रोड पर एकता नगर निवासी अधिवक्ता दीपेंद्र सिंह को गोली मारी गई।

दुबग्गा के शाहपुर भमरौली गांव में रहने वाले असलम को बदमाशों ने गोली मारकर घायल कर दिया।

पीजीआई थाना क्षेत्र के वृन्दावन योजना के रेवतापुर गांव में दीपावली पर झालर लगाने के विवाद में अनुज के ऊपर बदमाशों ने गोलियों से घायल कर दिया।

ठाकुरगंज क्षेत्र में पुरानी रंजिश को लेकर हुए विवाद में 20 वर्षीय उमेश को सलीम कबाड़ी के बेटे शाहरूख ने गोली मार दी।

गोंडा जिले के नगर कोतवाली इलाके में कलयुगी बेटे संदीप ने अपनी 58 वर्षीय मां कांति देवी की बेरहमी से हत्या कर दी।
हरदोई जिले के बेनीगंज थाना क्षेत्र के कोथवा अतरौली रोड पर बसहरा गांव निवासी 45 वर्षीय परशुराम सिंह उर्फ पप्पू का बेरहमी से कत्ल किया गया।

हरदोई जिले के कोतवाली देहात क्षेत्र स्थित चरौली गांव निवासी अनुप ने गर्भवती पत्नी को पीट-पीटकर मौत की नींद सुला दिया। ये वारदातें सिर्फ तीन दिनों के भीतर हुईं हैं। इससे यही लग रहा है कि यूपी पुलिस कानून-व्यवस्था को लेकर पूरी तरह से मुस्तैद नहीं रही।
निबंध से कविता तक, चित्रों से विचार तक-दीपोत्सव में निखरी युवा प्रतिभा, विजेताओं का हुआ सम्मान- जयवीर सिंह

लखनऊ। दीपोत्सव-2025 केवल आध्यात्मिक आस्था और प्रकाश का पर्व नहीं रहा, बल्कि यह युवा प्रतिभा और रचनात्मकता का भी मंच बन गया। इस वर्ष आयोजित निबंध, कविता और चित्रकला प्रतियोगिताओं के विजेताओं को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भव्य समारोह में सम्मानित किया।

उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग की इस पहल का उद्देश्य छात्रों और युवाओं को दीपोत्सव की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और कलात्मक भावना को व्यक्त करने का अवसर देना था। हिमानी पांडेय और रोहन यादव को मुख्यमंत्री ने स्वयं प्रमाणपत्र प्रदान किए, जबकि अन्य विजेताओं के पुरस्कार डाक द्वारा भेजे जाएंगे। आयोजकों ने इसे युवाओं की रचनात्मकता और सहभागिता का उत्सव करार दिया, जिसने दीपोत्सव-2025 को और भी विशेष बना दिया।

निबंध प्रतियोगिता में आरुषि ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि देवांश दोराश्री द्वितीय और आदित्य धनराज तृतीय स्थान पर रहे। चित्रकला प्रतियोगिता में शरवरी खरे ने अपनी उत्कृष्ट कलाकृति से प्रथम स्थान हासिल किया, रीतू वर्मा द्वितीय स्थान पर रहीं और रोहन यादव को तृतीय स्थान मिला।

वहीं कविता प्रतियोगिता में अनुष्का महावर ने प्रथम, हिमानी पांडे ने द्वितीय और सत्यदेव मिश्र ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इन विजेताओं को दीपोत्सव के मुख्य कार्यक्रम में विशेष अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया।

कविता प्रतियोगिता की विजेता हिमानी पांडेय ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “मैं उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग की बेहद आभारी हूं, जिन्होंने हम जैसे युवाओं को इतना सुंदर अवसर दिया।

मेरा पूरा परिवार दीपोत्सव समारोह को टीवी पर देख रहा था- यह सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि हम सबके लिए एक भावना बन गया है। मुझे खुशी है कि मैं इसका हिस्सा बनी।”

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा, “प्रतियोगिताओं में मिली प्रविष्टियाँ अत्यंत सुंदर थीं। हमारे युवाओं ने जिस जोश और उत्साह के साथ भाग लिया, वह प्रेरणादायक है। एक ओर हजारों बच्चों की वालंटियर टीम ने 26,17, 215 दीपक जलाकर गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया, वहीं दूसरी ओर अयोध्या और आसपास के बच्चों ने ‘वानर सेना’ के रूप में भगवान श्रीराम का स्वागत किया। उनकी रचनात्मकता और भक्ति वाकई अद्भुत थी।”

इन प्रतियोगिताओं में पूरे उत्तर प्रदेश से भारी संख्या में प्रतिभाग हुआ, जिससे यह सिद्ध होता है कि दीपोत्सव का संदेश “अंधकार पर प्रकाश, विभाजन पर एकता” हर उम्र के लोगों के दिलों में गहराई से रचा-बसा है।

जब पवित्र नगरी लाखों दीपों की रोशनी से जगमगा रही थी, तब दीपोत्सव-2025 ने अनगिनत युवा मनों को भी आलोकित किया। यह साबित कर दिया कि अयोध्या की असली रोशनी तब सबसे अधिक दमकती है, जब उसे सृजन, प्रतिभा और सामूहिक भावना के माध्यम से साझा किया जाता है। इस पहल ने न केवल आध्यात्मिक उत्सव को नई ऊँचाइयाँ दीं, बल्कि युवाओं की रचनात्मक ऊर्जा और सहभागिता को भी प्रकट किया।

युवक ने इंदिरा नहर में लगाई छलांग, 24 घंटे बाद मिला शव
लखनऊ । राजधानी लखनऊ के पीजीआई क्षेत्र में पारिवारिक विवाद के चलते एक युवक ने इंदिरा नहर में कूदकर आत्महत्या कर ली। शनिवार को नहर में छलांग लगाने वाले युवक का शव रविवार दोपहर बरामद हुआ। मृतक की पहचान कल्ली पश्चिम निवासी बबलू शर्मा (26 वर्ष) के रूप में हुई है।

दंपती के बीच अक्सर मामूली बातों पर विवाद होता रहता था

पुलिस के मुताबिक, बबलू शर्मा मूल रूप से बाराबंकी के धारूपुर असंधरा के रहने वाले थे और वर्तमान में बढ़ई का काम करते थे। उनकी शादी पांच माह पहले दरियाबाद निवासी पूजा से हुई थी। परिजनों के अनुसार, विवाह के बाद से ही दंपती के बीच अक्सर मामूली बातों पर विवाद होता रहता था।

शनिवार को भी दोनों के बीच झगड़ा हुआ

शनिवार को भी दोनों के बीच झगड़ा हुआ। इसके बाद बबलू पत्नी को बाइक से मायके छोड़ने निकले। रास्ते में चिनहट स्थित इंदिरा नहर के पास उन्होंने पत्नी को बाइक से उतारा और कुछ दूरी आगे जाकर नहर में छलांग लगा दी।पत्नी पूजा जब थोड़ी देर बाद मौके पर पहुंची तो वहां पति की बाइक और अन्य सामान नहर किनारे पड़ा मिला। उसने तत्काल घटना की सूचना परिवार और पुलिस को दी।

परिवार की ओर से किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया

इंस्पेक्टर चिनहट दिनेश चंद्र मिश्र ने बताया कि पुलिस ने गोताखोरों की मदद से युवक की तलाश शुरू की और 24 घंटे बाद रविवार दोपहर बबलू का शव नहर से बरामद कर लिया गया।पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। फिलहाल परिवार की ओर से किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया गया है।
ठाकुरगंज और पीजीआई में चली गोलियां, अधिवक्ता व प्लंबर घायल

लखनऊ । राजधानी में सोमवार की रात और दोपहर दो अलग-अलग इलाकों में गोलीबारी की घटनाओं से सनसनी फैल गई। ठाकुरगंज में पटाखे दागने के विवाद में अधिवक्ता पर फायरिंग कर दी गई, वहीं पीजीआई थाना क्षेत्र के रेवतापुर इलाके में दो परिवारों के बीच हुए विवाद में लाइसेंसी राइफल से चली गोली से एक युवक घायल हो गया। दोनों घायलों को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने दोनों घटनाओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

ठाकुरगंज में पटाखे दागने के विवाद में अधिवक्ता पर फायर

ठाकुरगंज के एकतानगर में रात करीब 10 बजे अधिवक्ता के घर के सामने पटाखे दागने को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि पड़ोसी ने उनके भाई पर तमंचे से फायर झोंक दी। घायल अधिवक्ता दीपेंद्र सिंह का ट्रॉमा सेंटर में इलाज चल रहा है।पीड़ित सुमेंद्र सिंह ने बताया कि उनके घर में गाय पली हुई है। सोमवार रात पड़ोसी अमर सिंह और उसका बेटा विकास सिंह घर के सामने पटाखे दाग रहे थे, जिससे गाय डरकर जंजीर तोड़कर भाग गई।

दोनों हमलावर धमकी देते हुए फरार हो गए

सुमेंद्र ने जब विकास को मना किया तो पिता-पुत्र गाली-गलौच करते हुए भिड़ गए। इसी दौरान अमर सिंह के कहने पर विकास ने तमंचे से फायर कर दिया। गोली दीपेंद्र के सिर को छूते हुए निकल गई।दोनों हमलावर धमकी देते हुए मौके से फरार हो गए।पुलिस ने सुमेंद्र की तहरीर पर नामजद मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

रेवतापुर में दो परिवारों में खूनी संघर्ष, राइफल से चली गोली

पीजीआई थाना क्षेत्र के रेवतापुर इलाके में सोमवार दोपहर दो परिवारों के बीच जमकर मारपीट और पथराव हुआ। इस दौरान लाइसेंसी राइफल से की गई फायरिंग में प्लंबर सोनू यादव गोली लगने से घायल हो गए।
जानकारी के मुताबिक, सोनू यादव और उनके पट्टीदार अजय यादव, जो डेयरी संचालक हैं, के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया।विवाद इतना बढ़ा कि दोनों पक्षों के महिला-पुरुष आमने-सामने आ गए और एक-दूसरे पर ईंट-पत्थर चलाने लगे।

सोनू के पेट में गोली लगी

इस दौरान अजय यादव की तरफ से राइफल से फायरिंग की गई, जिसमें सोनू के पेट में गोली लगी।घटना में अजय समेत छह लोग घायल हुए हैं।सूचना पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को ट्रॉमा-2 में भर्ती कराया।डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल ने बताया कि दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ तहरीर दी है और मामले की जांच की जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी ने वनटांगिया गांव में मनाई दीपावली, 49 करोड़ की 133 परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास
लखनऊ ।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को गोरखपुर के वनटांगिया गांव, जंगल तिनकोनिया नंबर तीन में दीपावली उत्सव मनाया। इस दौरान उन्होंने 49 करोड़ की 133 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या आज समृद्धि और सुशासन का प्रतीक बन चुकी है। उन्होंने कांग्रेस और सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने भगवान राम के अस्तित्व को नकारा जबकि सपा ने रामभक्तों को लहूलुहान किया।

अयोध्या अब नव्य और दिव्य स्वरूप में विश्व को आकर्षित कर रही: योगी

मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या को विदेशी आक्रांताओं ने अपमानित किया था और कांग्रेस की सरकारों ने मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के अस्तित्व को नकारने का प्रयास किया। इसके बाद सपा सरकार ने रामभक्तों के खिलाफ षड्यंत्र रचे। लेकिन आज वही अयोध्या नव्य और दिव्य बनकर विश्व को आकर्षित कर रही है।उन्होंने कहा कि दीपोत्सव अब केवल अयोध्या की पहचान नहीं, बल्कि पूरे भारत की सांस्कृतिक एकता का प्रतीक बन चुका है। अयोध्या सबको जोड़ती है, बांटती नहीं।

अयोध्या देश की पहली सोलर सिटी

मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या देश की पहली सोलर सिटी के रूप में विकसित हो रही है, जहां सूर्य की किरणों से ही बिजली उत्पादन किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “अयोध्या में नए भारत के नए उत्तर प्रदेश का दर्शन हो रहा है।”

अनुशासन और समर्पण से गढ़ा नया उत्तर प्रदेश

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अनुशासन और समर्पण ही उत्तर प्रदेश की ताकत है। इन्हीं मूल्यों के बल पर राज्य ने कानून-व्यवस्था और विकास के नए मानक स्थापित किए हैं। उन्होंने लोगों से ‘स्वदेशी में समृद्धि’ देखने और हर गरीब परिवार के साथ दीपावली की खुशियां साझा करने का आह्वान किया।

वनटांगिया गांव बना योजनाओं से समृद्ध

मुख्यमंत्री ने कहा कि एक समय वनटांगिया गांव में सड़क, बिजली, मकान और स्कूल जैसी मूलभूत सुविधाओं का अभाव था, लेकिन आज यहां हर घर पक्का मकान, स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, बिजली और पेयजल की सुविधा है। ग्रामीण आयुष्मान योजना, पेंशन, राशन कार्ड और अन्य सरकारी योजनाओं से लाभान्वित हैं। महिलाएं एफपीओ के माध्यम से सब्जी की खेती कर आत्मनिर्भर बन रही हैं।

गरीबों के साथ दीपावली मनाने की अपील

सीएम योगी ने लोगों से अपील की कि वे कम से कम एक गरीब परिवार में दीपावली की खुशियां बांटें। उन्होंने कहा कि गरीब के घर दीप जलाएं, उसे मिष्ठान दें और इस संदेश को सेल्फी के जरिए दुनिया तक पहुंचाएं कि “हम सब एक हैं और साथ हैं।”

योगी की नीतियों से प्रेरणा ले रहे अन्य प्रदेश: डॉ. संजय निषाद

कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यों से अन्य राज्यों के नेतृत्वकर्ता भी प्रेरणा लेते हैं। उन्होंने कहा कि “त्रेता युग में भगवान श्रीराम ने निषादराज को जो सम्मान दिया था, वही भाव आज मुख्यमंत्री योगी निभा रहे हैं।”

अन्नप्राशन, गोदभराई और दीपोत्सव

योगी आदित्यनाथ ने विभिन्न विभागों के स्टालों का अवलोकन किया, बच्चों का अन्नप्राशन संस्कार और गर्भवती महिलाओं की गोदभराई कर उन्हें उपहार प्रदान किए। इसके बाद उन्होंने दीप जलाकर दीपोत्सव का शुभारंभ किया और गांव का भ्रमण किया। मुख्यमंत्री ने वनटांगिया समाज के मुखिया रामगणेश के घर जाकर दीपावली मनाई और बच्चों के साथ फोटो खिंचवाकर उन्हें प्रोत्साहित किया।

कार्यक्रम में शामिल प्रमुख लोग

सीएम ने 32.81 करोड़ की लागत से 128 विकास कार्यों का लोकार्पण और 16.80 करोड़ की लागत वाली 5 परियोजनाओं का शिलान्यास किया।इस अवसर पर महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, कुशीनगर सांसद विजय दूबे, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह, विधायक विपिन सिंह, विधायक महेंद्रपाल सिंह, विधायक श्रीराम चौहान, डॉ. विमलेश पासवान, राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष चारू चौधरी सहित कई जनप्रतिनिधि एवं संत-महंत उपस्थित रहे।

पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने अयोध्या में भव्य रामायण शोभायात्रा को जय श्रीराम का ध्वज लहराकर किया रवाना

अयोध्या/लखनऊ। भगवान श्रीराम की पावन नगरी अयोध्या में रविवार को भक्ति, संस्कृति और भव्यता का अनूठा संगम देखने को मिला जब पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने साकेत महाविद्यालय परिसर में जय श्रीराम का ध्वज लहराते हुए और ढोल-नगाड़े बजाकर रामायण पर आधारित भव्य शोभायात्रा को रवाना किया। दीपोत्सव 2025 की यह शोभायात्रा ‘त्रेता युग’ की झलक प्रस्तुत करती हुई श्रद्धा, लोकनृत्य और सांस्कृतिक उत्साह का अद्भुत उदाहरण बनी। इस अवसर पर पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा, “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दूरदर्शी नेतृत्व में दीपोत्सव का हर संस्करण स्वयं का रिकॉर्ड तोड़ते हुए आस्था और भव्यता के नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। इस वर्ष का दीपोत्सव केवल दिव्यता का उत्सव नहीं, बल्कि ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना का सशक्त प्रतीक भी है, जो सांस्कृतिक एकता और सामाजिक सौहार्द का संदेश देता है। झांकियों में मिशन शक्ति के तहत महिला सशक्तिकरण और स्वच्छ भारत अभियान के संदेशों को भी दर्शाया गया है, जो हर नागरिक को राष्ट्र निर्माण में भागीदारी के लिए प्रेरित करता है।” साकेत महाविद्यालय से प्रारंभ होकर रामकथा पार्क तक पहुँची इस शोभायात्रा में रामायण के सातों कांड — बालकांड, अयोध्याकांड, अरण्यकांड, किष्किन्धाकांड, सुंदरकांड, लंकाकांड और उत्तरकांड — को जीवंत करती 22 आकर्षक झांकियों ने सभी का मन मोह लिया। देश के विभिन्न राज्यों से आए कलाकारों ने मयूर, बढ़वां, देहड़िया, धोबिया और अन्य लोकनृत्यों के माध्यम से माहौल को उल्लासमय बना दिया, जबकि श्रद्धालुओं ने मार्ग भर पुष्पवर्षा और दीपदान कर रामपथ को आस्था और प्रकाश से आलोकित कर दिया। प्रयागराज से आए दर्शक आयुष सिंह ने कहा, “इस शोभायात्रा ने भारत की विविधता में एकता का जीवंत दर्शन कराया। हर झांकी और हर नृत्य ने श्रीराम के शाश्वत आदर्शों और भारत की समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा को प्रदर्शित किया।”

*बाल देखभाल संस्थाओं में दीपावली का पर्व बच्चों के साथ मनाने का निर्देश: लीना जौहरी*
लखनऊ। महिला कल्याण विभाग, उत्तर प्रदेश शासन द्वारा प्रदेश के समस्त जिलाधिकारियों को यह निर्देश जारी किया गया है कि वे आगामी 20 अक्टूबर 2025 को अपने-अपने जनपदों में संचालित बाल देखभाल संस्थाओं में आवासित बच्चों के साथ दीपावली का पर्व अपने परिवार सहित मनाएँ।

*अपर मुख्य सचिव, महिला कल्याण विभाग,  लीना जौहरी* ने अपने निर्देशों में कहा है कि यह बच्चे सामाजिक एवं आर्थिक रूप से विपरीत परिस्थितियों के कारण अपने परिवारों से अलग हैं और राज्य सरकार की संरक्षण व्यवस्था के अंतर्गत जीवन यापन कर रहे हैं। ऐसे में इन बच्चों को परिवार के स्नेह, सान्निध्य और अपनत्व की विशेष आवश्यकता होती है।

प्रदेश में वर्तमान में महिला कल्याण विभाग के अधीन *दत्तक ग्रहण इकाइयाँ, शिशु गृह, बाल गृह, सम्प्रेक्षण गृह, विशेष गृह, प्लेस ऑफ सेफ्टी, आफ्टर-केयर संस्थाएँ तथा विशेष आवश्यकता वाले बच्चों हेतु बाल गृह* संचालित हैं। इन संस्थाओं में रह रहे बच्चे राज्य सरकार के संरक्षण में पूरी देखभाल, शिक्षा, पोषण और सुरक्षा प्राप्त करते हैं। श्रीमती जौहरी ने कहा कि दीपावली जैसे उत्सव के अवसर पर जब पूरा समाज अपने परिवार के साथ आनंद और उत्साह से यह पर्व मनाता है, तब इन संस्थाओं के बच्चे अपने परिवार की अनुपस्थिति को गहराई से महसूस करते हैं।

ऐसे में यदि प्रशासनिक अधिकारी, कर्मचारी, जनप्रतिनिधि या स्वयंसेवी संगठन इन बच्चों के बीच पहुँचकर उनके साथ कुछ समय व्यतीत करें, मिठाईयाँ बाँटें या उन्हें उपहार दें, तो यह उनके जीवन में खुशी, अपनापन और आत्मीयता का संचार करता है।

अपर मुख्य सचिव ने कहा कि बाल गृहों के बच्चे समाज की साझा जिम्मेदारी हैं। उनके भीतर आत्मविश्वास और स्नेह का भाव बनाए रखने के लिए जरूरी है कि हम समय-समय पर उनके साथ सहभागिता करें और उनके जीवन में उत्सवों के माध्यम से नई ऊर्जा का संचार करें।

उन्होंने जिलाधिकारियों से अपेक्षा की है कि वे न केवल स्वयं अपने परिवार सहित इन गृहों में दीपावली मनाएँ, बल्कि अपने अधीनस्थ अधिकारियों को भी प्रेरित करें कि वे बाल देखभाल संस्थाओं में जाकर बच्चों के साथ त्योहार मनाएँ और इस पर्व को “बच्चों के प्रति समर्पित दीपावली” के रूप में मनाएँ।

महिला कल्याण विभाग का यह पहल प्रदेश में बाल कल्याण के क्षेत्र में संवेदनशील प्रशासनिक दृष्टिकोण को और सशक्त बनाएगा। दीपावली जैसे पर्व के माध्यम से संस्थाओं में रहने वाले बच्चों को समाज और शासन के स्नेह का प्रत्यक्ष अनुभव होगा, जिससे उनमें आत्मीयता, प्रसन्नता और नये उत्साह का संचार होगा।