*ऐतिहासिक दुर्गापूजा विसर्जन शोभायात्रा को जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया*
सुल्तानपुर का ऐतिहासिक दुर्गापूजा विसर्जन शोभायात्रा में सामिल होने पहुंचे जिलाधिकारी,पुलिस अधीक्षक और मुख्य विकास अधिकारी। जहां सभी ने हिन्दू रीति-रिवाज़ से पूजन पाठ कर दुर्गा माता का प्रसाद वितरण किया, जिलाधिकारी हर्ष कुमार ने हरी झंडी दिखाकर शोभायात्रा को रवाना किया।तो वही पुलिस अधीक्षक ने लाल झंडी दिखा शोभायात्रा विश्राम दिया।
वही इस मौके पर केंद्रीय पूजा समिति के सदस्य,पदाधिकारी और भारी संख्या में श्रद्धालु एवं पुलिस बल मौजूद रही।
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी आयोजन में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के साथ मुख्य विकास अधिकारी अंकुर कौशिक की भूमिका अहम् रही। कड़ी सुरक्षा के बीच बजरंगबली की निगरानी में निकाली गई विसर्जन शोभायात्रा।66 वर्षों से लगातार सुल्तानपुर में यह दुर्गापूजा महोत्सव मनाया जा रहा है। जो अपनी एक अनोखी परंपरा और सांस्कृतिक विरासत के लिए जानी जाती है। शोभायात्रा में विभिन्न पूजा समितियों की झांकियां और डीजे तथा बैंड बाजों के साथ निकाली जाती है। जहां बैंड बाजों और डीजे की धुन पर युवाओं के साथ-साथ सभी श्रद्धालुओं का थिरकना आकर्षण का केंद्र होता है। प्रशासन ने विसर्जन की सभी तैयारियों के साथ सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए है और उपद्रवियों के लिए जगह जगह CCTV भी लगाए गए हैं।
शोभायात्रा शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए सीताकुंड स्थित गोमती नदी घाट पर पहुंचेगी,जहां फिर उन्हें विसर्जित की जाएगी। जहां लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ एकत्रित होती है। प्रवीण कुमार आईजी अयोध्या मंडल ने कहा कि विसर्जन शोभायात्रा को लेकर जगह-जगह सुरक्षा की व्यवस्था की गई,जिसमें इंस्पेक्टर रैंक अधिकारी लगाए गए हैं। सीताकुंड घाट पर एडीएम और एसडीएम स्तर के अधिकारियों को लगाया गया है,46 मजिस्ट्रेट,सब सेक्टर मजिस्ट्रेट,अन्य पुलिस बल और कई विभाग की टीम जैसे विद्युत विभाग की टीम,स्वास्थ्य विभाग की टीम व नगर पालिका टीम एवं पीडब्लूडी की टीम भी लगायी गयी है। जो शांत तरीके से हर्षोल्लास के साथ विसर्जन कराने के लिए पूर्ण रूप से सहयोग करेंगी। मेला सकुशल संपन्न हो,शोभायात्रा पूर्ण रूप से चल सके। इसके लिए प्रशासन ने पूरी तैयारी कर रखी है। सीताकुंड घाट की बात करें तो विसर्जन को लेकर भी खासा इंतजाम किया गया है।
नगर पालिका अध्यक्ष प्रवीन अग्रवाल ने कहाकि कलकत्ता के बाद सुल्तानपुर दूसरे नंबर पर आता है दुर्गापूजा महोत्सव। प्रदेश में पहले नंबर पर आता है सुल्तानपुर,जहां भव्य दुर्गापूजा का आयोजन और विसर्जन होता है। घाट पर चारों ओर वैरी कैटिंग करके सुरक्षा की पूर्ण व्यवस्था की गई है।जगह-जगह पुलिस वल मुस्तैद हैं,जो कि सुरक्षा के साथ-साथ शोभायात्रा में शामिल होने वाले लोगों के साथ सहयोग करगें।
जिले की केंद्रीय पूजा समिति द्वारा नगर क्षेत्र में लगभग 150 मूर्तियां है जबकि यह पूरा विसर्जन कार्यक्रम 9 अक्टूबर तक,यानि की 36 से 48 घंटो तक यह शोभायात्रा चलती है जो रात-दिन विभिन्न मार्गो से होता हुआ प्रातः सीताकुंड घाट पर पहुँचेगी,जिसके बाद उन्हें विसर्जित किया जाता है।

सुल्तानपुर का ऐतिहासिक दुर्गापूजा विसर्जन शोभायात्रा में सामिल होने पहुंचे जिलाधिकारी,पुलिस अधीक्षक और मुख्य विकास अधिकारी। जहां सभी ने हिन्दू रीति-रिवाज़ से पूजन पाठ कर दुर्गा माता का प्रसाद वितरण किया, जिलाधिकारी हर्ष कुमार ने हरी झंडी दिखाकर शोभायात्रा को रवाना किया।तो वही पुलिस अधीक्षक ने लाल झंडी दिखा शोभायात्रा विश्राम दिया।
वही इस मौके पर केंद्रीय पूजा समिति के सदस्य,पदाधिकारी और भारी संख्या में श्रद्धालु एवं पुलिस बल मौजूद रही।
66 वर्षों से लगातार सुल्तानपुर में यह दुर्गापूजा महोत्सव मनाया जा रहा है। जो अपनी एक अनोखी परंपरा और सांस्कृतिक विरासत के लिए जानी जाती है। शोभायात्रा में विभिन्न पूजा समितियों की झांकियां और डीजे तथा बैंड बाजों के साथ निकाली जाती है। जहां बैंड बाजों और डीजे की धुन पर युवाओं के साथ-साथ सभी श्रद्धालुओं का थिरकना आकर्षण का केंद्र होता है। प्रशासन ने विसर्जन की सभी तैयारियों के साथ सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए है और उपद्रवियों के लिए जगह जगह CCTV भी लगाए गए हैं।
शोभायात्रा शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए सीताकुंड स्थित गोमती नदी घाट पर पहुंचेगी,जहां फिर उन्हें विसर्जित की जाएगी। जहां लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ एकत्रित होती है। प्रवीण कुमार आईजी अयोध्या मंडल ने कहा कि विसर्जन शोभायात्रा को लेकर जगह-जगह सुरक्षा की व्यवस्था की गई,जिसमें इंस्पेक्टर रैंक अधिकारी लगाए गए हैं। सीताकुंड घाट पर एडीएम और एसडीएम स्तर के अधिकारियों को लगाया गया है,46 मजिस्ट्रेट,सब सेक्टर मजिस्ट्रेट,अन्य पुलिस बल और कई विभाग की टीम जैसे विद्युत विभाग की टीम,स्वास्थ्य विभाग की टीम व नगर पालिका टीम एवं पीडब्लूडी की टीम भी लगायी गयी है। जो शांत तरीके से हर्षोल्लास के साथ विसर्जन कराने के लिए पूर्ण रूप से सहयोग करेंगी। मेला सकुशल संपन्न हो,शोभायात्रा पूर्ण रूप से चल सके। इसके लिए प्रशासन ने पूरी तैयारी कर रखी है। सीताकुंड घाट की बात करें तो विसर्जन को लेकर भी खासा इंतजाम किया गया है।
नगर पालिका अध्यक्ष प्रवीन अग्रवाल ने कहाकि कलकत्ता के बाद सुल्तानपुर दूसरे नंबर पर आता है दुर्गापूजा महोत्सव। प्रदेश में पहले नंबर पर आता है सुल्तानपुर,जहां भव्य दुर्गापूजा का आयोजन और विसर्जन होता है। घाट पर चारों ओर वैरी कैटिंग करके सुरक्षा की पूर्ण व्यवस्था की गई है।जगह-जगह पुलिस वल मुस्तैद हैं,जो कि सुरक्षा के साथ-साथ शोभायात्रा में शामिल होने वाले लोगों के साथ सहयोग करगें।
जिले की केंद्रीय पूजा समिति द्वारा नगर क्षेत्र में लगभग 150 मूर्तियां है जबकि यह पूरा विसर्जन कार्यक्रम 9 अक्टूबर तक,यानि की 36 से 48 घंटो तक यह शोभायात्रा चलती है जो रात-दिन विभिन्न मार्गो से होता हुआ प्रातः सीताकुंड घाट पर पहुँचेगी,जिसके बाद उन्हें विसर्जित किया जाता है।

सुल्तानपुर में अयोध्या-प्रयागराज हाइवे पर मंगलवार सुबह एक सड़क हादसे में एक युवक की मौत हो गई। नगर कोतवाली क्षेत्र के पांचोंपीरन कस्बे में एक तेज रफ्तार रोडवेज बस ने खड़ी बाइक को पीछे से टक्कर मार दी, जिससे बाइक सवार गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे आनन-फानन में जिला अस्पताल पहुंचाया गया,जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
सुलतानपुर,क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों की गति देते हुए विकासखंड दूबेपुर के ग्राम पंचायत गोराबारिक आजाद नगर में 15 वे केंद्रीय वित्त टाइड ग्रांट योजना अंतर्गत डेढ़ सौ मीटर नव निर्मित इंटरलॉकिंग, नाली निर्माण का लोकार्पण हुआ। इस मौके पर मुख्य अतिथि विधान परिषद सदस्य एमएलसी शैलेंद्र प्रताप सिंह ने विधि विधान से पूजन अर्चन कर लोकार्पण किया।
इंटरलॉकिग नाली निर्माण के लोकार्पण के अवसर पर शैलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि बिकास खण्ड दूबेपुर के ब्लॉक प्रमुख श्रीमती शिल्पा सिह द्वारा लगातार क्षेत्र में विकास का कार्य तेजी से चल रहा है इस निर्माण से तकरीबन सैकडो घरो का आवागमन का रास्ता सुलभ होगा।
इस अवसर पर गोराबारिक प्रधान जामिल रजा बब्लू सिंह प्रधान, मसूद अहमद बीडीसी, राजेश यादव, दयाशंकर गुप्ता, इश्तियाक मास्टर, चंदन मास्टर, राम शंकर मौर्य, शराफत खान मकसूद अंसारी,प्रणव श्रीवास्तव आदर्श सिंह, रवि दूबे, शैलेश वर्मा, दिलीप सिंह माशूक अली, ओम प्रकाश गौड,धर्मेंद्र जायसवाल, दीपक सिंह, मयंक पांडे, दल बहादुर सिंह, राघवेंद्र सिंह, गिरीश तिवारी बबलू रविंद्र तिवारी सरदार जीपी सिंह, बब्बन गाजी, अरविंद यादव, सर्वेश सिंह, विद्या प्रकाश शुक्ला एडवोकेट अनिल सिंह, अनुराग सिंह एडवोकेट, अशोक तिवारी, अनिल कोरी सहित सैकडो लोग उपस्थित रहे. इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक आजाद समाज सेवा समिति के अध्यक्ष अशोक सिंह ने उपस्थित लोगों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
सुलतानपुर,दुर्गा पूजा महोत्सव के अवसर पर राष्ट्रीय गौ रक्षा वाहिनी गौ सेवा संघ के प्रदेश प्रभारी सर्वेश कुमार सिंह ने सभी पूजा समितियों से एक विशेष अपील की है। उन्होंने कहा कि पूजा पंडालों और जुलूसों में डीजे का उपयोग संयमित और मर्यादित ढंग से किया जाए ताकि किसी के जीवन या स्वास्थ्य से खिलवाड़ न हो। सर्वेश कुमार सिंह ने कहा कि डीजे के अत्यधिक बेस और तेज आवाज़ से कई बार हादसे और असुविधाएँ होती हैं, इसलिए समिति के पदाधिकारी यह सुनिश्चित करें कि केवल मधुर भक्ति गीत ही बजाए जाएँ और ध्वनि का स्तर नियंत्रित रहे।
उन्होंने कहा, "देश एक है, समाज एक है — हमें उत्सवों में शांति और श्रद्धा का माहौल बनाए रखना चाहिए।" प्रदेश प्रभारी ने सभी आयोजकों से आग्रह किया कि वे ध्वनि प्रदूषण नियंत्रण नियमों का पालन करें और सनातन परंपराओं की गरिमा को बनाए रखते हुए पूजा संपन्न करें।
हादसा एक्सप्रेसवे के किलोमीटर 94.500 पर हुआ। बताया गया है कि असद शहंशाह को नींद आ जाने के कारण बाइक अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई। असद ने हेलमेट नहीं पहना था, जबकि सालार ने हेलमेट हाथ में ले रखा था। गंभीर चोट लगने के कारण असद शहंशाह की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि सालार घायल हो गया। सूचना मिलते ही सुरक्षा अधिकारी रामचंद्र वर्मा गश्ती दल के साथ शाम बजे मौके पर पहुंचे। घायल सालार को 108 एम्बुलेंस से अस्पताल भेजा गया। इसके बाद ईगल और एपको एम्बुलेंस भी मौके पर पहुंचीं। सुरक्षा अधिकारी ने पंचायतनामा की कार्रवाई के लिए बल्दीराय थाना पुलिस को सूचना दी।
शाम 5:30 बजे बल्दीराय थाने से दो दरोगा और चार आरक्षी मौके पर पहुंचे। मृतक असद शहंशाह की जेब से दो एंड्रॉइड मोबाइल फोन, एक एटीएम कार्ड, आधार कार्ड और पैन कार्ड बरामद हुए, जिन्हें थाना बल्दीराय के आरक्षी फौजदार को सौंप दिया गया। पंचायतनामा की कार्रवाई पूरी होने के बाद पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए ले गई।
सुल्तानपुर,गृह मंत्री अमित शाह के विरुद्ध अभद्र टिप्पणी करने के मामले में राहुल गांधी के खिलाफ MP/MLA कोर्ट में केस चल रहा है। सोमवार को परिवादी की ओर से गवाह के कोर्ट में नहीं आने पर सुनवाई टल गई है। कोर्ट ने अब 17 अक्टूबर की तारीख सुनवाई के लिए नियत की है।
बीते 23 सितंबर को राहुल गांधी के अधिवक्ता काशी शुक्ला ने पहले गवाह से जिराह किया, जो प्रकिया पूरी हो गई थी। कोतवाली देहात के हनुमानगंज निवासी भाजपा नेता विजय मिश्रा ने 2018 में राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया था। मिश्रा का आरोप था कि कर्नाटक चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने की गई अभद्र टिप्पणी से वे आहत हुए थे। पांच साल तक कोर्ट में चली कार्यवाही के दौरान राहुल गांधी की गैरहाजिरी पर दिसंबर 2023 में कोर्ट ने वारंट जारी किया। 20 फरवरी 2024 में राहुल ने कोर्ट में सरेंडर किया और 25-25 हजार रुपये के दो मुचलकों पर उन्हें जमानत मिली। बीते वर्ष 2024 में 26 जुलाई को राहुल गांधी ने कोर्ट में अपना बयान दर्ज कराया। उन्होंने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश हो रही है। इसके बाद से लगातार कोर्ट में तारीख पड़ रही है।
राहुल गांधी के अधिवक्ता काशी प्रसाद शुक्ला ने बताया कि परिवादी को अपना अन्य साक्षी प्रस्तुत करना था लेकिन न्यायालय में कोई साक्षी नहीं आने पर कोर्ट ने 17 अक्टूबर की तारीख नियत की है। इसके पहली तारीख पर गवाह अनिल मिश्रा पेश हुए थे जिनसे जिराह की गई थी। अब गवाह राम चंद्र दुबे को आना था वो नहीं आए। बाइट -
सुल्तानपुर में दुर्गा पूजा के अवसर पर शहर के सूरज टॉकीज चौराहे पर गंगा-जमुनी तहजीब का अनूठा संगम देखने को मिला। यहां दुर्गा पूजा समिति द्वारा 11वीं शरीफ की एक समिति के साथ मिलकर एक भव्य लंगर और भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
यह आयोजन सुल्तानपुर की एक पूजा समिति द्वारा हर साल किया जाता है। इस वर्ष भी 786 समिति के सहयोग से प्रसाद वितरण किया गया। समिति के सदस्य राज, पप्पू भाई, अमित रावत, कामरान (अध्यक्ष), आफिस जिलानी, शुभम, साबिर, मुख्तार बाबा और रमेश सहित मोहल्ले के कई लोगों ने मिलकर इस कार्यक्रम को सफल बनाया। समिति के सदस्यों ने बताया कि यह आयोजन हर वर्ष दुर्गा पूजा और 11वीं शरीफ को एक साथ मनाते हुए किया जाता है।
इस अनोखे कार्यक्रम में हर साल लाखों की भीड़ उमड़ती है, जो सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश करती है। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं और जनता की सुविधा को देखते हुए इस वर्ष भंडारे का आयोजन बड़े स्तर पर किया गया।
आयोजकों का उद्देश्य इस कार्यक्रम को गंगा-जमुनी तहजीब के प्रतीक के रूप में और आगे ले जाना है, जिसमें हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की भावना से सभी छोटे-बड़े लोग अपना योगदान देते हैं।
आयोजकों ने मेले में आए सभी लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने और कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की अपील की। चौराहे पर आयोजित इस भंडारे से बाहर से आए श्रद्धालुओं को भरपेट भोजन उपलब्ध कराया गया। बाइट -कामरान
सुल्तानपुर में एक थानाध्यक्ष के आगे पुलिस के आलाधिकारियों का आदेश शून्य साबित हो रहा है। आरोप है कि जिस बैनामे की जमीन पर आलाधिकारियों के निर्देश पर पत्थर नसब की कार्यवाही की गई,दबंग विपक्षियों ने पुलिस की शह पर राजस्व कर्मियों द्वारा लगाया पत्थर तीन तीन बार उखाड़ फेंका। थाने पर सुनवाई नहीं हुई तो पीड़ित फरियादी ने दबंग विपक्षियों की शिकायत आलाधिकारियों से की, मुकदमा दर्ज करने का तीन तीन बार आदेश भी हुआ,लेकिन मामूली धाराओं में केस दर्ज कर पुलिस ने पल्ला झाड़ लिया।
लिहाजा फरियादी कार्यवाही के इंतजार में भटकने को मजबूर है। दरअसल जयसिंहपुर तहसील क्षेत्र के कूरेभार थानाक्षेत्र के सलीमपुर ग्रांट के रहने वाले बद्री विशाल शुक्ला ने कुदारन गलिबहा गांव में एक जमीन का बैनामा लिया। आलाधिकारियों के आदेश के बाद बैनामे के हिसाब से जमीन की पैमाईश करवाई गई,नापजोख के बाद बद्री विशाल के पक्ष में राजस्वकर्मियों द्वारा पत्थर नसब की कार्यवाही की गई।
लेकिन अधिकारियों के आदेश को सेउर चमुर्खा गांव के रहने वाले घनश्याम, फूलचंद और उनके बेटों ने मानने से इनकार कर दिया और बीते 10 मई 2025 को राजस्व कर्मियों द्वारा लगाए गए पत्थर को उखाड़ फेंका। पीड़ित बद्री विशाल ने इसकी शिकायत की और साक्ष्य भी दिया, लेकिन कूरेभार पुलिस ने हल्की धाराओं में केस दर्ज कर लिया। इसके बाद बद्री विशाल शुक्ला की फरियाद पर एसडीएम जयसिंहपुर के आदेश पर दोबारा पत्थर नसब की कार्यवाही की गई, लेकिन एक बार पुनः 4 जून 2025 को विपक्षियों ने राजस्व कर्मियों द्वारा लगाए गए पत्थर को उखाड़ फेंका।
इसकी शिकायत बद्री विशाल ने पुलिस अधीक्षक से की, लेकिन एसपी के आदेश के बाद भी कूरेभार पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया। इसके बाद फिर आलाधिकारियों के निर्देश पर तीसरी बाद बद्री विशाल शुक्ला की जमीन पर पत्थर नसब और मेड़ बांधने का कार्य किया गया, लेकिन 29 अगस्त को तीसरी बार भी पत्थर उखाड़ फेंका और 10 सितंबर 2025 को मेड़ काटकर अपने खेत में मिला कर जुताई करवा ली। पीड़ित ने कूरेभार थानाध्यक्ष के साथ साथ एसडीएम जयसिंहपुर से शिकायत की।
एसडीएम के निर्देश पर कानूनगो और लेखपाल ने जांच की तो मामला सही पाया गया। लिहाजा एसडीएम ने सरकारी पत्थर उखाड़ने को लेकर एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिया। फिर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। पीड़ित बद्री विशाल की माने तो विपक्षी बेहद दबंग है और जमीन के चक्कर में वे बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। फरियादी बद्री विशाल की माने तो कूरेभार थानाध्यक्ष रविन्द्र सिंह पूरी तरह से विपक्षियों से मिले हुए हैं। विपक्षियों पर कार्यवाही करने के बजाय वे उन्हें ही धमका रहे हैं।
इसी डर के चलते बद्री विशाल अपने पैतृक घर भी नहीं जा रहे हैं। हफ्ते भर पर पहले भी इन सभी घटनाओं को जोड़ते हुए बद्री विशाल ने पुलिस अधीक्षक से न्याय की उम्मीद में शिकायत की।
लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई, जिससे वे किसी बड़ी आशंका के चलते डरे और सहमे हुए हैं।
Oct 08 2025, 06:58
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