बिहार के दानापुर आशोपुर स्थित वस्तु विहार सोसाइटी में फ़ाइलेरिया उन्मूलन की अनूठी पहल
पटना- परिवार एवं स्वास्थ्य कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार और बिहार सरकार, राज्य से फाइलेरिया उन्मूलन हेतु दृढ़ संकल्पित है. इसी को दृष्टिगत रखते हुए गाँधी जयंती एवं विजयदशमी के अवसर पर दानापुर आशोपुर स्थित वास्तु विहार सोसाइटी में एक अनूठी पहल की गयी. राज्य सलाहकार फाइलेरिया, डॉ अनुज सिंह रावत की निगरानी में फाइलेरिया से बचाव के लिए सरकार द्वारा निःशुल्क प्रदान की जाने वाली दवा का सामूहिक सेवन कर अपने सोसाइटी, समाज और राष्ट्र से फाइलेरिया बीमारी के उन्मूलन का संकल्प लिया गया.
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डॉ रावत ने सभी सम्मानित सदस्यों को बताया कि फाइलेरिया एक लाइलाज बीमारी है और यह मादा क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होता है. इस बीमारी की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वर्तमान में बिहार के सभी 38 जिलों में यह बीमारी अपने व्यापक प्रसार पर है और वर्तमान में 1.58 लाख व्यक्ति हाथीपांव से ग्रसित का आंकड़ा सरकार के पास पंजीकृत है, जबकि संख्या इससे बहुत अधिक है.
डॉ रावत ने बताया कि इस बीमारी से बचाव का तरीका बहुत ही आसान है कि सरकार द्वारा साल में एक बार प्रदान की जाने वाली एलबेंडाजोल और डी.ई.सी. की दवा का सेवन स्वयं करें और अपने परिवार के सभी सदस्यों को कराएं. यह दवा पूरी तरह से सुरक्षित है और इसका कोई भी दुष्प्रभाव नहीं आता है.
डॉ रावत ने सभी को अवगत कराया कि दवा का सेवन हमेशा भरपूर पेट खाना खाने के बाद ही करना है. कभी भी खाली पेट दवा का सेवन नहीं करना है.
इस मौके पर डॉ. अरविन्द, उमाकांत चौधरी, मुकुंद झा, मुकेश सिंह, आदित्य झा, बी.के. सिंह, प्रभात कुमार सहित अदिति ब्लाक ए, बी एवं गंगा ब्लाक ए, बी, सी के अनेक गणमान्यों ने दवा सेवन किया और फाइलेरिया बीमारी के उन्मूलन का संकल्प लिया.
Oct 05 2025, 12:00