विश्व पर्यटन दिवस पर लखनऊ से अयोध्या और नैमिषारण्य के लिए रियायती दर पर चलेंगी बसें : जयवीर सिंह
लखनऊ । उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम (यूपीएसटीडीसी), विश्व पर्यटन दिवस (27 सितंबर 2025) के अवसर पर लखनऊ से नैमिषारण्य और अयोध्या जैसे पवित्र तीर्थस्थलों के लिए एक दिवसीय गाइडेड टूर की शुरुआत कर रही है। इसका उद्देश्य श्रद्धालुओं को सुविधाजनक के साथ आध्यात्मिक यात्रा का आनंद उपलब्ध कराना है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए कम दरों में टूर पैकेज उपलब्ध कराए गए हैं। यह जानकरी उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी।
 
पर्यटन मंत्री ने बताया कि विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर 27 सितंबर से यूपीएसटीडीसी द्वारा लखनऊ से नैमिषारण्य और अयोध्या जैसे पवित्र तीर्थस्थलों के लिए गाइडेड टूर यात्रा की शुरुआत हमारे राज्य के धार्मिक एवं सांस्कृतिक पर्यटन को नई गति देने वाला कदम है। विभागीय प्रयास है कि श्रद्धालुओं और पर्यटकों को सुरक्षित, सुविधाजनक और रियायती दरों पर यात्रा अनुभव उपलब्ध मिले। विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों के लिए कफायती दरों पर पैकेज उपलब्ध कराना हमारी संवेदनशील पर्यटन नीति का हिस्सा है।

जयवीर सिह ने बताया कि यूपीएसटीडीसी ने श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए लखनऊ-नैमिषारण्य धार्मिक यात्रा की शुरुआत की है। यह यात्रा हर शुक्रवार, रविवार और सोमवार सुबह 08ः00 बजे लखनऊ स्थित होटल गोमती से प्रस्थान करेगी। तीर्थाटन के बाद शाम 07ः30 बजे वापस लखनऊ पहुंचेगी। इस टूर पैकेज का शुल्क प्रति यात्री 1,700 रुपए तय किया गया है, जबकि वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष रियायती दर 1,000 रुपए रखी गई है। इस पैकेज के अंतर्गत श्रद्धालु चक्रतीर्थ, व्यास गद्दी, ललिता देवी मंदिर सहित नैमिषारण्य के प्रमुख धार्मिक स्थलों के दर्शन कर सकेंगे।

पर्यटन मंत्री ने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए लखनऊ-अयोध्या दर्शन यात्रा पैकेज की घोषणा भी की गई है। यह यात्रा शनिवार और रविवार सुबह 08ः00 बजे लखनऊ स्थित होटल गोमती से शुरू होगी। दिनभर तीर्थाटन और भ्रमण के बाद रात लगभग 08ः30 बजे वापस लखनऊ पहुंचेगी। इस पैकेज की दर प्रति व्यक्ति 2,000 रुपए रखी गई है, जबकि वरिष्ठ नागरिकों के लिए मात्र 1,000 रुपए शुल्क निर्धरित किया गया है। इस यात्रा के तहत श्रद्धालुओं को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर, हनुमानगढ़ी, राम की पैड़ी सहित अयोध्या के अन्य प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों के दर्शन का अवसर मिलेगा।

श्री सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम ने श्रद्धालुओं के लिए दो विशेष यात्रा पैकेज तैयार किए हैं। इन टूर पैकेज में दर्शन के साथ-साथ पौराणिक आख्यानों और ऐतिहासिक प्रसंगों को भी अनुभव करने का अवसर मिलेगा। यात्रियों के साथ अनुभवी स्थानीय गाइड रहेंगे, जो धार्मिक और सांस्कृतिक महत्ता से जुड़े रोचक किस्सों को साझा करेंगे। इसके साथ, पैकेज में लंच, यात्रा के दौरान रीफ़्रेशमेंट्स और प्रत्येक यात्री के लिए स्मृति-चिह्न भी सम्मिलित किया गया है श्रद्धालुओं के लिए टूर पैकेज बुकिंग की प्रक्रिया को सरल बनाया गया है। इच्छुक यात्री इन पैकेजों की ऑनलाइन बुकिंग www.upstdc.co.in  पर कर सकते हैं। श्रद्धालु फोन के माध्यम से भी सीधे बुकिंग करा सकते हैं। इसके लिए निगम ने नंबर जारी किए हैं- 91 91490 99890, 91 94150 13041 और 91 94159 02726।

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि राज्य में शुरू किए गए गाइडेड टूर केवल सुविधजनक यात्रा तक सीमित नहीं हैं, बल्कि श्रद्धालुओं को गहन और सार्थक आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करने का प्रयास हैं। वरिष्ठ नागरिकों को विशेष छूट दी जा रही है। यात्रा के दौरान गाइड द्वारा ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे हर यात्री श्रद्धा और संस्कृति दोनों से समृद्ध होकर लौटे। समूह में यात्रा करने से श्रद्धालुओं को आत्मीय वातावरण मिलेगा और सहयात्रियों के साथ सामाजिक मेल-जोल एवं संवाद का अवसर भी प्राप्त होगा। ऐसे प्रयास उत्तर प्रदेश की पहचान को आस्था पर्यटन के प्रमुख केन्द्र के रूप में और सुदृढ़ करेंगे।

विशेष सचिव पर्यटन एवं यूपीएसटीडीसी की प्रबंध निदेशक ईशा प्रिया ने बताया कि ये गाइडेड टूर तीर्थयात्रा को सरल और सुलभ बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। निश्चित समय-सारणी, किफायती दरें, गाइड्स द्वारा सांस्कृतिक व ऐतिहासिक जानकारी और यात्रा के दौरान उपलब्ध सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करेंगी कि विशेषकर वरिष्ठ नागरिक भी बिना किसी असुविधा के अपनी यात्रा पूर्ण कर सकेंगे। धार्मिक आस्था से आगे बढ़कर यह पहल सांस्कृतिक संवाद, सामाजिक जुड़ाव और पर्यटन को बढ़ावा देने में भी सहायक होगी।

यूपी स्टेट टूरिज्म डेवलपमेंट कॉर्पाेरेशन (यूपीएसटीडीसी) का यह कदम प्रदेश की समृद्ध आध्यात्मिक धरोहर को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। इस पहल के माध्यम से यात्रियों को न केवल श्रद्धा और आत्मीयता का अनुभव होगा, बल्कि ज्ञान और अविस्मरणीय स्मृतियों का भी अद्भुत संगम देखने को मिलेगा।
संभव अभियान ने लौटाई मुस्कान -नितिन की कुपोषण से जंग की कहानी

*सोठिया कला, हालिया ब्लॉक मिर्जापुर का मामला* लखनऊ । नितिन जब डेढ़ साल का था वो बहुत कमजोर था क्यूंकि उसका वजन कम था, जब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उषा मिश्रा उसके घर संभव के अभियान के समय पहुंची तो देखा वो बहुत सुस्त था शरीर बहुत ही कमजोर और माता-पिता दोनों चिंतित। उसने गांव सोठिया कला के आंगनबाड़ी केंद्र पर जब जून महीने में उसका वजन किया तो वजन 7.4 किलोग्राम पाया गया, तो आंगनबाडी कार्यकर्ता उषा मिश्रा ने तुरंत गंभीरता को पहचाना। नितिन को गंभीर कुपोषण (SAM) की श्रेणी में चिन्हित किया गया, और उसकी स्थिति में चिकित्सकीय जटिलताएं भी थीं। संभव अभियान के तहत प्रशिक्षित उषा ने न केवल परिवार को समझाया, बल्कि एएनएम के सहयोग से नितिन को न्यूट्रिशन रिहैबिलिटेशन सेंटर (NRC) में भर्ती भी करवाया। यह वही पहल थी जिसने जिले में कुपोषित बच्चों की पहचान, उपचार और पुनः निगरानी की एक मजबूत प्रणाली खड़ी की थी। न्यूट्रिशन रिहैबिलिटेशन सेंटर (NRC) में इलाज के दौरान नितिन को विशेष पोषण और चिकित्सा देखभाल मिली। माता-पिता को सही आहार, स्वच्छता और देखभाल के तरीके सिखाए गए। कुछ ही हफ्तों में नितिन का वजन बढ़कर 8.5 किलोग्राम हो गया और वह NRC से स्वस्थ होकर घर लौटा। * लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं होती- प्रमुख सचिव महिला कल्याण एवं बाल विकास सेवा पुष्टाहार श्रीमती लीना जौहरी ने बताया कि संभव अभियान की सबसे बड़ी ताकत है, डिस्चार्ज के बाद भी सतत निगरानी। उषा मिश्रा ने नितिन के घर नियमित दौरे किए, परिवार को पोषण संबंधी सलाह दी, और यह सुनिश्चित किया कि नितिन की प्रगति बनी रहे। जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय में सभी NRC से डिस्चार्ज हुए बच्चों की लाइन लिस्ट तैयार की गई, और हर बच्चे की स्थिति पर लगातार निगरानी की गई। सितम्बर में फिर से जाँच की गयी उसका वजन 8.5 किलो था और लम्बाई में भी सुधार आया जो कि पहले से बेहतर था अब नितिन स्वस्थ है, खेलता है, मुस्कुराता है। उसकी मां रेखा कहती हैं, "पहले तो डर लगता था कि हमारा बच्चा ठीक हो पाएगा या नहीं, लेकिन उषा दीदी ने हमें उम्मीद दी।" संभव अभियान ने यह साबित कर दिया कि जब प्रशिक्षण, समर्पण और प्रणाली एक साथ काम करते हैं, तो कुपोषण जैसी चुनौती भी मात खा जाती है।
यूपी के उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप शहद से जुड़ी अन्तर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस में शामिल होने पहुंचे डेनमार्क

* शहद उत्पादन में डेनमार्क की आधुनिक तकनीक हमारे राज्य के किसानों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगी

लखनऊ। प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार एवं कृषि निर्यात राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने मंगलवार को डेनमार्क के स्कैंडिनेविया में 23 से 27 सितम्बर, 2025 तक आयोजित 49वें APIMONDIA Event में प्रतिभाग किया और शहद विषयक अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने शहद उत्पादन से जुड़ी उन्नत तकनीक और कार्यप्रणाली को समझा तथा उत्तर प्रदेश राज्य के कृषि और निवेश अवसरों पर हितधारकों से चर्चा की। इवेंट में दुनिया भर से मधुमक्खी पालक, वैज्ञानिक, पेशेवर उद्योगपति शामिल हुए और मधुमक्खी स्वास्थ्य, पर्यावरण और शहद की गुणवत्ता पर चर्चा हुई।
उद्यान मंत्री के डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन पहुंचने पर वहां के काउंसलर ने भारतीय संस्कार एवं संस्कृति के अनुरूप स्वागत किया। कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने कोपेनहेगन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर हंस जोर्गेन लिंग्स जोर्गेनसेन से भी सार्थक बातचीत की और शहद उत्पादन की नवीनतम तकनीकों की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने बताया कि भारत में सर्वाधिक शहद उत्पादन करने वाला राज्य उत्तर प्रदेश है और वर्तमान में शहद निर्यात में भी पूरे देश में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। हमारा लक्ष्य उत्तर प्रदेश को शहद निर्यात में देश का नम्बर एक निर्यातक राज्य बनाना है।
मंत्री सिंह ने कहा कि शहद उत्पादन में डेनमार्क की आधुनिक तकनीक हमारे राज्य के किसानों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगी। शहद को और प्रोसेसिंग कर उसका निर्यात बढ़ाने पर बल दिया जाएगा, जिससे सीधे तौर पर मधुमक्खी पालन करने वाले किसानों को आर्थिक लाभ मिलेगा। उन्होंने डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में मधुमक्खी पालन का कार्य करने वाली स्थानीय स्तर की प्रसिद्ध संस्था Bybi का दौरा किया और उसकी कार्यप्रणाली को नजदीक से देखा। उन्होंने पाया कि शहरी क्षेत्रों में टिकाऊ मधुमक्खी पालन और पर्यावरण संरक्षण से जुड़े संस्था के प्रयास सराहनीय हैं। यह अनुभव निश्चित रूप से उत्तर प्रदेश में मधुमक्खी पालन को और अधिक वैज्ञानिक एवं आधुनिक दिशा देने में सहायक सिद्ध होगा।
उन्होंने बताया कि दूसरे दिन डेनमार्क में हॉर्टिकल्चर के क्षेत्र में हो रहे उत्कृष्ट कार्यों का अध्ययन करने का अवसर मिला। खेतों पर जाकर फसल की हार्वेस्टिंग और पैकिंग तक पूरे प्रोसेसिंग को देखा और समझा। यह अनुभव हमारे उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए भी अत्यंत उपयोगी होगा और इन नवीन तकनीकों को अपनाकर यूपी की खेती को और आधुनिक व उपयोगी बनाया जायेगा तथा मधुमक्खी पालन को इससे जोड़कर उत्पादन और आय को दोगुना किया जायेगा। उन्होंने प्रतिनिधि मण्डल के साथ वहां के गाँव का भ्रमण किया और वहाँ के प्रगतिशील किसानों से मुलाकात की। इसके अलावा हंगरी और यूक्रेन के किसानों से भी बातचीत की। वहां के खेतों में गोभी, पालक, गाजर और लेट्यूस जैसी अनेक हॉर्टिकल्चर फसलें लगी हुई थीं।
इस अवसर पर उद्यान मंत्री के साथ उत्तर प्रदेश से आए प्रतिनिधिमंडल में अपर मुख्य सचिव उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण बी.एल. मीणा, उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहद निर्यातक निमित सिंह एवं जयदेव मौजूद रहे।
नेक्स्ट जनरेशन जीएसटी रिफॉर्म: आम जनता और अर्थव्यवस्था के लिए मोदी सरकार का ऐतिहासिक कदम : सुधांशु त्रिवेदी
लखनऊ । भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने बुधवार को लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए नेक्स्ट जनरेशन जीएसटी रिफॉर्म को देश की अर्थव्यवस्था के लिए एक ऐतिहासिक और युगांतकारी निर्णय बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में यह सुधार साधारण रिफॉर्म नहीं, बल्कि आर्थिक आत्मनिर्भरता और आम उपभोक्ताओं के हितों के संरक्षण की दिशा में एक बड़ा कदम है।

त्रिवेदी ने कहा कि मोदी सरकार का उद्देश्य कर प्रणाली को सरल, पारदर्शी और आमजन के अनुकूल बनाना है। उन्होंने बताया कि इस सुधार से न केवल व्यापारियों और मध्यमवर्गीय परिवारों को राहत मिली है, बल्कि यह निर्णय रोटी, कपड़ा और मकान जैसी बुनियादी जरूरतों को सस्ती बनाने में भी मददगार साबित होगा। उन्होंने कहा कि जीएसटी दरों में बदलाव का असर अब लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी में स्पष्ट रूप से दिखाई देगा।

त्रिवेदी के अनुसार, सीमेंट और लोहे-स्टील जैसे निर्माण सामग्रियों पर टैक्स दरों में कटौती से घर बनाने की लागत में कमी आएगी। वहीं टू-व्हीलर और फोर-व्हीलर वाहनों पर टैक्स घटने से आम उपभोक्ता को सीधी राहत मिलेगी। इसके अलावा, होटल उद्योग पर टैक्स दरों में कमी से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

उन्होंने कहा कि यह सुधार किसी तात्कालिक राजनीतिक निर्णय का परिणाम नहीं है, बल्कि यह पिछले 10 वर्षों में लगातार किए जा रहे सुधारों का प्रतिफल है। उन्होंने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इस ऐतिहासिक बदलाव को समझने के लिए कुशाग्र बुद्धि की आवश्यकता है, जैसी प्रधानमंत्री मोदी में है। यह कदम भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने की दिशा में एक और मजबूत कदम साबित होगा। त्रिवेदी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत आज दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, और यह सुधार उस दिशा में एक नया आयाम जोड़ेगा।
बाबा नीम करोली महाराज के जीवन पर निर्मित फिल्म का पोस्टर किया गया लांच
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने निर्माताओं को दी बधाई एवं शुभकामनाएं


लखनऊ । विश्व विख्यात संत बाबा नीम करोली महाराज पर निर्मित भावपूर्ण फिल्म का आज राय उमानाथ बली सभागार लखनऊ में पोस्टर लांच किया गया। इस अवसर पर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह एवं प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक पद्मश्री मधुर भंडारकर उपस्थित थे। इसके अलावा संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मांडवी सिंह, जयसिंह पुंडीर, जिला जज अलीगढ़ आदि उपस्थित थे। यह फिल्म दिसम्बर माह में रिलीज होगी और आम जनता को सिनेमाघरों में देखने को मिलेगी।
इस अवसर पर पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने फिल्म की सफलता के लिए शुभकामनाएं दी। साथ ही फिल्म के निर्देशक एवं इसके निर्माण से जुड़ी टीम को भी उन्होंने बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि बाबा नीम करोली के देश व विदेश में तमाम भक्त हैं। इस फिल्म के माध्यम से इनको बाबा का महात्मय एवं उनके जीवन से जुड़ी आश्चर्यजनक प्रसंग देखने को मिलेगें। उन्हें बजरंग बली का अवतार भी कहा जाता है।
इस अवसर पर महाराज जी का किरदार निभाने वाले सुबोध भावे, महाराज जी के युवावस्था का किरदार रोहित गुप्ता ने, सिद्धि मां के रूप में समीक्षा भटनागर, फिल्म जगत के जाने-माने नाम हितेन तेजवानी ने रब्बुदा का किरदार निभाया। गोपाल की भूमिका डा गौरी शंकर ने साथ में थी सौम्या सिंह। फिल्म का चित्रांकन किया कार्तिक मल्लूर ने। फिल्म स्क्रिप्ट डायलॉग राइटर डॉ कविता रायजादा और अनीशा सभी को स्मृति चिन्ह शॉल और बुके देखकर सम्मानित किया गया। अनीशा फिल्म इंटरनेशनल, पीसी ज्वैलर्स, बीएसआर फिल्म्स इंटरनेशनल के बैनर तले इस फिल्म के पोस्टर विमोचन का संचालन किया फिल्म स्क्रिप्ट डायलॉग राइटर डॉक्टर कविता रायजादा द्वारा किया गया।
इस अवसर पर अशोक सिंह, संकरी सिंह, प्रदीप सिंह बब्लू, सरद सिंह ठाकुर, आनंद द्विवेदी आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे।
हर घर तक जागरूकता की किरण, मिशन शक्ति 5-0 बने जन-जन का चरण
महिला एवं बाल विकास विभाग ने 24 सितम्बर को पूरे प्रदेश में चलाया जन-जागरूकता अभियान

कानूनी जानकारी और योजनाओं के प्रसार के साथ महिलाओं और बच्चों के अधिकारों को दिया बल

स्थायी सामाजिक परिवर्तन की यात्रा है मिशन शक्ति 5.0 : प्रमुख सचिव

लखनऊ । मिशन शक्ति 5.0 के अंतर्गत महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 24 सितम्बर को प्रदेश भर में ग्राम स्तर तक व्यापक जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि हर महिला और हर बच्चा न केवल अपने अधिकारों और योजनाओं से परिचित हो, बल्कि समाज में सम्मान और सुरक्षा के साथ जीवन जी सके।
प्रदेश भर में नवरात्रि के पावन अवसर पर सार्वजनिक स्थलों और बाजारों में मोबाइल वैन, कैनोपी और स्टॉल स्थापित कर महिलाओं और बच्चों से संबंधित मुद्दो पर जागरूकता फैलायी गयी। साथ ही विभागीय योजनाओं मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, बेटी बचाओ बेटी पढाओ, वन स्टॉप सेंटर, 181 महिला हेल्पलाइन, पति की मृत्युपरांत निराश्रित पेंशन योजना और प्रधानमंत्री मातृ वंदना जैसी योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया गया। इन अभियानों के जरिए आमजन को यह संदेश दिया गया कि सरकारी योजनाएं तभी प्रभावी होंगी जब समाज स्वयं भी इनके क्रियान्वयन में सक्रिय भागीदारी निभाए।
कार्यक्रम के दौरान महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा से संबंधित प्रमुख कानूनों की जानकारी भी दी गई। इनमें घरेलू हिंसा से संरक्षण अधिनियम 2005, कार्यस्थल पर महिलाओं का लैंगिक उत्पीडन (निवारण, प्रतिषेध और प्रतितोष) अधिनियम 2013, दहेज प्रतिषेध अधिनियम 1961, गर्भाधान पूर्व एवं प्रसव पूर्व निदान तकनीक अधिनियम 1994, किशोर न्याय अधिनियमए 2015, पॉक्सो अधिनियम, 2012 तथा बाल विवाह प्रतिषेद्य अधिनियम, 2006 जैसे महत्वपूर्ण प्रावधान शामिल रहे। यह प्रयास इस बात का प्रतीक था कि कानून केवल पुस्तकों तक सीमित न रहें, बल्कि हर घर और हर समुदाय तक उनकी रोशनी पहुंचे।
इस अवसर पर विभाग की प्रमुख सचिव लीना जौहरी ने कहा कि मिशन शक्ति- 5.0 के अंतर्गत चल रहे कार्यक्रम केवल योजनाओं की जानकारी देने का माध्यम नहीं हैं, बल्कि यह एक स्थायी सामाजिक परिवर्तन की यात्रा है। हमारा उद्देश्य है कि हर महिला और बच्चा सुरक्षित, सशक्त और आत्मविश्वासी होकर अपना भविष्य गढ सके।
महिला कल्याण निदेशक संदीप कौर ने कहा कि आज के अभियान ने यह स्पष्ट किया कि महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा और सम्मान केवल सरकार का दायित्व नहीं, बल्कि समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है। मिशन शक्ति इसी सामाजिक एकजुटता की पहचान बन रहा है।
मानकनगर में परचून व्यापारी की आत्महत्या, सुसाइड नोट में पड़ोसी व पुलिस पर लगाया गंभीर आरोप
लखनऊ । यूपी की राजधानी लखनऊ में मानकनगर के मेहंदी खेड़ा इलाके में रहने वाले परचून दुकानदार वीरू यादव (44) ने सोमवार देर रात जहर खाकर आत्मघाती कदम उठा लिया। गंभीर हालत में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन मंगलवार तड़के उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।

सुसाइड नोट में पड़ोसी और पुलिस पर लगाया गंभीर आरोप

मृतक ने छह पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें मोहल्ले के एक पड़ोसी सुरजीत सिंह यादव सहित कई लोगों पर उत्पीड़न के आरोप लगाए गए हैं। यही नहीं, वीरू ने मानकनगर थाने के बीट इंचार्ज पर भी मिलीभगत और प्रताड़ना का आरोप जड़ा है।एसीपी कृष्णानगर विकास पांडेय ने बताया कि मृतक के परिजनों ने तहरीर दी है, जिसके आधार पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

मकान निर्माण और नाली विवाद से शुरू हुआ विवाद

परिजनों के मुताबिक, कुछ समय पहले सुरजीत ने मकान निर्माण के लिए पड़ोसियों से सहमति ली थी। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद नाली निकालने को लेकर विवाद खड़ा हुआ। इस मामले में पुलिस ने पड़ोसी नरेंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया, जिसे बाद में गेट लगाने की शर्त पर वापस लेने की बात कही गई।आरोप है कि इसके बाद सुरजीत ने रैंप बनाने के लिए वीरू पर दबाव बनाना शुरू किया। विरोध करने पर न केवल उन्हें परेशान किया गया, बल्कि मोहल्ले के 15 लोगों पर भी झूठे केस दर्ज कराए गए। यही दबाव वीरू की आत्महत्या का कारण बना।

परिजनों ने किया प्रदर्शन, पुलिस आश्वासन पर हुआ अंतिम संस्कार

पोस्टमार्टम के बाद शव घर पहुंचा तो परिजनों ने हंगामा कर शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और समझाकर परिजनों को शांत किया। इसके बाद अंतिम संस्कार कराया गया।एसीपी का कहना है कि जांच में आरोप साबित होने पर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मृतक के परिवार में पत्नी नीलम, एक बेटी और एक बेटा है।
युवती को दोस्ती के जाल में फंसाकर सहपाठी ने किया ब्लैकमेल और दुष्कर्म, मुकदमा दर्ज
लखनऊ । राजधानी में पारा क्षेत्र की एक युवती को उसके सहपाठी ने दोस्ती के बहाने फंसाया और फिर मानसिक व शारीरिक शोषण का शिकार बनाया। आरोपी ने युवती के अश्लील फोटो और वीडियो बनाकर उसे धमकाया और दबाव डालकर कोर्ट मैरिज कर होटल में दुष्कर्म किया। परेशान युवती ने परिजनों को घटना की जानकारी दी और सोमवार को मुकदमा दर्ज कराया।

युवती के साथ एक विश्वविद्यालय में पढ़ाता है युवक

इंस्पेक्टर सुरेश सिंह के मुताबिक, राम सूरज यादव, जो ठाकुरगंज के लालाबाग का निवासी है, युवती के साथ एक विश्वविद्यालय में पढ़ता था। उसने युवती की अश्लील तस्वीरें दोस्तों के साथ शेयर कर दीं और फिर डराकर होटल बुलाया। वहां उसके साथ दुष्कर्म किया और वीडियो बना लिया। बाद में वीडियो व फोटो हटाने के नाम पर कोर्ट मैरिज का दबाव बनाया।

आरोपी लगातार युवती को करता रहा ब्लैकमेल

इसके बावजूद आरोपी युवती को ब्लैकमेल करता रहा। जब युवती की दूसरी जगह शादी तय हुई, तो उसने होने वाले पति को वीडियो और कोर्ट मैरिज के कागज दिखाकर रिश्ता भी तोड़वा दिया।चार महीने तक मानसिक उत्पीड़न झेलने के बाद युवती ने आरोपी के परिवार और उसके सहयोगियों से शिकायत की। इसके बाद आरोपी के साथी अभिषेक यादव, रंजीत यादव, महेंद्र यादव, आरोपी की बहन ज्योति यादव, अवधेश यादव, सुमन यादव, वीरू और अन्य परिजन भी धमकियां देने लगे।

पुलिस ने युवती की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर शुरू की जांच

इंस्पेक्टर सुरेश सिंह ने बताया कि युवती की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस आरोपियों की पहचान कर उनकी भूमिका स्पष्ट करने के लिए सबूत जुटा रही है।पुलिस ने लोगों से अपील की है कि ऐसे मामलों में तुरंत शिकायत दर्ज कराएं और ऑनलाइन या व्यक्तिगत दबाव में आने से बचें। इस मामले में जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जातीय व्यवस्था बंद करनी है तो सबसे पहले एससीएसटी एक्ट जातिगत आरक्षण समाप्त कराए  : सूरज प्रसाद चौबे

लखनऊ । राष्ट्रीय सवर्ण आर्मी भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरज प्रसाद चौबे ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने जातिगत भेदभाव को समाप्त करने के लिए पुलिस अभिलेखों के साथ सार्वजनिक स्थानों पर जाती अंकित करने पर रोक लगा दी  मुख्यमंत्री  नाम के आगे जाती लिखने से जातिवाद नहीं होगा सरकार द्वारा तहसीलों में जाती प्रमाण पत्र जारी करने,महाविद्यालय स्कूलों में प्रवेश में जाती लिखने से विद्वेष उत्पन्न हो रहा है,जाती के नाम पर ही तो फीस भर रहा है ब्राह्मण,क्षत्रिय कायस्त वैश्य है तो 500 फीस भरनी पड़ रही है वहीं पासवान दलित है तो 50 रुपया तो जातिवाद कहा खतम होगी।

मुख्यमंत्री  से कहना यूकी एससीएसटी एक्ट जो धन उगाही का माध्यम बन गया है फर्जी मुकदमा जाती के नाम पर दर्ज हो रहे है लोग आत्महत्या तक कर रहे है के रहते जातीय विद्वेष कहा समाप्त हो पाएगा , जाती के नाम पर आरक्षण जाती के नाम पर सरकारी नौकरी,जाती के नाम पर गैस ,जाती के नाम पर आवास जाती के नाम पर स्कॉलरशिप तो कैसे जातीय विद्वेष समाप्त हो सकता है,गाड़ियों पर साइन बोर्ड पर जातीय रैलियों पर प्रतिबंध लगाया गया है का स्वागत करते हैं अगर उससे जातीय विद्वेष समाप्त होता है तो आप से कहना चाहते हैं कि सबसे पहले उनपर कार्यवाही कराए जो जातीय जनगणना की बात कर रहे हैं जिसकी जितनी भागीदारी उतनी उसकी हिस्सेदारी से जातीय विद्वेष फेल रहा है आप उनपर भी कारवाही कराए जो जातिगत आरक्षण को बढ़ाने की बात कर रहे हैं आप माननीय मोदी जी पर भी कार्यवाही करवाए जो  उच्चतम न्यायालय के निर्देश को संसद में पलट कर जातिगत विद्वेष एससीएसटी एक्ट को बढ़ावा दिया जाती के नाम का बढ़ावा सरकार दे रही है सरकार अगर जाती के नाम का बढ़ावा देना बंद नहीं करती तो हम सवर्ण की आवाज उठाते रहेंगे बीजेपी सवर्ण की भावना को नहीं समझी दोहरा चरित्र न अपनाए अगर वास्तव मे जातीय व्यवस्था बंद करनी है तो सबसे पहले एससीएसटी एक्ट, जातिगत आरक्षण को समाप्त कराए।
अलीगढ़ में भीषण सड़क हादसा: कैंटर-कार टक्कर के बाद आग, चार की मौत

लखनऊ । यूपी के अलीगढ़ जनपद के अकराबाद थाना क्षेत्र में रविवार तड़के भीषण सड़क हादसे ने चार लोगों की जान ले ली। जीटी रोड स्थित गोपी पुल पर कैंटर और कार की आमने-सामने जोरदार भिड़ंत के बाद दोनों वाहनों में आग भड़क गई। हादसे में कार सवार तीन लोग और कैंटर चालक जिंदा जलकर मौत के शिकार हो गए, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है।

दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पाया काबू

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सुबह करीब चार बजे अचानक दोनों वाहन आमने-सामने टकरा गए। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि देखते ही देखते दोनों गाड़ियों में आग लग गई। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और फायर ब्रिगेड मौके पर पहु्ंची और काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।

मृतकों के शिनाख्त की प्रक्रिया जारी

ग्रामीण पुलिस अधीक्षक अमृत जैन ने बताया कि हादसे में चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। मृतकों की शिनाख्त की प्रक्रिया जारी है। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही गाड़ियों के चेचिस नंबर से मालिकों और मृतकों की पहचान कराई जा रही है।

एक घायल को जेएनएमसी ट्राम सेंटर में कराया भर्ती

घटना के बाद जीटी रोड पर कुछ समय के लिए यातायात बाधित रहा, जिसे क्रेन की मदद से जले हुए वाहन हटाकर सुचारू कर दिया गया। घायल को एम्बुलेंस से जेएनएमसी ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।