मानकनगर में परचून व्यापारी की आत्महत्या, सुसाइड नोट में पड़ोसी व पुलिस पर लगाया गंभीर आरोप
लखनऊ । यूपी की राजधानी लखनऊ में मानकनगर के मेहंदी खेड़ा इलाके में रहने वाले परचून दुकानदार वीरू यादव (44) ने सोमवार देर रात जहर खाकर आत्मघाती कदम उठा लिया। गंभीर हालत में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन मंगलवार तड़के उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।

सुसाइड नोट में पड़ोसी और पुलिस पर लगाया गंभीर आरोप

मृतक ने छह पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें मोहल्ले के एक पड़ोसी सुरजीत सिंह यादव सहित कई लोगों पर उत्पीड़न के आरोप लगाए गए हैं। यही नहीं, वीरू ने मानकनगर थाने के बीट इंचार्ज पर भी मिलीभगत और प्रताड़ना का आरोप जड़ा है।एसीपी कृष्णानगर विकास पांडेय ने बताया कि मृतक के परिजनों ने तहरीर दी है, जिसके आधार पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

मकान निर्माण और नाली विवाद से शुरू हुआ विवाद

परिजनों के मुताबिक, कुछ समय पहले सुरजीत ने मकान निर्माण के लिए पड़ोसियों से सहमति ली थी। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद नाली निकालने को लेकर विवाद खड़ा हुआ। इस मामले में पुलिस ने पड़ोसी नरेंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया, जिसे बाद में गेट लगाने की शर्त पर वापस लेने की बात कही गई।आरोप है कि इसके बाद सुरजीत ने रैंप बनाने के लिए वीरू पर दबाव बनाना शुरू किया। विरोध करने पर न केवल उन्हें परेशान किया गया, बल्कि मोहल्ले के 15 लोगों पर भी झूठे केस दर्ज कराए गए। यही दबाव वीरू की आत्महत्या का कारण बना।

परिजनों ने किया प्रदर्शन, पुलिस आश्वासन पर हुआ अंतिम संस्कार

पोस्टमार्टम के बाद शव घर पहुंचा तो परिजनों ने हंगामा कर शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और समझाकर परिजनों को शांत किया। इसके बाद अंतिम संस्कार कराया गया।एसीपी का कहना है कि जांच में आरोप साबित होने पर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मृतक के परिवार में पत्नी नीलम, एक बेटी और एक बेटा है।
युवती को दोस्ती के जाल में फंसाकर सहपाठी ने किया ब्लैकमेल और दुष्कर्म, मुकदमा दर्ज
लखनऊ । राजधानी में पारा क्षेत्र की एक युवती को उसके सहपाठी ने दोस्ती के बहाने फंसाया और फिर मानसिक व शारीरिक शोषण का शिकार बनाया। आरोपी ने युवती के अश्लील फोटो और वीडियो बनाकर उसे धमकाया और दबाव डालकर कोर्ट मैरिज कर होटल में दुष्कर्म किया। परेशान युवती ने परिजनों को घटना की जानकारी दी और सोमवार को मुकदमा दर्ज कराया।

युवती के साथ एक विश्वविद्यालय में पढ़ाता है युवक

इंस्पेक्टर सुरेश सिंह के मुताबिक, राम सूरज यादव, जो ठाकुरगंज के लालाबाग का निवासी है, युवती के साथ एक विश्वविद्यालय में पढ़ता था। उसने युवती की अश्लील तस्वीरें दोस्तों के साथ शेयर कर दीं और फिर डराकर होटल बुलाया। वहां उसके साथ दुष्कर्म किया और वीडियो बना लिया। बाद में वीडियो व फोटो हटाने के नाम पर कोर्ट मैरिज का दबाव बनाया।

आरोपी लगातार युवती को करता रहा ब्लैकमेल

इसके बावजूद आरोपी युवती को ब्लैकमेल करता रहा। जब युवती की दूसरी जगह शादी तय हुई, तो उसने होने वाले पति को वीडियो और कोर्ट मैरिज के कागज दिखाकर रिश्ता भी तोड़वा दिया।चार महीने तक मानसिक उत्पीड़न झेलने के बाद युवती ने आरोपी के परिवार और उसके सहयोगियों से शिकायत की। इसके बाद आरोपी के साथी अभिषेक यादव, रंजीत यादव, महेंद्र यादव, आरोपी की बहन ज्योति यादव, अवधेश यादव, सुमन यादव, वीरू और अन्य परिजन भी धमकियां देने लगे।

पुलिस ने युवती की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर शुरू की जांच

इंस्पेक्टर सुरेश सिंह ने बताया कि युवती की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस आरोपियों की पहचान कर उनकी भूमिका स्पष्ट करने के लिए सबूत जुटा रही है।पुलिस ने लोगों से अपील की है कि ऐसे मामलों में तुरंत शिकायत दर्ज कराएं और ऑनलाइन या व्यक्तिगत दबाव में आने से बचें। इस मामले में जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जातीय व्यवस्था बंद करनी है तो सबसे पहले एससीएसटी एक्ट जातिगत आरक्षण समाप्त कराए  : सूरज प्रसाद चौबे

लखनऊ । राष्ट्रीय सवर्ण आर्मी भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरज प्रसाद चौबे ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने जातिगत भेदभाव को समाप्त करने के लिए पुलिस अभिलेखों के साथ सार्वजनिक स्थानों पर जाती अंकित करने पर रोक लगा दी  मुख्यमंत्री  नाम के आगे जाती लिखने से जातिवाद नहीं होगा सरकार द्वारा तहसीलों में जाती प्रमाण पत्र जारी करने,महाविद्यालय स्कूलों में प्रवेश में जाती लिखने से विद्वेष उत्पन्न हो रहा है,जाती के नाम पर ही तो फीस भर रहा है ब्राह्मण,क्षत्रिय कायस्त वैश्य है तो 500 फीस भरनी पड़ रही है वहीं पासवान दलित है तो 50 रुपया तो जातिवाद कहा खतम होगी।

मुख्यमंत्री  से कहना यूकी एससीएसटी एक्ट जो धन उगाही का माध्यम बन गया है फर्जी मुकदमा जाती के नाम पर दर्ज हो रहे है लोग आत्महत्या तक कर रहे है के रहते जातीय विद्वेष कहा समाप्त हो पाएगा , जाती के नाम पर आरक्षण जाती के नाम पर सरकारी नौकरी,जाती के नाम पर गैस ,जाती के नाम पर आवास जाती के नाम पर स्कॉलरशिप तो कैसे जातीय विद्वेष समाप्त हो सकता है,गाड़ियों पर साइन बोर्ड पर जातीय रैलियों पर प्रतिबंध लगाया गया है का स्वागत करते हैं अगर उससे जातीय विद्वेष समाप्त होता है तो आप से कहना चाहते हैं कि सबसे पहले उनपर कार्यवाही कराए जो जातीय जनगणना की बात कर रहे हैं जिसकी जितनी भागीदारी उतनी उसकी हिस्सेदारी से जातीय विद्वेष फेल रहा है आप उनपर भी कारवाही कराए जो जातिगत आरक्षण को बढ़ाने की बात कर रहे हैं आप माननीय मोदी जी पर भी कार्यवाही करवाए जो  उच्चतम न्यायालय के निर्देश को संसद में पलट कर जातिगत विद्वेष एससीएसटी एक्ट को बढ़ावा दिया जाती के नाम का बढ़ावा सरकार दे रही है सरकार अगर जाती के नाम का बढ़ावा देना बंद नहीं करती तो हम सवर्ण की आवाज उठाते रहेंगे बीजेपी सवर्ण की भावना को नहीं समझी दोहरा चरित्र न अपनाए अगर वास्तव मे जातीय व्यवस्था बंद करनी है तो सबसे पहले एससीएसटी एक्ट, जातिगत आरक्षण को समाप्त कराए।
अलीगढ़ में भीषण सड़क हादसा: कैंटर-कार टक्कर के बाद आग, चार की मौत

लखनऊ । यूपी के अलीगढ़ जनपद के अकराबाद थाना क्षेत्र में रविवार तड़के भीषण सड़क हादसे ने चार लोगों की जान ले ली। जीटी रोड स्थित गोपी पुल पर कैंटर और कार की आमने-सामने जोरदार भिड़ंत के बाद दोनों वाहनों में आग भड़क गई। हादसे में कार सवार तीन लोग और कैंटर चालक जिंदा जलकर मौत के शिकार हो गए, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है।

दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पाया काबू

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सुबह करीब चार बजे अचानक दोनों वाहन आमने-सामने टकरा गए। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि देखते ही देखते दोनों गाड़ियों में आग लग गई। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और फायर ब्रिगेड मौके पर पहु्ंची और काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।

मृतकों के शिनाख्त की प्रक्रिया जारी

ग्रामीण पुलिस अधीक्षक अमृत जैन ने बताया कि हादसे में चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। मृतकों की शिनाख्त की प्रक्रिया जारी है। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही गाड़ियों के चेचिस नंबर से मालिकों और मृतकों की पहचान कराई जा रही है।

एक घायल को जेएनएमसी ट्राम सेंटर में कराया भर्ती

घटना के बाद जीटी रोड पर कुछ समय के लिए यातायात बाधित रहा, जिसे क्रेन की मदद से जले हुए वाहन हटाकर सुचारू कर दिया गया। घायल को एम्बुलेंस से जेएनएमसी ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
सआदतगंज में प्रेम विवाद हत्या, दो आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

लखनऊ । थाना सआदतगंज क्षेत्र में 23 सितंबर की तड़के सुबह एक हृदय विदारक हत्या की घटना सामने आई। जानकारी के अनुसार मृतक अली अब्बास (26) पुत्र आरिफ जमीर निवासी हातानूर बेग को पड़ोसी हिमालय प्रजापति ने अपने साथियों सोनू और सौरभ प्रजापति के साथ मिलकर घर बुलाया और लाठी-डंडों से पीट-पीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। गंभीर चोटों के कारण अली अब्बास को तुरंत ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

घटना स्थल पर पहुंचे पुलिस विभाग के आलाधिकारी, शव पोस्टमार्टम को भेजा

पुलिस को सुबह लगभग 5.40 बजे घटना की सूचना मिली। सूचना मिलते ही थाना सआदतगंज की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और प्राथमिक जांच में मामले की गंभीरता का आकलन किया। घटनास्थल पर पहुंचकर उच्च अधिकारियों ने भी निरीक्षण किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेजा गया।मृतक के पिता आरिफ जमीर द्वारा लिखित प्रार्थना पत्र के आधार पर थाना सआदतगंज पर मुकदमा  दर्ज किया गया। इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों सौरभ प्रजापति (30) पुत्र स्व. हुबलाल और हिमालय प्रजापति (26) पुत्र स्व. कैलाशको हिरासत में लेकर आगे की वैधानिक कार्रवाई शुरू कर दी है।


प्रेम प्रसंग को लेकर नाराज थे आरोपी

पुलिस हिरासत में लिए गए आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि अली अब्बास का उनके परिवार की लड़की से प्रेम संबंध चल रहा था। इसके चलते वे अली अब्बास से नाराज थे और इसी रंजिश में उसे अपने घर बुलाकर पीट दिया। आरोपियों के अनुसार यही कारण था जिसकी वजह से अली अब्बास की मौत हुई।एसपी सआदतगंज ने बताया कि पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण कर सुराग इकट्ठा किए हैं। मृतक के शव का पोस्टमार्टम कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के साथ-साथ मामले की गहन जांच जारी है।स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर भारी चिंता और रोष है। पड़ोसियों का कहना है कि यह घटना प्रेम विवाद और व्यक्तिगत रंजिश का परिणाम है।


किंजल सिंह ने परिवहन आयुक्त का पदभार ग्रहण किया
लखनऊ । किंजल सिंह आईएएस ने आज सोमवार को परिवहन आयुक्त का पदभार ग्रहण किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों संग बैठक कर विभागीय कार्यों, योजनाओं एवं कार्यक्रमों की प्रगति संबंधी जानकारी ली।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि अपने कार्य दायित्वों का पूर्ण निष्ठा एवं ईमानदारी के साथ निर्वहन करते हुए सरकार की मंशानुरूप पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। कहीं भी शिथिलता एवं लापरवाही न बरती जाए। कहीं से भी लापरवाही एवं जवाबदेही में कमी की खबर आयेगी, संबंधित के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी।

उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी एवं कार्मिक समय से कार्यालय में उपस्थित रहे। अपने कार्यदायित्वों को समय से पूर्ण करते हुए नागरिकों के प्रति भी जवाबदेही सुनिश्चित की जाए, जिससे प्रदेश में विभाग के प्रति लोगों की अच्छी धारणा बने।
किसानों को समय पर और निर्धारित दर पर मिले उर्वरक, लापरवाही बर्दाश्त नहीं : कृषि मंत्री
* कृषि मंत्री ने उर्वरक आपूर्ति पर की समीक्षा, समयबद्ध वितरण के निर्देश

* 10 जनपदों के होलसेलरों व कंपनियों प्रतिनिधियों से कृषि मंत्री की वार्ता, एमआरपी से अधिक बिक्री पर कार्रवाई की चेतावनी

लखनऊ । कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने सोमवार को कृषि निदेशालय, लखनऊ में दो महत्वपूर्ण बैठकें कर उर्वरक की उपलब्धता एवं वितरण की स्थिति की समीक्षा की।
पहली बैठक में कृषि मंत्री ने प्रमुख सचिव कृषि एवं निदेशक कृषि के साथ आगामी रबी सीजन हेतु उर्वरक की आपूर्ति और उपलब्धता पर चर्चा की। मंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि किसानों को उर्वरक उपलब्ध कराने में किसी भी प्रकार की कमी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कंपनियों को दिए गए आपूर्ति लक्ष्य समय से पूरे कराए जाएं और प्राथमिकता के आधार पर वितरण व्यवस्था को गति दी जाए।

इसके बाद कृषि मंत्री ने लखनऊ, सीतापुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, बाराबंकी, लखीमपुर खीरी, अयोध्या, कानपुर नगर व कानपुर देहात जनपदों के होलसेलरों और उर्वरक कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। इस दौरान यूरिया एवं अन्य प्रमुख उर्वरकों की उपलब्धता, बिक्री की स्थिति, निर्धारित दर पर वितरण, टैगिंग व्यवस्था तथा आपूर्ति तंत्र की समीक्षा की गई।

मंत्री शाही ने बैठक में एक-एक कर होलसेलरों से वार्ता की और उनकी समस्याओं को सुना। कई बिंदुओं का समाधान बैठक में ही अधिकारियों के माध्यम से कराया गया। उन्होंने संबंधित जिलों के कृषि अधिकारियों से भी फीडबैक लिया और वितरण व्यवस्था पर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।

कृषि मंत्री ने कहा कि यूरिया व अन्य उर्वरकों की बिक्री केवल भारत सरकार द्वारा निर्धारित अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) पर ही की जाए। इससे अधिक मूल्य वसूलने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी क्योंकि यह न केवल लाइसेंस की शर्तों का उल्लंघन है बल्कि किसानों के हितों के विपरीत भी है।

कृषि मंत्री ने निर्देश दिया कि कंपनियां समयबद्ध तरीके से किसानों तक उर्वरक पहुंचाएं। उक्त सभी 10 जनपदों में स्टॉक व वितरण की स्थिति की निगरानी कृषि विभाग नियमित रूप से करे। निर्धारित एमआरपी से अधिक मूल्य पर बिक्री करने वाले होलसेलरों पर सख्त कार्रवाई की जाए। किसानों को कतार में खड़ा न होना पड़े, इसके लिए आपूर्ति व्यवस्था तेज और पारदर्शी बनाई जाए। कृषि अधिकारी जिला स्तर पर नियमित निरीक्षण करें।

कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों को समय पर उचित मात्रा में उर्वरक उपलब्ध कराना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसमें किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव कृषि रविंद्र, कृषि निदेशक डॉ. पंकज कुमार त्रिपाठी तथा संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
1320 मेगावाट खुर्जा सुपर थर्मल पावर परियोजना की द्वितीय इकाई (660 मेगावाट) का शुभारंभ
*केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर एवं उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने किया वर्चुअल उद्घाटन*


लखनऊ । ऊर्जा क्षेत्र में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि दर्ज हुई। 1320 मेगावाट खुर्जा सुपर थर्मल पावर परियोजना की द्वितीय इकाई (660 मेगावाट) का संचालन विधिवत रूप से प्रारंभ हो गया। इस अवसर पर केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर और उत्तर प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री  ए.के. शर्मा ने वर्चुअल माध्यम से शुभारंभ किया।

इस परियोजना के उत्पादन में से 65 प्रतिशत विद्युत उत्तर प्रदेश को प्राप्त होगी, जिससे प्रदेश में न केवल घरेलू उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण बिजली उपलब्ध होगी, बल्कि उद्योगों को भी पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी। इसके चलते प्रदेश की औद्योगिक प्रगति और आर्थिक विकास को नई गति मिलेगी।

ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि “खुर्जा सुपर थर्मल पावर परियोजना की यह इकाई उत्तर प्रदेश की ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है। प्रधानमंत्री जी और मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश में 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति का सपना साकार हो रहा है। इस परियोजना से उत्तर प्रदेश के लाखों उपभोक्ताओं को लाभ होगा और औद्योगिक निवेश को और मजबूती मिलेगी।”

खुर्जा सुपर थर्मल पावर परियोजना का यह शुभारंभ उत्तर प्रदेश को ऊर्जा सम्पन्न, आत्मनिर्भर और औद्योगिक दृष्टि से सशक्त बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
उत्तर प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा: कल्ली पश्चिम में नई परियोजनाएं
* लखनऊ बनेगा पर्यटकों की पहली पसंद, सरकार ने खोले निवेश के द्वार : जयवीर सिंह

लखनऊ । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पर्यटकों के लिए तेजी से पसंदीदा गंतव्य बनकर उभर रही है। यहां विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों से जुड़े कई प्रमुख स्थल मौजूद हैं। पर्यटकों की बढ़ती आमद और पर्यटन विकास को ध्यान में रखते हुए सरोजनी नगर क्षेत्र के कल्ली पश्चिम में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। उत्तर प्रदेश पर्यटन नीति-2022 के अंतर्गत राज्य सरकार ने निवेशकों से पर्यटन एवं आतिथ्य क्षेत्र की परियोजनाओं के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किए हैं।

यह जानकारी उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने पर्यटन क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए उत्तर प्रदेश भूमि पट्टा नीति 2024 को मंजूरी दे दी है। नीति के तहत राज्य में पर्यटन अवसंरचना के विकास को तेज किया जाएगा। इसी के अंतर्गत कल्ली पश्चिम में पर्यटन विकास को बढ़ावा दिया जा रहा है।

पर्यटन मंत्री ने बताया कि कल्ली पश्चिम में पर्यटन नीति-2022 के अनुरूप नई पर्यटन और आतिथ्य परियोजनाएं विकसित की जाएंगी। इन परियोजनाओं में बजट होटल, रिसॉर्ट, ऑल वेदर या सीज़नल कैंप, एमआईसीई  गतिविधियों के लिए कन्वेंशन सेंटर और सांस्कृतिक केंद्र शामिल होंगे। साथ ही, अंतरराष्ट्रीय योग केंद्र, प्राकृतिक चिकित्सा और वेलनेस सेंटर, स्थायी टेंटेड आवास/स्विस कॉटेज, मल्टी-लेवल पार्किंग, सार्वजनिक संग्रहालय और थीम पार्क भी विकसित किए जाएंगे। परियोजना अंतर्गत ग्रामीण और सांस्कृतिक गांव, ईको टूरिज्म रिसॉर्ट, वे-साइड अमेनिटी और पर्यटन एवं आतिथ्य प्रशिक्षण संस्थान शामिल किए जाएंगे। इसका उद्देश्य क्षेत्र के पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र को सशक्त और आकर्षक बनाना है।

जयवीर सिंह ने बताया कि कल्ली पश्चिम परियोजना स्थल लखनऊ के गोमती नदी के उत्तर-पश्चिमी तट पर बसा है। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे, लखनऊ-कानपुर हाईवे और पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे जैसे प्रमुख मार्गों से जुड़ा है। अमौसी स्थित चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और तेजी से विकसित हो रहा मेट्रो नेटवर्क भी मौजूद है। नवाबी अंदाज, स्वादिष्ट व्यंजन और ऐतिहासिक विरासत के लिए मशहूर यह शहर प्राचीनता और आधुनिकता का अद्भुत संगम है। बेहतर कनेक्टिविटी ने लखनऊ को पर्यटन विकास की दृष्टि से महत्वपूर्ण गंतव्य के रूप में स्थापित किया है।

पर्यटन मंत्री ने बताया कि लखनऊ पर्यटन के लिहाज से समृद्ध शहर के रूप में उभर रहा है। पर्यटन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2024 में शहर में कुल 82,74,154 पर्यटक पहुंचे। वहीं, वर्ष 2025 के जनवरी से मार्च तक 34,65,203 आगंतुकों की संख्या दर्ज की गई। पर्यटन में इस बढ़ोतरी से न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न हो रहे हैं।

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, ऐतिहासिक स्थलों और विविध पर्यटन आकर्षणों के लिए तेजी से विश्व स्तरीय पर्यटन गंतव्य बन रहा है। लखनऊ अपनी नवाबी संस्कृति, प्राचीन विरासत और आधुनिक सुविधाओं के संगम के कारण, पर्यटकों के लिए विशेष रूप से आकर्षक केंद्र बन चुका है। पर्यटन क्षेत्र में निवेश और पर्यटन विकास हमारी संस्कृति, विरासत और आतिथ्य की संभावनाओं को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में सहयोग देगा।
कानपुर में 37वीं वाहिनी पीएसी का एडीजी डा. रामकृष्ण स्वर्णकार ने किया निरीक्षण


लखनऊ । 37वीं वाहिनी पीएसी कानपुर नगर में अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) पीएसी मुख्यालय लखनऊ  डा. रामकृष्ण स्वर्णकार  (IPS) ने औचक भ्रमण एवं निरीक्षण किया। उनके आगमन पर सेनानायक  बी.बी. चौरसिया (IPS) ने पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया। इसके बाद सेरेमोनियल गार्ड द्वारा एडीजी को सलामी दी गई। गार्ड की कार्यवाही से संतुष्ट होकर एडीजी स्वर्णकार ने इसकी सराहना की और जवानों की मेहनत की प्रशंसा की।

विभिन्न प्रतिष्ठानों का किया निरीक्षण

निरीक्षण के क्रम में एडीजी ने प्रशासनिक भवन, पुलिस मॉडर्न स्कूल, आरटीसी क्लासरूम, आरटीसी बैरक, कंप्यूटर लैब, आरटीसी परिसर और अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने संबंधित कार्यालय प्रभारियों व उनके सहायकों से विस्तृत जानकारी प्राप्त की और आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।

एडीजी ने सैनिक सम्मेलन में सुनी समस्याएं

भ्रमण के बाद एडीजी स्वर्णकार ने पीएसी के जवानों और रिक्रूट आरक्षियों का सैनिक सम्मेलन लिया। सम्मेलन में उन्होंने सभी जवानों और रिक्रूट्स की सामूहिक एवं विभागीय समस्याओं को सुना और उनके त्वरित निस्तारण के लिए संबंधित अधिकारियों को आदेशित किया। उन्होंने जवानों से उनकी मूलभूत सुविधाओं के बारे में भी पूछा और भरोसा दिलाया कि उनकी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता पर किया जाएगा।

अनुशासन और ड्यूटी पर जोर

एडीजी ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि पुलिस विभाग में अनुशासन सर्वोपरि है। उन्होंने वर्दी की शुचिता, अच्छे टर्नआउट और सतर्कता के साथ ड्यूटी निभाने पर विशेष बल दिया। उन्होंने जवानों को प्रेरित किया कि वे अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन पूर्ण निष्ठा और ईमानदारी से करें।

कार्यक्रम में वरिष्ठ अधिकारी रहे मौजूद

निरीक्षण/भ्रमण कार्यक्रम के दौरान पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) पीएसी कानपुर अतुल शर्मा (IPS), शिविरपाल  पन्ना लाल मौर्य, निरीक्षक गोपनीय  इन्द्र कुमार, आरटीसी प्रभारी  मनोज कुमार श्रीवास्तव, सूबेदार सैन्य सहायक सुरेंद्र सिंह, हेड क्लर्क  विनीत त्रिपाठी सहित वाहिनी के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे। इस निरीक्षण से जवानों में उत्साह का संचार हुआ और उन्हें अपने कर्तव्यों के प्रति और अधिक प्रतिबद्ध रहने की प्रेरणा मिली।