प्रगति केवल तकनीक की उन्नति नहीं, बल्कि उसे जिम्मेदारी और उद्देश्यपूर्ण ढंग से उपयोग करने की क्षमता है : श्रीमती विजया राहटकर
मीरजापुर। शिक्षा में टेक्नोलॉजी के समावेश को मज़बूत बनाने के अपने सतत प्रयासों के तहत राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने अपने फ्लैगशिप प्रोग्राम यशोदा एआई के तहत फ्यूचर शिफ्ट लैब्स (एफ.एस.एल) के सहयोग से जी.डी. बिनानी स्नातकोत्तर महाविद्यालय में 18 सितम्बर 2025 को एक विशेष वर्कशॉप का आयोजन किया।
इस पहल का उद्देश्य विद्यार्थियों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की बदलती भूमिका और उसके सकारात्मक प्रभावों के साथ-साथ संभावित दुरुपयोग के खतरों से अवगत कराना था। वर्कशॉप में कॉलेज के सैंकड़ों छात्र-छात्राओं को विशेष रूप से AI किस तरह शिक्षा, रोजगार और समाज को बदल रहा है, AI के दुरूपयोगों से बचने जैसे - ऑनलाइन उत्पीड़न, साइबर धोखाधड़ी, फेक न्यूज और डिजिटल अधिकारों की सुरक्षा और टेक्नोलॉजी का जिम्मेदारी से उपयोग जैसे विषयों पर विस्तृत जानकारी प्राप्त हुई।
वर्कशॉप के मुख्य विषयों में शिक्षा और करियर में एआई की बढ़ती भूमिका, डिजिटल अधिकारों की रक्षा के साथ-साथ महिलाओं की ऑनलाइन सुरक्षा, एआई के प्रयोग में नैतिक चिंताएँ: गोपनीयता, निष्पक्षता और पक्षपात, चैटजीपीटी और एनसीडब्ल्यू वूमन सेफ्टी ऐप जैसे टूल्स का व्यावहारिक प्रयोग इत्यादि रहा। इस दौरान वर्कशॉप केवल लेक्चर तक सीमित न रहकर इंटरएक्टिव रूप में आयोजित की गई, जिसमें विद्यार्थियों को केस डिस्कशन,डिजिटल एक्सरसाइज़ और लाइव डेमो में खुद हिस्सा लेने का मौका मिला।
वर्कशॉप का उद्देश्य विद्यार्थियों में आलोचनात्मक सोच विकसित करना था, जिससे वह सही सवाल पूछें, सोचने का नजरिया विकसित करें और डिजिटल दुनिया में आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ सकें। इस अवसर पर राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्षा श्रीमती विजया राहटकर ने कहा कि “वास्तविक प्रगति केवल तकनीक की उन्नति नहीं, बल्कि उसे जिम्मेदारी और उद्देश्यपूर्ण ढंग से उपयोग करने की क्षमता है। जब हम छात्रों को सोच-समझकर AI का उपयोग करना सिखाते हैं, तो हम एक ऐसी पीढ़ी तैयार कर रहे हैं, जो अधिकारों की रक्षा करेगी, न्याय को मज़बूत बनाएगी और जागरूक व समान समाज की नींव रखेगी। फ्यूचर शिफ्ट लैब्स के निदेशक नितिन नारंग ने कहा कि यशोदा एआई केवल एक कार्यक्रम मात्र नहीं बल्कि यह भारत के युवाओं में डिजिटल क्षमता और नैतिक जागरूकता विकसित करने का राष्ट्रीय मिशन है।
हमारा उद्देश्य है कि विद्यार्थी एआई ज्ञान को जिम्मेदारी और सुरक्षित दृष्टिकोण के साथ अपनाएं ताकि वे भविष्य में ऐसे नेतृत्वकर्ता बन सकें जो एक जागरूक, समावेशी और सुरक्षित डिजिटल भविष्य का निर्माण करें।यह यशोदा एआई का मिर्जापुर में पहला कार्यक्रम था, जो पूरे देश में छात्रों और समाज तक डिजिटल साक्षरता एवं साइबर सुरक्षा पहुंचाने के लक्ष्य की दिशा में एक अहम कदम है।
कार्यक्रम के आयोजक राष्ट्रीय महिला आयोग भारत सरकार की शीर्ष वैधानिक संस्था है, जो महिलाओं के अधिकारों और कल्याण के लिए कार्यरत है। यशोदा एआई एनसीडब्ल्यू की एक पहल है, जिसका उद्देश्य स्कूलों, कॉलेजों और समाज में डिजिटल साक्षरता और साइबर सुरक्षा को बढ़ावा देना है।
5 hours ago