शिक्षको के लिए राहत भरी खबर योगी आदित्यनाथ ने टीईटी अनिवार्यता पर उच्चतम न्यायालय के आदेश के खिलाफ रिवीजन याचिका दाखिल करने के निर्देश दिए

संजीव सिंह बलिया!लखनऊ: प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेसिक शिक्षा विभाग के सेवारत शिक्षकों के लिए टीईटी (TET) की अनिवार्यता को लेकर उच्चतम न्यायालय के ताजा आदेश पर विभाग को रिवीजन याचिका दाखिल करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि प्रदेश के शिक्षक अत्यंत अनुभवी हैं और सरकार निरंतर उन्हें प्रशिक्षण प्रदान करती रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षकों के अनुभव और योग्यता का सम्मान होना चाहिए। उन्होंने बताया कि सरकार समय-समय पर शिक्षकों के कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाती रही है जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो। मुख्यमंत्री योगी ने स्पष्ट किया कि शिक्षकों के हितों और प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था के बेहतर भविष्य के लिए यह कदम उठाया जा रहा है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्तमान स्थिति में शिक्षकों की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है और सरकार उनके विकास के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने शिक्षकों से उम्मीद जताई कि वे अपने ज्ञान और अनुभव से बच्चों को बेहतर शिक्षा देंगे और प्रदेश का शैक्षिक स्तर ऊंचा करेंगे।

यह कदम प्रदेश सरकार की शिक्षा सुधार योजनाओं को मजबूती प्रदान करेगा और शिक्षकों के मनोबल को बढ़ाने में मदद करेगा।

नगरा में सार्वजनिक रामलीला समिति का भव्य भूमि पूजन और ध्वजारोहण समारोह, रामलीला महोत्सव की तैयारियों का हुआ शुभारंभ
रामेश्वर प्रजापति  तहसील रसड़ा( नगरा) ! नगरा में मंगलवार को सार्वजनिक रामलीला समिति के द्वारा एक भव्य और प्रतिष्ठित कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें जनता इंटर कॉलेज परिसर में भूमि पूजन तथा ध्वजारोहण समारोह संपन्न हुआ। यह आयोजन रामलीला महोत्सव की तैयारियों का औपचारिक शुभारंभ था, जिसके लिए नगरवासी एवं आयोजन समिति दोनों ने विशेष उत्साह और श्रद्धा के साथ सहभागिता की। कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच पंडित संतोष कुमार द्विवेदी द्वारा विधिपूर्वक भूमि पूजन एवं पूजन-अर्चन से हुई, जिससे पूरे वातावरण में आध्यात्मिक उर्जा का संचार हो गया। इस अवसर पर प्रभु श्रीरामचंद्र और हनुमानजी की भक्तिपूर्ण स्तुति गूंज उठी, जिन्होंने समस्त उपस्थित जनों के हृदयों को भक्तिमय कर दिया। रामलीला समिति के अध्यक्ष राजेश गुप्ता दीपू ने सभी श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम न केवल धार्मिक विश्वास को मजबूत करेगा, बल्कि हमारे सांस्कृतिक विरासत को जीवंत रखने में भी सहायक होगा। चेयरमैन प्रतिनिधि उमाशंकर राम, पूर्व ब्लॉक प्रमुख निर्भय प्रकाश, महामंत्री आलोक शुक्ला, डॉ. समरजीत सिंह, राम दर्शन यादव, डॉ. शशि प्रकाश कुशवाहा, रामायण ठाकुर, शशि गुप्ता, उदय नारायण वर्मा, के.पी. यादव, प्रियांशु जायसवाल, जयप्रकाश जयसवाल, गणपति मुन्ना, रिंकू गुप्ता, बृजमोहन गुप्ता, राजू चौहान, अमरेंद्र सोनी और डॉ. डीएन प्रसाद सहित समिति के समस्त सदस्य इस भव्य आयोजन में मौजूद रहे। पूरे परिसर में "जय श्रीराम" और "जय हनुमान" के उद्घोषों से गूंज मची और माहौल भक्तिभाव से सराबोर हो गया। इस आयोजन ने न केवल नगरवासियों को आपस में जोड़ने का काम किया, बल्कि रामलीला के माध्यम से सामाजिक एकता और परंपराओं को सहेजने का संदेश भी दिया। रामलीला समिति का यह प्रयास नगरा के सांस्कृतिक जीवन को समृद्ध बनाने के साथ-साथ आगामी रामलीला महोत्सव के लिए मजबूत तैयारियों का संकेत है। समिति ने आशा व्यक्त की कि यह आयोजन नगरवासियों में धार्मिक एवं सामाजिक समरसता को और प्रगाढ़ करेगा तथा आने वाले समय में रामलीला महोत्सव का भव्य आयोजन किया जाएगा, जो सैकड़ों श्रद्धालुओं को आकर्षित करेगा। यह भूमि पूजन और ध्वजारोहण समारोह नगरा में आदर्श सांस्कृतिक परंपराओं को आगे बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण पड़ाव साबित होगा, जिससे रामलीला समिति की सक्रियता और नगर की सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण को एक नई गति मिलेगी
. समरजीत सिंह बने शिक्षक एमएलसी चुनाव के बिल्थरारोड विधानसभा संयोजक, क्षेत्र में खुशी की लहर
राम ईश्वर प्रजापति नगरा बलिया! । भारतीय जनता पार्टी के द्वारा डा0 समरजीत सिंह को शिक्षक एमएलसी चुनाव का बिल्थरारोड विधानसभा संयोजक नियुक्त किया गया है। यह घोषणा होते ही क्षेत्र में हर्ष की लहर दौड़ गई। लोगों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया और उन्हें ढेर सारी शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर सूर्य प्रताप सिंह शाही (मंडल अध्यक्ष), पंचम गुप्ता, धर्मराज सिंह, विकी, आशुतोष पांडे, कृष्ण पाल यादव, जयप्रकाश जयसवाल, दीपक, रामायण ठाकुर, संजय पांडे, कृष्ण कुमार कुशवाहा समेत अनेक सम्मानित लोगों ने उन्हें बधाई दी। डा. समरजीत सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने जो जिम्मेदारी उन्हें सौंपी है, उसे पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निभाना उनका कर्तव्य होगा। उन्होंने कहा कि शिक्षक समाज की रीढ़ हैं और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए वे हर संभव प्रयास करेंगे। संगठन को मजबूत बनाने के साथ-साथ शिक्षकों की आवाज़ को सदन तक पहुँचाना उनकी प्राथमिकता होगी। डा. सिंह ने विश्वास जताया कि सबके सहयोग से शिक्षक एमएलसी चुनाव में ऐतिहासिक सफलता प्राप्त होगी।
बलिया में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के आह्वान पर शिक्षकों ने टीईटी अनिवार्यता के खिलाफ भरी हुंकार

संजीव सिंह बलिया। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के आह्वान पर देश के समस्त जनपदों में शिक्षकों ने टीईटी परीक्षा की अनिवार्यता के खिलाफ आवाज उठाई। इसी क्रम में बलिया में भी राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिला संयोजक राजेश कुमार सिंह के नेतृत्व में भारत सरकार से तत्काल इस निर्णय को वापस लेने और शिक्षकों की सेवा सुरक्षा एवं आजीविका संकट से राहत दिलाने हेतु जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया। जिला संयोजक राजेश कुमार सिंह ने कहा कि जब उनकी नियुक्ति हुई थी, तब सभी सरकारी नियमों का पालन करते हुए नियुक्ति हुई थी। शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 के बाद वर्ष 2010 से टीईटी अनिवार्य किया गया था, लेकिन अब 20-25 वर्षों की सेवा के बाद नियम बदलकर शिक्षकों पर टीईटी परीक्षा थोपना न्यायालय का अन्यायपूर्ण निर्णय है। उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि शिक्षकों के सम्मान और उनके पवित्र शिक्षण कार्य का अपमान न हो, और तुरंत उनका गौरव वापस दिलाया जाए। जिला सहसंयोजक पुष्पेन्द्र सिंह ने कहा कि आज के ज्ञापन में शिक्षक समुदाय की व्यथा और मांगों को पूरी निष्ठा के साथ शामिल किया गया है। उन्होंने सरकार से पुनः आग्रह किया कि शिक्षकों की सेवा सुरक्षा और सम्मान को बनाए रखने के लिए इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर तुरंत सकारात्मक कदम उठाए जाएं। जिला सहसंयोजक प्रमोद कुमार सिंह ने कहा कि न्यायालय का यह फैसला शिक्षक विरोधी है और बिना शिक्षकों की बात सुने एकतरफा निर्णय है। अगर आवश्यकता पड़ी तो शिक्षक संघर्ष के लिए दिल्ली तक कूच करेंगे। शिक्षकों के सम्मान के साथ समझौता नहीं होने दिया जाएगा। सहसंयोजक ज्ञान प्रकाश उपाध्याय ने बताया कि उच्चतम न्यायालय ने बिना नियमों को देखे मनमाना फैसला सुनाया है, जबकि भारत सरकार के राजपत्र में स्पष्ट है कि 2010 से पहले नियुक्त अध्यापकों के लिए टीईटी अनिवार्य नहीं था। इस फैसले से पूरे शिक्षक समाज में निराशा फैली है, जो शिक्षा कार्यों पर भी असर डालेगी। उन्होंने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया कि इस फैसले पर पुनर्विचार किया जाए ताकि शिक्षकों की निराशा खत्म हो सके। इस अवसर पर समीर कुमार पाण्डेय, अमरेंद्र सिंह, रामअशीष यादव, ज्ञान प्रकाश उपाध्याय, संजीव कुमार सिंह, अकीलुर्रहमान खान, राजेश सिंह, विनय राय, राकेश कुमार मौर्य, धर्मेन्द्र गुप्ता, कृष्णानंद पाण्डेय, ओंकारनाथ सिंह, राजीव सिंह, उमेश राय, अभिषेक सिंह, गणेश यादव, मुकेश सिंह, संजीव रंजन, राघवेंद्र सिंह, अमरेश चतुर्वेदी, चंदन गुप्ता, दिग्विजय सिंह, राकेश गुप्ता, कर्ण प्रताप सिंह, अनिल सिंह, रजनीश चौबे, अमित नाथ तिवारी, सतीश कुशवाहा, शीतांशु वर्मा, सतीश त्रिपाठी, नीतीश राय, डॉ. विनय भारद्वाज, अभिषेक राय, अंगद वर्मा, अमित यादव, सुशील दुबे, बब्बन यादव, कुलभूषण त्रिपाठी, अभिषेक तिवारी, पुनीत सिसोदिया, सुदीप तिवारी, रामप्रवेश राम, संजय सिंह, शुभम सिंह, संतोष पाण्डेय, अजय वर्मा, अभय सिंह, अशोक सिंह, रवि यादव, विनोद यादव, राजकुमार यादव, अजय सिंह, धनजी प्रसाद, संजय कुमार, श्रीकांत मिश्रा, अशोक तिवारी, सत्येन्द्र चौबे, कविता सिंह समेत सैकड़ों शिक्षक उपस्थित थे।
बलिया:शिक्षकों ने टेट अनिवार्यता के खिलाफ विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन ने डीएम को सौंपा ज्ञापन, समस्याओं के त्वरित समाधान की रखी मांग
संजीव सिंह बलिया। विशिष्ट बीटीसी/बीटीसी-टीईटी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के बैनर तले जनपद बलिया में  आज दिनांक सोमवार, 15 सितंबर 2025 को शिक्षकों ने अपनी समस्याओं को लेकर एक विशेष बैठक की। बैठक के उपरांत शिक्षकों के प्रतिनिधि मंडल ने जिला अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर अपनी जायज़ मांगों के त्वरित समाधान की मांग की। इस अवसर पर बड़ी संख्या में शिक्षक प्रतिनिधि मौजूद रहे, जिनमें नगरा के अध्यक्ष राघवेन्द्र प्रताप राही,  उपाध्यक्ष अशोक कुमार वर्मा, मंत्री आशीष कुमार श्रीवास्तव, वीरेश राम, अनिल कुमार सिंह, अरविंद श्रीरश्मि, उपेंद्र कुमार सिंह, संजय सिंह, परशुराम यादव और ओंकार नाथ पांडे प्रमुख रूप से शामिल रहे। ज्ञापन में कहा गया है कि आरटीई एक्ट 2009 और टीईटी अनिवार्यता के नाम पर शिक्षकों को लगातार मानसिक एवं प्रशासनिक दबाव का सामना करना पड़ रहा है। इससे शिक्षकों की सेवा सुरक्षा और भविष्य पर संकट खड़ा हो गया है। जिला संयोजक डॉ. घनश्याम चौबे ने कहा कि सरकारों को मिलकर इस समस्या का समाधान करना होगा, अन्यथा शिक्षक आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। शिक्षकों ने यह भी स्पष्ट किया कि वर्ष 2010 से पूर्व चयनित व कार्यरत शिक्षकों पर आरटीई व एनसीटीई की नई व्यवस्थाओं को लागू करना अनुचित है। वर्षों से शिक्षा सेवा दे रहे शिक्षकों का भविष्य असुरक्षित करना न केवल अन्यायपूर्ण है बल्कि शिक्षा व्यवस्था के लिए भी घातक सिद्ध होगा। शिक्षकों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर समय रहते सकारात्मक पहल नहीं की गई तो राज्यभर में आंदोलन छेड़ा जाएगा। साथ ही यह भी कहा गया कि जल्द ही मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री और केंद्र सरकार को ज्ञापन भेजकर समस्या का समाधान कराने की दिशा में प्रयास जारी रहेंगे।
शारदीय नवरात्रि की तैयारी हुई तेज, मूर्तिकार मूर्ति को अंतिम रूप देने में जुटे
आचार्य ओमप्रकाश वर्मा नगरा(बलिया)! स्थानीय नगर पंचायत सहित आसपास के क्षेत्र में शारदीय नवरात्र को लेकर तैयारियां तेज हो गई है. स्थानीय मूर्तिकार दुर्गेश प्रजापति और उनकी टीम पिछले 6 महीने से मां दुर्गा की प्रतिमाओं का निर्माण कर रहे हैं. इस वर्ष मां दुर्गा की प्रतिमाएं 10 से 12 फीट तक ऊंची बनाई जा रही है. मूर्तिकार केवल मां दुर्गा की ही नहीं बल्कि लक्ष्मी गणेश सरस्वती और कार्तिकेय की प्रतिमाएं भी बना रहे हैं. दुर्गेश प्रजापति के अनुसार मूर्ति निर्माण का कार्य अंतिम चरण में है. प्रतिमाओं को जल्द ही रंग रोगन कर पूजा पंडाल में स्थापित किया जाएगा. पूजा समितियो के सदस्य नियमित रूप से मूर्तिकारों से संपर्क कर प्रगति की जानकारी ले रहे हैं. नवरात्र की आगमन के साथ ही नगर सहित क्षेत्र में पूजा का माहौल बनने लगा है.
संतान के लिए माताएं जीवित्पुत्रिका का रखी व्रत
आचार्य ओमप्रकाश वर्मा नगरा(बलिया)!
सनातन संस्कृति में जीवित्पुत्रिका व्रत का खास महत्व है. माताएं अपनी संतान की लंबी उम्र व शुभ समृद्धि के लिए जीवित्पुत्रिका का निर्जला व्रत रविवार को रखेंगी. शनिवार को बाजार में जीवितीय गुथवाने के लिए दुकानों पर भीड़ लगी रही. उजियार निवासी कथा वाचक आचार्य सांवरे जी शास्त्री ने बताया कि 14 सितंबर रविवार को जीवित्पुत्रिका व्रत रखा जाएगा. 15 सितंबर की सुबह 6:27 मिनट के बाद पारण किया जा सकता है. नगरा सहित मालीपुर बिशनपुरा, कोदई बिहरा, हरपुर बाजार में व्रत के लिए चिवड़ा, चीनी का सादा लड्डू, चावल आदि सामानों की खरीदारी की. रीता, उषा, बेचनी व सरिता आदि ने बताया कि जिवितिया का व्रत संतान की दीर्घायु और मंगल कामना के लिए माताएं करती हैं. यह व्रत मां की ममता का संकल्प है. जिसमें संतान की लंबी सांसों की कामना की जाती है. व्रत निर्जला तपस्या संतान की सुख समृद्धि की अभिलाषा है. मातृ शक्ति अपने पुत्र की लंबी उम्र और सुखी जीवन की कामना करते हुए पूरे 24 घंटे निर्जला उपवास कर व्रत रहती हैं.
विश्व हिन्दू परिषद की बैठक में संगठन विस्तार पर चर्चा
आचार्य ओमप्रकाश वर्मा नगरा(बलिया)| विश्व हिन्दू परिषद की जिला बैठक तेजस पैलेस, नगरा में आयोजित की गई. बैठक में मुख्य अतिथि वंशराज जी प्रांत धर्माचार्य प्रचार प्रमुख रहे. बैठक का मुख्य उद्देश्य हिन्दू धर्म संस्कृति को सुरक्षित रखना, लव-जिहाद और धर्म परिवर्तन रोकने के साथ ही आगामी कार्यक्रम और संगठन विस्तार पर चर्चा रहा. बैठक में विस्तार के क्रम में पन्दह प्रखंड अध्यक्ष विजय जी, जिला विशेष सम्पर्क प्रमुख दीपक सिंह जी, जिला सेवा प्रमुख सुजित सिंह जी, जिला संस्कार प्रमुख हिमांशु यादव और जिला सेवा प्रमुख संदीप यादव को बनाया गया. बैठक में सभी प्रखंडों के पदाधिकारियों/ कार्यकर्ताओं के साथ जिला एवं विभाग के पदाधिकारी उपस्थित रहे. बैठक में दीपक गुप्ता, अरविंद मिश्रा,सरोज देवी, दुर्गेश पांडेय, रामनिवास शर्मा, प्रतीक राय, अभिनंदन सिंह, सोनू गुप्ता, विजय शर्मा आदि रहे.
बलिया में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन : बीजेपी नेता ठाकुर मंगल सिंह के चाचा श्रद्धेय बालाशंकर सिंह (बच्चा सिंह) को दी जाएगी अंतिम विदाई
संजीव सिंह बलिया।क्षेत्र में बीजेपी नेता व किसान मोर्चा के जिला महामंत्री समाजसेवी ठाकुर मंगल सिंह के चाचा के असमय निधन पर गहरा शोक व्याप्त हो गया है। आदरणीय श्री बालाशंकर सिंह (बच्चा सिंह) का स्वर्गवास दिनांक 05 सितम्बर 2025, शुक्रवार को हो गया। उनके निधन से पूरा क्षेत्र शोकाकुल है। परिवारजनों ने जानकारी दी है कि दिवंगत आत्मा की अंत्येष्टि एवं श्राद्धभोज का आयोजन 18 सितम्बर 2025,
गुरुवार को किया जाएगा। इस अवसर पर बीजेपी नेता, विभिन्न पार्टी के क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता, शुभचिंतक एवं ग्रामवासी सम्मिलित होंगे। परिवार की ओर से बताया गया कि यह कार्यक्रम पूर्णतः श्रद्धांजलि स्वरूप होगा जिसमें दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की जाएगी। सभी परिचितों एवं शुभचिंतकों से विनम्र नि वेदन किया गया है कि वे इस अवसर पर शामिल होकर दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित करें। यह श्रद्धांजलि सभा एवं श्राद्ध भोज कार्यक्रम ग्राम – डेहरी, पोस्ट – कोटवारी, रसड़ा, जनपद – बलिया स्थित पैतृक निवास पर आयोजित किया जाएगा।
परिषदीय शिक्षकों का बिगुल टीईटी अनिवार्यता अन्यायपूर्ण शिक्षकों का आंदोलन तेज: 16 सितंबर को बलिया मुख्यालय पर शिक्षकों का विशाल प्रदर्शन
संजीव सिंह बलिया।नगरा: शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) को सेवा में कार्यरत शिक्षकों के लिए अनिवार्य किए जाने पर परिषदीय शिक्षकों ने आक्रोश जताते हुए आंदोलन तेज करने का ऐलान किया है। शनिवार को ब्लॉक संसाधन केंद्र नगरा में उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ की बैठक में जिलाध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने कहा कि यह निर्णय शिक्षकों के भविष्य के साथ अन्याय है। जब तक सरकार और न्यायालय इस पर पुनर्विचार नहीं करते, तब तक संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने घोषणा की कि आगामी 16 सितंबर को बलिया में पूर्ण तालाबंदी होगी और शिक्षक अपनी एकजुट ताकत का प्रदर्शन करेंगे। जिलाध्यक्ष ने कहा कि कुछ ही वर्षों में सेवानिवृत्त होने वाले या पहले से सेवा कर रहे कई शिक्षक तो टीईटी में बैठने के पात्र ही नहीं हैं। ऐसे में परीक्षा उत्तीर्ण कर सेवा समाप्ति से बचना संभव नहीं है। यह शर्त पूरी तरह अव्यावहारिक है और शिक्षक समाज में गहरा असंतोष पैदा कर रही है।  प्राथमिक शिक्षक संघ  के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा के आह्वान पर नगरा की बैठक में तय हुआ कि चरणबद्ध आंदोलन की शुरुआत बलिया मुख्यालय से होगी। इस दिन प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले जिलेभर के शिक्षक तालाबंदी कर धरना-प्रदर्शन करेंगे और प्रधानमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपेंगे। बैठक में जिला उपाध्यक्ष एवं बेरुआरबारी इकाई अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप सिंह, नगरा इकाई अध्यक्ष वीरेंद्र प्रताप यादव, मंत्री ओमप्रकाश, उपाध्यक्ष हेमंत यादव, विनोद भारती, प्रख्यात शिक्षाविद डॉ. विद्या सागर उपाध्याय, संजीव सिंह, विनय त्रिपाठी, अजय यादव, अशोक चौहान, जयप्रकाश सिंह, बालचंद राम, अजय श्रीवास्तव, बच्चालाल, संतोष गुप्ता, रामबहादुर यादव, अमरदेव सिंह, शिवसहाय तिवारी, नीता श्रीवास्तव समेत अनेक शिक्षक शामिल रहे। सभी ने संकल्प लिया कि वे टीईटी अनिवार्यता के खिलाफ लड़ाई को निर्णायक मुकाम तक पहुंचाएँगे