UP: 2027 विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी सपा
*  आगरा उत्तरी से दलित उम्मीदवार नितिन कोहली की घोषणा

लखनऊ।
समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 2027 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारियों का बिगुल फूंक दिया है। पार्टी ने उन सीटों पर खास फोकस करना शुरू किया है जहां पिछली बार प्रदर्शन कमजोर रहा था। इसी रणनीति के तहत सपा ने उत्तर प्रदेश की 89-आगरा उत्तरी (सामान्य) सीट से दलित प्रत्याशी नितिन कोहली को मैदान में उतारने की औपचारिक घोषणा कर दी है। इसकी जानकारी स्वयं नितिन कोहली ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से दी।

पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, अखिलेश यादव बीते कुछ समय से राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में पार्टी पदाधिकारियों और स्थानीय नेताओं के साथ गहन मंथन कर रहे हैं। इन बैठकों का मकसद आगामी चुनाव के लिए जमीनी रणनीति तैयार करना और मजबूत उम्मीदवारों की पहचान करना है। जानकारी के अनुसार, कुछ अन्य सीटों पर भी संभावित प्रत्याशियों को तैयारी शुरू करने का संकेत दे दिया गया है।

सपा इस बार अपने पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) फॉर्मूले को और व्यापक बनाकर दलित वोट बैंक को साधने की दिशा में गंभीर प्रयास कर रही है। पार्टी नेतृत्व का मानना है कि दलितों को सशक्त प्रतिनिधित्व देने से प्रदेश में मजबूत सामाजिक समीकरण तैयार किया जा सकता है। इसी उद्देश्य से पार्टी ने 2027 के चुनाव में 120 दलित उम्मीदवारों को उतारने का लक्ष्य तय किया है।

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा की कुल 86 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं, लेकिन समाजवादी पार्टी की रणनीति इन सीटों से आगे जाकर सामान्य सीटों पर भी दलित चेहरों को आगे लाने की है। आगरा उत्तरी सीट से नितिन कोहली की उम्मीदवारी इसी सोच की शुरुआत मानी जा रही है।

सपा की इस सक्रियता से यह स्पष्ट हो गया है कि पार्टी इस बार समय से पहले चुनावी मोर्चे पर उतरकर पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरना चाहती है। अब देखना यह होगा कि सपा की यह रणनीति 2027 में कितना असर दिखा पाती है।
शानो ओ शौकत से शुरू होगा दादा मियां का 118 वां उर्स मुबारक

लखनऊ।हजरत ख्वाजा मोहम्मद नबी रजा शाह अलमारूफ दादा मियाँ र० अ० के 118वें सालाना उर्स का आगाज निहायत ही शानो ओ शौकत के साथ आज से आधिकारिक तौर पर शुरू हो गया है। इस दरगाह की सबसे बड़ी बात ये है कि यहाँ दुनिया भर से हर मजहब और हर कौम के लोग बेशुमार तादात में अपनी अकीदत का इजहार करने के लिए इकटठा होते हैं और दादा मियों के फैजान और कमालात से मालामाल होते हैं। सज्जादा नशीन व मुतावल्ली हजरत ख्वाजा मोहम्मद सबाहत हसन शाह ने बताया कि दादा मियाँ २०अ० ने अपनी जिन्दगी के जरीये से अपने अख्लाक ओ किरदार की ऐसी मिसाल पेश की जिसकी है जिसकी रौशनी में चलकर हजारों लोग मन्जिले मकसूद से हम किनार हुये और अपनी जिन्दगियों का मकसद हासिल किये। आपने अपनी बहुत छोटी सी जिन्दगी में इतना काम कर दिखाया जिसकी मिसाल आज के जमाने में मिलना मुश्किल ही नहीं ना मुमकिन है। इसकी जीती जागती निसाल मुल्क व बैरूने मुल्क में लाखों की संख्या में फैले हुये आपके मुरीद और अकीदत मन्द है। उन्होंने बताया कि आपका सिलसिला सिलसिला-ए-जहाँगीरीया है। जो सिलसिला-ए-कादिरीया, चितिया, सोहरवर्दीया, फिरदौसिया, नक्शबन्दीया, अबुलउलाईया के मजमूआ का नाम है। हजरत ख्वाजा मोहम्मद नबी रजा शाह दादा मियाँ का हर साल पाँच रोजा उर्स बड़ी शानों शौकत के साथ हुआ करता है।इस साल ये उर्स पाक 15 से 19 सितम्बर 2025 बरोज पीर से जुमा आस्ताना दादा मियां मॉल ऐवेन्यू में होगा, जिसमें जिक्र, कुर्जान ख्वानी, मीलाद शरीफ तरही मुशायरा, चादरपोशी, हल्का ए ज़िक्र महफिले समा, आलमी सेमिनार रंगे महफिल, गुस्ल व संदल शरीफ का प्रोग्राम होगा, जिसमें शरीक होने के लिए मुल्क भर से लाखों लोग तशरीफ लायेंगे, और अपनी मुरादें हासिल करेंगे। उर्स में आये हुये लोगों की तालीम का भी खास ख्याल रखा जाता है। इसी के उपलक्ष्य में 17 सितम्बर 2025 दिन बुध को 11 वीं आलमी सेमिनार का प्रोग्राम भी होगा, जिसका उनवान अदाबे तरीकत और शाहे रज़ा होगा, जिसके जरिये दादा मियां की तालीम को लोंगों के सामने लाया जाएगा।इसी उपलक्ष्य में इस प्रोग्राम में शिरकत के लिए मुल्क के नामवर स्कालर तशरीफ लायेंगें जिनमें खुसूसी तौर से जामिया मिलिया इस्लामिया नई दिल्ली से जनाब डॉ वाहिद नजीर साहब तशरीफ ला रहे नहै। इसके अलावा लखनऊ व आस पास के जिले के उलमाए किराम भी तशरीफ ला रहें हैं। सेमिनार के जरीये दादा मियां की तरह जिन्दगी गुजारने का तरीका बताया व सिखाया जायेगा। दौरे हाजिर में अगर फिरका परस्ती और ना इत्तेफाकी को दूर करना और इन्सानियत को जिन्दा रखना है तो हमें खानकाही रवादारी व सभ्यता को अपनाना पडेगा, जिससे हमारी आनेवाली नस्लों को दुश्वारियों का सामना न करना पड़े, और सच पूछिये तो खानकाहें ही वक्त की अहम जरूरत है। जिला महकमा इन्तेजामिया ने इस बार भी माकूल इन्तेजाम किये हैं। बल्कि पिछले साल से बेतहर इंतजामात किये गये हैं। जिनका हम तहे दिल से अभार व्यक्त करते हैं।प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्वामी लक्ष्मी शंकराचार्य,समाजसेवी मुर्तुजा अली,कुदरत उल्ला, अब्दुल वहीद,जुबैर अहमद आदि मौजूद थे।
नगर निगम मुख्यालय पर दूसरे दिन जारी रहा किसानों का धरना

लखनऊ। अपनी मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन का धरना दूसरे दिन भी नगर निगम मुख्यालय हजरतगंज लालबाग में जारी रहा। सैकड़ो की संख्या मैं किसान अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे और वहीं पर भट्टी चढ़ाकर खाना बनाया और सभी ने भोजन किया। किसानों की प्रमुख मांग है कि नगर निगम के द्वारा जो पशुओं को पकड़ते समय गोवंश की पिटाई की गई थी उसकी मौके पर मृत्यु हो गई थी। उसमें दोषी लोगों पर मुकदमा दर्ज किया जाए और जिन पांच किसानों के पशु जप्त किए गए हैं, उनको बिना जुर्माने के छोड़ा जाए। आज के कार्यक्रम में सोमवार को होने वाली बड़ी पंचायत को लेकर रणनीति तय की गई। आज की बैठक में प्रमुख रूप से जिला अध्यक्ष लखनऊ आलोक वर्मा, प्रदेश महासचिव गणेश शंकर वर्मा, जिला महासचिव आशीष यादव , नगर अध्यक्ष मोहम्मद इमरान ,महिला जिला अध्यक्ष उर्मिला मौर्य, जिला उपाध्यक्ष तौकीर फरहत, काकोरी के ब्लॉक अध्यक्ष श्याम बिहारी राठौर , नगर महामंत्री शाह आलम, जिला उपाध्यक्ष राजकुमार यादव, जिला प्रवक्ता अजय अनमोल ,तहसील अध्यक्ष बख्शी तालाब अमरेंद्र पवार सहित सैकड़ो किसान उपस्थित रहे।
इत्र नगरी में इतिहास की खुशबू – कन्नौज के आनंद भवन पैलेस में शुरू हुआ यूपी का पहला लग्जरी हेरिटेज होमस्टे
अमा स्टेज एंड ट्रेल्स के अंतर्गत कन्नौज के आनंद भवन पैलेस का अनावरण, हेरिटेज आधारित पर्यटन की दिशा में अहम पहल लखनऊ/कन्नौज। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने इत्र नगरी कन्नौज के तिर्वा स्थित ऐतिहासिक आनंद भवन पैलेस को राज्य के पहले लक्ज़री हेरिटेज होमस्टे के रूप में लॉन्च कर इतिहास रच दिया है। यह अनोखी पहल इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (IHCL) के अमा स्टेज एंड ट्रेल्स ब्रांड के सहयोग से साकार हुई है। खास बात यह है कि आनंद भवन पैलेस अब अमा के राष्ट्रीय पोर्टफोलियो में शामिल 150वां विरासत बंगला बन गया है। इस लॉन्च से कन्नौज को न केवल अनुभवात्मक पर्यटन की नई पहचान मिलेगी, बल्कि पर्यटक यहां विरासत, इत्र और आतिथ्य का अद्वितीय संगम अनुभव कर पाएंगे। सन 1929 में निर्मित और पांच एकड़ में फैला आनंद भवन पैलेस ज़मींदारी युग की यादें ताजा करता है। दिग्विजय नारायण सिंह के स्वामित्व वाला यह पैलेस कन्नौज रेलवे स्टेशन से मात्र चार किलोमीटर तथा लखनऊ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से 136 किलोमीटर दूर स्थित है। वर्ष 2024 में कन्नौज ने 13,04,754 पर्यटकों का स्वागत किया था। ऐसे में यह नया होमस्टे क्षेत्र में पर्यटन को और गति देने की उम्मीद जगाता है।   आनंद भवन पैलेस में कन्नौज के इत्रों से प्रेरित छह हेरिटेज सुइट बनाए गए हैं- जैस्मिन, पैचौली, ऊद, नेरोली, गुलाब और बख़ूर। यह लग्जरी हेरिटेज होम स्टे मेहमानों को फार्म-टू-टेबल स्थानीय भोजन, नेपाली स्वादों के साथ डिनर और खुले आसमान के नीचे बारबेक्यू नाइट जैसे विशेष पाक अनुभव प्रदान करता है। इसके अलावा पर्यटकों के लिए स्विमिंग पूल पर विश्राम, विंटेज गेम्स रूम में बिलियर्ड्स, लाख बहोसी बर्ड सैंक्चुअरी में बर्ड वॉचिंग और कन्नौज की अत्तर परंपरा को समझने के लिए गाइडेड टूर जैसी गतिविधियां भी उपलब्ध हैं।' उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि 'प्रदेश सरकार हेरिटेज आधारित पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयासरत है। कन्नौज का आनंद भवन पैलेस इसका जीता-जागता उदाहरण है कि किस तरह राज्य की धरोहर संपत्तियों को संरक्षित कर सांस्कृतिक एवं आर्थिक विकास के केंद्र के रूप में विकसित किया जा सकता है।' प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम ने कहा कि 'कन्नौज इत्र नगरी के रूप में विश्व विख्यात है। पिछले वर्ष यहां 13 लाख से अधिक पर्यटक आए। आनंद भवन पैलेस के हेरिटेज होम स्टे बनने से पर्यटन को नया आयाम मिलेगा। प्रदेश के हेरिटेज संपत्ति मालिकों से अपील है कि वे सरकार के साथ मिलकर विरासत को सहेजने में योगदान दें। ऐसे प्रयास न केवल रोजगार के अवसर बढ़ाते हैं, बल्कि पर्यटकों को अविस्मरणीय अनुभव भी प्रदान करते हैं।' निदेशक इको-टूरिज्म प्रखर मिश्रा ने कहा, 'उत्तर प्रदेश में अनेक ज़मींदारी घर, हवेलियां और महल हैं जिन्हें व्यावसायिक होटल में नहीं बदला जा सकता, लेकिन वे हेरिटेज स्पेस के रूप में अपार संभावनाएं रखते हैं। आनंद भवन पैलेस इसका उदाहरण है, जहां इन ऐतिहासिक संपत्तियों को लग्जरी होमस्टे में बदलकर उनकी आत्मा को बनाए रखते हुए यात्रियों को इतिहास और संस्कृति का असली अनुभव दिया जा सकता है।' कन्नौज में आयोजित उद्घाटन समारोह में प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम ने फीता काटा। इस अवसर पर जिलाधिकारी कन्नौज अशुतोष अग्निहोत्री, यूपी टूरिज़्म (इको) के निदेशक प्रखर मिश्रा, अमा होमस्टे के वाइस प्रेसिडेंट सुमित बजाज तथा आईएचसीएल के क्लस्टर जनरल मैनेजर विनोद पांडे भी मौजूद रहे। उद्घाटन समारोह में प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम द्वारा फीता काटा गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी कन्नौज आशुतोष मोहन अग्निहोत्री, यूपी टूरिज्म (इको) के निदेशक प्रखर मिश्रा, अमा होमस्टे के वाइस प्रेसिडेंट सुमित बजाज और आईएचसीएल के क्लस्टर जनरल मैनेजर विनोद पांडे भी मौजूद रहे। इस शुरुआत के साथ उत्तर प्रदेश ने हेरिटेज होम स्टे नेटवर्क विकसित करने की दिशा में अनोखी पहल की है। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने निजी हेरिटेज संपत्तियों के मालिकों और निवेशकों को भी आमंत्रित किया है। सरकार का उद्देश्य महल, हवेलियां और ज़मींदारी घरों को पुनर्जीवित कर उन्हें अनुभवात्मक पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित करना है। इस कदम से राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ-साथ स्थानीय रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
दीपोत्सव-2025: सरयू तट पर 26 लाख दीपों की रोशनी में नहाएगी अयोध्या, ग्रीन आतिशबाजी बनेगी मुख्य आकर्षण

लखनऊ । उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा आगामी 19 अक्टूबर को अयोध्या में आयोजित होने जा रहे दीपोत्सव-2025 की तैयारियाँ जोरों पर हैं। इस वर्ष का आयोजन पहले से कहीं अधिक भव्य, दिव्य और पर्यावरण-संवेदनशील होने जा रहा है। प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि इस बार सरयू नदी के तट पर 26 लाख से अधिक दीये प्रज्वलित किए जाएंगे, जो एक नया कीर्तिमान स्थापित करेंगे। दीपोत्सव की थीम "पर्यावरण संरक्षण एवं सांस्कृतिक विरासत" को ध्यान में रखते हुए ग्रीन एरियल फायर क्रैकर्स का विशेष शो आयोजित किया जाएगा। राम की पैड़ी पर होने वाला यह दीपोत्सव प्रभु श्रीराम के वनवास के बाद अयोध्या आगमन की स्मृति में मनाया जाता है। मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि पूरे शहर को विशेष रूप से सजाया जाएगा, जिससे आगंतुकों को भगवान श्रीराम के स्वागत की दिव्यता का अनुभव हो। दीपोत्सव में सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, प्रदूषणमुक्त आतिशबाजी, और आधुनिक तकनीक से युक्त संगीतबद्ध फायर शो प्रमुख आकर्षण होंगे। ग्रीन आतिशबाजी शो को इस बार अंतरराष्ट्रीय मानकों पर तैयार किया जा रहा है। इसे कंप्यूटर नियंत्रित तकनीक से संचालित किया जाएगा और संगीत की धुनों पर आधारित कोरियोग्राफी के साथ प्रस्तुत किया जाएगा। यह शो 10 मिनट का होगा और इसकी आतिशबाजी 200 मीटर की ऊँचाई तक जाएगी। इसे कई किलोमीटर दूर से भी देखा जा सकेगा। आतिशबाजी का डिज़ाइन रियो डी जेनेरियो (ब्राज़ील), फ्रांस के बैस्टिल डे और ब्रिटेन की गाई फॉक्स नाइट जैसे प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय आयोजनों की तर्ज पर किया गया है। प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम ने बताया कि दीपोत्सव-2025 हमारी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का अनुपम प्रदर्शन होगा। इस आयोजन के माध्यम से अयोध्या को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर एक नई पहचान मिलेगी। दीपों की जगमगाहट और ग्रीन आतिशबाजी से सजी अयोध्या की यह शाम देशी-विदेशी पर्यटकों के लिए अविस्मरणीय अनुभव बनेगी।
उत्तर प्रदेश का पहला लक्ज़री हेरिटेज होमस्टे बना कन्नौज का आनंद भवन पैलेस

इत्र, विरासत और अतिथि सत्कार का मिलेगा अनूठा अनुभव: जयवीर सिंह

लखनऊ । उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने कन्नौज स्थित ऐतिहासिक आनंद भवन पैलेस को प्रदेश के पहले हेरिटेज होमस्टे के रूप में लॉन्च किया है। यह पहल इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (IHCL) के Ama Stays & Trails ब्रांड के सहयोग से साकार हुई है। इस ऐतिहासिक धरोहर के लॉन्च से उत्तर प्रदेश ने अनुभवात्मक और सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है।

सन 1929 में निर्मित यह पैलेस अब Ama के राष्ट्रीय पोर्टफोलियो में 150वें हेरिटेज होमस्टे के रूप में शामिल हो गया है। 5 एकड़ में फैले इस भवन को खासतौर पर पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनाया गया है, जहां वे इत्र नगरी की खुशबू, संस्कृति और पारंपरिक आतिथ्य का संगम एक साथ अनुभव कर सकेंगे।

उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि आनंद भवन पैलेस राज्य में हेरिटेज आधारित पर्यटन की दिशा में मील का पत्थर है। उन्होंने कहा, "ऐसे प्रयास हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करते हुए आर्थिक और रोजगार के अवसर भी बढ़ाते हैं।"

प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम ने बताया कि कन्नौज, जो विश्वभर में अपनी इत्र परंपरा के लिए प्रसिद्ध है, अब एक नए पर्यटन अनुभव के रूप में उभरेगा। 2024 में यहां 13 लाख से अधिक पर्यटक आए थे। उन्होंने हेरिटेज संपत्ति मालिकों से अपील की कि वे पर्यटन विभाग के साथ साझेदारी कर ऐसी विरासतों को संरक्षित करें।

आनंद भवन पैलेस में कन्नौज के प्रसिद्ध इत्रों के नाम पर आधारित छह हेरिटेज सुइट्स – जैस्मिन, पैचौली, ऊद, नेरोली, गुलाब और बख़ूर – तैयार की गई हैं। पर्यटक यहां फार्म-टू-टेबल भोजन, नेपाली स्वाद, बारबेक्यू नाइट, बर्ड वॉचिंग, अत्तर निर्माण का गाइडेड टूर और स्विमिंग पूल जैसे अनुभव ले सकेंगे।

निदेशक इको-टूरिज्म प्रखर मिश्रा ने कहा कि उत्तर प्रदेश की कई हेरिटेज संपत्तियों में व्यावसायिक संभावनाएं हैं। आनंद भवन पैलेस इसका जीवंत उदाहरण है।

ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में कंप्यूटर विज्ञान विभाग का ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित

लखनऊ । ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के कंप्यूटर विज्ञान और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा नवप्रवेशित छात्रों के लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य नए विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय की शैक्षणिक संस्कृति, नीतियों और तकनीकी प्रगति से अवगत कराना था।

कार्यक्रम की शुरुआत विभाग प्रभारी डॉ. मजहर खालिक के स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने विद्यार्थियों को कंप्यूटर विज्ञान और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में व्यावसायिकता, टीम वर्क और नैतिक मूल्यों के महत्व को समझाया। उन्होंने विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया कि छात्रों को निरंतर सीखने की भावना के साथ उभरती प्रौद्योगिकियों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा साइंस, और साइबर सुरक्षा में दक्षता हासिल करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बदलते तकनीकी परिदृश्य में प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए कौशल विकास अत्यंत आवश्यक है।

डॉ. खालिक ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 की प्रमुख अवधारणाओं पर भी विस्तार से चर्चा की और बताया कि यह नीति छात्रों को लचीलापन, बहु-विषयक शिक्षा और कौशल उन्मुखता की दिशा में प्रेरित करती है। इसके माध्यम से छात्र अपनी पढ़ाई को अधिक व्यावहारिक और परिणामोन्मुख बना सकते हैं।

इसके पश्चात, डॉ. रज़ा अब्बास हैदरी, सहायक आचार्य, ने छात्रों को विश्वविद्यालय की वेबसाइट, पाठ्यक्रम की संरचना, शैक्षणिक नीतियाँ, ग्रेडिंग प्रणाली तथा अनुशासन की आवश्यकताओं के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने विद्यार्थियों को सफलता प्राप्त करने हेतु सही रणनीतियों और लक्ष्यों को निर्धारित करने की सलाह दी।

डॉ. हैदरी ने विद्यार्थियों को National Academic Depository (NAD)-Digilocker, Academic Bank of Credits (ABC) और ABC-ID की प्रक्रिया व महत्त्व के बारे में भी समझाया। उन्होंने बताया कि ये सभी डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म छात्रों की शैक्षणिक यात्रा को अधिक पारदर्शी और संगठित बनाते हैं।

कार्यक्रम में विभाग के सभी शिक्षकगण एवं नवप्रवेशित छात्र-छात्राएँ उत्साहपूर्वक उपस्थित रहे। आयोजन के अंत में छात्रों द्वारा विभिन्न प्रश्न पूछे गए, जिनका शिक्षकों ने समाधानपरक उत्तर दिया। कार्यक्रम ने विद्यार्थियों के शैक्षणिक जीवन की मजबूत नींव रखने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
2425 नवचयनित मुख्य सेविकाओं को जनपदवार तैनाती के आदेश जारी
88 प्रतिशत से अधिक अभ्यर्थियों को मिला प्रथम प्राथमिकता का जिला

लखनऊ । विभाग द्वारा अपने मानव संसाधन की वृद्धि करने तथा विभागीय योजनाओं को त्वरित गति प्रदान करने के उद्देश्य से 17 नवम्बर 2021 को उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को मुख्य सेविका के 2693 रिक्त पदों पर नियुक्ति हेतु अधियाचन भेजा गया। दिनांक 24 सितम्बर 2023 को आयोग द्वारा मुख्य परीक्षा करायी गयी जिसका परिणाम 2 जुलाई 2025 को घोषित किया गया। इस क्रम में नव चयनित 2425 मुख्य सेविकाओं को नियुक्ति पत्र दिनांक 27.08.2025 को लोकभवन में मुख्यमंत्री द्वारा तथा अन्य समस्त जनपदों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के माध्यम से नियुक्ति पत्र प्रदान किये गये। इसी कड़ी में विभाग द्वारा ऑनलाइन प्रीफ्रेंस कम मेरिट बेस्ड एलोकेशन की पद्धति अपनाते हुए एक स्वच्छ पारदर्शी व्यवस्था के अंतर्गत समस्त चयनित मुख्य सेविकाओं को जनपदों में तैनात कर दिया गया है।

निदेशक बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार, श्रीमती सरनीत कौर ब्रोका ने यह जानकारी आज यहां दी। उन्होंने बताया कि नवचयनित मुख्य सेविकाओं की जनपदों में तैनाती हेतु उनके द्वारा जनपद की वरीयताएं प्रस्तुत करने हेतु ऑनलाइन पोर्टल विभाग द्वारा विकसित किया गया। शासन से अनुमोदित नीति के अनुसार 69 जनपदों को विकल्प हेतु पोर्टल पर खोला गया। यह ऐसे जनपद थे जहां पर 60 प्रतिशत या इससे अधिक मुख्य सेविका के पद रिक्त थे। जिन मुख्य सेविकाओं की बाल विकास परियोजना अधिकारी के पद पर पदोन्नति हो चुकी है, उन रिक्त पदों को भी सम्मिलित करते हुए विकल्प भरे जाने की व्यवस्था अभ्यर्थियों के साथ दिये गये पोर्टल लिंक https://icdspreference.upsdc.gov.in/ द्वारा की गयी थी। जिसे उनके द्वारा मोबाइल नम्बर पर प्राप्त ओटीपी के माध्यम से लॉगिन किया गया।

सफल लॉगिन पर मुख्य सेविकाओं को पोर्टल पर विभाग द्वारा उपलब्ध रिक्तियाँ हेतु निर्धारित जनपदों के लिए वरीयता चुनकर उसे भरा गया। पोर्टल पर उपलब्ध सभी जनपदों की वरीयताएं भरना अनिवार्य था। सभी जनपदों की वरीयताएं सफलतापूर्वक भरने के बाद संबंधित के मोबाइल नम्बर पर पुष्टिकरण हेतु एसएमएस भी प्राप्त हुआ। विभाग द्वारा उपलब्ध रिक्तियों हेतु निर्धारित जनपद के लिए सभी जनपदों की वरीयताएं भरने के बाद उसे अंतिम रूप से लॉक करने का विकल्प प्रदर्शित हुआ।

वरीयताएं लॉक होने के बाद, मुख्य सेविकाओं के पास पोर्टल पर दर्ज किये गये विवरण के अनुसार जनपद वरीयता फॉर्म की एक प्रति प्रिंट करने का विकल्प भी दिया गया। अभ्यर्थियों को जनपदों का आवंटन परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर निर्धारित उनकी मेरिट के अनुसार किये जाने की व्यवस्था थी।

ऑनलाइन प्रीफ्रेंस कम मेरिट बेस्ड एलोकेशन पोर्टल से मुख्य सेविकाओं के जिला आवंटन की प्रक्रिया निष्पक्ष, पारदर्शी और तीव्र गति से सफलतापूर्वक पूरी कर ली गई है। इस प्रक्रिया के अंतर्गत कुल 4730 रिक्तियों के लिए 69 जिलों में से 2425 अभ्यर्थियों ने अपनी जिला प्राथमिकता दर्ज की थी। इनमें से 2403 अभ्यर्थियों को उनकी प्राथमिकता के आधार पर जिलों का आवंटन किया गया, जबकि केवल 22 अभ्यर्थियों को रैंडम आवंटन के माध्यम से जिले दिए गए।

महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि अधिकांश अभ्यर्थियों को उनकी पहली पसंद का जिला मिला है। आंकड़ों के अनुसार, 88.22 प्रतिशत (2120 अभ्यर्थियों) को पहली प्राथमिकता, 8.41 प्रतिशत को दूसरी प्राथमिकता तथा शेष को अन्य को तीसरी प्राथमिकता में 1.41 प्रतिशत (34 अभ्यर्थी), चौथी प्राथमिकता में 1.21 प्रतिशत (29 अभ्यर्थी), पांचवी प्राथमिकता में 0.46 प्रतिशत (11 अभ्यर्थी), छठी प्राथमिकता में 0.25 प्रतिशत (06 अभ्यर्थी) एवं सातवी प्राथमिकता में 0.04 प्रतिशत (01 अभ्यर्थी) इस प्रकार कुल 2403 अभ्यर्थियों को आवंटन किया गया है।

महिला एवं बाल विकास विभाग का यह प्रयास तकनीकी साधनों के उपयोग से तेज़, पारदर्शी और विश्वासपूर्ण भर्ती प्रक्रिया की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। नव नियुक्त मुख्य सेविकाओं की जनपदों में तैनाती आदेश, सम्बन्धित जनपदों के जिलाधिकारी/जिला कार्यक्रम अधिकारियों को ई-मेल के माध्यम से प्रेषित कर दिये गये है। अभ्यर्थियों की जनपदों में तैनाती का विवरण विभागीय वेब साईट balvikasup.gov.in पर भी उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त अभ्यर्थियों को उनके द्वारा दिये गये पते पर रजिस्टर्ड डाक द्वारा तैनाती आदेश प्रेषित किये जा रहे है।
एएनटीएफ गाजीपुर की बड़ी सफलता, 55 लाख की हेरोइन संग तस्कर गिरफ्तार, मिर्जापुर रेलवे स्टेशन पर सौदा करने जा रहा था सक्रिय तस्कर
लखनऊ । उत्तर प्रदेश में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत एएनटीएफ (एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स) गाजीपुर को बड़ी सफलता हाथ लगी है। टीम ने शुक्रवार रात मिर्जापुर रेलवे स्टेशन के बाहर माल गोदाम के पास दबिश देकर एक सक्रिय हेरोइन तस्कर को गिरफ्तार किया। उसके कब्जे से 255 ग्राम हेरोइन बरामद हुई है, जिसकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 55 लाख रुपये आंकी गई है। इसके अलावा पुलिस ने उसके पास से एक मोबाइल फोन और 120 रुपये नकद भी बरामद किए हैं।
सौदा करने से पहले ही दबोचा गया तस्कर
गिरफ्तार आरोपी की पहचान गौतम कुमार पुत्र राजकुमार उर्फ मटरू (उम्र 25 वर्ष) निवासी ग्राम ड़गहर पथरहिया, थाना कटरा कोतवाली, जनपद मिर्जापुर के रूप में हुई है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह यह हेरोइन मिर्जापुर रेलवे स्टेशन पर एक लाल शर्ट पहने व्यक्ति को सौंपने वाला था। इसके बदले उसे अच्छी रकम मिलने वाली थी, लेकिन सौदा करने से पहले ही एएनटीएफ की टीम ने उसे रंगेहाथ पकड़ लिया। गिरफ्तारी का समय रात 10:21 बजे दर्ज किया गया।
पुलिस की रणनीति और नेतृत्व
एएनटीएफ की इस कार्रवाई को पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश, एडीजी कानून-व्यवस्था, एडीजी अपराध तथा आईजी एएनटीएफ के मार्गदर्शन में अंजाम दिया गया। इस अभियान में एएनटीएफ गाजीपुर की टीम — उपनिरीक्षक शमी अशरफ शेख, कांस्टेबल जयन्त सिंह, अमित कुमार चौरसिया, अजीत कुमार और देवानन्द ने अहम भूमिका निभाई। वहीं, थाना कटरा कोतवाली, मिर्जापुर की टीम ने भी सहयोग किया।
एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज
गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ थाना कटरा कोतवाली, जनपद मिर्जापुर में मुकदमा संख्या 279/25, धारा 8/21/29 एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी से बरामदगी के आधार पर आगे की जांच की जा रही है और उसके नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश भी शुरू कर दी गई है।
प्रदेश में नशा तस्करी के खिलाफ सख्ती
पुलिस अधिकारियों के अनुसार उत्तर प्रदेश में नशे के कारोबार को पूरी तरह खत्म करने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। बीते कुछ महीनों में एएनटीएफ और अन्य एजेंसियों ने कई बड़े तस्करों को गिरफ्तार कर करोड़ों की कीमत की हेरोइन, चरस और अन्य मादक पदार्थ बरामद किए हैं। एएनटीएफ गाजीपुर की यह कार्रवाई इसी कड़ी का हिस्सा है, जो प्रदेश में सक्रिय नशे के नेटवर्क पर बड़ा प्रहार माना जा रहा है।
राजधानी में सड़क हादसों का कहर: 24 घंटे में दो की मौत, एक घायल
लखनऊ । राजधानी में सड़क हादसों ने फिर दो परिवारों की खुशियां छीन लीं। शुक्रवार को अलग-अलग इलाकों में हुए दो हादसों में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। दोनों ही घटनाओं में लापरवाही और तेज रफ्तार मुख्य वजह रही। ड्यूटी पर जाते वक्त सड़क हादसे का शिकार हो गए पहली घटना काकोरी क्षेत्र के दुलागंज ओवरब्रिज पर हुई। यहां गौरी गांव निवासी वीरेंद्र यादव (55), जो कान्हा उपवन में सिक्योरिटी गार्ड थे, ड्यूटी पर जाते वक्त सड़क हादसे का शिकार हो गए। ओवरब्रिज पर चार माह से स्ट्रीट लाइटें खराब पड़ी थीं। अंधेरे में खड़े खराब पिकअप वाहन से उनकी बाइक जा टकराई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि वीरेंद्र मौके पर ही चल बसे। हादसे के बाद चालक वाहन छोड़कर भाग निकला। पुलिस ने पिकअप जब्त कर लिया और फरार चालक की तलाश शुरू कर दी है। ग्रामीणों का आरोप है कि एनएचएआई की लापरवाही से यह हादसा हुआ। डाले का पहिया सिर पर चढ़ने से चली गई जान दूसरी घटना बख्शी का तालाब के इटौंजा थाना क्षेत्र में हुई। सीतापुर जिले की सरिता यादव (55) अपने बेटे सुभाष के साथ बाइक से रिश्तेदारी में जा रही थीं। इसी दौरान नेवादा गांव के पास तेज रफ्तार पिकअप डाले ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में डाले का पहिया सरिता के सिर पर चढ़ गया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। बेटा सुभाष गंभीर रूप से घायल हो गया। लोगों ने चालक को पकड़कर पुलिस के किया हवाले स्थानीय लोगों ने आरोपी चालक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।दोनों घटनाओं ने इलाके में गुस्सा और गम का माहौल पैदा कर दिया है। एक ओर परिवारवालों का रो-रोकर बुरा हाल है, तो दूसरी ओर ग्रामीणों ने आउटर रिंग रोड की खराब लाइटों को लेकर एनएचएआई के खिलाफ प्रदर्शन की चेतावनी दी है।