जहानाबाद पहुंचे बीजेपी नेता शाहनवाज़ हुसैन, कहा – मगध में इस बार एनडीए की होगी जीत

जहानाबाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं वरिष्ठ नेता सैयद शाहनवाज़ हुसैन आज पटना से गया जी जाते समय जहानाबाद पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और पत्रकारों से भी बातचीत की।

मगध जीतने का बनाया रणनीति

शाहनवाज़ हुसैन ने कहा कि मगध क्षेत्र में बीजेपी और एनडीए अब तक पूरी मजबूती से कब्जा नहीं जमा पाए थे, लेकिन इस बार पार्टी ने पूरी रणनीति बना ली है। उन्होंने विश्वास जताया कि मगध की सभी सीटों पर एनडीए उम्मीदवार विजयी होंगे।

उन्होंने कहा, “जहानाबाद की तीनों विधानसभा सीटों पर एनडीए के ही उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे और जनता उन्हें जीताकर भेजेगी।”

विपक्ष पर साधा निशाना

पत्रकारों से बातचीत में शाहनवाज़ हुसैन ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला। उन्होंने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की यात्राओं को “ठगी यात्रा” और “असफल यात्रा” करार दिया।

उन्होंने कहा, “विपक्ष के पास न कोई मुद्दा है, न कोई विकल्प। जनता उनके राज और उनकी नाकामियों को अच्छी तरह याद रखती है। बिहार की जनता अब भी 2005 से पहले का दौर नहीं भूली है।”

जनता का भरोसा एनडीए के साथ

बीजेपी नेता ने कहा कि एनडीए की नीतियों और केंद्र-राज्य सरकार की योजनाओं से जनता संतुष्ट है और इस बार मगध क्षेत्र पूरी तरह एनडीए के पक्ष में वोट करेगा।

अर्श सुपर मल्टी स्पेशलियटी हॉस्पिटल के द्वारा पितृपक्ष मेला में लगाया गया नि:शुल्क चिकित्सा शिविर

आर्षेय अरिहंत फाउंडेशन के तहत संचालित अर्श सुपर मल्टी स्पेशलियटी हॉस्पिटल के द्वारा विश्व विख्यात पितृपक्ष मेला के दौरान देश-विदेश से आने वाले तीर्थयार्थियों को नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से गया शहर के विष्णुपद मंदिर के समीप नि:शुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया है। अर्श सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के ओर से लगाए गए नि:शुल्क चिकित्सा शिविर का उद्घाटन गया नगर निगम के मेयर वीरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान ने फीता काटकर किया।

वही इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित मेयर गणेश पासवान का स्वागत हॉस्पिटल के मार्केटिंग हेड अमर पांडेय ने माला पहनाकर किया। इस मौके पर मेयर गणेश पासवान ने कहा कि पितृपक्ष मेला में देश-विदेश से आए तीर्थ यात्रियों को नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के उद्देश्य से अर्श हॉस्पिटल के द्वारा जो इस तरह का शिविर लगाकर इलाज यात्रियों को किया जाता है वह एक सराहनीय पहल है। उन्होंने हॉस्पिटल के प्रबंध निदेशक डॉक्टर नवनीत निश्चल एवं उनके पूरे टीम के प्रति आभार प्रकट किया ।वही इस मौके पर अर्श सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के मार्केटिंग हेड अमर पांडेय ने बताया कि नि:शुल्क चिकित्सा शिविर का उद्घाटन करते हुए खुशी होती है कि पितृपक्ष मेला के

दौरान पूरे 17 दिनों तक यह कैंप में नि:शुल्क सेवा दी जाएगी।उन्होंने कहा कि देश-विदेश से आए तीर्थयात्रियों को ज्यादा इलाज की आवश्यकता हो तो इसके लिए एक एंबुलेंस यहां पर उपलब्ध कराया गया है जो मरीज को लेकर अस्पताल तक आएगा जिसके बाद अस्पताल में सभी प्रकार के सुविधा नि:शुल्क दी जाएगी .उन्होंने कहा कि इस कैंप का मुख्य उद्देश्य है कि देश विदेश से आए तीर्थ यात्रियों को अतिथि देवो भव: के तर्ज पर अर्श हॉस्पिटल के सभी टीम के लोगों के द्वारा सेवा किया जाए ।

इस निःशुल्क शिविर में अर्श हॉस्पिटल के प्रबंध निदेशक सह हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर नवनीत निश्चल, डॉ टी शर्मा ,डॉक्टर क्रांति किशोर ,डॉ अबू हुरैरा, डॉक्टर विकास कुमार आदि चिकित्सको के द्वारा यात्रियों को सेवा प्रदान की जाएगी।इस मौके पर सिंह ,पार्षद गोपाल पासवान,अशोक कुमार वर्णवाल ,हॉस्पिटल के अमित कुमार ,आदित्य शर्मा,पवन कुमार,रूपम कुमारी उपस्थित थे।

सात सितंबर को लगेगा चंद्र ग्रहण आज रविवार को दोपहर 12:57 में बंद होगा देव सूर्य मंदिर का कपाट

औरंगाबाद। आज रविवार को चंद्र ग्रहण लगने वाला है। इस खगोलीय घटना के कारण सभी मंदिरों में ग्रहण का सूतक काल शुरू होने से नौ घंटे पहले ही पूजा-पाठ बंद कर दिया जाएगा। ऐसी मान्यता है कि सूतक काल के क्रम में मंदिरों में पूजा पाठ वर्जित माना जाता है।

जानकारी देते हुए देव सूर्य मंदिर न्यास समिति के सचिव विश्वजीत राय ने बताया कि मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं को सूचित किया है कि रविवार के दिन दोपहर 12:57 बजे से सूर्य मंदिर का कपाट बंद कर दिया जाएगा और सोमवार की सुबह पूजा अर्चना के बाद श्रद्धालु भगवान का दर्शन कर सकेंगे ।

चंद्र ग्रहण का समय

स्पर्श (शुरुआत) : रात्रि 9:57 बजे।

मध्य (सबसे अधिक): रात्रि 11:41 बजे।

मोक्ष (समाप्ति): रात्रि 1:27 बजे।

मंदिर खुलने का समय धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूतक काल में पूजा-पाठ और कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है। इसलिए ग्रहण के बाद ही मंदिरों को शुद्ध करके फिर से खोला जाएगा।

सभी मंदिर सोमवार आठ सितंबर को सुबह चार बजे भक्तों के लिए दोबारा खुलेंगे। भक्तों से अनुरोध है कि वे इस समयावधि का ध्यान में रखते हुए दर्शन के लिए मंदिर उसी के अनुसार योजना बनाएं।

आज से सिरिस पुनपुन नदी घाट पर पितृपक्ष मेला आरंभ

औरंगाबाद। बारुण प्रखंड स्थित सिरिस पुनपुन नदी घाट पर पितृपक्ष मेला आज सात सितंबर से आरंभ होगा। मेला आगामी 21 सितंबर तक चलेगा। बता दें कि आस्था का केंद्र रहे इस मेले में बिहार, यूपी, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, दिल्ली सहित कई राज्यों से पिंडदानी यहां पिंडदान करने पहुंचते हैं।

बता दें यहां भीड़ इतनी बढ़ जाती है कि जीटी रोड के एक लेन को बंद करना पड़ता है। प्रशासनिक स्तर पर बड़ी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की जाएगी। बता दें कि बाबा भूतनाथ ब्राह्ाण निजी संस्थान पितृपक्ष मेल्ो का संचालन करता है। संस्थान के अध्यक्ष सुचित कुमार मिश्रा बताते है कि ब्राह्ाणों की दक्षिणा से प्राप्त राशि का 25 प्रतिशत हिस्सा सफाई, पेयजल और अन्य बुनियादी सुविधाओं पर भी खर्च किया जाता है।

वहीं संस्था की ओर से 3० फीट लंबी सीढ़ी घाट और धर्मशाला का निर्माण कराया गया है। यहां पार्किं ग की उचित व्यवस्था न होने से जाम और दुर्घटना का खतरा भी बनी रहती है। यहां तक कुछ असामाजिक तत्व के लोग पिंडदान करने वालों ब्राह्ाणों व पार्किं ग के लिए अवैध वसूली करते हैं। बता दें यहां पिंडदान को लेकर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। श्रद्धालु यहां प्रथम पिंडदान करते हैं। इतना प्रसिद्ध स्थल होने के बावजूद यहां सुविधाओं का अभाव है।

स्थानीय लोगों के अनुसार औरंगाबाद जिले के अलावा दूसरे जिले और राज्यों के लोग सिरिस के समीप पिंडदान करते हैं। वहीं जम्होर के समीप रढुआ धाम के समीप भी लोग पिंडदान करते हैं। इन जगहों पर पिंडदान का विश्ोष महत्व है परंतु व्यवस्था के अभाव में श्रद्धालुओं को परेशानी होती है। साफ-सफाई का यहां अभाव रहता है। जब बारिश होती है उक्त जगह किचड़ में तब्दिल हो जाती है।

अक्टूबर में होगी बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा, जानें संभावित तारीख

#biharassemblyelection2025maybeheldafterchhath_puja

बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हैं। हालांकि, अब तक तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है। सूत्रों के मुताबिक चुनाव आयोग अक्टूबर के पहले या दूसरे हफ्ते में चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है। चुनाव आयोग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बिहार में विधानसभा चुनाव छठ पूजा के बाद हो सकते हैं। साथ ही माना जा रहा है कि बिहार में इस बार दो या तीन चरणों में मतदान कराया जाएगा।

22 नवंबर तक पूरी हो सकती है चुनावी प्रक्रिया

सूत्रों के मुताबिक, चुनाव आयोग अक्टूबर के दूसरे हफ्ते में बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है। दुर्गा पूजा और दशहरा के बाद चुनाव की घोषणा होगी। पूरी चुनावी प्रक्रिया 22 नवंबर की तय समय-सीमा से पहले ही पूरी कर ली जाएगी। कहा जा रहा है कि नवंबर में दो या तीन चरणों में बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग हो सकती है। सूत्रों की मानें तो 15 से 20 नवंबर के बीच मतगणना भी संभव है।

30 सितंबर को जारी हो सकती है वोटर लिस्ट

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए वोटर लिस्ट 30 सितंबर को जारी की जा सकती है। वोटर लिस्ट जारी होने के बाद भी चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जाएगा। अगर अक्टूबर के पहले हफ़्ते में चुनाव का ऐलान होता है तो 30 दिनों के बाद ही चुनाव कराया जा सकता है। छठ 26 और 27 अक्टूबर को है। तो ऐसे में मना जा रहा है कि नवंबर के पहले हफ्ते में पहले चरण का चुनाव हो सकता है।

पिछली बार कब हुआ था चुनाव?

बिहार में पिछली बार यानी कि साल 2020 में 243 सीटों पर तीन चरणों में चुनाव हुए थे। पहले चरण में 71 सीटों के लिए चुनाव 28 अक्तूबर, 94 सीटों पर दूसरे चरण का चुनाव 3 नवंबर, बची हुईं 78 सीटों पर तीसरे चरण का चुनाव 7 नवंबर को हुआ था। वोंटों की गिनती 10 नवंबर को शुरू हुई थी। 2020 चुनाव में बीजेपी, 74 सीटें जीतकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी थी। नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू तीसरे नंबर पर रही थी। इसे 43 सीटें मिली थीं। कांग्रेस ने 19 सीटें जीती। सभी वाम दलों ने कुल 16 सीटें जीती थी। सबसे ज्‍यादा भाकपा माले ने 12 सीटें जीती थीं।

सीएम हेमंत सोरेन का बीजेपी पर हमला, बोले- जेल में नहीं होता तो एनडीए को झारखंड में खाता नहीं खोलने देता

#bihar _

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरन आज वोटर अधिकार यात्रा में शामिल होने बिहार की राजधानी पटना पहुंचे। पटना में वोटर अधिकार यात्रा के समापन के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए हेमंत सोरेन ने केन्द्र और बिहार सरकार पर जमकर हमला बोला। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस दौरान एनडीए सरकार पर साजिश के तहत ईडी और इनकम टैक्स जैसे हथकंडों के जरिए विपक्षी जनप्रतिनिधियों को डराने का आरोप लगाया।

2014 में कुछ चालाक लोगों ने सता पर कब्जा किया-हेमंत सोरेन

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरन ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वोट किसी पार्टी का नहीं, वोट देश का है। वोट से संविधान और देश बचता है। 2014 में कुछ चालाक और चतुर लोगों ने सता पर कब्जा कर लिया। आज फूट डालो और राज करो पर अमल कर रहे हैं। आज सीबीआई और ईडी के बल पर जनप्रतिनिधियों को डराया जा रहा है।

वोट रिवीजन कराने की चेतावनी

हेमंत सोरेने ने आगे कहा कि कहा कि वोट चोरी की यह प्रक्रिया कोई नई नहीं है, लेकिन राहुल गांधी ने अब इन्हें बेनकाब करने का काम किया है। बिहार का चुनाव केवल बिहार का नहीं पूरे देश को बचाने का चुनाव है। सोरेन ने आरोप लगाया कि साजिश के तहत उन्हें जेल में डाल दिया गया, वरना जिस तरह झारखंड में पूर्ण बहुमत की सरकार बनी, उसी तरह लोकसभा में भी एनडीए को खाता खोलने का मौका नहीं मिलता। अगर है हिम्मत तो देश की गद्दी छोड़ो वोट रिवीजन कराओ तब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।

बिहार में हम हाइड्रोजन बम दिखाएंगे, मोदी जी अपना चेहरा नहीं दिखा पाएंगे, पटना में गरजे राहुल

#biharvoteradhikaryatrarahulgandhipatna

कांग्रेस सांसद और लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने पटना में ‘मतदाता अधिकार यात्रा’ को संबोधित किया। जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने एक बार फिर वोट चोरी का आरोप लगाया। राहुल गांधी ने कहा, यह यात्रा बिहार से शुरू हुई और हमने इसे ‘वोटर अधिकार यात्रा’ नाम दिया। यहां महाराष्ट्र के नेता मौजूद हैं। महाराष्ट्र में चुनाव चोरी किया गया था। एक करोड़ नए वोटर जोड़े गए और उनके वोट बीजेपी गठबंधन को मिले। लोकसभा चुनाव में हम जीते, लेकिन विधानसभा में हार गए, क्योंकि बीजेपी ने वोट चोरी की।

देश के सामने सबूत रखा-राहुल गांधी

जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा माधवापुरा, बैंगलोर सेंट्रल की सीट में हमने दिखाया कि एक एसेंबली में एक लाख से ज्यादा फर्जी वोटर थे। बैंगलोर सेंट्रल में 7 विधानसभा हैं, 6 में हम जीतते हैं, जहां ज्यादा फर्जी वोट थे, वहां हम हार जाते हैं। उसी एक सीट के चलते बीजेपी लोकसभा चुनाव जीत जाती है। हमारे लोगों ने कागज की वोटर लिस्ट से फोटो-नाम-एड्रेस मिलाकर काम किया। 4 महीने लगे, हमने 16-17 घंटे रोज काम किया और देश के सामने सबूत रखा।

संविधान की हत्या करने की साजिश-राहुल गांधी

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा, जिन शक्तियों ने महात्मा गांधी की हत्या की थी, वही लोग आज संविधान की हत्या करने की साजिश में लगे हुए हैं। हम ऐसा कभी नहीं होने देंगे। बिहार में इस यात्रा को जबरदस्त समर्थन मिला है। बीजेपी के लोग काले झंडे दिखा रहे हैं, लेकिन वे सुन लें, एटम बम से बड़ा हाइड्रोजन बम होता है, और वह आ रहा है। वोट चोरी की सच्चाई पूरे देश के सामने आने वाली है। इसके बाद नरेंद्र मोदी देश की जनता को अपना चेहरा नहीं दिखा पाएंगे।

मोदी और शाह आपको डुबा देंगे-खरगे

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी रैली को संबोधित किया। खरगे ने कहा, इस 15 दिन की यात्रा पूरे देश में चर्चा चली। भाजपा ने इसमें रुकावट डालने की पूरी कोशिश की। गठबंधन के लोग राहुल जी या तेजस्वी जी नहीं डरे। वोट चोरी करने वाले पैसा चोरी करने की भी आदत रखते हैं। बैंक से चोरी कर बाहर जाने वालों को भी यह संभालते हैं। मोदी जी बिहार में वोट चोरी कराकर जीतना चाहते हैं। सतर्क नहीं रहेंगे तो यह मोदी और शाह आपको डुबा देंगे। आजादी के बाद जो वोट का अधिकार दिलाया गया, उसे खोना नहीं। यह महात्मा गांधी, आंबेडकर और नेहरु जी ने अधिकार दिया है।

सीएम नीतीश पर भी बरसे खरगे

सीएम नीतीश कुमार पर हमला करते हुए खरगे ने कहा कि यह आरएसएस वाले आपको कचरा में जाकर फेकेंगे। खरगे ने पुलिस को राहुल गांधी की यात्रा रोकने के लिए भी आड़े हाथ लिया। खरगे ने कहा, यहां पुलिस का सही इंतजाम क्यों नहीं? राहुल जी, मैं विपक्ष का नेता, तेजस्वी बिहार में विपक्ष के नेता, लेकिन पुलिस का इस सभा में सही इंतजाम नहीं। यहां धक्का-मुक्की हो रही है। पुलिस जान ले कि अभी हमारी सरकार नहीं लेकिन कम हम भी सत्ता में आएंगे।

वोटर अधिकार यात्रा' के समापन में शामिल होने के लिए पटना पहुंचे सीएम हेमंत सोरेन, इंडिया गठबंधन की एकजुटता का देंगे संदेश

पटना: झारखंड के मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के अध्यक्ष हेमंत सोरेन आज सोमवार को बिहार की राजधानी पटना पहुंचे। वे कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव की 'वोटर अधिकार यात्रा' के समापन समारोह में शामिल होंगे। पटना एयरपोर्ट पर पहुंचने पर झामुमो कार्यकर्ताओं ने सीएम सोरेन का जोरदार स्वागत किया। बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता हाथों में झंडे लिए हुए थे और उन्होंने माला और बुके देकर मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया।

यह 'वोटर अधिकार यात्रा' 17 अगस्त को सासाराम से शुरू हुई थी और आज पटना के गांधी मैदान में एक विशाल मार्च के साथ इसका समापन हो रहा है। इस यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सुपौल और पूर्णिया सहित बिहार के कई जिलों का दौरा किया।

हेमंत सोरेन की इस यात्रा में भागीदारी को विपक्षी 'इंडिया' गठबंधन की एकजुटता के महत्वपूर्ण संकेत के रूप में देखा जा रहा है। इस मार्च में 'इंडिया' गठबंधन के कई प्रमुख नेता एक साथ मंच साझा करेंगे, जिससे यह माना जा रहा है कि यह बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले एक बड़े शक्ति प्रदर्शन का रूप लेगा। विपक्षी दल वोटर लिस्ट के विशेष गहन संशोधन (SIR) का विरोध कर रहे हैं, जिसे वे गरीब और वंचित वर्गों के वोट के अधिकार को छीनने की साजिश करार दे रहे हैं।

पटना में वोटर अधिकार यात्रा: हेमंत सोरेन, राहुल गांधी और तेजस्वी यादव देंगे विपक्षी एकता का संदेश

पटना: बिहार में चल रही 'वोटर अधिकार यात्रा' के समापन अवसर पर सोमवार को विपक्षी 'इंडिया' गठबंधन की एकजुटता का बड़ा प्रदर्शन देखने को मिलेगा। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के साथ मंच साझा करेंगे। झामुमो के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि यह रैली भाजपा और एनडीए की नींद उड़ा देगी।

विनोद पांडेय ने कहा कि इस ऐतिहासिक अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की उपस्थिति विशेष महत्व रखती है। यह न केवल विपक्षी एकता को मजबूत करेगी, बल्कि 'इंडिया' गठबंधन के लिए एक शक्ति प्रदर्शन भी होगा।

SIR पर हमला: लोकतंत्र और संविधान को बचाने की लड़ाई

विनोद पांडेय ने आरोप लगाया कि वोटर लिस्ट के विशेष गहन संशोधन (SIR) की प्रक्रिया भाजपा और चुनाव आयोग की संयुक्त साजिश है। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य गरीब, पिछड़े, अल्पसंख्यक, दलित, मजदूर, किसान और आदिवासी वर्ग को वोट देने के अधिकार से वंचित करना है, जो भाजपा की विचारधारा के खिलाफ मतदान करते हैं।

उन्होंने आगे कहा कि एसआईआर के खिलाफ जागरूकता इतनी बढ़ गई है कि जनता समझ चुकी है कि चुनाव आयोग एक राजनीतिक दल की तरह काम कर रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस षड्यंत्र के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी।

झारखंड का उदाहरण और भविष्य की रणनीति

विनोद पांडेय ने कहा कि हेमंत सोरेन 'इंडिया' गठबंधन के एक मजबूत स्तंभ हैं। उन्होंने कहा कि जब संसद में नेता प्रतिपक्ष की आवाज दबाई गई है, तो सड़क पर उतरकर लोकतंत्र और संविधान की रक्षा करना बहुत जरूरी हो गया है। इस लड़ाई में झामुमो 'इंडिया' गठबंधन के साथ पूरी मजबूती से खड़ा रहेगा।

उन्होंने उम्मीद जताई कि जिस तरह झारखंड में 2024 के चुनाव में जनता ने हेमंत सोरेन के नेतृत्व में 'इंडिया' गठबंधन को स्पष्ट बहुमत दिया था, उसी तरह आने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में भी जनता महागठबंधन के पक्ष में फैसला सुनाएगी।

पांडेय ने यह भी बताया कि झारखंड में सत्तारूढ़ झामुमो गठबंधन पहले ही विधानसभा से एसआईआर के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित कर चुका है, जिसे हेमंत सोरेन ने "लोकतंत्र पर सीधा हमला" बताया था।

बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण: 86.32% गणना प्रपत्र जमा, अंतिम 10 दिनों में बीएलओ करेंगे घर-घर संपर्क


पटना, 15 जुलाई 2025 – बिहार में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान के तहत मतदाता सूची को अद्यतन करने का कार्य तेजी से जारी है। अब तक राज्य में 86.32% गणना प्रपत्र (Enumeration Forms - EF) एकत्र किए जा चुके हैं, और शेष मतदाताओं से संपर्क स्थापित करने के लिए लगभग 1 लाख बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) जल्द ही घर-घर जाकर सर्वेक्षण का तीसरा दौर शुरू करेंगे। यह अभियान यह सुनिश्चित करने के लिए है कि कोई भी पात्र मतदाता प्रारूप मतदाता सूची में शामिल होने से वंचित न रहे।

राज्य में कुल 7,89,69,844 मतदाताओं में से 6,81,67,861 ने अपने गणना प्रपत्र जमा कर दिए हैं। मृत, स्थायी रूप से स्थानांतरित और एक से अधिक स्थानों पर नामांकित व्यक्तियों को ध्यान में रखते हुए, एसआईआर के ईएफ संग्रह चरण में बिहार के लगभग 7.9 करोड़ मतदाताओं में से 90.84% को कवर किया गया है। अब 25 जुलाई की अंतिम समय-सीमा से पहले केवल 9.16% मतदाताओं को अपने भरे हुए ईएफ जमा करने हैं।

शेष मतदाताओं को समय पर अपने प्रपत्र भरने और 1 अगस्त, 2025 को प्रकाशित होने वाली प्रारूप मतदाता सूची में अपना नाम शामिल कराने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। बिहार के सभी 261 शहरी स्थानीय निकायों (ULBs) के 5,683 वार्डों में विशेष शिविर स्थापित किए गए हैं और समाचार पत्रों में विज्ञापन भी जारी किए गए हैं। बीएलओ मतदाताओं को अपने मोबाइल फोन का उपयोग करके ECINet ऐप या https://voters.eci.gov.in पर ऑनलाइन फॉर्म के माध्यम से अपने फॉर्म ऑनलाइन भरने के लिए भी प्रोत्साहित कर रहे हैं।

ECINet के माध्यम से, मतदाता अपने EF ऑनलाइन भर सकते हैं और 2003 ईआर में अपने नाम भी खोज सकते हैं। वे ECINet ऐप का उपयोग करके अपने बीएलओ सहित अपने चुनाव अधिकारियों से भी जुड़ सकते हैं। आज शाम 6.00 बजे तक प्लेटफॉर्म पर 6.20 करोड़ से अधिक गणना प्रपत्र अपलोड किए जा चुके हैं। अपने ईएफ जमा करने की स्थिति की जांच के लिए एक नया मॉड्यूल आज रात https://voters.eci.gov.in पर लाइव हो जाएगा।

बीएलओ के प्रयासों में सभी राजनीतिक दलों द्वारा नियुक्त 1.5 लाख बीएलए (बूथ लेवल एजेंट) भी सहायता कर रहे हैं, जिनमें से प्रत्येक प्रतिदिन 50 ईएफ तक प्रमाणित और जमा कर सकता है। शहरी क्षेत्रों में किसी भी पात्र मतदाता के छूटने को रोकने के लिए, सभी 261 शहरी स्थानीय निकायों (ULBs) के सभी 5,683 वार्डों में विशेष शिविर भी लगाए जा रहे हैं।