मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिले दुर्गा पूजा समितियों के प्रतिनिधिमंडल, दिया पूजा का आमंत्रण

रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आज उनके कांके रोड स्थित आवासीय कार्यालय में महानगर दुर्गा पूजा समिति, जिला दुर्गा पूजा समिति और श्री महावीर मंडल रांची के एक संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान आगामी दुर्गोत्सव-2025 की तैयारियों पर विस्तार से चर्चा की गई।

प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि रांची और आसपास के क्षेत्रों में छोटे-बड़े मिलाकर करीब 157 पूजा पंडालों में दुर्गोत्सव का आयोजन किया जा रहा है और सभी की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। सदस्यों ने मुख्यमंत्री के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि राज्य सरकार और जिला प्रशासन से उन्हें पूरा सहयोग मिल रहा है, जिससे बिजली-पानी और साफ-सफाई की व्यवस्था सुचारु रहती है।

प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को उनके परिवार सहित पूजा पंडालों में आकर माता रानी का दर्शन करने के लिए सादर आमंत्रित किया। इस दौरान सदस्यों ने मुख्यमंत्री को मां दुर्गा की प्रतिमा, चुनरी और अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने सभी सदस्यों को दुर्गा पूजा की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं।

दुर्गा पूजा समितियों को मिलेगा पूरा सहयोग

मुख्यमंत्री ने पूजा समितियों को आश्वासन दिया कि राज्य सरकार का पूरा सहयोग उन्हें पहले की तरह ही मिलेगा। उन्होंने पूजा समितियों और जिला प्रशासन के सदस्यों से बेहतर तालमेल बनाकर शांति और सौहार्दपूर्ण वातावरण में पूजा संपन्न कराने का आग्रह किया।

रांची को मॉडल शहर बनाना प्राथमिकता

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार रांची को एक मॉडल शहर के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार रांची को सुंदर और स्वच्छ बनाने के लिए विशेष कार्ययोजना के साथ लगातार काम कर रही है। उन्होंने शहर के विकास में आम लोगों की भागीदारी को भी महत्वपूर्ण बताया।

इस मौके पर उपायुक्त मंजुनाथ भजंत्री, डीआईजी-सह-वरीय पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा और विभिन्न दुर्गा पूजा समितियों के पदाधिकारी उपस्थित थे।

राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने शहीद अग्निवीर नीरज कुमार चौधरी को दी श्रद्धांजलि

रांची: झारखंड के राज्यपाल श्री संतोष कुमार गंगवार और मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को बिरसा मुंडा एयरपोर्ट, रांची पहुंचकर शहीद अग्निवीर नीरज कुमार चौधरी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। नीरज कुमार चौधरी जम्मू-कश्मीर के लद्दाख (सियाचिन) में देश की सेवा करते हुए शहीद हो गए थे।

राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ईश्वर से प्रार्थना करते हुए शहीद की आत्मा को शांति और उनके शोकाकुल परिवार को इस दुख की घड़ी में शक्ति देने की कामना की।

शहीद अग्निवीर नीरज कुमार चौधरी झारखंड के देवघर जिले के मधुपुर स्थित कजरा गांव के निवासी थे।

परमवीर चक्र विजेता शहीद वीर अब्दुल हमीद को सीएम हेमंत सोरेन एवं विधायक कल्पना सोरेन ने पुष्प अर्पित कर दी श्रद्धांजलि ।
झारखंड आंदोलन के अग्रणी नेता दुर्गा सोरेन को मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि

रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को झारखंड आंदोलन के अग्रणी नेता और पूर्व विधायक स्वर्गीय दुर्गा सोरेन की जयंती पर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री के साथ उनकी पत्नी और विधायक श्रीमती कल्पना सोरेन भी नामकुम स्थित दुर्गा सोरेन स्मारक पहुंचीं, जहां उन्होंने स्वर्गीय दुर्गा सोरेन की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हर साल की तरह इस साल भी हम सब यहां उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए एकजुट हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वर्गीय दुर्गा सोरेन अलग झारखंड राज्य आंदोलन के एक मजबूत स्तंभ थे और उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।

मुख्यमंत्री सचिवालय द्वारा जारी इस प्रेस विज्ञप्ति में स्वर्गीय दुर्गा सोरेन के प्रति सम्मान व्यक्त किया गया है।

झारखंड की राजधानी रांची से ISIS से जुड़ा संदिग्ध गिरफ्तार, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और एटीएस का एक्शन

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झारखंड की राजधानी रांची से एक आतंकी को गिरप्तार किया गया है। झारखंड एटीएस, दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम और रांची पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में आतंकी दबोचा गया। बताया जा रहा है कि पकड़े गए संदिग्ध का नाम अशहर दानिश है। इसे लोअर बाजार थाना क्षेत्र के इस्लामनगर स्थित तबारक लॉज में छापेमारी कर गिरफ्तार किया गया है। दानिश की गिरफ्तारी के दौरान हथियार, केमिकल्स और अन्य आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की गई है।

लॉज में पकड़ा गया संदिग्ध

देशभर के 12 से अधिक ठिकानों पर स्पेशल सेल व सेंट्रल एजेंसियों ने छापेमारी की है, जिसमें आठ से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है। इसी क्रम में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और झारखंड एटीएस की संयुक्त कार्रवाई में बुधवार को रांची के लोअर बाजार इलाके से आईएसआईएस से जुड़े संदिग्ध आतंकी अशहर दानिश को गिरफ्तार किया गया। उसने शहर के इस्लामनगर स्थित तबारक लॉज को ठिकाना बना रखा था। वह कई दिनों से एक लॉज में ठिकाना बनाकर रह रहा था।

हथियार समेत आपत्तिजनक चीजें बरामद

गिरफ्तार युवक को विशेष टीम दिल्ली ले गई है, जहां उससे गहन पूछताछ की जाएगी। प्रारंभिक जांच में मामला सीधे आतंकी कनेक्शन से जुड़ा हुआ प्रतीत हो रहा है। वहीं, लॉज में मौजूद अन्य दो संदिग्धों को भी हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ जारी है। वहीं, दानिश के पास से बरामद हथियार, केमिकल और कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और केमिकल्स की जांच विशेषज्ञों के हवाले की गई है, ताकि उनका उद्देश्य स्पष्ट किया जा सके।

बोकारो का रहने वाला है गिरफ्तार आतंकी

गिरफ्तार आतंकी अशहर दानिश मूल रूप से झारखंड के बोकारो जिले के पेटरवार का रहने वाला है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल काफी समय से उसकी तलाश में थी। उसके खिलाफ दिल्ली में दर्ज एक मामले के आधार पर लगातार निगरानी रखी जा रही थी। विश्वसनीय इनपुट मिलने के बाद दिल्ली पुलिस और झारखंड एटीएस ने साझा अभियान चलाकर उसे दबोच लिया।

रांची से पहले भी हुई है संदिग्ध आतंकियों की गिरफ्तारी

बता दें, रांची में पहले भी आतंकियों का नेटवर्क पकड़ा गया था। शहर से पहले भी संदिग्ध आतंकियों की गिरफ्तारी हुई है। आने वाले दिनों में इस मामले में कई बड़े खुलासे होने की संभावना है। पुलिस की तरफ से पूरे इलाके की जांच की जा रही है। इसके साथ ही पता लगाया जा रहा है कि संदिग्ध के साथ कोई और तो नहीं था।

क्या ये संयोग है? राष्ट्रपति-उपराष्ट्रपति दोनों झारखंड के पूर्व राज्यपाल

रांची: भारतीय राजनीति में एक अनोखा संयोग सामने आया है। देश के दो सर्वोच्च संवैधानिक पदों पर विराजमान शख्सियतें, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन, दोनों का झारखंड राज्य से गहरा नाता रहा है। इन दोनों ने भारत के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति बनने से पहले झारखंड के राज्यपाल के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

सीपी राधाकृष्णन को सोमवार को हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में शानदार जीत मिली। उन्होंने विपक्षी उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी को 152 मतों के भारी अंतर से हराया। उनकी जीत के साथ ही यह बात चर्चा में आ गई है कि झारखंड ने एक ही कार्यकाल में देश को दो सर्वोच्च पदों पर बैठे पूर्व राज्यपाल दिए हैं।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने झारखंड की नौवीं राज्यपाल के रूप में करीब छह साल तक सेवा दी थी, जबकि सीपी राधाकृष्णन राज्य के 11वें राज्यपाल थे। उन्होंने 18 फरवरी 2023 से 30 जुलाई 2024 तक, यानी लगभग डेढ़ साल तक झारखंड के राजभवन का दायित्व संभाला। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने राज्य में उच्च शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए कई अहम फैसले लिए और दो मुख्यमंत्रियों, हेमंत सोरेन और चंपाई सोरेन, को शपथ भी दिलाई।

यह एक दुर्लभ संयोग है जो झारखंड के बढ़ते राजनीतिक कद को भी दर्शाता है। यह स्थिति न केवल इन दोनों नेताओं के लिए बल्कि झारखंड राज्य के लिए भी गौरव का विषय है।

झारखंड का पारंपरिक व्यंजन मडुआ रोटी: स्वाद और सेहत का अनूठा संगम

झारखंड अपनी समृद्ध संस्कृति और विशिष्ट पारंपरिक खान-पान के लिए जाना जाता है, जिसमें से एक है मडुआ रोटी। यह सिर्फ एक व्यंजन नहीं, बल्कि यहां की थाली की शान और पहचान है। पोषक तत्वों से भरपूर यह रोटी स्वाद के साथ-साथ सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद मानी जाती है।

क्या है मडुआ रोटी?

मडुआ रोटी मुख्य रूप से रागी (Eleusine coracana) के आटे से बनाई जाती है, जिसे स्थानीय भाषा में मडुआ या मंडुआ कहा जाता है। यह रोटी फाइबर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे आवश्यक पोषक तत्वों का खजाना है। यही कारण है कि यह बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों के लिए एक पौष्टिक आहार है।

स्वास्थ्य लाभ और सेवन के तरीके

डाइटिशियन नेहा कुमारी के अनुसार, मडुआ रोटी वजन कम करने और हड्डियों को मजबूत बनाने में काफी मददगार होती है। यह पाचन तंत्र को भी सक्रिय रखती है, जिससे कई तरह की पेट संबंधी समस्याएं दूर रहती हैं। हालांकि, इसका सेवन हमेशा संतुलित मात्रा में ही करना चाहिए, क्योंकि अधिक मात्रा में सेवन से गैस या अपच की समस्या हो सकती है। डायबिटीज के मरीजों के लिए भी सीमित मात्रा में इसका सेवन फायदेमंद होता है। मडुआ रोटी को हरी पत्तेदार सब्जियों और ताजे फलों के साथ खाने से इसका लाभ और बढ़ जाता है।

जितिया व्रत में मडुआ रोटी का महत्व

मडुआ रोटी का धार्मिक महत्व भी है। जीवित्पुत्रिका या जितिया व्रत में इसकी एक अहम भूमिका होती है। इस व्रत से एक दिन पहले, जिसे 'नहाय-खाय' कहा जाता है, महिलाएं मडुआ रोटी और लोनी साग खाकर ही व्रत की शुरुआत करती हैं। यह परंपरा इस पारंपरिक व्यंजन के सांस्कृतिक महत्व को दर्शाती है।

जीआई टैग की दौड़ में मडुआ रोटी

झारखंड की इस पारंपरिक रोटी को अब भौगोलिक संकेत (GI) टैग दिलाने की पहल की गई है। पर्यटन विभाग, झारखंड सरकार के निर्देश पर होटल प्रबंधन संस्थान (IHM), रांची ने इसके लिए आवेदन दिया है। अगर यह आवेदन स्वीकार हो जाता है, तो मडुआ रोटी को एक विशिष्ट पहचान मिलेगी, जो इसे देश-विदेश में और भी लोकप्रिय बनाएगी।

रांची के हॉस्टल में देह व्यापार का भंडाफोड़, 13 लोग गिरफ्तार

रांची: राजधानी रांची के लालपुर स्थित ओम गर्ल्स हॉस्टल में चल रहे देह व्यापार के एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने छापेमारी कर इस मामले में 13 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि 20 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। यह कार्रवाई लालपुर थाना प्रभारी के बयान पर की गई है।

पुलिस ने बताया कि इस धंधे में कोलकाता से भी लड़कियों की सप्लाई होती थी, जिसका मुख्य सरगना सुमोन दा है। ये लड़कियां झारखंड की भी कुछ लड़कियों के साथ मिलकर काम करती थीं। इन लड़कियों को ग्राहकों तक पहुंचाने का काम कचहरी चौक स्थित होटल सनराइज के मैनेजर रंजीत के साथ-साथ मुनीर, रवि, राहुल और लॉज का संचालक करता था, जो सभी फिलहाल फरार हैं।

छापेमारी के दौरान यह भी खुलासा हुआ कि लॉज संचालक राज कुमार सिंह ग्राउंड फ्लोर के कमरों को देह व्यापार के लिए 400 रुपये प्रतिदिन के किराए पर देता था। पुलिस को चकमा देने के लिए संचालक ने पहले और दूसरे फ्लोर पर छात्राओं को ठहरा रखा था।

पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि हॉस्टल के ग्राउंड फ्लोर पर संदिग्ध गतिविधियां चल रही हैं। जब पुलिस ने छापेमारी की तो वहां मौजूद लड़कियां धूम्रपान कर रही थीं और पुलिस को देखते ही भागने की कोशिश करने लगीं। हालांकि, बड़ी संख्या में पहुंची महिला पुलिसकर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया। पकड़ी गई लड़कियों में से अधिकतर पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओडिशा की रहने वाली हैं। उनके मोबाइल फोन की जांच करने पर ग्राहकों और देह व्यापार की कीमत से संबंधित जानकारी के स्क्रीनशॉट भी मिले हैं।

रांची को जल्द मिलेगा तीन नए फ्लाईओवर का तोहफा, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने की निर्माण परियोजना की समीक्षा

रांची: झारखंड की राजधानी रांची को जल्द ही तीन नए फ्लाईओवर का तोहफा मिलने वाला है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज कांके रोड स्थित अपने आवासीय कार्यालय में पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ तीन महत्वपूर्ण फ्लाईओवर परियोजनाओं की कार्य योजना और डिजाइन की समीक्षा की। ये फ्लाईओवर हरमू, अरगोड़ा चौक और करम टोली चौक जैसे प्रमुख हिस्सों में बनाए जाएंगे, जिनसे शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या से बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।

हरमू फ्लाईओवर का टेंडर पूरा

मुख्यमंत्री ने हरमू (सहजानंद चौक) से एसीबी कार्यालय तक प्रस्तावित फ्लाईओवर के विस्तृत प्रेजेंटेशन को देखा। अधिकारियों ने बताया कि इस परियोजना की टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह फ्लाईओवर हरमू बाईपास पर लगने वाले जाम को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने अधिकारियों को इसे रातु रोड फ्लाईओवर से जोड़ने का भी निर्देश दिया, ताकि लोगों की आवाजाही और सुगम हो सके।

डीपीआर बनाने का निर्देश

बैठक में मुख्यमंत्री ने अरगोड़ा चौक से कटहल मोड़ और करम टोली चौक से साइंस सिटी तक बनने वाले फ्लाईओवर पर भी चर्चा की। उन्होंने इन परियोजनाओं की महत्ता को देखते हुए अधिकारियों को जल्द से जल्द डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करने और निर्माण कार्य को मूर्त रूप देने की दिशा में तेजी से काम करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से अरगोड़ा चौक के ऊपर एक गोलचक्कर (रोटरी) बनाने का सुझाव दिया, जिससे कई महत्वपूर्ण सड़कें आपस में जुड़ सकेंगी और यातायात का दबाव कम होगा।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अधिकारियों से कहा कि इन सभी फ्लाईओवर परियोजनाओं के डिजाइन और कार्य योजना में भविष्य की जरूरतों का पूरा ध्यान रखा जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि इन परियोजनाओं को पूरी तत्परता और प्रतिबद्धता के साथ पूरा करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है।

इस समीक्षा बैठक में पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार, अभियंता प्रमुख प्रवीण भेंगरा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

गुवा गोलीकांड की बरसी पर सियासी वार, पूर्व सीएम चंपाई सोरेन का कांग्रेस पर बड़ा आरोप

रांची: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता चंपाई सोरेन ने सोमवार को गुवा गोलीकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उन्होंने कहा कि शहीदों के सपनों का झारखंड अभी तक नहीं बना है। उन्होंने हेमंत सोरेन सरकार की नीतियों की भी आलोचना करते हुए कहा कि इस सरकार में आदिवासियों की जमीन की लूट हो रही है।

चंपाई सोरेन ने कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि इस पार्टी ने हमेशा आंदोलन को कुचलने और गोली चलाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि "जितने भी गोलीकांड हुए हैं, कांग्रेस के शासनकाल में हुए हैं।" उन्होंने शहीद स्थल पर झारखंड के आदिवासियों और मूलवासियों के अस्तित्व एवं अस्मिता की रक्षा के लिए चल रहे आंदोलन को तेज करने का संकल्प लिया।

हर वर्ष 8 सितंबर को गुवा गोलीकांड की बरसी मनाई जाती है। यह घटना 8 सितंबर 1980 को घटी थी, जब तत्कालीन पुलिस ने झारखंड आंदोलन के दौरान अपने हक की मांग कर रहे 11 आदिवासियों को शहीद कर दिया था। इस घटना में पुलिस की गोली से घायल आठ आदिवासियों को गुवा अस्पताल से निकालकर लाइन में खड़ा करके गोली मार दी गई थी।

चंपाई सोरेन के साथ पूर्व सांसद गीता कोड़ा और सरायकेला खरसावां जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।