*डिजिटल एक्सरे मशीन ख़राब,तिमारदार के साथ भटक रहे मरीज*
सुल्तानपुर,मेडिकल कॉलेज में लगी डिजिटल एक्सरे मशीन आज दो दिनों से ख़राब पड़ी है,जिससे रोजाना सैकड़ो मरीज परेशान हो रहे है। आए दिन निशुल्क इलाज की उम्मीद में पहुंचे मरीज अब मजबूर होकर किसी निजी एक्सरे सेंटरों पर जाने का रुख कर रहे हैं और अब उन्हें अपनी जेबें ढीली करनी पड़ रही है। सालभर में दो चार बार ख़राब हो जाती है यह एक्सरे मशीन। जहां पुराने भवन में संचालित हो रही डिजिटल एक्सरे मशीन अचानक तकनीकी खराबी से ठप हो गई। जिसके बाद से लगातार मरीज के साथ तिमारदार परेशान हो रहे हैं। सुबह से एक्सरे कक्ष पर तिमारदार के साथ मरीज निराश होकर भटकते रहे। इस वज़ह से एक्सरे कराने पहुंचे लोगों का न तो इलाज आगे बढ़ रही है और न ही उनकी तकलीफ दूर हो रही। मजबूरी में लोग प्राइवेट सेंटरों पर जाने को मजबूर है और ज्यादा शुल्क देकर जांच कराने को भी विवश है।
*राधारानी कुवॅर कृष्ण बालिका इण्टरमीड़ियट कालेज, सुलतानपुर में महिला सशक्तिकरण विषय पर जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया*
सुल्तानपुर,निदेशक,महिला कल्याण उ0प्र0 लखनऊ के निर्देश के अनुपालन में एवं जिलाधिकारी (कुमार हर्ष) के कुशल निर्देशन में ’’संकल्प हब फार इम्पावरममेंट आॅफ वूमेन योजना’’ के अन्तर्गत आज राधारानी कुवॅर कृष्ण बालिका इण्टरमीड़ियट कालेज, सुलतानपुर में महिला सशक्तिकरण विषय पर जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। जागरूकता कार्यक्रम में उपस्थित छात्र/छात्राओं को संम्बोधित करते हुए वी0पी0वर्मा जिला प्रोबेशन अधिकारी, सुलतानपुर द्वारा महिला सशक्तिकरण विषय पर प्रकाश डाला गया कि महिला सशक्तिकरण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा महिलाओं को अपने जीवन से जुडे निर्णय स्वयं लेने, शिक्षा, स्वास्थ्य और आजीविका जैसे क्षेत्रों में समान अवसर प्राप्त करने और सामाजिक बंधनों से मुक्त हो कर सम्मान पूर्वक जीवन जिने की शक्ति और आधिकार दिया जाता हैं। रेखा गुप्ता,जिला मिशन समन्वयक, द्वारा उक्त कार्यक्रम में कहा गया कि महिला सशक्तिकरण महिलाओं को पुरूषों के बराबर अधिकार, स्थिति और शक्ति प्रदान करना है। जिससे समाज और राष्ट्र के विकास में पूरी भागीदारी कर सकें। महिला सशक्तिकरण का आशय शिक्षा, और कौशल विकास, समान अवसर निर्णय लेने की क्षमता एवं जागरूकता एवं अधिकारों की पहचान करना है। पंकज तिवारी, सहायक कौशल विकास मिशन द्वारा छात्र/छात्राओं को कौशल विकास मिशन के बारे में एवं उसके उद्देश्य के बारे में बताया गया कि यह एक पहल है जिससे युवाओं को विभिन्न व्यवसायों प्रशिक्षण प्रदान किया जाना हैं। जिससे उन्हें बाजार की मांग के अनुरूप कुशल बनाया जा सकें। इस मिशन के अन्तर्गत बेरोजगार युवक/युवतियां अपनी पंसद के कोर्स में निःशुल्क प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं। जिससे उन्हें गुणवत्तापूर्ण रोजगार मिल सकें। इस कार्यक्रम में विद्यालय की प्रधानाचार्य-बिन्दु श्रीवास्तव, संतेाष पाल, सरोज यादव जेण्डर स्पेसलिस्ट, राहुल विश्वकर्मा, सत्यम मिश्रा, नीलम, रीता श्रीवास्तवा, विदुषी गुप्ता, अर्चना श्रीवास्तवा एवं विपिन कुमार कश्यप सहित कालेज की स्टाफ सहित छात्र/छात्रा उपस्थित रहें। और कार्यक्रम में सभी के द्वारा सराहनीय सहयोग प्रदान किया गया।
*अतिक्रमण की शिकायतों पर सख्त हुआ जिला प्रशासन, हटाया जा रहा अतिक्रमण*
सुल्तानपुर,अतिक्रमण की शिकायतों पर सख्त हुआ जिला प्रशासन। बुलडोजर लेकर पहुंचे एसडीएम सदर विपिन कुमार द्विवेदी। भारी पुलिस बल के बीच हटवाया गया अमहट मंडी परिषद का अतिक्रमण। बुलडोजर कार्रवाई को लेकर मंडी में मचा हड़कंप। दर्जनों की संख्या में फल व सब्जी व्यापारी रहे मौजूद। अतिक्रमणकारियों को दी गई दोबारा चेतावनी। यदि अतिक्रमण करेंगे चालान कर भेजा जायेगा जेल। क्षेत्राधिकारी नगर प्रशांत सिंह की मौजूदगी में कई थाने की फोर्स मौजूद रही। मंडी सचिव की देखरेख में लगातार फल फूल रहा था अमहट मंडी का अतिक्रमण। मंडी परिषद से जुड़े अधिकारियों पर अवैध अतिक्रमण को बढ़ावा देने का लगा आरोप। सेटिंग गेटिंग के खेल का एसडीएम सदर विपिन कुमार द्विवेदी ने किया खेल खराब।
*आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में तेरह अधिकारी मिले अनुपस्थित,इन सभी से जिलाधिकारी ने मांगा स्पष्टीकरण*
सुल्तानपुर जनपद के कादीपुर तहसील में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में 13 अधिकारी अनुपस्थित पाए गए है। इन सभी से जिलाधिकारी ने सभी नदारत अधिकारीयों से स्पष्टीकरण मांगे जाने के निर्देश दिए गए हैं,अधिक संख्या में अधिकारियों की अनुपस्थिति होना उनकी लापरवाही प्रदर्शित करती है। इस कार्यशैली से यह बड़ा सवाल उठता है कि ये अधिकारी कैसे सभी शिकायतों का निस्तारण करते होंगे। कादीपुर तहसील में जिलाधिकारी कुमार हर्ष की अध्यक्षता में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में 217 प्रार्थना पत्र आए। जिसमें सिर्फ 47 का निस्तारण किया गया। अधिकारी ने लोगों की बात सुनकर तय समय के अंदर शिकायतों को जल्द से जल्द निस्तारित करने के निर्देश दिए।
मुख्य विकास अधिकारी अंकुर कौशिक,कादीपुर उप जिलाधिकारी उत्तम तिवारी,सीओ विनय गौतम, तहसीलदार उमेश कुमार यादव आदि रहे उपस्थित। उपायुक्त श्रम रोजगार, सहायक निबंधक सहकारिता,जिला समाज कल्याण अधिकारी,जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी,मुख्य कार्यकारी अधिकारी मत्स्य विभाग, क्षेत्रीय आयुर्वेदिक यूनानी अधिकारी,जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी, अधिशासी अभियंता ग्रामीण अभियंत्रण अधिशासी अभियंता जल निगम, अधिशासी अभियंता नलकूप विभाग, अधिशासी अभियंता प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना,जिला युवा कल्याण अधिकारी व उपायुक्त उद्योग अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों से जिलाधिकारी ने माँगा स्पष्टीकरण।
रिपोर्ट : लालजी
*कॉलेज छात्रा की संदिग्ध मौत पर कलेक्ट्रेट पर जोरदार प्रदर्शन,एसओ को हटाए जाने की मांग की,सीएम को लिखा पत्र,दोबारा पोस्टमार्टम कराने की मांग*
सुल्तानपुर,कॉलेज छात्रा की संदिग्ध मौत मामला अब दसवें दिन तूल पकड़ लिया है। क्योंकि कुड़वार पुलिस की कार्यवाई मामले में बिल्कुल शून्य रही है। छात्रा की पोस्टमार्टम में रेप व अप्राकृतिक संबंध की पुष्टि के बाद परिवार द्वारा बताए गए कृत्य पर भी आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी। जिसको लेकर भारतीय स्वतंत्र पंचपार्टी ने कलेक्ट्रेट पहुंच कर जोरदार प्रदर्शन किया। सीएम को सम्बोधित एक मांग पत्र सिटी मजिस्ट्रेट को सौंप कर मांग की है। दरअसल यह है मामला कुड़वार थानाक्षेत्र का।जहां बीते 30 अगस्त को कुड़वार थानाक्षेत्र के एक गांव में कॉलेज छात्रा घर से काम के लिए बोलकर बाजार गई और वापस घर नहीं लौटी। काफ़ी खोजबीन के बाद भी उसका कुछ पता नहीं लगा। अगले दिन घर से लगभग 80 मीटर दूर बाग में संदिग्ध अवस्था में पेड़ से लटका उसका शव मिला। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने दबाव बनाकर सुसाइड की तहरीर लिया लेकिन पोस्टमार्टम के बाद शव आने पर परिवार ने हत्या का आरोप लगाते हुए शव के अंतिम संस्कार से मना कर दिया। बीते एक सितंबर को परिवार की ओर से पुलिस ने नामजद तहरीर लिया और हत्या की धाराएं बढ़ाने का आश्वासन दिया। लेकिन इस बीच पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तो पुलिस के होश उड़ गए,परिजन को रिपोर्ट न देने की बहाने तलाशती व बनाती रही। अंततः उच्च अधिकारियों के निर्देश पर जब परिजनों को रिपोर्ट मिली तो उसे पढ़ कर सभी दंग रह गए। छात्रा के साथ बलत्कार व अप्राकृतिक संबंध बनाए जाने की पुष्टि हुई। परिजनों का आरोप है कि घटना से सभी जुड़े आरोपी लगातार धमकी दे रहे,लेकिन पुलिस सुनने को तैयार नहीं है। सूत्रोंनुसार सत्ताररूढ़ दल से जुड़े एक बड़े नेता के रिश्तेदार ही घटना के आरोपी हैं। जिनके दबाव में पुलिस कार्रवाई से बच रही है। इसी को लेकर आसपास के भारतीय स्वतंत्र पंच पार्टी के पदाधिकारी व छात्रा के परिजन कलेक्ट्रेट पहुंचे और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सीएम को सम्बोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को दिया। जिसमें एसओ अमित मिश्रा को हटाए जाने की और दोबारा पोस्टमार्टम कराए जाने की मांग की गई है। इस पूरे मामले में पुलिस अधिकारियों का बड़ा दावा है कि निष्पक्ष जांच की जा रही है इसमें कोई निर्दोष जेल नहीं जाएगा।
*कलयुगी माँ ने बच्चों को बनाया अनाथ,हत्या के जुर्म में पहुंची जेल,मौके पर पुलिस ने पेश की इंसानियत की मिसाल*
सुल्तानपुर तीन बच्चों की एक माँ ने उनसे छीना उनसे पिता का साया,कोख से जन्म देने वाली मां की इस करतूत ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है। इसकी सजा भोगने वह अपने प्रेमी संग जेल की सलाखों के पीछे है। बूढ़ी दादी और मजदूरी कर अपने परिवार को पालने वाला चाचा ग़रीबी में उन तीनों का अब पालनहार बना हुआ है। ठीक इस आलम में खाकी वर्दी वालों ने भी इंसानियत की एक मिसाल कायम की है। दरअसल यह मामला है थाना कोतवाली लम्भुआ का। जहां सीओ लंभुआ अब्दुस सलाम खान, चांदा थाने के इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह और क्राइम इंस्पेक्टर तनवीर खां किंदीपुर मृतक महेश के घर पर पहुंचे की टीम, पुलिस की गाड़िया रुकते ही महेश के परिवार में बच्चों से लेकर बड़ो तक सबका दिल रुक सा गया,तभी पुलिस कर्मियों ने कहा कि घबराने की कोई बात नहीं है,हमसब आपकी मदद के लिए आए हैं। इसपर बच्चों ने राहत की सांस लिया। इसके बाद पुलिस की सरकारी गाड़ी से एक-एक कर कई बोरिया सिपाहियों ने उतारी। जहां कुछ दिन पहले महेश कुमार की हत्या कर दी गई थी। दुर्भाग्य यह रहा की उनकी पत्नी पूजा ही उनकी कातिल निकली, जिसकी वजह से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। जिससे परिवार की दो बेटियां और एक मासूम बेटा अनाथ हो गए। इन मासूम बच्चों और मृतक की बूढ़ी मां के दुख को देखते हुए अधिकारियों ने स्वयं आगे बढ़कर सहयोग के लिए हाथ बढ़ाया, और बोरियों में गेंहू,चावल,आटा,आलू समेत अन्य गृहस्थी और अन्य सामान पहुँचाया। महेश के बच्चों को देकर पुलिस अधिकारियों ने कहा ये सब बच्चों तुम्हारे लिए हैं। यही नहीं बल्कि वर्दी धारियों ने बच्चों को दुलार और प्यार दिया। आश्वासन दिया कि प्रशासन हरसंभव मदद करेगी। क्षेत्राधिकारी ने कहा कि हम भी परिवार से हैं और इंसानियत यही कहती है कि एक-दूसरे की मदद करें।” उन्होंने ग्रामीणों से भी अपील की, कि इन बच्चों के पालन-पोषण में सबको बढ़-चढ़कर सहयोग और योगदान करना चाहिए। अधिकारी ने स्पष्ट किया कि पुलिस अपराधियों की शत्रु है और जनता की मित्र है,इस मौके पर वरिष्ठ उपनिरीक्षक चुन्नू लाल,हेड कांस्टेबल मोहन यादव, कांस्टेबल अनुराग पाल,कांस्टेबल विकास व आरक्षी चालक सोनू भी मौजूद रहे। पुलिस टीम की इस पहल से ग्रामीणों में सकारात्मक संदेश गया और लोगों के दिलों में पुलिस के प्रति भरोसा और एक उम्मीद जगी। रिपोर्ट : लालजी
*बी.एड़.प्रथम वर्ष की प्रयोगात्मक परीक्षा होगी*
सुलतानपुर,राणा प्रताप पी जी कॉलेज के बी एड़ प्रथम वर्ष की प्रायोगिक परीक्षा 9 सितंबर को 11 बजे से महाविद्यालय में सम्पन्न होगी। प्रशिक्षुओं को अपने प्रवेश-पत्र, प्रायोगिक अभ्यास पुस्तिका के साथ उक्त तिथि एवं समय पर महाविद्यालय में अनिवार्य रूप से उपस्थित होना है। परीक्षा छूट जाने पर सम्पूर्ण जिम्मेदारी स्वयं छात्र/छात्राओं की होगी। यह जानकारी आंतरिक परीक्षक डॉ सीमा सिंह ने दी।
*’’संकल्प हब फार इम्पावरमेंट ऑफ़ वूमेन योजना’’ के अन्तर्गत आज जिला कारागार, में विधिक जागरूकता/कानूनी सहायता शिविर का आयोजन किया गया*
सुल्तानपुर,निदेशक,महिला कल्याण उ0प्र0 लखनऊ के निर्देश के अनुपालन में एवं जिलाधिकारी (कुमार हर्ष) के कुशल निर्देशन में ’’संकल्प हब फार इम्पावरमेंट आॅफ वूमेन योजना’’ के अन्तर्गत आज जिला कारागार, सुलतानपुर में विधिक जागरूकता/ कानूनी सहायता शिविर का आयोजन किया गया। श्री प्रंाजल अरविन्द, अधीक्षक, जिला कारागार, सुलतानपुर से जिला प्रोबेशन अधिकारी वी0पी0वर्मा द्वारा कारागार में निरूद्व महिला बंदियों को कानूनी सहायता प्रदान करने के बारे में चर्चा की गयी तत्पश्चात् जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा कानूनी सहायता शिविर में महिला बंदियों से वार्ता की गयी कि जिन महिला बंदियों के पास सरकारी अधिवक्ता नहीं हैं उन्हें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के समन्वय से निःशुल्क अधिवक्ता दिलाये जाने हेतु श्री ओमकार पाण्डेय, जेलर से बात की गयी। जिससे उनकी मा0 न्यायालय में प्रभावी पैरवी हो सकें। निरूद्व महिला बंदियों द्वारा बताया गया कि कुछ को सरकारी अधिवक्ता मिले हैं। इसके अलावा महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित योजनाओं यथा-निराश्रित महिला पेंशन, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना सामान्य, स्पाॅन्सरशिप आदि योजना के बारे में भी विस्तार से जानकारी प्रदान की गयी। उक्त विधिक जागरूकता/कानूनी सहायता शिविर कार्यक्रम में रेखा गुप्ता, जिला मिशन समन्वयक, सरोज यादव, संतोष पाल, जेण्डर स्पेसलिस्ट, नीलम वर्मा, सा समन्वयक, कविता कुमारी, अवधेश कुमार, रिद्वि सिंह आदि के साथ समस्त स्टाफ मौके पर उपस्थित मिले।
*गोमती मित्रों ने पुनः लिया सामाजिक समरसता का संज्ञान,सफाई नायक का किया सम्मान*
सुल्तानपुर,सामाजिक समरसता की बात करना,बखान करना,संदेश देना एक अलग बात है लेकिन उसे करके दिखाना,समाज के सामने एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करना अलग बात और गोमती मित्र मंडल ने इसे करके दिखाया। जब नगर पालिका परिषद में कार्यरत सफाई नायक बृजलाल का परिवार सहित सीता कुंड धाम पर रविवार देर शाम सम्मान किया गया, प्रदेश अध्यक्ष रुद्र प्रताप सिंह मदन ने बृजलाल का व महिला मंडल अध्यक्ष शालिनी कसौधन ने उनकी धर्मपत्नी का माल्यार्पण किया,प्रबंधक राजेंद्र शर्मा व आरती सह संयोजक राकेश सिंह दद्दू ने अंग वस्त्र पहनाकर उन्हें सम्मानित किया।तालियों की गड़गड़ाहट के बीच उनका पूरा परिवार भावुक रहा। भाव विभोर था और कहा की इस तरीके के जीवंत सम्मान की कभी कल्पना नहीं की थी,प्रदेश अध्यक्ष मदन सिंह ने अपने संबोधन में कहा की गोमती मित्र कहने में नहीं करने में विश्वास रखते हैं। सम्मान कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष मदन सिंह, महिला मण्डल अध्यक्ष शालिनी कसौधन,अन्नपूर्णा शर्मा,मिथिलेश पांडे,राधा मौर्य,देवकी जायसवाल,मोनी सिंह,निर्मला श्रीवास्तव,राजेंद्र शर्मा, राकेश सिंह दद्दू,राकेश मिश्रा,राजीव कसौधन,विनय सिंह,संत कुमार प्रधान, अजय प्रताप सिंह,अजीत शर्मा,पं. आनंद वत्स आदि उपस्थित रहे।
*डीजे के ध्वनि के आगे नतमस्तक रहा जिला प्रशासन*
सुल्तानपुर,डीजे साउंड के आगे नतमस्तक हुआ जिला प्रशासन। गणेश विसर्जन में जमकर कोर्ट की उड़ाई जा रही धज्जियाँ,तेज़ आवाज़ में बजाया जा रहा डीजे और जिला प्रशासन है मौन। बीच सड़क खड़ा कर तेज आवाजों में बजा कानफाडू डीजे। चिकित्सालय, करौंदिया ओवरब्रिज और शहर में विभिन्न जगहों पर घंटों रहा जाम। जाम लगने से सीओ सिटी,पुलिस प्रसाशन,सांसद,और अन्य लोग करौंदिया ओवरब्रिज पर घंटों रहे फसे। शहर में ट्रैफिक पुलिस व्यवस्था संभालने में पूरी तरह रही नाकाम। तेज ध्वनि डीजे साउंड के चलते सड़क से गुजर रहे राहगीरों की दिलों की धड़कनों के साथ अगल बगल बिल्डिंग्स में लगे कांच के शीशे दरवाजे,और खिड़कियां तक कांप रहे है। लोगों की जान से खुले आम डीजे संचालक खिलवाड़ कर रहे। जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों की भी प्रशासन को नही उनकी चिंता।