प्रभारी मंत्री ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर किया निरीक्षण
मीरजापुर। प्रदेश के कैबिनेट मंत्री औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन, एनआरआई एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग, जनपद के प्रभारी मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने जनपद भ्रमण के दौरान सिटी विकास खंड अन्तर्गत बाढ़ प्रभावित ग्राम गोसांई पुरवा में भ्रमण कर निरीक्षण किया। निरीक्षण के पश्चात कैबिनेट मंत्री जिला पंचायत सभागार में जिलाधिकारी व अन्य सम्बंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर बाढ़ प्रभावितों को राहत पहुॅचाने के दृष्टिगत आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।
इस दौरान विधायक नगर, विधायक मड़िहान, विधायक मझवां, जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार, पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा, मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार, अपर जिलाधिकारी सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
बाढ़ प्रभावित ग्राम गोसांई पुरवा में भ्रमण के दौरान प्रभारी मंत्री गांव के ग्राम प्रधान व उपस्थित ग्रामीणों व महिलाओं से वार्ता कर बाढ की स्थिति के बारे में जानकारी ली। इस दौरान प्रभावित, मौके पर डूबे फसलों का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान गांव में कुछ बच्चों को बुलाकर स्कूल जाने व नामांकन के बारे में पूछताछ की, जिस पर लगभग 5 वर्षीय 4-5 बच्चों में से मनीष ने बताया कि वह स्कूल नहीं जाता, मंत्री ने उसके अभिभावक व मौके पर उपस्थित लेखपाल को निर्देशित किया गया नाम नोट कर कल ही इसका नामांकन पास के स्कूल में कराया जाए। मंत्री ने उपस्थित बच्चों व ग्रामीणों को लंच पैकेट भी वितरित किया। उन्होंने गांव महिलाओं व उपस्थित ग्रामीणों से वार्ता के दौरान आश्वस्त किया प्रभावित फसलों व क्षतिग्रस्त मकानों का यथाशीर्घ मुवावजा दिया जाएगा। उन्होंने उपस्थित उप जिलाधिकारी व अन्य राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया कि नुकसान फसलों का तत्काल सर्वे कराकर मुआवजा वितरण की अग्रिम कार्यवाई की जाए।
कैबिनेट मंत्री, जनपद के प्रभारी मंत्री जिला पंचायत सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक कर बाढ प्रभावितों को राहत सामग्री वितरण, स्वास्थ्य सुविधाएं, पशुओं के चारा व टीका, आवश्यक दवाएं आदि के बारे में विस्तृत जानकारी ली।
जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार ने जनपद में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों, नुकसान हुयी फसलों, क्षतिग्रस्त मकानों व दिये गये राहत सामग्रियों आदि के बारे में विस्सतृत जानकारी दी। जिलाधिकारी ने बताया कि तहसील चुनार व सदर में गंगा नदी से बाढ़ प्रभावित व अहरौरा डैम से पानी छोडे़ जाने से उस क्षेत्र में प्रभावित लोगों के मुआवजा के लिये शासन से धनराशि की स्वीकृति हो गई है।
जिलाधिकारी ने कहा कि एक सप्ताह के अन्दर सर्वे कराकर नियमानुसार नुकसान हुयी फसलों व क्षतिग्रस्त मकानों का मुआवजा का वितरण कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया इसके इसके पूर्व प्रभावित लोग जिनका सर्वे किया जा चुका था उन्हें राहत, मुआवजा उपलब्ध भी कराया जा चुका है। जिलाधिकारी ने बताया कि कल 10 व 11 सितम्बर 2025 को अभियान चलाकर बाढ प्रभावित क्षेत्रों में राशन की दुकान से कार्ड धारकों कों राशन का वितरण कराया जाएगा। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के प्रभावित लोगों के प्रति गम्भीर है, तथा प्रवाहित क्षेत्रों के लिए बड़े पैमाने पर धनराशि जारी की गयी हैं। इसके अन्तर्गत प्रभावित जनता को राहत पहुंचाने के साथ-साथ विकास कार्यो को भी शीघ्रता से संचालित किया जायेगा।
उन्होेंने बैठक में उपस्थित अधिकारियों से कहा कि जो जिसका जो भी उत्तरदायित्व है वह पूरी पारदर्शिता के साथ अपने उत्तरदायित्व का निर्रवन करें ताकि प्रभावित लोगों को राहत समय से मिल सके। उन्होंने कहा कि बाढ का पानी घटने के बाद स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी बढ़ जाती है, पूरे क्षेत्र में जीवनरक्षक दवाओं का कैम्प लगाकर वितरण, लोगों का इलाज सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव, फाॅगिंग आदि समय से कराया जाए। उन्होंने कहा कि पशुओं के लिए पर्याप्त चारा की व्यवस्था, उनके टीकाकरण, विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिये आवश्यक दवाएं आदि की उपलब्धता समय से सुनिश्चित की जाए। उन्होनें कहा कि बाढ़ चैकियों को सक्रिय रखा जाए, नाव की व्यवस्था भी रहे ताकि यदि पानी पुनः बढ़े तो ससमय उपयोग किया जा सके।
जिन गांवों की सड़कें बाढ़ से टूट गयी है उनका तत्काल मरम्मत करा दी जाए ताकि आवागमन की असुविधा न होने पाए। क्षतिग्रस्त मकानों का भी सर्वे कराकर उचित मुआवजा दिया जाए। कहा कि राहत व मुआवजा वितरण में तेजी लाई जाए। इस अवसर पर परियोजना निदेशक डीआरडीए धर्मजीत सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सीएल वर्मा, जिलापूर्ति अधिकारी संजय बरनवाल, उपायुक्त मनरेगा, अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग, विद्युत, जल निगम, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका मीरजापुर लाल व ईओ चुनार सहित सभी सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
Sep 09 2025, 19:03