मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से कोलकाता में मिले पश्चिम बंगाल के मंत्री फिरहाद हकीम -
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से कोलकाता में मिले पश्चिम बंगाल के डीजीपी राजीव कुमार
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से कोलकाता में मिले पश्चिम बंगाल के मंत्री फिरहाद हकीम, देखें तस्वीर
डुमरी विधायक जयराम महतो की तबीयत बिगड़ी, डॉक्टरों ने दी आराम की सलाह
डुमरी : विधायक जयराम महतो की अचानक तबीयत खराब हो गई है। लगातार कार्यक्रमों और व्यस्तता के कारण उनकी सेहत बिगड़ गई, जिसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें पांच दिनों के पूर्ण आराम की सलाह दी है।
जयराम महतो ने खुद सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा, “कल शाम अचानक तबीयत खराब होने के कारण मैं अस्वस्थ हूं। डॉक्टर ने 5 दिन आराम की सलाह दी है। आपके प्यार और आशीर्वाद से फिलहाल ठीक हूं, लेकिन अगले चार-पांच दिन किसी भी कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लूंगा। सभी कार्यक्रम रद्द रहेंगे। किसी भी समस्या के लिए पार्टी के जिलाध्यक्ष या प्रत्याशी से संपर्क करें। असुविधा के लिए खेद है। संघर्ष जारी है।”
इस घोषणा के बाद उनकी सभी जनसभाएं, कार्यक्रम और सार्वजनिक मुलाकातें अगले आदेश तक स्थगित कर दी गई हैं। स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। विधायक ने बताया कि आपात स्थिति में पार्टी के जिलाध्यक्ष या स्थानीय प्रतिनिधियों से संपर्क किया जा सकता है।
रांची: दुर्गापूजा 2025 की तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन की अहम बैठक, सुरक्षा-स्वच्छता और ट्रैफिक पर विशेष जोर
रांची, 5 सितंबर: आगामी दुर्गापूजा 2025 के सफल और सुरक्षित आयोजन को सुनिश्चित करने के लिए रांची जिला प्रशासन ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी, श्री मंजुनाथ भजन्त्री की अध्यक्षता में आज वरीय पदाधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।
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उपायुक्त ने कहा कि दुर्गापूजा रांची के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है, और इसका लक्ष्य शांतिपूर्ण और व्यवस्थित वातावरण में संपन्न कराना है। उन्होंने सभी विभागों से आपसी समन्वय के साथ कार्य करने का आह्वान किया, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
बैठक में वरीय पुलिस अधीक्षक श्री चंदन कुमार सिन्हा, अपर जिला दंडाधिकारी (विधि-व्यवस्था) श्री राजेश्वर नाथ आलोक, पुलिस अधीक्षक (शहर) श्री अजीत कुमार, और अनुमंडल पदाधिकारी (सदर) श्री उत्कर्ष कुमार सहित कई वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित थे।
सुरक्षा और विधि-व्यवस्था पर सख्त निर्देश
उपायुक्त श्री मंजुनाथ भजन्त्री ने पूजा के दौरान शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई प्रमुख निर्देश दिए:
पुलिस बल की तैनाती: संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष निगरानी रखने और पर्याप्त पुलिस बल तैनात करने का निर्देश दिया गया।
सीसीटीवी और ड्रोन से निगरानी: पूजा पंडालों और भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन से निगरानी की व्यवस्था सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया।
असामाजिक तत्वों पर नजर: पुलिस को पूजा के दौरान असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखने और किसी भी घटना पर त्वरित कार्रवाई करने के लिए अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया।
पंडालों में सुरक्षा: सभी पूजा पंडालों में अग्निशमन यंत्र, आपातकालीन निकास द्वार और प्राथमिक चिकित्सा किट की अनिवार्य उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया।
साफ-सफाई, बिजली और ट्रैफिक का प्रबंधन
पूजा के दौरान श्रद्धालुओं को असुविधा न हो, इसके लिए भी कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए:
साफ-सफाई: नगर निगम को पूजा पंडालों और आसपास के क्षेत्रों में नियमित साफ-सफाई और कचरा निपटान की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया।
बिजली आपूर्ति: बिजली विभाग को दुर्गापूजा के दौरान निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने और पंडालों में बिजली के तारों की सुरक्षा जांच करने के लिए कहा गया।
ट्रैफिक मैनेजमेंट: शहर में जाम से बचने के लिए ट्रैफिक पुलिस को रूट प्लान तैयार करने, प्रमुख मार्गों पर बैरिकेडिंग लगाने और पार्किंग की विशेष व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया।
इस बैठक में सभी विभागों को आपसी समन्वय से काम करने पर जोर दिया गया, ताकि दुर्गापूजा का पर्व शांतिपूर्ण, सुरक्षित और उत्साहपूर्ण तरीके से मनाया जा सके।
धनबाद में बड़ा हादसा, 400 फीट गहरी खाई में गिरी सर्विस वैन, 4 से 5 मजदूरों के हताहत होने की आशंका
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धनबाद से बड़ी खबर सामने आ रही है। भारत कोकिंग कोल लिमिटेड बीसीसीएल एरिया नंबर 4 में एक बड़ा हादसा हो गया। यहां मां अंबे आउटसोर्सिंग कंपनी की एक सर्विस वैन अचानक जमीन खिसकने यानी लैंड स्लाइड से करीब 400 फीट गहरी खाई में जा गिरी।
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बताया जा रहा है कि वैन में उस समय 5 से 6 मजदूर सवार थे। हादसे के बाद मजदूरों के हताहत होने की आशंका जताई जा रही है। हादसे के बाद क्षेत्र में अफरा-तफरी और दहशत का माहौल है।
सुरक्षा विभाग की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। सुरक्षा विभाग की टीम खाई में गिरी वैन और मजदूरों को निकालने के लिए युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्य में जुटी है। स्थानीय लोग भी बड़ी संख्या में घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और रेस्क्यू टीम की मदद कर रहे हैं।
कांग्रेस की पूर्व विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह पर केस दर्ज, कोर्ट पर आपत्तिजनक टिप्पणी का आरोप
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झरिया की पूर्व कांग्रेस विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह के विरुद्ध अदालत की अवमानना का मुकदमा न्यायालय में दायर हुआ है। पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या मामले में कोर्ट के फैसले के खिलाफ अपनी टिप्पणी के बाद पूर्व विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह कानूनी दांवपेच में फंसती दिख रही हैं। धनबाद में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है।
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न्यायालय के फैसले की खुले मंच से आलोचना का आरोप
धनबाद कोर्ट के वकील वकार अहमद ने यह शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने आरोप लगाया कि 27 अगस्त 25 को धनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत ने नीरज हत्याकांड में अपना फैसला सुनाया और आरोपियों को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया। फैसले के विरुद्ध 1 सितंबर 25 को संध्या 6 बजे से 7:30 बजे तक रणधीर वर्मा चौक में मृतक नीरज सिंह की पत्नी पूर्णिमा नीरज सिंह के नेतृत्व में जिला परिषद मैदान से रणधीर वर्मा चौक तक न्यायालय के फैसले के विरुद्ध कैंडल सह आक्रोश मार्च निकाला गया और उस स्थल पर पूर्णिमा नीरज सिंह ने फैसला सुनाने वाले न्यायाधीश के विरुद्ध घोर अपमान सूचक व अपयशकारी शब्दों का खुलेआम प्रयोग किया।
वकील ने कहा- साक्ष्यों के आधार पर कोर्ट ने फैसला सुनाया
शिकायत करने वाले अधिवक्ता ने कहा कि न्यायालय सभी साक्ष्यों के आधार पर अपना फैसला देती है। नीरज सिंह हत्याकांड में भी कोर्ट ने साक्ष्यों के आधार पर अपना फैसला सुनाया था। साक्ष्य के अभाव में सभी लोगों को बरी किया था, लेकिन नीरज सिंह हत्याकांड में न्यायालय के दिए गए फैसले पर पूर्व विधायक की ओर से सार्वजनिक रूप से टिप्पणी की गई, जो सही नहीं है।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि नीरज सिंह हत्याकांड में 27 अगस्त 2025 को जिला एवं सत्र न्यायाधीश 16 एमपी एमएलए कोर्ट के विशेष न्यायधीश दुर्गेश चंद्र अवस्थी ने मामले में आरोपी पूर्व विधायक संजीव सिंह समेत दूसरों को बरी कर दिया था। इस फैसले के खिलाफ स्व. नीरज सिंह की पत्नी और पूर्व विधायक ने सड़क पर विरोध मार्च निकाला था। इस दौरान उन्होंने अपने बयान में न्यायाधीश के खिलाफ अमर्यादित भाषा का भी इस्तेमाल किया था। मीडिया को बयान देने के साथ ही पूर्व विधायक ने सोशल मीडिया पर अपने विवादित बयान को पोस्ट किया था।
चाईबासा: मनोहरपुर स्टेशन पर रेल हादसा, इंजन की टक्कर से पांच कोच पलटे; दो कर्मी घायल, सुरक्षा पर उठे सवाल
चाईबासा: चाईबासा जिले के चक्रधरपुर रेल मंडल के मनोहरपुर स्टेशन के पास गुरुवार की अहले सुबह एक बड़ा रेल हादसा हो गया। सुबह करीब 4:15 बजे, यार्ड की लाइन नंबर 7 पर खड़े रेलवे के पांच डिब्बों को एक बैंकिंग डीजल इंजन ने जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि पांच में से एक कोच बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और सभी कोच पटरी से उतरकर जमीन पर गिर पड़े।
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हादसे में दो रेलवे कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। ट्रैक मेंटेनर अरविंद कुमार को गर्दन में गंभीर चोटें आई हैं, जबकि एक अन्य कर्मचारी सीके बारीक को आंशिक चोटें आईं। दोनों घायलों को तुरंत उत्कल एक्सप्रेस के जरिए चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल भेजा गया, जहां उनका इलाज जारी है।
बताया गया है कि यार्ड में खड़े ये कोच रेलवे ट्रैक की मरम्मत करने वाले कर्मचारियों के रहने के लिए इस्तेमाल किए जाते थे, और इनमें पटरी सुधारने की मशीनें व औजार भी रखे हुए थे।
यह हादसा एक बार फिर से चक्रधरपुर रेल मंडल की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है। हाल ही में राउरकेला यार्ड में भी एक मालगाड़ी बैंकिंग के दौरान दुर्घटनाग्रस्त होकर एक बस्ती में घुस गई थी, जिसके बाद कई रेलकर्मियों पर कार्रवाई हुई थी। इसके बावजूद, इस तरह के रेल हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।
फिलहाल, चक्रधरपुर रेल मंडल के डीआरएम (Divisional Railway Manager) तरुण हुरिया ने इस पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। हालांकि, यह टक्कर कैसे और किन परिस्थितियों में हुई, इसका स्पष्ट कारण अब तक सामने नहीं आया है, लेकिन लगातार हो रहे ये हादसे दर्शाते हैं कि मंडल में ट्रेन परिचालन और सुरक्षा व्यवस्था बेहद खराब दौर से गुजर रही है।
झारखंड में ग्रामीण विकास को मिलेगी गति, 15वें वित्त आयोग के अनुदान जल्द होंगे जारी
:- ग्रामीण विकास मंत्री, झारखंड सरकार , श्रीमती दीपिका पांडे सिंह से आज नई दिल्ली में भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय के सचिव की मुलाकात हुई । बैठक में मुख्य रूप से 15वें वित्त आयोग के अनुदान को शीघ्र स्वीकृत करने पर बल दिया गया। श्रीमती दीपिका पांडे सिंह ने स्पष्ट किया कि झारखंड सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता ग्राम पंचायतों को सशक्त कर ग्रामीण विकास को नई दिशा देना है। उन्होंने अपेक्षा व्यक्त की कि 15वें वित्त आयोग की अगली किस्त शीघ्र जारी की जाए, ताकि योजनाओं का लाभ सीधे गाँव-गाँव तक पहुँच सके। उन्होंने कहा कि अनुदान जारी होने से ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों को गति मिलेगी और आधारभूत संरचनाएँ मजबूत होंगी। इस पर पंचायती राज मंत्रालय के सचिव ने सकारात्मक पहल का आश्वासन दिया।
बैठक के दौरान आरजीएसए के अंतर्गत अतिरिक्त फंड सहायता, पंचायत एडवांसमेंट इंडेक्स 2.0 प्रशिक्षण, सैटेलाइट आधारित दूरस्थ शिक्षा सुविधा, ग्राम पंचायतों का सोलराइजेशन तथा यूनिफाइड पंचायत डिजिटलाइजेशन से संबंधित प्रस्ताव भी रखे गए।
इस अवसर पर उनके साथ विभागीय सचिव श्री मनोज कुमार (आईएएस), निदेशक (पंचायती राज, झारखंड) श्रीमती राजेश्वरी बी. तथा भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय के Director (Capacity Building) श्री विपुल उज्जवल सहित अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे।
Sep 06 2025, 19:15