वोटर अधिकार यात्रा बड़ी असफलता के साथ समाप्त हुई : ऋतुराज सिन्हा*
*विपक्ष नहीं चाहता है कि मतदाता सूची का शुद्धिकरण हो : ऋतुराज सिन्हा*
*बिहार में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव होने के रास्ते में राहुल-तेजस्वी अवरोधक : ऋतुराज सिन्हा* पटना, 1 सितंबर। भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा ने आज समाप्त हुई वोटर अधिकार यात्रा को लेकर कहा कि यह यात्रा एक बड़ी असफलता के साथ समाप्त हो गई। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस या राजद नहीं चाहती है कि मतदाता सूची का शुद्धिकरण हो, जिस कारण वे एसआईआर का विरोध कर रहे हैं। भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा ने कहा कि 1 अगस्त को चुनाव आयोग ने मतदाता सूची का प्रारूप जारी कर साफ कहा कि जिनका आपत्ति है, वह आपत्ति दर्ज कर सकते हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव ने इसका विरोध करना शुरू किया। इसके बाद 16 अगस्त से यात्रा शुरू की और आज उसका समापन भी हो गया। उन्होंने आगे कहा कि फॉर्म 7 जमा करने की तिथि जब समाप्त हुई, उसी दिन यात्रा भी समाप्त कर दी गई। इससे साफ है कि यह यात्रा एसआईआर में व्यवधान पैदा करने की यात्रा थी। जो संविधान और लोकतंत्र की बात करते हैं, वह चुनाव आयोग को निष्क्रिय करने की भूमिका निभा रहे हैं। चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों से इस कार्य में सहयोग मांगा था, लेकिन महागठबंधन के किसी दल ने अपेक्षित सहयोग नहीं दिया। शिकायत तक नहीं दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि अगर गलती थी, तो सुधरवाने का प्रयास करते, लेकिन केवल जनता में भ्रम फैलाने की कोशिश की। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि आखिर राहुल गांधी की यात्रा से बिहार को क्या मिला? उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने भगीरथ मांझी को घर की चाबी सौंपकर झूठ बोला कि घर कांग्रेस ने बनाया। जबकि जमीन उनकी ही थी और घर भी उन्हीं का था, केवल पेंट का काम कांग्रेस ने कराया। इसके अलावा उन्होंने कई घटनाओं का जिक्र किया, जिसमें उनकी असंवेदनशीलता की भी चर्चा की। इस दौरान उन्होंने रेवंत रेड्डी और स्टालिन जैसे बिहारियों और सनातन का अपमान करने वालों का स्वागत करने की बात कही। इस दौरान भाजपा के नेता ने कांग्रेस के मंच से पीएम मोदी की माताजी को गाली देने की घटना का जिक्र किया और उसकी निंदा की। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी वोट चोरी नहीं, सीना जोरी कर रहे थे। भाजपा के नेता ने कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव स्वच्छ और पारदर्शी चुनाव चाहते ही नहीं हैं। वे लोकतंत्र के साथ खड़े नहीं हैं। स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए ये दोनों अवरोधक बने हैं। इसका परिणाम आने वाले चुनाव में साफ दिखेगा। इस प्रेस वार्ता में प्रदेश मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल और सह मीडिया प्रभारी अमित प्रकाश बबलू उपस्थित रहे।
Sep 05 2025, 21:38