गणिनाथ पूजनोत्सव सात सितंबर को नगरा मे
आचार्य ओम प्रकाश वर्मा नगराः बलिया नगर पंचायत नगरा स्थित संत गणिनाथ मंदिर पर सात सितंबर को पूजनोत्सव कार्यक्रम होगा। बुधवार को हुई. बैठक में वैश्यसभा के लोगों ने तैयारी को लेकर विचार-विमर्श किया। नगर अध्यक्ष रमेश मद्धेशिया ने कहा कि छह सितंबर को रामचरित मानस पाठ होगा। वहीं सात सितंबर को झंडारोहण व हवन पूजन संग भव्य भंडारे का कार्यक्रम होगा।
नीछुवाडीह मां परमेश्वरी का दर्शन कर श्रद्धालु हुए निहाल कास्ठ मेले में लगी दुकानों से की जमकर खरीददारी
आचार्य ओमप्रकाश वर्मा नगरा(बलिया) क्षेत्र में आदि शक्ति मां परमेश्वरी भगवती मंदिर में चतुर्थ साप्ताहिक काष्ठ मेला लगा। यह मेला सावन के अंतिम गुरुवार और भाद्रपद के चार गुरुवार को लगता है। मंदिर में श्रद्धालुओं ने विधि-विधान से मां परमेश्वरी का दर्शन-पूजन किया। मेले में मऊ, देवरिया सहित आसपास के जनपदों से दुकानदार लकड़ी से बने सामान लेकर पहुंचे। दुकानदारों को अच्छी बिक्री से संतोष मिलता है। निच्छुआडीह स्थित मां परमेश्वरी भगवती का मंदिर सैकड़ों वर्ष पुराना और बड़ा ऐतिहासिक एवं पौराणिक है. जो भी पवित्र हृदय से मां से कोई मन्नतमांगता है, तो वह अवश्य पूरी होती है. मेला लकड़ी से बने सामान जैसे चौकी, कुर्सी, मेज, स्टूल और चारपाई के लिए प्रसिद्ध है। मेले में सौंदर्य प्रसाधन, लोहे के सामान, प्लास्टिक की वस्तुएं और मिठाई-छोले की दुकानें भी सजी रहती। रसड़ा, बिल्थरा, मऊ और देवरिया से लोग खरीदारी के लिए पहुंचते हैं। ग्रामीण महिलाओं ने भी जरूरत का सामान खरीदती है। सुरक्षा व्यवस्था के लिए मंदिर समिति अध्यक्ष हसनाथ यादव पूर्व जिला पंचायत सदस्य, संरक्षक रामसोच यादव, अनिल श्रीवास्तव, किशन शर्मा, सुरेंद्र यादव आदि लोगों के महत्वपूर्ण भूमिका होती है। नगरा पुलिस भी लगातार अपनी भूमिका निभाई। मेले में श्रद्धालुओं ने विभिन्न व्यंजनों का आनंद भी लिया।
स्व. जवाहर सिंह शिक्षक के पुत्रों ने भरत बाबा स्थान से लेकर नन्दजी सिंह के घर तक कराया सड़क निर्माण कार्य का शुभारंभ
संजीव सिंह बलिया | शिवपुर दियर(कर्ण छपरा)  गांव के लिए वर्षों से अधूरा सपना बनी सड़क का सपना अब साकार होने लगा है। स्वर्गीय जवाहर सिंह अध्यापक के पुत्र, अध्यापक व समाजसेवी राजेश सिंह "गुड्डू" एवं अध्यापक सत्यम सिंह "लाला" ने भरत बाबा स्थान से लेकर नन्दजी सिंह के घर तक सड़क निर्माण कार्य की शुरुआत कर ग्रामीणों को बड़ी सौगात दी है। यह वही सड़क है जिसे गांव की जीवनरेखा माना जाता है। इसके अधूरेपन से ग्रामीणों को लंबे समय से कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। सड़क निर्माण होने से न केवल गांववासियों के आवागमन में आसानी होगी, बल्कि यह सड़क नीलम देवी महाविद्यालय होते हुए सीधे राष्ट्रीय राजमार्ग-31 (NH-31) से जुड़ जाएगी, जिससे क्षेत्रीय विकास को गति मिलेगी। निर्माण कार्य का शुभारंभ होते ही गांव के लोगों में हर्ष की लहर दौड़ गई। मौके पर प्रधान प्रतिनिधि हरि सिंह, साधन सहकारी समिति के उपाध्यक्ष हरिनारायण सिंह, संजीत सिंह "अनु", चमचम सिंह, गोलू सिंह, चन्दन सिंह, अध्यापक उपेन्द्र सिंह, शंकर सिंह, दिग्विजय सिंह, धर्मेन्द्र सिंह घुटरी, सुखल सिंह समेत कई ग्रामीण उपस्थित रहे। इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने स्व. जवाहर सिंह के परिवार, विशेषकर उनके दोनों पुत्रों की सराहना करते हुए कहा कि यह कदम केवल सड़क निर्माण नहीं, बल्कि गांव के विकास की नई शुरुआत है। साधन सहकारी समिति के उपाध्यक्ष हरिनारायण सिंह ने कहा, “यह सड़क शिक्षा, स्वास्थ्य और व्यापार तक पहुंच को आसान बनाएगी। यह कदम गांव को प्रगति की नई दिशा देगा।” ग्रामीणों ने आशा व्यक्त की कि इसी तरह सामूहिक प्रयासों से गांव के अन्य अधूरे कार्य भी पूरे होंगे और जयप्रकाश नगर विकास की राह पर तेजी से आगे बढ़ेगा।
नगरा में बिना मान्यता चल रहे स्कूलों पर एबीएसए आरपी सिंह का शिकंजा, भारी जुर्माने की चेतावनी
संजीव सिंह बलिया। नगरा:बेसिक शिक्षा विभाग ने नगरा ब्लॉक क्षेत्र के कई गैर-मान्यता प्राप्त विद्यालयों पर बड़ी कार्रवाई की है।आरपी सिंह खण्ड शिक्षा अधिकारी नगरा, बलिया द्वारा जारी नोटिसों में साफ कहा गया है कि निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 लागू होने के बाद बिना मान्यता लिए कोई भी विद्यालय संचालित नहीं किया जा सकता। इसके बावजूद कुछ प्रबंधकों द्वारा अवैध रूप से स्कूल चलाए जाने की शिकायतों की पुष्टि पर विभाग ने सख्ती दिखाई है। 03 सितम्बर 2025 को जारी पत्रों में “कौल कॉन्वेंट स्कूल खरहरी लहसनी”, “जीनियस एकेडमी नाथ बाबा नरही”, “आदि शक्ति विद्यापीठ नगरा” और “माई चिल्ड्रेन स्कूल मलप हर्सेनपुर” के प्रबंधक/प्रधानाध्यापक/संचालकों को चेतावनी दी गई है कि अब यदि विद्यालय संचालित हुआ पाया गया तो पहले दिन 1 लाख रुपये तथा उसके बाद प्रत्येक दिन ₹10,000 की दर से अर्थदण्ड लगाया जाएगा। यह राशि सरकारी कोष में जमा करनी होगी। खण्ड शिक्षा अधिकारी आरपी सिंह ने पत्रों में स्पष्ट किया है कि जिलाधिकारी बलिया के निर्देश पर यह कार्रवाई की जा रही है और यदि जुर्माना जमा नहीं किया गया तो प्रबंधकों के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही कर वसूली सुनिश्चित की जाएगी। विभागीय सूत्रों के अनुसार, इन स्कूलों को पूर्व में भी नोटिस देकर बंद कराया गया था, परंतु पुनः बिना मान्यता कक्षाओं का संचालन शुरू कर दिया गया। शिक्षा विभाग ने इसे बालकों के हितों से जुड़ा गंभीर मामला मानते हुए कहा है कि किसी भी दशा में गैर-मान्यता प्राप्त संस्थानों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मान्यता के बिना शिक्षा नहीं चलेगी बलिया शिक्षा विभाग की सख्ती, स्कूलों पर लाखों का जुर्माना तय
अमर बहादुर सिंह बलिया शहर नगरा (बलिया)। बलिया जनपद के नगरा ब्लॉक में बिना मान्यता चल रहे विद्यालयों पर शिक्षा विभाग ने कड़ा रुख अपनाया है। खण्ड शिक्षा अधिकारी नगरा, आरपी सिंह ने साफ चेतावनी दी – नियमों को दरकिनार कर बच्चों का भविष्य दांव पर लगाने वाले किसी भी विद्यालय को बख्शा नहीं जाएगा।03 सितम्बर 2025 को जारी पत्रों के माध्यम से “कौल कॉन्वेंट स्कूल खरहरी लहसनी, जीनियस एकेडमी नाथ बाबा नरही, आदि शक्ति विद्यापीठ नगरा” और “माई चिल्ड्रेन स्कूल मलप हर्सेनपुर” के प्रबंधकों को निर्देशित किया गया है कि यदि अब विद्यालय संचालित होता पाया गया तो पहले ही दिन ₹1 लाख का जुर्माना लगेगा और उसके बाद प्रत्येक दिन ₹10,000 की दर से अर्थदण्ड वसूला जाएगा। यह राशि सीधे सरकारी कोष में जमा करनी होगी। शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि जिलाधिकारी बलिया के आदेश पर यह कार्रवाई हो रही है। जुर्माना जमा न करने पर विद्यालय संचालकों के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की जाएगी और बकाया धनराशि की वसूली भी अनिवार्य रूप से की जाएगी। विभागीय सूत्रों ने बताया कि इन स्कूलों को पहले भी नोटिस देकर बंद कराया गया था, लेकिन पुनः अवैध रूप से कक्षाएँ संचालित की जा रही थीं। इस पर विभाग ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा – “बालकों के अधिकारों और भविष्य से खिलवाड़ करने वाली संस्थाओं को किसी भी दशा में सहन नहीं किया जाएगा। अब जिले भर में चर्चा यही है कि शिक्षा विभाग की इस सख्ती के बाद अन्य गैर-मान्यता प्राप्त विद्यालयों पर भी कार्रवाई तेज हो सकती है।
फर्जी SC/ST एक्ट के मुकदमे ने छीनी एक और जान, अंकुर सिंह ने जताया दर्द, उठाया मरने का कदम

संजीव सिंह बलिया!नगरा  वीरचंद्रहा निवासी अंकुर सिंह पुत्र ललित सिंह ने अपने ऊपर लगे फर्जी SC/ST एक्ट के मुकदमे के चलते गहरा दर्द व्यक्त करते हुए एक वीडियो बनाया। वीडियो में अंकुर ने कहा कि "मार भी हम ही खाएं, जेल भी हम ही जाएं और सुलह के पैसे भी हम ही दें, यह कहा का न्याय है।" पुलिस और प्रशासन द्वारा सुलह के लिए 2 लाख रुपए देने का दबाव बनाया जा रहा था, जबकि वह निर्दोष था। अंत में मानसिक परेशानियों से घिरा अंकुर सिंह फांसी के फंदे से लटक गया।

यह घटना एक गंभीर वास्तविकता को उजागर करती है कि किस तरह आधे से अधिक मुकदमे फर्जी तरीके से दर्ज किए जा रहे हैं। बेशक हजारों साक्ष्य होने के बावजूद दोषी को साबित नहीं किया जा पाता क्योंकि भ्रष्ट प्रशासन इसे अपने फायदे का साधन बनाता है। ऐसे मामलों में न केवल बेगुनाहों की सामाजिक और मानसिक स्थिति खराब होती है, बल्कि उनकी पूरी ज़िंदगियां बर्बाद हो जाती हैं।

यह हादसा न्याय प्रणाली में सुधार और भ्रष्टाचार कम करने की सख्त आवश्यकता को दर्शाता है।

बलिया जिले में 49 मान्यता रहित विद्यालयों को बंद कराने का आदेश

  बलिया जिले के जनपद शिक्षा अधिकारी ने जिले के विभिन्न विकासखंडों में संचालित 49 ऐसे विद्यालयों को बंद कराने के निर्देश जारी किए हैं जो शासनादेश के विपरीत बिना मान्यता के संचालित हो रहे हैं। इनमें ऐसे भी विद्यालय शामिल हैं जिन्हें केवल कक्षा आठ तक की मान्यता प्राप्त है, लेकिन वे गैरकानूनी रूप से कक्षा 9 से 12 तक की पढ़ाई करवाते हैं। जिलाधिकारी के आदेशानुसार खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) इन विद्यालयों की जांच कर प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। इन विद्यालयों में छात्र-छात्राओं का नामांकन बिना मान्यता प्राप्त विद्यालयों में कराया जा रहा है, जो शिक्षा की गुणवत्ता के लिए खतरनाक है। बेईमान विद्यालय संचालकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के साथ जुर्माना भी लगाया जाएगा। नगरा ब्लॉक में भी तीन ऐसे विद्यालय चिन्हित किए गए हैं जिन्हें तत्काल बंद कराया जाएगा। यह कार्रवाई जिले में शिक्षा व्यवस्था को सुव्यवस्थित बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण कदम है।

मुख्य बिंदु:

  • 49 विद्यालय बिना मान्यता के संचालित, जिनमें से कई अवैध रूप से उच्च कक्षाएं चला रहे हैं।

  • जिलाधिकारी ने सभी बीईओ को आदेश दिए हैं कि वे इन विद्यालयों को तत्काल बंद कराएं।

  • नामांकन नियमों की उल्लंघना करने वाले विद्यालयों के संचालकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।

  • नगरा ब्लॉक के तीन विद्यालय भी बंद होंगे।

  • शिक्षा विभाग की सख्ती से गुणवत्ता शिक्षण सुनिश्चित करने का प्रयास।

यह खबर शिक्षा विभाग की सख्त नीति को दर्शाती है, जिससे शिक्षा का स्तर सुधरेगा और अवैध स्कूलों का संचालन प्रभावी रूप से रोका जाएगा।

गौतम बुद्ध सभागार का लोकार्पण नगरा (बलिया) में हुआ

ओमप्रकाश वर्मा नगरा (बलिया)!

नगरा के स्थानीय ब्लाक संसाधन केंद्र पर गौतम बुद्ध सभागार का भव्य लोकार्पण सोमवार को पूर्व ब्लाक प्रमुख अनिल सिंह और खंड शिक्षा अधिकारी राम प्रताप सिंह ने संयुक्त रूप से किया। सभागार को पीवीसी लाल पैनल और विद्युत उपकरणों से सुसज्जित किया गया है। उद्घाटन के दौरान दोनों अतिथियों ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन किया और फिता काटकर सभागार का उद्घाटन किया।

मुख्य अतिथि अनिल सिंह ने शिक्षकों से शिक्षा को समाज के निचले स्तर तक पहुंचाने का आग्रह किया, जबकि खंड शिक्षा अधिकारी राम प्रताप सिंह ने बच्चों को निपुण बनाने में शिक्षकों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। कार्यक्रम में एबीएसए ने मुख्य अतिथि का पुष्प गुच्छ और अंगवस्त्रम से स्वागत किया। साथ ही समारोह में दया शंकर, अभय राज सिंह, रूपा पांडे, रीता सिंह ,बच्चा लाल, सुनील कुमार, आशुतोष सिंह, विनय त्रिपाठी, सहित कई शिक्षक मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन रामकृष्ण मौर्य ने किया।

यह सभागार शिक्षा क्षेत्र में कार्यरत लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन केंद्र साबित होगा।

रसङा, बलिया। महिला शिक्षक संघ की अध्यक्ष लक्ष्मी चौधरी के नेतृत्व में हमारा विद्यालय हमारा स्वाभिमान संकल्प कार्यक्रम का भव्य आयोजन

संजीव सिंह बलिया!महिला शिक्षक संघ के अध्यक्ष लक्ष्मी चौधरी जी के नेतृत्व में रसङा, बलिया में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के आवाहन पर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश द्वारा सोमवार, 1 सितंबर 2025 को "हमारा विद्यालय - हमारा स्वाभिमान" संकल्प कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के तहत जिले के सभी विद्यालयों की प्रार्थना सभाओं में पाँच महत्वपूर्ण संकल्प लेकर "हमारा विद्यालय - हमारा स्वाभिमान" की भावना को विद्यार्थियों और शिक्षकों ने पूरी निष्ठा से अपनाया।

रसड़ा विकास खंड के,किरन यादव,अनीता यादव, सुमन सिंह, प्रियंका,रिंकी शाह, ,रेखा,मंशा रानी सहित सैकड़ों विद्यालयों सहित कंपोजिट विद्यालय सरदारपुर में प्रार्थना सभा के दौरान पंच प्राण संकल्प लेकर यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। महिला शिक्षक संघ की अध्यक्ष लक्ष्मी चौधरी ने इस कार्यक्रम को वर्तमान परिवेश में अत्यंत आवश्यक और समाज के लिए सकारात्मक बताया, जिससे विद्यालयों और समाज के बीच सामंजस्य स्थापित होगा और आने वाली चुनौतियों का सामना किया जा सकेगा।

यह कार्यक्रम न केवल शैक्षिक उन्नयन का प्रतीक है बल्कि राष्ट्रीय पुनर्निर्माण और सामाजिक समरसता के दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। इस आयोजन में शिक्षक, विद्यार्थी, समाजसेवी और अन्य गणमान्य अधिकारी शामिल रहे, जिन्होंने कार्यक्रम की सफलता में अपना योगदान दिया।

रसङा, बलिया में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ द्वारा 'हमारा विद्यालय - हमारा स्वाभिमान' संकल्प कार्यक्रम का भव्य आयोजन
संजीव सिंह रसङा, बलिया। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के आवाहन पर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश द्वारा जनपद बलिया के विद्यालयों में सोमवार, 1 सितंबर 2025 को "हमारा विद्यालय - हमारा स्वाभिमान" संकल्प कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के तहत सभी विद्यालयों की प्रार्थना सभाओं में पाँच संकल्पों के साथ "हमारा विद्यालय - हमारा स्वाभिमान" की भावना को विद्यार्थियों एवं शिक्षकों ने पूर्ण रूप से आत्मसात् किया। इसी कड़ी में रसड़ा विकास खंड के सैकड़ों विद्यालयों सहित कंपोजिट विद्यालय सरदारपुर में प्रार्थना सभा के दौरान पंच प्राण संकल्प लेकर कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संपन्न किया गया। आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे  नाथ संप्रदाय के  पीठाधीश्वर महंत  कौशलेंद्र गिरी जी महाराज  रहे!कम्पोजिट विद्यालय सरदारपुर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ब्लॉक प्रमुख प्रभाकर राव ने कहा कि पूरे देश एवं प्रदेश में इस तरह का पहला कार्यक्रम किसी भी संगठन द्वारा आयोजित किया गया है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल संगठन, बल्कि विद्यालयों एवं शिक्षकों की प्रतिष्ठा को भी निखारता है। उनका मानना है कि यह अनूठा कार्यक्रम देश एवं समाज के विकास में मील का पत्थर साबित होगा।
समाजसेवी रणधीर सिंह ने कहा कि "हमारा विद्यालय - हमारा स्वाभिमान" कार्यक्रम अद्वितीय और सार्थक संकल्पों पर आधारित है। जब शिक्षक और विद्यार्थी मिलकर इन संकल्पों को निभाएंगे, तब विद्यालय वास्तव में स्वाभिमान करने योग्य बनेगा।
अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में मंडल महामंत्री अनिल कुमार वर्मा ने बताया कि अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के अंतर्गत उत्तर प्रदेश के लगभग एक लाख मान्यता प्राप्त विद्यालयों में यह आयोजन बड़े पैमाने पर हुआ है, जो एक नया रिकॉर्ड है। उन्होंने कहा कि विद्यालय वह प्रयोगशाला है जहाँ भविष्य के नागरिक बनाए जाते हैं। भगवान राम, श्री कृष्ण, महात्मा गांधी, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन, डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम जैसे महान व्यक्तित्वों की सफलता के मूल में उनके विद्यालयों एवं संस्कारों की भूमिका रही है।
वर्मा ने तक्षशिला, नालंदा, विक्रमशिला जैसे प्राचीन विश्वविद्यालयों के ज्ञान और भारत के विश्व गुरु बनने की परंपरा का भी उल्लेख करते हुए कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल रोजगार नहीं बल्कि संपूर्ण मानवता का विकास है। उन्होंने बताया कि विद्यालय हमें संस्कार, स्वास्थ्य, अनुशासन और सामाजिक समरसता का पाठ पढ़ाते हैं, जिससे हम जिम्मेदार नागरिक बनते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि विद्यालयों में जाति, धर्म, पंथ, वर्ग, लिंग आदि किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं होगा तथा सामाजिक सौहार्द और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा दिया जाएगा। प्रत्येक विद्यालय को एक तीर्थ समान सम्मान देकर उसमें श्रद्धा एवं समर्पण का भाव विकसित किया जाएगा। उन्होंने कल्पना की कि यदि देश के सभी विद्यालयों के शिक्षक और विद्यार्थी इन पाँच संकल्पों को निभाएंगे तो प्रत्येक विद्यालय स्वच्छ, अनुशासित, प्रेरणादायक और संस्कारित बनेगा, जिससे भारत पुनः विश्व गुरु का मार्गदर्शन करेगा।
रसड़ा इकाई के अध्यक्ष गणेश प्रसाद यादव ने इस कार्यक्रम की सफलता पर सभी को बधाई दी और बताया कि बलिया में यह दूसरी बार ऐसा सफल आयोजन हुआ है। महिला शिक्षक संघ की अध्यक्ष लक्ष्मी चौधरी ने इसे वर्तमान सामाजिक परिवेश में अत्यंत आवश्यक और सकारात्मक कार्य बताया, जो विद्यालयों और समाज के बीच सामंजस्य का पुल बनेगा।
कार्यक्रम के अंत में कंपोजिट विद्यालय सरदारपुर के प्रभारी प्रधानाध्यापक मुकेश यादव ने उपस्थित सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। प्रमुख उपस्थित अतिथियों में जिला सह संयोजक रामअशीष यादव, संरक्षक जगदीश यादव, शिक्षक नेता जितेन्द्र यादव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेंद्र यादव,  अनुज सिंह,कोषाध्यक्ष हरिशंकर यादव, मीडिया प्रभारी प्रदीप गुप्ता सहित सैकड़ों शिक्षक एवं समाजसेवी शामिल थे।
यह कार्यक्रम न केवल "हमारा विद्यालय हमारा स्वाभिमान" की भावना को बल देता है, बल्कि शैक्षिक उन्नयन एवं राष्ट्रीय पुनर्निर्माण के सृजनात्मक आंदोलन की भी नींव रखता है।