सामाजिक सरोकार: सेवाभाव ही सर्वम् सेवा संस्थान का है मुख्य उद्देश्य: मीनाक्षी भट्टाचार्य
संतोष देव गिरि
मीरजापुर। बाढ़ का कहर थमने के बाद जहां जिले के तराई और गंगा नदी के तटवर्ती इलाकों में विभिन्न प्रकार की बीमारियों ने पांव पसारना जहां प्रारंभ कर दिया है वहीं ग्रामीणों की परेशानियों में इजाफा होने लगा है। ऐसे में वाराणसी की सामाजिक सरोकारों से गहरा नाता रखने वाली संस्था ने वृहद हेल्थ कैंप आयोजित कर लोगों को राहत पहुंचाने का काम किया है। इसी कड़ी में रविवार को चुनार तहसील क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय कठेरवा परिसर में सर्वम् सेवा संस्थान द्वारा निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर संस्था की संस्थापक श्रीमती मीनाक्षी भट्टाचार्य, संयोजक संजय भट्टाचार्य एवं सचिव सूरज मौर्य के कुशल नेतृत्व में तकरीबन 15 सौ लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण के पश्चात उन्हें नि: शुल्क दवा इत्यादि प्रदान किया गया। हेल्थ कैंप सुबह 9 बजे से प्रारंभ होकर देर शाम तक चलता रहा है।
शिविर में डॉ. प्रवेश शर्मा, डॉ. आरती चौरेसिया, डॉ. आशीष पांडेय, डॉ. नागेंद्र एवं डॉ. करण ने कैंप में आने वाले ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण कर किया। जिन्हें परीक्षण के पश्चात दवा वितरण किया गया। शिविर में लगभग 1500 मरीजों ने स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किया। ग्रामीणों को निःशुल्क दवाइयां, चश्मे, रक्त परीक्षण एवं अन्य आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई गईं। जानकारी देते हुए संस्था सचिव ने बताया कि शिविर का उद्देश्य बाढ़ से प्रभावित गांवों में लोगों को स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाना और उन्हें विभिन्न बीमारियों से बचाव हेतु जागरूक करना रहा। इस अवसर पर संस्था की टीम ने कहा कि सर्वम् सेवा संस्थान आगे भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में इस तरह के स्वास्थ्य शिविर आयोजित करता रहेगा, जिससे ग्रामीणों को उनके गांव पर ही उचित स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो सके। गौरतलब हो कि बाढ़ की विभिषिका के बाद संस्था द्वारा लगातार यह दूसरी बार स्वास्थ्य कैंप आयोजित किया गया है। जबकि इसके पूर्व संस्था द्वारा पूर्वांचल के अन्य इलाकों में भी जरुरतमंदों की मदद के साथ स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से लाभान्वित किया जाता रहा है।
टीबी मरीजों को गोंद लें पोषक पोटली भेंट करने में अग्रणी रही है सर्वम् सेवा संस्थान
सर्वम् सेवा संस्थान अपने सामाजिक सरोकारों के लिए ही नहीं जानी जाती बल्कि आपने निस्वार्थ सेवा भाव के लिए भी जानी जाती है। संस्थान द्वारा आदिवासी बाहुल्य पिछड़े इलाके मिर्जापुर में सैकड़ो टीवी मरीजों को गोद लेने के साथ ही साथ उन्हें निरंतर पोषक पोटली भी भेंट किया जाता रहा है। यही कारण है कि संस्थान को समय-समय पर विभिन्न मंचों पर सम्मान भी प्राप्त होता रहा है।
Sep 01 2025, 14:40