झारखंड के पूर्व मंत्री एनोस एक्का और पत्नी को 7-7 साल की सजा, जानें क्या है मामला?

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झारखंड के चर्चित जमीन घोटाले के एक पुराने मामले में बड़ा फैसला आया है। पूर्व मंत्री एनोस एक्का और उनकी पत्नी मेनन एक्का को अवैध भूमि अधिग्रहण के मामले में सात-सात साल सश्रम कारावास की सजा सुनाई। अदालत ने दोनों पर एक-एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया। यह मामला छोटानागपुर काश्तकारी (सीएनटी) अधिनियम के उल्लंघन से जुड़े अवैध रूप से आदिवासी जमीन अधिग्रहण से संबंधित है।

रांची स्थित सीबीआई की विशेष अदालत ने कुल 10 लोगों को सजा सुनाई है। इस मामले में रांची के पूर्व भूमि सुधार उपायुक्त (एलआरडीसी) कार्तिक प्रभात समेत दो अन्य आरोपी मणिलाल महतो और ब्रजेश्वर महतो को पांच-पांच साल सश्रम कारावास की सजा दी। इसके अलावा पांच अन्य दोषियों- राज किशोर सिंह, फिरोज अख्तर, बृजेश मिश्रा, अनिल कुमार और परशुराम करकेट्टा- को चार-चार साल की सजा सुनाई गई। अदालत ने सभी को दोषी मानते हुए कहा कि जुर्माना अदा न करने की स्थिति में उन्हें अतिरिक्त कैद भुगतनी होगी।

मंत्री रहते पद का दुरुपयोग

एनोस एक्का वर्ष 2005 से 2008 के बीच अर्जुन मुंडा और बाद में मधु कोड़ा सरकार में मंत्री रहे। आरोप है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए फर्जी पते का इस्तेमाल कर आदिवासी जमीनों की बड़े पैमाने पर खरीद-फरोख्त की। इस पूरे खेल में प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत रही।

तत्कालीन एलआरडीसी कार्तिक कुमार प्रभात की सौदों का बनाया आसान

जमीन की खरीदारी रांची जिले के कई इलाकों में हुई। इन सभी सौदों पर लगभग 1.18 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। इनमें हिनू में 22 कट्ठा, ओरमांझी में 12 एकड़, नेवरी में 4 एकड़ और चुटिया के सिरम टोली मौजा में 9 डिसमिल भूमि शामिल है। तत्कालीन एलआरडीसी कार्तिक कुमार प्रभात ने इन सौदों को आसान बनाने में मदद की थी।

मुख्यमंत्री से मिले भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान बाइचुंग भूटिया, झारखंड में खेल विकास पर चर्चा

रांची: भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त खिलाड़ी श्री बाइचुंग भूटिया ने आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से उनके आवासीय कार्यालय में शिष्टाचार मुलाकात की। इस दौरान, दोनों के बीच झारखंड में फुटबॉल के विकास, खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण देने और खेल के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर विस्तार से चर्चा हुई।

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड सरकार खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि राज्य की नई खेल नीति के तहत खिलाड़ियों को छात्रवृत्ति, रोजगार, बेहतर कोचिंग और आधुनिक सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि फुटबॉल, जो झारखंड की युवा पीढ़ी में बहुत लोकप्रिय है, के लिए विशेष योजनाएं बनाई जा रही हैं ताकि जमीनी स्तर पर प्रतिभाओं की पहचान की जा सके।

'झारखंड में प्रतिभा की कमी नहीं'

बाइचुंग भूटिया ने झारखंड में खेल की अपार संभावनाओं पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि यहां खेल प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है और राज्य से राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी लगातार निकल रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री को अपने अनुभव और सुझाव दिए ताकि राज्य में फुटबॉल को और बढ़ावा दिया जा सके।

मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा कि बाइचुंग भूटिया जैसे दिग्गज खिलाड़ियों का मार्गदर्शन झारखंड के युवा खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाएगा। इस मुलाकात के दौरान यूनाइटेड नेशन एक्टिविस्ट श्री बाबुल कुमार बोरो और राजमहल विधायक मोहम्मद ताजुद्दीन भी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री आवास पर हेमंत सोरेन ने इंडिया गठबंधन के उपराष्ट्रपति प्रत्याशी बी. सुदर्शन रेड्डी का किया स्वागत

रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज अपने आवासीय कार्यालय परिसर में उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी बी. सुदर्शन रेड्डी का स्वागत किया। इस अवसर पर एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया, जिसमें दोनों नेताओं ने मीडिया प्रतिनिधियों को संबोधित किया। यह मुलाकात आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर हुई, जहां सुदर्शन रेड्डी समर्थन जुटाने के लिए झारखंड के दौरे पर आए थे।

प्रेस वार्ता के दौरान, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि इंडिया गठबंधन, देश के लोकतांत्रिक और संवैधानिक मूल्यों को बचाने के लिए एकजुट है। उन्होंने कहा, "सुदर्शन रेड्डी जैसे अनुभवी और योग्य नेता को उपराष्ट्रपति पद के लिए नामित करना यह दर्शाता है कि गठबंधन देश की संस्थाओं को मजबूत करने के प्रति कितना गंभीर है।" सोरेन ने विश्वास जताया कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) समेत इंडिया गठबंधन के सभी घटक दल एकजुट होकर सुदर्शन रेड्डी के पक्ष में मतदान करेंगे। उन्होंने कहा कि यह चुनाव सिर्फ एक पद के लिए नहीं, बल्कि देश के भविष्य और लोकतांत्रिक मर्यादाओं की रक्षा के लिए लड़ा जा रहा है।

उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और गठबंधन के अन्य नेताओं का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "मैं झारखंड की जनता और यहां के जनप्रतिनिधियों से समर्थन मांगने आया हूं। यह चुनाव देश के संविधान और लोकतंत्र को बचाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।" रेड्डी ने कहा कि वर्तमान सरकार संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने का प्रयास कर रही है, और यह गठबंधन की जिम्मेदारी है कि वह इन प्रयासों का मुकाबला करे। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य देश के संघीय ढांचे को मजबूत करना और सभी राज्यों के अधिकारों की रक्षा करना है।

प्रेस वार्ता में झारखंड कांग्रेस के प्रभारी के. राजू, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिव प्रणव झा, झारखंड प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, लोकसभा सांसद रघुराम रेड्डी, जोबा मांझी, सुखदेव भगत और कालीचरण मुंडा तथा राज्यसभा सांसद महुआ माजी और सरफराज अहमद भी मौजूद थे। इन सभी नेताओं ने सुदर्शन रेड्डी को अपना पूरा समर्थन देने का भरोसा दिलाया। यह मुलाकात आगामी चुनाव के लिए इंडिया गठबंधन की रणनीति और एकजुटता का एक महत्वपूर्ण संकेत है।

रांची प्रशासन की पहल: करमा पर्व से पहले कला दल को मिला मांदर का तोहफा

रांची: झारखंड की लोक संस्कृति और परंपराओं को जीवित रखने की दिशा में रांची जिला प्रशासन ने एक संवेदनशील कदम उठाया है। बेड़ो प्रखंड के एक कला दल को, जो करमा पर्व से पहले मांदर की कमी से जूझ रहा था, उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजन्त्री ने दो मांदर भेंट किए हैं।

कुछ दिन पहले, उपायुक्त के जनता दरबार में कला दल के सदस्यों ने अपनी समस्या बताई थी कि बिना पारंपरिक वाद्ययंत्र मांदर के उनके सांस्कृतिक कार्यक्रम अधूरे लगते हैं। उनकी बात को गंभीरता से लेते हुए, उपायुक्त ने तुरंत कार्रवाई की और करमा पर्व की पूर्व संध्या पर उन्हें मांदर उपलब्ध कराए।

कलाकारों के चेहरे पर आई खुशी

मांदर पाकर कलाकारों की खुशी देखते ही बन रही थी। उन्होंने जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया और उन्हें करमा पर्व की पूर्व संध्या पर होने वाले विशेष कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया। इस पहल से अब कला दल पूरे उत्साह और पारंपरिक धुन के साथ करमा पर्व मना सकेगा।

उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजन्त्री ने कहा, "हमारी लोक संस्कृति हमारी पहचान है और कलाकारों की मदद करना हमारी जिम्मेदारी ही नहीं, बल्कि गर्व की बात है।" उन्होंने कहा कि प्रशासन हमेशा ऐसे पर्वों को भव्य बनाने में सहयोग करेगा, जो समाज को जोड़ने का काम करते हैं। यह कदम झारखंड की ग्रामीण संस्कृति और लोक कला के संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।

मोबाइल के लिए दोस्त की हत्या, चाकू मारकर ली जान

बोकारो: झारखंड के बोकारो में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां एक युवक ने अपने ही दोस्त की चाकू मारकर हत्या कर दी। शुक्रवार दोपहर बोकारो सिटी थाना क्षेत्र की कोटा कॉलोनी में 25 वर्षीय रवि चौधरी की चाकू से गला काटकर हत्या कर दी गई।

आरोपी ने रवि के गले में चाकू घोंपा, जिससे उसकी सांस की नली कट गई और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। घटना के बाद आरोपी अपने साथियों के साथ रवि को एक नर्सिंग होम के गेट पर छोड़कर भाग गया। वहां से उसे बीजीएच ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

मोबाइल फोन से हुआ खुलासा

हत्या के बाद आरोपी अमन झा का मोबाइल घटनास्थल पर गिर गया, जिससे पुलिस ने उसकी पहचान कर ली। पुलिस की सख्ती के बाद अमन ने खुद को सिटी पुलिस के हवाले कर दिया।

पुलिस के अनुसार, रवि और अमन पुराने दोस्त थे। कुछ दिन पहले रवि ने पड़ोस की एक बुजुर्ग महिला का मोबाइल ले लिया था। अमन के दखल के बाद रवि ने मोबाइल लौटा दिया था। इसी बात को लेकर दोनों के बीच दुश्मनी बढ़ गई। शुक्रवार दोपहर रवि अपने एक साथी के साथ अमन पर हमला करने पहुंचा। गुस्से में अमन ने घर से सब्जी काटने वाला चाकू लाकर रवि के गले में घोंप दिया।

पूछताछ में अमन ने बताया कि उसने वारदात के बाद चाकू बीएसएल की चहारदीवारी के अंदर झाड़ियों में फेंक दिया था। पुलिस चाकू की तलाश कर रही है। मृतक रवि चौधरी के पिता का पहले ही निधन हो चुका है और वह डेढ़ साल के एक बच्चे का पिता था।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पूर्व मंत्री रामदास सोरेन के संस्कार भोज में दी श्रद्धांजलि

जमशेदपुर: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन अपनी धर्मपत्नी और विधायक कल्पना सोरेन के साथ आज जमशेदपुर के घोड़ाबांधा स्थित पूर्व स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता मंत्री रामदास सोरेन के आवास पर उनके 'संस्कार भोज' में शामिल हुए।

मुख्यमंत्री ने दिवंगत मंत्री रामदास सोरेन की तस्वीर पर फूल चढ़ाकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने शोक संतप्त परिवार, जिनमें उनकी धर्मपत्नी श्रीमती सूरजमनी सोरेन और पुत्र श्री सोमेश चंद्र सोरेन शामिल हैं, से मुलाकात कर गहरी संवेदना व्यक्त की और उन्हें ढांढस बंधाया।

'दोनों विभूतियों का जाना अपूरणीय क्षति'

मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा कि आदरणीय 'गुरुजी' (शिबू सोरेन) के निधन के कुछ दिनों बाद ही रामदास सोरेन का आकस्मिक निधन राज्य के लिए एक अपूरणीय क्षति है।

उन्होंने कहा कि आज राज्य के विभिन्न हिस्सों से लोग रामदास सोरेन को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके आवास पर पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, "हमारी ओर से भी स्मृति शेष-स्वर्गीय रामदास सोरेन जी को शत शत नमन! विनम्र श्रद्धांजलि।"

ड्रिप सिंचाई ने बदली महिला किसानों की तकदीर, 'झिमड़ी' परियोजना से बनीं लखपति

रांची: झारखंड में कृषि और ग्रामीण विकास की दिशा में एक बड़ी सफलता मिली है। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के निर्देश पर चल रही 'झारखंड माइक्रो ड्रिप इरिगेशन' (झिमड़ी) परियोजना ने राज्य की महिला किसानों की तकदीर बदल दी है। इस परियोजना के तहत करेले से लेकर स्ट्रॉबेरी तक की खेती कर कई महिलाएं 'लखपति दीदी' बन रही हैं।

दुमका की पूजा सोरेन जैसी महिला किसान, जो पहले सिंचाई की कमी के कारण खेती नहीं कर पाती थीं, अब ड्रिप सिंचाई तकनीक से सालभर खेती कर रही हैं। करेले और स्ट्रॉबेरी जैसी नगदी फसलों से उनकी सालाना आय 4 लाख रुपये से अधिक हो गई है। इसी तरह, खूंटी की विनीता देवी ने भी इस परियोजना से जुड़कर फ्रेंच बीन्स और करेले की खेती से सालाना 1.20 लाख रुपये की कमाई की है। रांची की मधुबाला देवी भी ड्रिप सिंचाई की मदद से सालाना लगभग 2 लाख रुपये कमा रही हैं और 'लखपति दीदी' की सूची में शामिल हो चुकी हैं।

परियोजना का हुआ विस्तार

इस परियोजना की सफलता को देखते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसे दो साल का विस्तार दिया है। अब यह योजना 2027 तक जारी रहेगी, जिससे राज्य के 30,000 से अधिक किसान लाभान्वित होंगे। वर्तमान में, 9 जिलों के 30 प्रखंडों में 28,298 महिला किसान इस तकनीक का उपयोग कर रही हैं।

परियोजना के मुख्य लाभ:

आय में वृद्धि: किसानों की आय दोगुनी हुई है।

फसल उत्पादकता में सुधार: प्रति 0.1 हेक्टेयर में औसत उपज 536 किलो से बढ़कर 1,318 किलो हो गई है।

पानी की बचत: 28,298 माइक्रो ड्रिप इरिगेशन सिस्टम स्थापित किए गए हैं, जिनसे पानी की बचत हुई है।

तकनीकी प्रशिक्षण: 13,000 से अधिक किसानों को प्रशिक्षण दिया गया है।

जैविक खेती को बढ़ावा: वर्मी कंपोस्ट और जैव-कीटनाशकों का उपयोग बढ़ाया गया है।

इसके अलावा, किसानों को अपने उत्पादों को सुरक्षित रखने के लिए कोल्ड चैंबर, इम्प्लीमेंट बैंक और सामुदायिक केंद्र जैसी सुविधाएं भी दी जा रही हैं, जिनसे वे सीधे बाजार से जुड़कर अपनी आय बढ़ा पा रहे हैं।

हाथियों के झुंड ने ध्वस्त किया घर, मलबे में दबा परिवार, मां-बेटे की दर्दनाक मौत

झारखंड में जंगलों से सटे कई रिहायशी इलाकों में हाथियों के झुंड का भयावह तांडव देखने को मिल रहा है. हाथियों के द्वारा न सिर्फ खेतों में लगी किसानों के फसलों, बल्कि उनके आशियानों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है. रांची से सटे खूंटी जिला के अंतर्गत कर्रा प्रखंड के जरियागढ़ थाना क्षेत्र में तो हाथियों के झुंड ने ऐसा उत्पात मचाया कि पूरे गांव में डर और दहशत का आलम हो गया है. यहां हाथियों के झुंड ने एक घर को ध्वस्त कर दिया. घर के अंदर मौजूद मां-बेटे की मौत हो गई. जबकि, बेटी गंभीर रूप से घायल है.

जरियागढ़ थाना क्षेत्र के बकसपुर गांव स्थित रेलवे स्टेशन टोली में बुधवार की देर रात एकाएक हाथियों का झुंड पहुंच गया. उन्होंने तांडव मचाते हुए पहले एक घर को ध्वस्त कर दिया, जिस कारण घर के अंदर सो रही एतवारी बरला और उनके लगभग 4 वर्षीय मासूम बेटे तुलसी बारला की घर के गिरे हुए मलबे में दबने के कारण मौत हो गई,.जबकि इस हादसे में मृतक महिला की एक दूसरी बेटी जिसकी उम्र लगभग 8 वर्ष है, वह गंभीर रूप से घायल हो गई. उसे स्थानीय लोगों के द्वारा इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है.

घर को ध्वस्त करने और मलबे में दबकर 2 लोगों की मौत होने के बाद भी हाथियों का तांडव जारी रहा. गांव के ही एक और घर के बाहर सो रही एक वृद्ध महिला को भी हाथियों ने अपनी सूंड से उठाकर पटक दिया. हालांकि, इस घटना में महिला को गंभीर चोट नहीं लगी और वह पूरी तरह सुरक्षित है.

जानकारी के मुताबिक, रेलवे स्टेशन टोली के रहने वाले किसान डोडेया बारला के घर के बाहर हाथियों का एक झुंड पहुंचा. उन्होंने घर की दीवार को धक्का मार-मार कर ध्वस्त कर दिया, जिस कारण घर के अंदर सो रहे तीन लोग दब गए. इसमें एतवारी बारला और 4 वर्षीय बेटे तुलसी बारला की मौत हो गई. जबकि घर के अंदर सो रही उनकी 8 वर्षीय बेटी बांधनी बारला गंभीर रूप से घायल हो गई. जिसे इलाज के लिए खूंटी जिला के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

गांव में दिखा आक्रोश

वन विभाग की टीम ने मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराई है. हालांकि, हाथियों से ग्रामीणों को बचाने हेतु वन विभाग के द्वारा ठोस कदम नहीं उठाने जाने के कारण ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखा गया.

चार लोगों की हुई थी मौत

झारखंड में हाथियों द्वारा ग्रामीणों को मौत के घाट उतारे जाने की यह कोई पहली वारदात नहीं है. हाथियों के झुंड के द्वारा मार्च महीने में झारखंड के गुमला और सिमडेगा जिला के दो गांव में आतंक मचाते हुए कुल 4 ग्रामीणों को एक ही दिन मौत के घाट उतार दिया था. मृतकों की पहचान गुमला जिले के पालकोट थाना क्षेत्र के रहने वाले कीस्टोफर एक्का (60 वर्ष) और हेमवती देवी (30 वर्ष ) के रूप में हुई थी. वहीं, अन्य दो मृतकों की पहचान सिमडेगा जिला के बानो थाना क्षेत्र के रहने वाले सिबिया लुगुन और विकास ओहदार के रूप में की गई.

झारखंड सरकार के 2 मंत्रियों को जान से मारने की धमकी, पटना से दबोचा गया आरोपी

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झारखंड सरकार के दो मंत्रियों सुदिव्य कुमार सोनू और स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी को 24 घंटे के भीतर जान से मारने की धमकी देने वाले युवक को पुलिस ने धर दबोचा है। झारखंड के गिरिडीह पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने 21 वर्षीय युवक को पटना से गिरफ्तार किया। गिरिडीह मुफस्सिल थाना क्षेत्र के राजेंद्र नगर निवासी आरोपी अंकित कुमार मिश्रा ने एक वीडियो में दावा किया था कि उसके गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से संबंध हैं।

आरोपी अंकित कुमार मिश्रा ने धमकी भरा वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया था। बुधवार सुबह से ही वीडियो तेजी से वायरल होने लगा था जिसमें आरोपी युवक खुद को लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य बताते हुए मंत्रियों को धमकाता दिख रहा था। सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में मिश्रा ने शहरी विकास मंत्री और गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू और स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी को 24 घंटे के भीतर जान से मारने की धमकी दी। जिसके बाद महज 24 घंटे के भीरत पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

24 घंटे के भीतर पुलिस ने दबोचा

गिरिडीह के पुलिस अधीक्षक (एसपी) बिमल कुमार ने बताया कि बुधवार को सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में मिश्रा ने शहरी विकास मंत्री और गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू और स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी को 24 घंटे के भीतर जान से मारने की धमकी दी।कुमार ने कहा, 'गिरिडीह के एक निवासी द्वारा युवक के खिलाफ मामला दर्ज कराए जाने के बाद हमने एसआईटी का गठन किया। एसआईटी ने तकनीकी जानकारी और खुफिया जानकारी की मदद से आरोपी को बिहार के पटना से गिरफ्तार कर लिया।

छोटे-मोटे अपराधों के लिए जा चुका है जेल

आरोपी मिश्रा का किसी संगठित आपराधिक गिरोह से कोई संबंध नहीं है, लेकिन वह कई बार छोटे-मोटे अपराधों के लिए जेल जा चुका है। पुलिस ने बताया कि मिश्रा के खिलाफ धमकी देने और अशांति फैलाने के आरोप में मामला दर्ज किया जाएगा।

दुमका में नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म, पांच आरोपी गिरफ्तार

दुमका: दुमका जिले के काठीकुंड थाना क्षेत्र में आदिम जनजाति पहाड़िया समुदाय की एक नाबालिग युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इस घटना में शामिल पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

यह घटना उस समय हुई जब नाबालिग युवती अपने प्रेमी से मिलने गुमरा पुल के पास गई थी। इसी दौरान पांच युवक वहां पहुंचे और दोनों से पूछताछ करने लगे। उन्होंने पहले युवती के प्रेमी के साथ मारपीट की और उसे वहां से भगा दिया, फिर बारी-बारी से युवती के साथ दुष्कर्म किया।

पुलिस ने तुरंत लिया एक्शन

घटना की जानकारी मिलते ही काठीकुंड थाना पुलिस तुरंत हरकत में आई। पुलिस ने पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल भेजा और उसकी शिकायत पर गैंगरेप के पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट सहित विभिन्न गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।

पीड़िता का प्रेमी कोयला ढोने वाले एक ट्रक में हेल्पर का काम करता है। वह पाकुड़ से कोयला लेकर दुमका आया था। उसने ट्रक ड्राइवर से कहा कि वह काठीकुंड में ही रुक जाएगा और वापसी में ट्रक पर सवार होगा। इसी दौरान उसने अपनी प्रेमिका को मिलने के लिए बुलाया था, जिसके बाद यह वारदात हुई। पुलिस इस मामले की आगे की जांच कर रही है।