*चंद घंटों में खत्म हुई हजारों बोरी यूरिया,कुछ किसान मलते रह गए हाथ,भारीमात्रा में पहुंचा यूरिया खाद*
सुल्तानपुर में लगातार साधन सहकारी समितियों पर जरूरत के मुताबिक यूरिया आपूर्ति नहीं हो पाने से किल्लत अभी बरकरार है। हर साल की तरह 1-2 दिन चक्कर काटने के बाद किसान मजबूरी में निजी दुकानों से महंगे दाम पर यूरिया की खरीदारी कर रहे हैं। क्या एक दो दिन नहीं कर सकते इंतजार। उधर,कृषि विभाग का भी दावा है कि अभी तक तीस हजार क्विंटल अधिक खाद का वितरण किया जा चुका है।
धनपतगंंज क्षेत्र की मायंग समिति पर अभी तक तीन सौ बोरी यूरिया पहुंची, तो वही पांच सौ से अधिक लोगों की भीड़ जमा हो गई। जल्दी खाद लेने के चक्कर में लोग आपस में धक्कामुक्की करने लगे,एक-दो घंटे में ही खाद खत्म होने पर मजबूरी में कुछ किसानों को वापस घर लौटना पड़ा। मायंग समिति के सचिव ने बताया कि तीन सौ बोरी खाद बांट दी गई और चार सौ बोरी का पैसा जमा किया गया है,अगली रैप आने पर फिर दिया जायेगा,समिति के कमांड एरिया के काश्तकारों को लगभग आठ सौ बोरी यूरिया की जरूरत है,वही बल्दीराय क्षेत्र के मीरपुर,बघौना,रैंचा और तिरहुंत में सैकड़ों बोरी वितरण किया गया खाद।वितरण केन्द्रो पर पुलिस व्यवस्था में लगी रही। जिले के भदैंया,भपटा,बरुई और हनुमगंज समिति पर दो दिनों के इंतजार बाद चार-चार सौ बोरी यूरिया पहुंची। सचिव ने बताया कि ODC नंबर आने के बाद से यूरिया का वितरण किया जा रहा है।
कुड़वार साधन सहकारी समिति भंड़रा में यूरिया आने की सूचना पर सुबह से ही किसानों की भीड़ लग गई। समिति के परिसर में कतार में लगे किसान अपने नंबर आने का और यूरिया लेने का इंतजार किया। किसानों ने बताया कि धान की फसल के लिए यूरिया बहुत जरूरी है।कहीं न कहीं प्राइवेट दुकानों पर मिलने वाली यूरिया महंगी और गुणवत्तापूर्ण नहीं रहती है। कूरेभार क्षेत्र के पटना और सैदखानपुर समिति पर यूरिया समय से नहीं पहुंचने पर कुछ किसान मायूस होकर वापस लौट रहे है। धनजई गांव के किसान अमरेंद्र, सुरेश और राकेश सिंह ने बताया कि समिति पर पहुंचा हूँ,अभी मुझे नहीं मिली यूरिया खाद।
शिवगढ़ भरखरे समिति पर यूरिया का वितरण किया गया। किसान ने बताया कि आधार से 270 रुपये प्रति बोरी मूल्य पर खाद मिली है। सचिव श्री सिंह ने बताया कि किसानों को सरकारी रेट पर ही खाद वितरण किया जा रहा है। धनपतगंज क्षेत्र के डंड़वा व सेमरौना गांव निवासी किसान मोहम्मद और श्री सिंह ने बताया कि कौन मारा मारी करे, निजी दुकान से कुछ महंगे दामों पर यूरिया के साथ जिंक लेनी पड़ी।
सुल्तानपुर एआर कोऑपरेटिव अंजनी कुमार ने बताया कि आवश्यकता अनुसार यूरिया का छिड़काव करें। ज्यादा खाद के इस्तेमाल से पैदा होने वाला अनाज हानिकारक हो सकता है। इसलिए लक्ष्य के अनुसार जिलभर में यूरिया का आवंटन किया गया है।
5 hours ago