गौरी पुत्र गणेश के आगमन से पहले ही बाजार हुआ गुलजार


फर्रुखाबाद ।गणेश चतुर्थी का पर्व भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में हर साल बड़े ही उत्साह और धूमधाम के साथ मनाया जाता है। यह पर्व 10 दिनों तक चलता है, जिसकी शुरुआत भगवान गणेश की प्रतिमा की स्थापना से होती है। इस दौरान साधक भगवान गणेश को अपने घर लाते हैं और उनकी विधिवत पूजा-अर्चना करते हैं| इस बार गणेश चतुर्दशी को 26 अगस्त से शुरू हो रही है| लिहाजा गणेश चतुर्दशी पर आयोजित होनें वाले महोत्सव को लेकर काफी उत्साह है| बाजार भी प्रतिमाओ से सज गयें हैं|

गणेश चतुर्थी को लेकर घर एवं मंदिरों में तैयारियां होने लगी हैं। बाजार भी भगवान श्रीगणेश की प्रतिमाओं से सज गए हैं। शहर में दो दर्जन से अधिक अस्थाई दुकानें सज गई हैं। इन पर भगवान गणेश की प्रतिमाएं बिक रही हैं। मूर्ति विक्रेताओं एवं निर्माताओं को आर्डर भी मिल रहे हैं।

इस बार लोगों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। इसके चलते बाजारों में भी अभी से खरीदारी के लिए खासी भीड़ उमड़ रही है।बाजारों में सजी दुकानों पर गणेश प्रतिमाओं की खरीदारी शुरू हो गई है। जहां लोग बड़ी प्रतिमाएं विराजमान करते हैं l उन्होंने बाहर से प्रतिमाएं मंगाई हैं आर्डर भी करा दिए हैं। इस बार लोग प्रथम पूज्य भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए पूरे मनोयोग से लगे हुए हैं।

शहर में गणपति उत्सव के लिए तैयारी शुरू हो गई है। इसके लिए विभिन्न धार्मिक, सामाजिक संगठन सहित कॉलोनियों, मोहल्लों के बने संगठन रूपरेखा बनाने में लगे हैं। कई संगठन गणपति उत्सव के लिए आसपास के लोगों से चंदा एकत्रित कर रहे हैं। जिससे पंडालों में सुबह शाम की आरती के साथ प्रसाद वितरण, चौकी, झांकियां व जागरण जैसे आयोजन हो सके।

आकांक्षा समिति ने गंगा पार में बाढ़ पीड़ितों को वितरित की आवश्यक सामान

फर्रुखाबाद l गंगापर क्षेत्र में विकराल बाढ़ के से जनजीवन पूर्णता अस्तव्यस्त हो गया है ।सरकार द्वारा विभिन्न सहायता कार्यक्रम किया जा रहे हैं । आकांक्षा समिति द्वारा भोजन सामग्री, मोमबत्ती लाइट टॉर्च, सैनिटरी पैड्स की सहायता राजेपुर ब्लॉक के कुसमापुर एवम उदयपुर ग्राम में वितरित की गई आकांक्षा समिति की अध्यक्ष डॉ वंदना द्विवेदी ने बताया कि इस प्रकार के सहायता के कार्यक्रम बाढ़ के बाद भी चलते रहेंगे क्योंकि बाढ़ की विभीषिका के बाद अनेक बीमारियां भी फैलने का खतरा रहता है, जिनको सही पोषण और सफाई से दूर किया जा सकता है ।

उन्होंने कहा कि डॉक्टर रजनी सरीन के मार्गदर्शन में यह कार्यक्रम में संचालित हो रहा है l दवाइयां आदि की भी आवश्यकतानुसार उलब्धता करवाई जाएगी । संस्था की संयुक्त सचिव श्रीमती रश्मि सिंह ने कहा की ग्रामीण गरीबों को विशेष तौर पर यह सामग्री भिजवाना सुनिश्चित किया जा रहा है । रिवैंप इंडिया फाउंडेशन के वैभव राठौर और नमामि गंगे की निहारिका पटेल की टीम के साथ में आकांक्षा समिति के इस वितरण कार्यक्रम में संयुक्त सचिव रश्मि सिंह ,गुंजा जैन ,मंजू सिंह ,अनीता पाठक, दीपिका त्रिपाठी, भावना गुप्ता डॉक्टर ज्योति गुप्ता ,जसवीर कौर आदि सदस्य उपस्थित रहीं सभी ने आम जनों से भी अपील की है कि वह भी इस जन सेवा के कार्यक्रम में अपना-अपना सहयोग प्रदान करें ।

डॉ वंदना द्विवेदी ने बताया कि आकांक्षा समिति ने बच्चों और महिलाओं के लिए कपड़े का भी वितरण जरूरत मंदो को करवाया जा रहा है अपने अनुपयोगी वस्त्रों को ऑफीसर्स क्लब में आम जन भेज सकते है जहाँ से उन्हें जरूरत मंदो को आगे भी वितरित किया जा सके ।

*बाढ़ पीड़ितों के लिए डाॅक्टर, दवा और खाना लेकर पहुँची मारिया आलम*

फर्रुखाबाद l कम्पिल क्षेत्र में इन दिनों भयंकर रूप से बाढ़ की त्रासदी को झेल रहा है ऐसे में तमाम राजनैतिक/अराजनैतिक संगठन एंव समाजसेवी लोग अब नर सेवा ही नारायण सेवा है के सूत्र को अपनाते हुए विभिन्न प्रकार से बाढ़ पीड़ितों की मदद हेतु उन्हें खाद्य सामग्री इत्यादि पहुँचा रहे हैं। विगत कई दिनों से भूतपूर्व विधायक मरहूम इजहार आलम खाँ की बेटी और समाजवादी पार्टी की जिला उपाध्यक्ष मारिया आलम पार्टी पदाधिकारी/कार्यकर्ताओं की अलग-अलग टीम बनाकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री का वितरण कर रहीं हैं ।

पिछले दिनों उन्होंने बहबलपुर, मिस्तिनी, इकलहरा, सिसैया नगला आदि गाँवों में स्टीमर से पहुँचकर वहाँ खाद्य सामग्री एंव अन्य जरूरत की चीजें उपलब्ध करवाईं थीं, आज उन गाँवों के बीमार पीड़ितों के लिए श्रीमती मारिया आलम ने डा० महमूद उर्फ़ नियाज़ी और उनकी टीम के साथ पहुँचकर बाढ़ से प्रभावित और परेशान लोगों की मदद के लिए, क्षेत्र के बैहबलपुर, मिस्तिनी, एकलहरा, सिसैयानगला आदि गाँवों से आए हुए लोग जो कम्पिल नागासैयद स्थित काशीराम कॉलोनी में रह रहे हैं, जिनमें अधिकतर बच्चे, महिलाएँ और बुज़ुर्ग बीमारियों से पीड़ित हैं, उनके लिए दवा और इलाज की व्यवस्था कराई गई।

साथ ही उन्होंने भरोसा दिलाया कि हम अपने लोगों के साथ हर स्थिति में खड़े थे, खड़े हैं और आगे भी खड़े रहेंगे, कोई भी पीड़ित अपने को अकेला न समझे। आपातकाल स्थिति में सबके पास फोन नम्बर है, जिससे आप लोग सम्पर्क कर सकते हैं, आप सबके लिए हमारे दरवाजे आधी रात खुले हैं।

बाढ़ में खुजली की बीमारी से जूझ रहे ग्रामीण, डायरिया मलेरिया जैसी बीमारी नहीं, डॉ भारत चन्द्र गौड़ ने खुद देखा मरीजों को

फर्रुखाबाद। गंगा और रामगंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु से 10 15 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है लोगों को एक दशक पूर्व आई बाढ़ का नजारा नजर आने लगा है । बाढ़ की विभीषिका से जूझ रहे लोग जलस्तर ऊपर नीचे होने पर भयभीत हैं, शहर के बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर भारत चंद्र गौड़ ने रविवार को बाढ़ क्षेत्र का नज़ारा ही नहीं बल्कि लोगों के घरों तक पहुंच कर उनके हाल-चाल के साथ ही साथ उनसे रूबरू हुए और उनकी हालात को देखकर उन्हें उनका उत्साह बढ़ाया तो कुछ लोग खुजली जैसी बीमारी से लड़ रहे थे उन्हें दवा दी साथ ही जुखाम बुखार से पीड़ित लोगों में भी दवा वितरित की। डॉक्टर का कहना है कि सचमुच बाढ़ क्षेत्र को देखकर मन भयभीत हो जाता फिर यहां पर जो लोग रह रहे हैं उनका कैसा जीवन होगा उस पर सिर्फ कल्पना ही की जा सकती है।

विकास खंड राजेपुर में नहीं रुक रहा अवैध झोलाछाप क्लीनिकों का गोरखधंधा, स्वास्थ्य विभाग चिरनिंद्रा में लीन

अमृतपुर फर्रुखाबाद । विकास खंड राजेपुर में धड़ल्ले से चल रहे झोलाछाप डॉक्टरों के अवैध क्लीनिक जो निरक्षर कम पढ़े लिखे गरीबों मजलूमों की जेब पर डांका डालने में पूरी तरह से मगलूस हैं। बताते चलें विकास खंड राजेपुर में स्वास्थ्य विभाग के कमाऊ पूत कहे जाने वाले झोलाछाप डॉक्टरों का मकड़जाल इस कदर निरक्षर गरीबों मजलूमों को गुमराह कर खुद को पढ़ा लिखा डिग्री धारक डॉक्टर बताकर इलाज के नाम पर मोटी कमाई करते हैं।

जनपद फर्रुखाबाद में स्वास्थ्य विभाग में पल रहे आस्तीन के सांप विधिवत इन झोलाछाप डॉक्टरों को पूरा संरक्षण देते हैं जिसकी वो मोटी रकम भी लेते हैं। सूत्रों द्वारा ज्ञात हुआ है कि चीफ मेडिकल ऑफिसर के ऑफिस के एक मुलाजिम द्वारा इन अवैध क्लीनिक झोलाछापों द्वारा चलवाने का कार्य किया जा रहा है। जबकि इन झोलाछापों द्वारा किए गए इलाज से पूरे जनपद में इलाज के दौरान कई लोगों ने जान से भी गंवाई है । जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अवैध रूप से क्लीनिक चलाने वालों को सलाखों के पीछे भेजने तक का फरमान जारी किया गया है। यह बहुत ही बड़ी विडंबना है कि ऐसे झोलाछाप डॉक्टरों पर अगर कोई बड़ा हादसा होता है तो कुछ दिन स्वास्थ्य विभाग बड़ी तल्लीनता से चेकिंग अभियान चलाता है।

अभियान के दौरान इन झोलाछापों के शटर में ताला भी डालते हैं स्वास्थ्य विभाग अधिकारी फिर शुरू करते हैं ऑफिस बुलाने का खेल। फिर न जाने कौन सी घुट्टी अधिकारियों को पिलाकर ये झोलाछाप डॉक्टर अपनी चाभी वापस लाकर फिर से अवैध क्लिनिकों को खोल कर शुरू कर देते हैं मरीजों की जान से खिलवाड़ जिसका खमियाजा कोई गरीब मजलूम भुगतता है। आज शनिवार को मीडिया टीम क्षेत्र भ्रमण कर खबर संकलन करने विकास खंड राजेपुर की ग्राम पंचायत हुसैनपुर राजपुर पहुंची तो राजपुर कस्बा में घुसते ही एक बंगाली दंत चिकित्सक झोलाछाप डॉक्टर का क्लीनिक देख जानकारी लेने टीम पर पहुंच गई तो वहां अवैध झोलाछाप डॉक्टर बंगाली के क्लीनिक पर काफी मरीज मौजूद थे वहीं क्लीनिक के अंदर झोलाछाप डॉक्टर बंगाली एक बुजुर्ग के दांत का ऑपरेशन कर रहा था जब उससे उसकी डिग्री के बारे में पूंछा किआपने कहां से सर्जिकल डिग्री हासिल की है तो वह बगलें झांकने लगा निरुत्तर दिखाई देने से साफ पता चल रहा था कि झोलाछाप के पास कोई डिग्री नहीं है।

वहीं कस्बा राजपुर में एक नहीं लगभग आधा दर्जन से अधिक अवैध क्लीनिक संचालित हैं जिसमें किसी भी झोलाछाप के पास कोई डिग्री नहीं है और धड़ल्ले से लोगों का इलाज कर रहे हैं। ये झोलाछाप डॉक्टर छोटा मोटा ऑपरेशन भी करते देखे जा सकते हैं। आखिर इन झोलाछापों पर कोई सख्त कार्यवाही क्यों नहीं हो पाती है ये साफ स्वास्थ्य विभाग की और झोलाछाप डॉक्टरों की जुगलबंदी की तरफ इशारा करता है। इस संबंध में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजेपुर के प्रभारी अधिकारी डॉ प्रमीत राजपूत से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अवैध क्लीनिक संचालित करने वालों के विरुद्ध अभियान चला कर कार्यवाही की जाएगी क्षेत्र में किसी को भी अवैध क्लीनिक संचालित करने की छूट नहीं दी जाएगी।

36 हजार लोगों को बांटीं गई राहत सामग्री, फिर जहां जरुरत है वहां व्यवस्था की जा रही

फर्रुखाबाद। बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र का शनिवार को जिला अधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी और पुलिस अधीक्षक आरती सिंह ने बाढ़ से जूझ रहे लोगों का दुःख दर्द सुना और उन सभी को पर्याप्त मात्रा में साधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

जिलाधिकारी ने कहा कि अब तक 36 हजार लोगों को राहत सामग्री का वितरण किया जा चुका है। इसके वाबजूद भी जहां से सूचना मिलती है तो वहां पर भी भेजी गई।

जेल से निकले चोरों पर कड़ी नजर, संदिग्ध व्यक्तियों की तत्काल पुलिस को सूचना दें

फर्रुखाबाद। जनपद में चोरी की घटनाओं को लेकर पुलिस अधीक्षक आरती सिंह ने कहा कि जेल से निकलने वाले चोरों पर कड़ी नजर रखने के संबंधित थाना अध्यक्षों को करें निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने जनता से अपील की है कि यदि गली मोहल्ला में कोई संदिग्ध व्यक्ति आता जाता दिखाई दे तो उसकी निगरानी करें और तत्काल पुलिस को सूचना दें।

जिससे कि कुछ व्यक्ति को मौके पर ही पकड़ा जा सके उन्होंने कहा कि अभी तक जो घटना हुई है उनमें कई लोगों को पुलिस द्वारा पकड़ा भी गया है और उनके विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है।

युवा नेता भानु प्रताप समाजसेवा में उभरता चेहरा

फर्रुखाबाद। युवाओं के लिए किसी भी कार्य को करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई हैं कुछ इसी तरह का हमें ग्राम बहोरिकपुर में देखने को मिला है बहोरिकपुर के भानु प्रताप सिंह जो अभी 28 वर्ष के हैं और वर्तमान में कानपुर में अध्यनरत हैं जिन्होंने पढ़ाई की है बी.ए ,एम.ए , बी.एड और तीन बार हिंदी विषय से यूजीसी नेट की परीक्षा उत्तीर्ण की है तथा इन्होंने कानपुर विश्वविद्यालय से पीएचडी प्रवेश परीक्षा में चौथी रैंक प्राप्त की है इनसे बात करने पर पता चला कि इनके सपने बहुत ऊंचे और समाजसेवा के लिए बहुत कुछ कर दिखाने का जज्बा है इसीलिए गांव के युवाओं की ये सबसे बड़ी पसंद है तथा गांव के युवाओं ने बड़ी संख्या में इकट्ठा होकर अभी कुछ दिन पहले ही भानु प्रताप सिंह का बड़े उत्साह और जोश के साथ जन्मदिन भी मनाया था ये गांव व समाजसेवी में अपनी अलग छवि रखते हैं।

जातिवाद,छुआछूत,धार्मिक उन्माद जैसी तमाम प्रकार की रूढ़ियों पर भी इन्होंने खेद व्यक्त किया तथा अपने गांव के युवाओं को सदैव शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करते रहते हैं और कुमार्ग तथा दूर्व्यसन से दूर रहने की नसीहत देते रहते हैं ये एक अच्छे वक्ता भी है जिन्होंने अपनी कॉलेज की पढ़ाई के दौरान कई बार जिला स्तरीय वाद विवाद प्रतियोगिता तथा भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया और वक्ता के साथ-साथ यह एक अच्छे कवि भी है जिन्होंने मेला रामनगरिया के सहित अन्य कई मंचों पर काव्य पाठ करके समाज को एक अच्छा संदेश दिया है वास्तव में वर्तमान समय में हमारे समाजसेवी को ऐसे ही सोच रखने वाले युवाओं की बहुत जरूरत है|

खाद की हो रही है कालाबाजारी, आप ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन पर नगर मजिस्ट्रेट को दिया ज्ञापन

फर्रुखाबाद। आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष नीरज सिंह शाक्य के नेतृत्व में दर्जनों कार्यकर्ताओं में कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया बाद में नगर मजिस्ट्रेट संजय बंसल को ज्ञापन दिया है।जिसमें कहा है कि शासन प्रशासन कहता है कि खाद्य पर्याप्त मात्रा में है लेकिन खाद की कालाबाजारी धडल्ले के साथ हो रही है।

और किसान एक एक बोरी के लिए दुकानों और समितियां के चक्कर काट रहा है लेकिन उसको उसके अनुसार खाद नहीं मिल रही है कई किसानों ने तो ब्लैक में खाद देकर खेतों में डालना शुरू कर दिया है उनका कहना है कि सरकार कहती है लेकिन देती नहीं है।

बाढ़ में मासूम की मौत: गांव में पसरा मातम, मां बेसुध, पिता गम में डूबे

अमृतपुर फर्रुखाबाद।अमृतपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत करनपुर दत्त के मजरा भुढ़ियन में शनिवार को उस समय हाहाकार मच गया जब शुक्रवार से लापता चल रहे 9 वर्षीय मासूम का शव बाढ़ के पानी में तैरता मिला। मासूम की मौत की खबर सुनकर पूरे गांव में मातम छा गया और घर-घर से रोने की आवाजें गूंज उठीं।

मृतक बच्चे की पहचान हिमांशु राजपूत पुत्र रामरतन के रूप में हुई है। वह चार भाई-बहनों में सबसे छोटा था। परिवार वालों के लिए हिमांशु घर का चहिता और सबसे लाड़ला बच्चा था।

शुक्रवार दोपहर से लापता था मासूम

शुक्रवार दोपहर करीब 2 बजे हिमांशु अचानक घर से लापता हो गया। परिवार वालों ने आसपास के गांवों, रिश्तेदारों और नाते-रिश्तेदारों तक हर जगह उसकी तलाश की। देर रात तक खोजबीन की जाती रही। किसी अनहोनी की आशंका में परिजनों ने पुलिस को भी इसकी सूचना दी।

बाढ़ के पानी में तैरता मिला शव

शनिवार सुबह करीब 11:10 बजे गांव से कुछ दूरी पर ग्रामीणों ने बाढ़ के पानी में एक शव देखा। करीब से देखने पर वह शव मासूम हिमांशु का निकला। यह दृश्य देखकर ग्रामीणों की आंखें भर आईं और पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।

मां की चीख से दहला गांव

बेटे की लाश देखकर मां रामकली बेसुध होकर जमीन पर गिर पड़ीं। उनके रोने-बिलखने की आवाज सुनकर मौके पर मौजूद हर कोई भावुक हो उठा। पिता रामरतन गहरे सदमे में हैं और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

भारी पुलिस बल पहुंचा, जांच शुरू

सूचना पर अमृतपुर थाना अध्यक्ष मोनू शाक्या भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। थाना अध्यक्ष ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।

गांव और इलाके में गम का माहौल

घटना की खबर फैलते ही आसपास के गांवों से लोग मौके पर इकट्ठा हो गए। हर किसी की आंखें नम हो गईं। बच्चे की मौत से पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है।

गांव के बुजुर्गों का कहना है कि बाढ़ के पानी ने इस बार लोगों की जिंदगी को बुरी तरह से प्रभावित किया है। खेत, मकान, मवेशियों के बाद अब मासूम की जान चली जाना गांव वालों के लिए बेहद दर्दनाक है।