रांची: नगड़ी में प्रस्तावित रिम्स-2 की भूमि पर प्रदर्शन से पहले चंपाई सोरेन हाउस अरेस्ट
रांची: राजधानी रांची के कांके स्थित नगड़ी में प्रस्तावित रिम्स-2 की भूमि पर आज 'हल जोतो, रोपा रोपो' कार्यक्रम के तहत विरोध प्रदर्शन करने जा रहे पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता चंपाई सोरेन को प्रशासन ने उनके मोरहाबादी स्थित सरकारी आवास पर ही हाउस अरेस्ट कर लिया। चंपाई सोरेन के साथ सरायकेला-खरसावां जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा सहित कई अन्य नेताओं को भी नजरबंद कर दिया गया है ताकि वे नगड़ी नहीं पहुँच सकें।
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यह विरोध प्रदर्शन नगड़ी की विवादित जमीन पर प्रस्तावित रिम्स-2 के विरोध में आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में चंपाई सोरेन, अन्य नेताओं और हजारों ग्रामीणों को सामूहिक रूप से हल चलाकर और धान की रोपाई कर अपना विरोध जताना था।
पूरा मामला
यह विवादित जमीन कई सालों से चर्चा में है। पहले की सरकारों ने इस जमीन पर रिम्स-2 बनाने का प्रस्ताव रखा था, जिसका ग्रामीणों और कुछ राजनीतिक दलों ने विरोध किया था। ग्रामीणों का कहना है कि यह उनकी पारंपरिक कृषि भूमि है, जिस पर वे पीढ़ी-दर-पीढ़ी खेती करते आ रहे हैं। इस जमीन पर किसी भी तरह की सरकारी परियोजना का निर्माण उनके जीवन और आजीविका को सीधे तौर पर प्रभावित करेगा।
भाजपा नेता चंपाई सोरेन ने इस मुद्दे को लेकर ग्रामीणों के साथ लगातार अपनी एकजुटता दिखाई है। उनका आरोप है कि सरकार ग्रामीणों की भावनाओं और उनके अधिकारों की अनदेखी कर रही है। उनका मानना है कि सरकार को विकास परियोजनाओं के लिए ऐसी जमीन का चयन करना चाहिए जिससे स्थानीय लोगों की आजीविका पर कोई नकारात्मक असर न पड़े।
आज के इस विरोध कार्यक्रम को प्रशासन ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने का हवाला देते हुए रोका है। पुलिस का कहना है कि इतने बड़े पैमाने पर लोगों के जमा होने से स्थिति बिगड़ सकती थी। हालांकि, इस कार्रवाई के बाद भाजपा और अन्य विरोधी दलों ने सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि सरकार शांतिपूर्ण प्रदर्शनों को भी दबाने का प्रयास कर रही है।
चंपाई सोरेन के हाउस अरेस्ट होने के बाद भी नगड़ी में ग्रामीण बड़ी संख्या में जमा हो गए हैं और अपना विरोध जारी रखे हुए हैं। इस मुद्दे पर राजनीति और ग्रामीणों का आक्रोश दोनों बढ़ता जा रहा है, जिससे सरकार के लिए आने वाले दिनों में यह एक बड़ी चुनौती बन सकता है।
Aug 24 2025, 16:53