सूर्या हांसदा के एनकाउंटर पर सुदेश महतो ने उठाए सवाल, बोले- सरकार दे जवाब

रांची: आजसू पार्टी के सुप्रीमो और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश महतो ने हाल ही में हुए सूर्या हांसदा के एनकाउंटर पर हेमंत सोरेन सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब राज्य में सरेंडर पॉलिसी लागू है, तो सूर्या हांसदा के मामले में ऐसी क्या जल्दबाजी थी कि उनका एनकाउंटर करना पड़ा।

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सुदेश महतो ने कहा कि उन्हें सूर्या हांसदा के आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी नहीं है, लेकिन अगर उनका रिकॉर्ड था, तो क्या सरकार ने उन्हें आत्मसमर्पण नीति के तहत मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया था? उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस पर परिवार के भी गंभीर आरोप हैं, इसलिए सरकार को इन सवालों का जवाब देना होगा, अन्यथा लग रहे आरोपों को और बल मिलेगा।

रिम्स-टू की जमीन पर झामुमो का दोहरा चरित्र

सुदेश महतो ने नगड़ी में रिम्स-टू की जमीन के मुद्दे पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि इस मामले में झामुमो का दोहरा चरित्र सामने आया है। जब पहले की सरकार ने वहां काम शुरू करने की इच्छा जताई थी, तब झामुमो के नेताओं ने इसका विरोध किया था, और अब वही नेता जमीन खाली करने में लगे हुए हैं।

इसके अलावा, सुदेश महतो सरायकेला-खरसावां जिले के राजनगर भी पहुंचे, जहां उन्होंने पार्टी के जिला उपाध्यक्ष दिलीप महतो से मुलाकात की। दिलीप महतो का हाल ही में पैर का ऑपरेशन हुआ है। सुदेश महतो ने उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली और उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की। इस दौरान पार्टी के कई अन्य नेता भी उनके साथ मौजूद थे।

रांची के बकरी बाजार में बनेगा अब तक का सबसे बड़ा अंकोरवाट मंदिर जैसा पूजा पंडाल

रांची: राजधानी रांची में शारदीय नवरात्र की तैयारियां पूरे जोर-शोर से चल रही हैं। इस साल भारतीय युवक संघ, बकरी बाजार, में एक भव्य पूजा पंडाल का निर्माण किया जा रहा है, जो अब तक का सबसे बड़ा पंडाल होगा। करीब 70 लाख रुपये की लागत से बन रहे इस पंडाल का निर्माण कार्य लगभग 50 प्रतिशत पूरा हो चुका है। इसका उद्घाटन 26 सितंबर को किया जाएगा।

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अंकोरवाट मंदिर की प्रतिकृति

इस वर्ष भारतीय युवक संघ की ओर से कंबोडिया के विश्व प्रसिद्ध अंकोरवाट मंदिर की प्रतिकृति में यह पंडाल बनाया जा रहा है। पंडाल का निर्माण 14,400 वर्ग फीट के क्षेत्र में हो रहा है और इसकी ऊंचाई लगभग 110 फीट होगी। पंडाल निर्माण का कार्य बंगाल के 'पार्वती डेकोरेटर्स' द्वारा किया जा रहा है, जिसमें करीब 70 कारीगर लगे हुए हैं।

भव्य प्रतिमा और प्राकृतिक सामग्री का उपयोग

पूजा पंडाल के साथ-साथ मां दुर्गा और अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमा भी बेहद भव्य होगी। प्रतिमा की चौड़ाई 36 फीट और ऊंचाई करीब 26 फीट होगी, जिसे बनाने में करीब 4 लाख रुपये का खर्च आएगा। बंगाल के प्रसिद्ध मूर्तिकार अनूप दा प्रतिमा का निर्माण कर रहे हैं। प्रतिमा के श्रृंगार में भी प्राकृतिक सामग्रियों का उपयोग किया जाएगा।

भारतीय युवक संघ, बकरी बाजार के अध्यक्ष राहुल अग्रवाल ने बताया कि इस पंडाल के निर्माण में प्राकृतिक चीजों जैसे पाठ काठी, मलाई काठी, होगला पत्ता, पाम पत्ता, बूलेन रस्सी, त्रिपुरा मैट, और त्रिपुरा मदूर काठी का उपयोग किया जा रहा है। हर साल की तरह इस बार भी पंडाल परिसर में मेला लगेगा, जिसमें झूले और फूड स्टॉल लगाए जाएंगे। मालूम हो कि बकरी बाजार में वर्ष 1958 से ही भव्य दुर्गा पूजा का आयोजन होता आ रहा है। वर्तमान में पूजा समिति में कुल 125 सदस्य हैं।

सूर्या हांसदा एनकाउंटर जांच टीम की आज प्रदेश कार्यालय में हुई बैठक। पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा...

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भाजपा प्रदेश कार्यालय में आज सूर्या हांसदा एनकाउंटर मामले की जांच केलिए गठित सात सदस्यीय टीम की महत्वपूर्ण बैठक हुई।

बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा,पूर्व नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी,पूर्व सांसद सुनील सोरेन,प्रदेश प्रवक्ता अमित मंडल एवं अनीता सोरेन उपस्थित थे।

बैठक में जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट को अंतिम रूप दिया जो प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को सौंपा जाएगा।

बाद में मीडिया से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि ललमटिया दौरे पर जाने के बाद टीम ने स्व सूर्या हांसदा के परिजनों एवं वहां के प्रबुद्ध जन,स्थानीय जनता से घटना के संदर्भ में जानकारी ली।

कहा कि सभी ने स्पष्ट तौर पर आशंका जाहिर की कि स्व सूर्या हांसदा का इनकाउंटर फर्जी है तथा यह साजिशन हत्या है।

उन्होंने कहा कि स्व हंसदा अवैध उत्खनन तथा भ्रष्टाचार का सदैव विरोध करते थे। उनका परिवार रूढ़िवादी पारम्परिक आदिवासी व्यवस्था का अगुआ है। उनका परिवार मांझी परिवार है ।

कहा स्व सूर्या हांसदा अपने आंदोलनों के कारण खनन माफियाओं के आंखों की किरकिरी बने हुए थे। उनके रास्ते में रोड़ा बनकर खड़े थे इसलिए उन्हें रस्ते से हटाने की साजिश रची गई।

कहा कि जिस मुकदमे में उनका एनकाउंटर दिखाया जा रहा उसमे वे नामजद भी नहीं थे।

कहा कि स्व सूर्या हांसदा गरीब बच्चों के मसीहा थे।सैकड़ों बच्चों के शिक्षा की चिंता करते थे।आज वे बच्चे अनाथ महसूस कर रहे थे।

श्री मुंडा ने कहा कि भाजपा स्व सूर्या हांसदा एनकाउंटर मामले की लड़ाई को अंतिम दम तक लड़ेगी।पार्टी परिवार के साथ खड़ी है।

कहा कि आनेवाले दिनों में पार्टी ठोस आंदोलन कार्यक्रम की घोषणा करेगी।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिवंगत मंत्री रामदास सोरेन को दी श्रद्धांजलि

जमशेदपुर: झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन ने आज अपनी धर्मपत्नी एवं विधायक श्रीमती कल्पना सोरेन के साथ पूर्व स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता मंत्री रामदास सोरेन के घोड़ाबांधा, जमशेदपुर स्थित आवास पर पहुंचकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने रामदास सोरेन की तस्वीर पर माल्यार्पण किया और शोक संतप्त परिजनों से मिलकर गहरी संवेदना व्यक्त की।

रामदास सोरेन का निधन 15 अगस्त को दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज के दौरान हुआ था।

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दिशोम गुरु के बाद रामदास सोरेन का निधन असहनीय पीड़ा:

मुख्यमंत्री ने कहा कि दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन के बाद रामदास सोरेन का इस तरह चले जाना उनके लिए एक असहनीय पीड़ा है। उन्होंने कहा कि उनका निधन राज्य और उनके लिए एक अपूरणीय क्षति है, जिसकी भरपाई नहीं हो सकती।

संघर्ष से बनाई थी पहचान:

हेमंत सोरेन ने कहा कि रामदास सोरेन ने संघर्ष से अपनी एक अलग पहचान बनाई थी और दिशोम गुरु शिबू सोरेन के नेतृत्व में चले झारखंड आंदोलन में उनका अहम योगदान था। उन्होंने रामदास सोरेन के सरल और सहज व्यवहार की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे हमेशा आम लोगों के दुख-दर्द दूर करने के लिए खड़े रहे।

शिक्षा के क्षेत्र में योगदान:

मुख्यमंत्री ने रामदास सोरेन के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता मंत्री के रूप में किए गए कार्यों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि रामदास सोरेन ने सरकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और आधारभूत संरचना को मजबूत करने के लिए कई नई पहलें की थीं। उनका विशेष जोर गांव-देहात

रांची में बनेगा दिशोम गुरु शिबू सोरेन का स्मृति स्थल, भूमि चिन्हित करने का काम हुआ शुरू

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झारखंड की राजधानी रांची में दिवंगत दिशोम गुरु शिबू सोरेन का स्मृति स्थल बनेगा। इसके लिए भूमि चिन्हित करने का काम शुरू हो गया है।इसके लिए नगर विकास विभाग ने झारखंड राज्य आवास बोर्ड से जमीन की मांग की है।

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जानकारी के मुताबिक दिवंगत दिशोम गुरु शिबू सोरेन की याद में राजधानी रांची के हरमू रोड स्थित बाईपास में स्मृति स्थल का निर्माण किया जायेगा। इसके लिए नगर विकास विभाग ने झारखंड राज्य आवास बोर्ड से जमीन की मांग की है। आवास बोर्ड के तरफ से जमीन चिन्हित करने का काम शुरू कर दिया गया है। बाईपास रोड में डीपीएस स्कूल के पास स्थित भुसूर मौजा में गुरुजी का स्मृति स्थल बनाने पर विचार तेज है क्योंकि इस मुख्य मार्ग पर स्थित भुसूर मौजा में कई एकड़ जमीनें खाली पड़ी हैं।

इस जगह स्मृति स्थल बनाने की तैयारी

शिबू सोरेन के स्मृति स्थल को लेकर जिस जमीन का चयन किया जा रहा है, वह रांची के सबसे महत्वपूर्ण मार्ग में पड़ता है। सचिवालय भवन, विधानसभा व हाईकोर्ट आने-जाने के लिए मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, मुख्य न्यायाधीश, विधायक जैसे गणमान्य लोग प्रतिदिन इसी रास्ते का उपयोग करते हैं। वहीं नई दिल्ली से रांची एयरपोर्ट से आने के बाद राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री या अन्य केंद्रीय मंत्री भी राजभवन या अन्य जगह जाने के लिए इसी मार्ग का उपयोग करते हैं।

बापू वाटिका की तर्ज पर होगा स्मृति स्थल का निर्माण

मोरहाबादी स्थित बापू वाटिका की तर्ज पर ही शिबू सोरेन का स्मृति स्थल बनाया जाएगा। यहां उनकी एक प्रतिमा लगेगी। स्मृति स्थल परिसर में चारों तरफ पार्क होंगे और बेहतर लाइटिंग की व्यवस्था की जाएगी। जमीन चिह्नित होने के बाद स्मृति स्थल पर सौंदर्यीकरण से जुड़े अन्य कई महत्वपूर्ण कार्य की रूपरेखा भी नगर विकास विभाग द्वारा तैयार की जाएगी। निर्माण राशि का विभाग के स्तर पर आकलन किया जाएगा, फिर मंत्रिपरिषद की स्वीकृति ली जाएगी।

बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री दिशोम गुरु शिबू सोरेन ने 4 अगस्त को दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में अंतिम सांस ली। जिसके बाद उनका अंतिम संस्कार उनके बेटे हेमंत सोरेन ने अपने पैतृक गांव नेमरा में किया था। शिबू सोरेन के अंतिम संस्कार से संबंधित सभी पूरे काम विधि विधान के साथ नमेरा में ही किया।

त्योहारों के लिए रेलवे चलाएगी स्पेशल ट्रेनें, हावड़ा-रक्सौल, सियालदह-गोरखपुर समेत चार रूटों पर सुविधा

रांची: आने वाले पर्व-त्योहारों को देखते हुए यात्रियों की बढ़ती भीड़ को ध्यान में रखते हुए पूर्व रेलवे ने कई स्पेशल ट्रेनें चलाने का फैसला किया है। यह ट्रेनें हावड़ा और रक्सौल, सियालदह और गोरखपुर, आसनसोल और पटना के साथ ही आसनसोल और गोरखपुर के बीच चलाई जाएंगी। ये सभी ट्रेनें पूर्व रेलवे के आसनसोल मंडल के महत्वपूर्ण स्टेशनों जैसे चित्तरंजन, जामताड़ा, मधुपुर और जसीडीह में भी रुकेंगी, जिससे यात्रियों को काफी सुविधा होगी।

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स्पेशल ट्रेनों की समय सारणी:

हावड़ा-रक्सौल पूजा स्पेशल (03043/03044):

03043: 27 सितंबर से 15 नवंबर तक हर शनिवार को रात 11:00 बजे हावड़ा से चलेगी और अगले दिन शाम 4:15 बजे रक्सौल पहुंचेगी।

03044: 28 सितंबर से 16 नवंबर तक हर रविवार को शाम 5:45 बजे रक्सौल से चलेगी।

सियालदह-गोरखपुर पूजा स्पेशल (03131/03132):

03131: 30 सितंबर से 18 नवंबर तक हर मंगलवार और गुरुवार को सियालदह से शाम 6:15 बजे खुलेगी और अगले दिन रात 10:30 बजे गोरखपुर पहुंचेगी।

03132: 1 अक्टूबर से 19 नवंबर तक हर बुधवार और शुक्रवार को गोरखपुर से दोपहर 1:00 बजे प्रस्थान करेगी और अगले दिन सुबह 7:30 बजे सियालदह पहुंचेगी।

आसनसोल-गोरखपुर पूजा स्पेशल (03527/03528):

03527: 26 सितंबर से 7 नवंबर तक हर शुक्रवार को आसनसोल से दोपहर 1:20 बजे चलेगी और अगले दिन सुबह 3:30 बजे गोरखपुर पहुंचेगी।

03528: 27 सितंबर से 8 नवंबर तक हर शनिवार को गोरखपुर से सुबह 6:30 बजे प्रस्थान करेगी और उसी दिन रात 8:45 बजे आसनसोल पहुंचेगी।

आसनसोल-पटना पूजा स्पेशल (03511/03512):

03511: 19 अक्टूबर से 9 नवंबर तक हर रविवार को दोपहर 1:20 बजे आसनसोल से चलेगी।

03512: 19 अक्टूबर से 9 नवंबर तक हर रविवार को पटना से रात 9:55 बजे चलेगी और अगले दिन सुबह 4:50 बजे आसनसोल पहुंचेगी।

हेमंत सरकार की योजनाओं की लोकप्रियता से घबराई भाजपा कर रही झूठ की राजनीति – विनोद कुमार पांडेय


झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव विनोद कुमार पांडेय ने भाजपा के बयान को झूठ और भ्रम फैलाने वाला करार दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग जानबूझकर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि सच यह है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गरीबों और वंचितों को अपना पक्का घर देने का जो सपना देखा है, वह राज्य सरकार के दम पर लगातार पूरा हो रहा है। हकीकत यह है कि आज झारखंड के लोगों की पहली पसंद अबुआ आवास है, प्रधानमंत्री आवास से पहले अबुआ आवास की मांग लोग कर रहे हैं। शायद यही वजह है कि भाजपा को मिर्ची लग रही हैं।

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विनोद पांडेय ने कहा कि केंद्र सरकार ने झारखंड के हिस्से के आवास स्वीकृत नहीं किए। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जिस तरह भेदभाव कर झारखंड को आवास से वंचित किया गया, वही भाजपा की मानसिकता को दिखाता है। एक तरफ केंद्र ने गरीबों को छत से वंचित किया और दूसरी तरफ हेमंत सरकार ने अपनी दूरदर्शिता और संवेदनशील सोच से राज्य निधि से “अबुआ आवास योजना” शुरू कर गरीबों को सम्मानजनक जीवन देने की दिशा में कदम बढ़ाया।

उन्होंने कहा कि यह वही भाजपा है, जिसने जानबूझकर चुनी हुई सरकार को बदनाम करने के लिए विकास योजनाओं में अड़ंगे डाले। आज जिस योजना पर सवाल उठाए जा रहे हैं, वह पूरी तरह राज्य सरकार की पहल पर चल रही है। भाजपा के नेता कभी नहीं चाहेंगे कि झारखंड का गरीब खुशहाल हो और उसे पक्का घर मिले। हकीकयत यह भी है कि झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की तरह अबुआ आवास योजना भी हेमंत सरकार की बेहद लोकप्रिय है। योजनाओं की लोकप्रियता से घबराई भाजपा झूठ के बल पर राजनीति कर रही है, लेकिन ये पब्लिक है सब जानती है।

विनोद पांडेय ने कहा –

भाजपा के लोग भूल गए हैं कि जनता ने इन्हीं की नीतियों से निराश होकर उन्हें सत्ता से बेदखल किया। झूठ का सहारा लेकर जनता को भ्रमित करने की कोशिश करने वाले नेताओं को अब जनता अच्छी तरह पहचान चुकी है।

उन्होंने कहा कि सरकार हर जिले में योजनाओं की गति तेज करने के लिए ठोस कदम उठा रही है। बारिश और भुगतान प्रक्रिया से जुड़ी दिक्कतों को दूर कर मकानों का निर्माण तेजी से आगे बढ़ेगा। जनता भाजपा के झूठे आरोपों पर नहीं, बल्कि हेमंत सरकार के काम पर भरोसा कर रही है।

झारखंड भाजपा मनाएगी 'सेवा पखवाड़ा': 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक होंगे विविध कार्यक्रम

रांची: झारखंड भाजपा ने आगामी 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक 'सेवा पखवाड़ा' मनाने का निर्णय लिया है। इस कार्यक्रम की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन से होगी और इसका समापन महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर होगा। इस बात की जानकारी कार्यक्रम के प्रदेश संयोजक और प्रदेश उपाध्यक्ष बालमुकुंद सहाय ने दी।

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आज प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी की अध्यक्षता में आयोजित एक बैठक में इस कार्यक्रम की रूपरेखा पर विस्तृत चर्चा हुई। बालमुकुंद सहाय ने बताया कि 17 सितंबर को पार्टी कार्यकर्ता प्रधानमंत्री के जन्मदिन को 'सेवा दिवस' के रूप में मनाएंगे।

'सेवा पखवाड़ा' के तहत आयोजित होने वाले प्रमुख कार्यक्रम:

स्वच्छता अभियान

रक्तदान शिविर

दिव्यांगजनों के लिए सहायता उपकरण वितरण

वृक्षारोपण

सांसद खेलकूद प्रतियोगिता

प्रदर्शनी और विचार गोष्ठी

इसके अलावा, पार्टी 25 सितंबर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती भी बूथ स्तर तक मनाएगी। बैठक में बाबूलाल मरांडी सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी मौजूद रहे, जिन्होंने इन कार्यक्रमों को सफल बनाने की रणनीति पर विचार-विमर्श किया।

रांची में 111 सहायक आचार्यों की काउंसलिंग संपन्न

रांची: स्नातक प्रशिक्षित सहायक आचार्य, कक्षा 6-8 के भाषा शिक्षक पद के लिए आज रांची समाहरणालय में 111 अभ्यर्थियों की काउंसलिंग आयोजित की गई। यह पूरी प्रक्रिया उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी, श्री मंजूनाथ भजन्त्री द्वारा नियुक्त नोडल पदाधिकारी, अपर समाहर्ता श्री सुदर्शन मुर्मू की अध्यक्षता में संपन्न हुई।

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काउंसलिंग के लिए बुलाए गए सभी 111 अभ्यर्थी उपस्थित हुए। यह प्रक्रिया दो पालियों में पूरी की गई, जिसमें जिला शिक्षा अधीक्षक श्री बादल राज ने भी अपना सहयोग दिया।

इस काउंसलिंग का उद्देश्य रांची जिले में शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को सुचारू रूप से आगे बढ़ाना है, ताकि शिक्षण व्यवस्था को और मजबूत किया जा सके।

रांची जिले के सभी अंचलों में अब हर मंगलवार को लगेगा जनता दरबार

रांची: आम जनता की समस्याओं के त्वरित समाधान और सुशासन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रांची जिला प्रशासन ने एक महत्वपूर्ण पहल शुरू की है। अब जिले के सभी अंचलों में प्रत्येक मंगलवार को 'जनता दरबार' का आयोजन किया जाएगा। यह कदम उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी, श्री मंजूनाथ भजन्त्री के निर्देशन में उठाया गया है।

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त्वरित समाधान पर जोर

जनता दरबार का मुख्य उद्देश्य नागरिकों की शिकायतों को सुनना और उनका तुरंत निवारण करना है। इस पहल के तहत आवासीय, जाति, आय प्रमाण पत्र, दाखिल-खारिज, भूमि विवाद, पंजी-2 में सुधार, पारिवारिक सदस्यता प्रमाण पत्र, पेंशन योजनाएं, मनरेगा और कृषि ऋण माफी जैसे विभिन्न मामलों को सुना जा रहा है। कई मामलों का 'ऑन द स्पॉट' निपटारा किया गया, जबकि जटिल मामलों को संबंधित विभागों को भेज दिया गया।

जनता का बढ़ा विश्वास

जनता दरबार में अपनी समस्याओं का समाधान पाने वाले आवेदकों ने जिला प्रशासन की इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन से लोगों की समस्याओं का सही मायने में समाधान हो रहा है, जिससे झारखंड सरकार और जिला प्रशासन पर उनका विश्वास काफी बढ़ा है।

कुछ सफल उदाहरण:

अनगड़ा: एक आवेदक का 20 साल से रुका हुआ राजस्व लगान रसीद ऑनलाइन सुधार के बाद तत्काल जारी कर दिया गया।

सोनाहातू: एक विधवा महिला को पारिवारिक सदस्यता प्रमाण पत्र तुरंत उपलब्ध कराया गया, जिससे वह बेहद खुश थी।

अनगड़ा (चीलदाग/महेशपुर/सोसो): कई आवेदकों के प्लॉट और पंजी-II से संबंधित त्रुटियों को मौके पर ही सुधार दिया गया।

नगड़ी: दाखिल-खारिज के बाद रुके हुए लगान रसीद को तुरंत जारी कर दिया गया।

बुढ़मू: एक ग्रामीण का पिछले 3 साल से लंबित ऑनलाइन सुधार का काम उपायुक्त के निर्देश पर तुरंत पूरा किया गया।

उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजन्त्री ने बताया कि वृद्धजनों, दिव्यांगजनों और महिलाओं की शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर सुना जा रहा है। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि वे इस मंच का उपयोग कर अपनी समस्याओं को सीधे प्रशासन तक पहुँचाएँ।