सूर्या हांसदा एनकाउंटर: भाजपा ने रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में जांच की मांग की, आंदोलन की दी चेतावनी
गोड्डा: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के निर्देश पर गठित सात सदस्यीय समिति ने आज गोड्डा पहुंचकर सूर्या हांसदा एनकाउंटर मामले की जांच की। समिति में पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी और अन्य वरिष्ठ नेता शामिल थे। टीम ने सूर्या हांसदा के परिजनों और उनके द्वारा चलाए जा रहे स्कूल के बच्चों से मिलकर घटना की विस्तृत जानकारी ली।
'यह एक साजिश के तहत हत्या है'
प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सूर्या हांसदा एक सामाजिक कार्यकर्ता थे और पारंपरिक मांझी परिवार से आते थे, जो यहां के विस्थापितों की समस्याओं को लगातार उठाते थे। मुंडा ने आरोप लगाया कि 14 मुकदमों में बरी होने के बावजूद, उनके खिलाफ साजिश रची गई।
![]()
![]()
मुंडा ने 27 मई को दर्ज हुए मुकदमे को पूरी तरह झूठा बताते हुए कहा कि उस दिन हांसदा अपने बच्चे का जन्मदिन मना रहे थे। उन्होंने कहा कि पुलिस ने बिना वारंट के गिरफ्तार कर एक साजिश के तहत उनकी हत्या कर दी। मुंडा ने पुलिस के इस दावे को भी खारिज किया कि हांसदा एक अपराधी थे, क्योंकि वह 350 बच्चों वाले एक स्कूल का सफल संचालन कर रहे थे।
![]()
दोबारा पोस्टमार्टम और रिटायर्ड जज से जांच की मांग
अर्जुन मुंडा ने कहा कि इस मामले में जनता को राज्य सरकार की जांच पर भरोसा नहीं है। उन्होंने राज्य सरकार से तीन प्रमुख मांगें कीं:
![]()
दोबारा पोस्टमार्टम कराकर रिपोर्ट तैयार की जाए।
हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में एक समिति बनाकर निष्पक्ष जांच कराई जाए।
सूर्या हांसदा के परिजनों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
मुंडा ने चेतावनी दी कि अगर सरकार इन मांगों पर पुनर्विचार नहीं करती है, तो भाजपा न्याय दिलाने के लिए बड़ा आंदोलन करेगी।
Aug 18 2025, 10:16