हरिद्वार भगदड़ के बाद प्रशासन सतर्क: मनसा देवी और चंडी देवी मंदिरों में भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा की व्यापक समीक्षा
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हरिद्वार (उत्तराखंड)। मनसा देवी मंदिर में गत दिवस हुई भगदड़ में 8 श्रद्धालुओं की मौत और 30 से अधिक घायल हो गए थे। हादसे के बाद जिला प्रशासन और मंदिर प्रबंधन की एक संयुक्त बैठक हुई, जिसमें दीर्घकालिक रणनीतियाँ तय की गईं। एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोभाल और एसपी पंकज गैरोला के अनुसार, मंदिर की ओर जाने वाले मार्गों को अब एकतरफा बनाया जाएगा और विशेष अवसरों पर जिग-जैग व्यवस्था लागू की जाएगी ताकि भीड़ नियंत्रित की जा सके। श्रद्धालुओं की संख्या पर सीमित और क्रमिक प्रवेश व्यवस्था लागू की जाएगी, जिससे मंदिर की क्षमता से अधिक लोग परिसर में प्रवेश न कर सकें। अतिरिक्त पुलिस बल भी त्योहारों और प्रमुख आयोजनों के दौरान तैनात किया जाएगा।
बैठक में महंत भवानी शंकर ने खराब हो चुके पैदल मार्गों और बिगड़ते बुनियादी ढांचे पर चिंता जताई। प्रशासन ने वादा किया है कि पैदल रास्तों की मरम्मत, शौचालय, और विश्राम स्थलों का निर्माण जल्द शुरू किया जाएगा। मंदिर परिसर में बिजली कनेक्शनों की ऑडिटिंग की जाएगी। अवैध कनेक्शनों को हटाने का आदेश दिया गया है, ताकि भविष्य में इस तरह की दहशत और अफवाहों से जनहानि न हो। इसके साथ ही मंदिर परिसर के अंदर और बाहर अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया जाएगा। प्रशासन अब मनसा देवी और चंडी देवी दोनों मंदिरों में सुरक्षा ऑडिट और भीड़ प्रबंधन योजनाओं को लागू करने की प्रक्रिया में जुट गया है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके और श्रद्धालुओं का भरोसा बहाल किया जा सके।
Aug 12 2025, 14:09