श्री आदर्श लीला समिति, गया जी की कमेटी भंग, नई कोर कमेटी अगली बैठक में लेगी निर्णय

गयाजी श्री आदर्श लीला समिति, गयाजी, जो कि गया शहर में रामलीला आयोजन की प्रतिष्ठित संस्था रही है कि वर्तमान कार्यकारिणी कमेटी 2025 को कोर कमेटी ने औपचारिक रूप से भंग कर दिया है। समिति के संरक्षकों और वरिष्ठ सदस्यों द्वारा लिए गए इस निर्णय की पुष्टि रविवार को लखीबाग आयोजित एक विशेष बैठक में की गई।

बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि आगामी आयोजनों और समिति की संरचना को लेकर आगे की रणनीति पर निर्णय कोर कमेटी द्वारा लिया जाएगा। यह कोर कमेटी अगले सप्ताह तक अपनी पहली बैठक आयोजित करेगी, जिसमें नई कार्यकारिणी, दायित्वों के बंटवारे और आगामी रामलीला आयोजन से संबंधित विषयों पर चर्चा की जाएगी।

बैठक की अध्यक्षता कर रहे बीरेन्द्र कुमार राय ने बताया, विगत कुछ समय से समिति के संचालन को लेकर मतभेद और निष्क्रियता की स्थिति बनी हुई थी। रामलीला जैसे बड़े सांस्कृतिक आयोजन की गरिमा बनाए रखने हेतु यह आवश्यक हो गया था कि समिति को एक नई ऊर्जा और नेतृत्व प्रदान किया जाए। इसी दृष्टिकोण से वर्तमान कमेटी को भंग करने का निर्णय लिया गया है।

स्थानीय स्तर पर श्री आदर्श लीला समिति की रामलीला वर्षों से अपनी सांस्कृतिक गुणवत्ता, भव्य मंचन और सामाजिक एकजुटता के लिए जानी जाती रही है। हर वर्ष गयाजी में आयोजित इस कार्यक्रम में दशहरा के मौके पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में दर्शक इस आयोजन में सम्मिलित होते हैं।

इस बार संस्था के बेहतर संचालन के लिए कोर कमेटी में कई वरिष्ठ सदस्यों के साथ-साथ युवा प्रतिनिधियों को भी स्थान दिया जाएगा ताकि परंपरा कायम रह सके। अगली बैठक में समिति के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष एवं अन्य पदों पर नियुक्ति का निर्णय संभव है। स्थानीय जनता और सांस्कृतिक कार्यकर्ताओं को अब नई कमेटी से बड़ी उम्मीदें हैं। सबकी निगाहें आगामी बैठक पर टिकी हैं, जिसमें यह तय होगा कि इस वर्ष रामलीला का आयोजन किस रूप में किया जाएगा और किस नेतृत्व के अंतर्गत।

बैठक में अनिल कुमार बर्नवाल, महेश केशरी, भोला शंकर गुप्त, राज कुमार वैद्य, बृजेश कुमार वर्मा, भोला केशरी, अभिमन्यु केशरी, सुमित कुमार, नीरज कुमार लहरी, विजय कुमार और प्रहलाद कुमार गुप्ता सहित सभी सदस्य उपस्थित थे।

5000 से ऊपर भक्तों की भीड़ जुटी: सावन माह शुक्ल पूर्णिमा के अवसर पर फल्गु महा आरती का आयोजन किया गया

भक्तों के बीच महाप्रसाद का वितरण

गया जी : बिहार के गया जी में सावन माह शुक्ल पूर्णिमा के अवसर पर शनिवार को फल्गु सेवा समिति के बैनर तले फल्गु महा आरती का आयोजन किया गया. यह फल्गु महा आरती विष्णुपद स्थित देवघाट फल्गु नदी किनारे किया गया. 5000 से ऊपर भक्तों की भीड़ जुटी और फल्गु महा आरती में शामिल हुआ. फल्गु सेवा समिति के अध्यक्ष मुन्नालाल पाठक धोकरी की अध्यक्षता में फल्गु महा आरती का कार्यक्रम संपन्न किया गया. हिंदू सनातन धर्म के अनुसार सावन पूर्णिमा का दिन शुभ दिन है. इस दिन बहनों अपने भाइयों के कलाई पर राखी बांधते हैं इस दिन को ही रक्षाबंधन के रूप में मनाया जाता है. आज का दिन ब्राह्मण वर्ग श्रावणी उपाकर्म करते हैं. यह ब्राह्मणों का विशेष पर्व होता है और सावन माह श्री महादेव को समर्पित होता है. आज पूर्णिमा के शुभ अवसर पर पांच गयापाल ब्रह्मामण केशव पाठक, रंजन बिट्ठल, मानस भैया, अनुराग गुर्दा, श्रीशंत सेन के द्वारा फल्गु महा आरती संम्पन किया गया। आज के इस पावन दिवस पर गया जी में 5000 हजार की संख्या से ऊपर भक्तों का आगमन हुआ. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार आज के दिन श्री विष्णु व महादेव का पूजन, यजन करने से ईश्वर की कृपा प्राप्त होती है। नारायण विष्णुपाद श्री फल्गु जी कृपा से इस विश्व का कल्याण हो. हम सभी का मंगल हो फल्गु सेवा समिति यही कामना करती है. आज इस महा आरती मे विशेष अतिथि के रूप मे कई गणमान्य पाधरे.

मौके पर बिनोद लाल मेहरवर, मनी लाल बारीक़, गौतम गायब, द्वारिका बाबू बिट्ठल, कमल बारीक़, आशीष कटरियार, अजय कटरियार शशी हल, मुन्नू दुबे, माधव धोकडी, गोपी धोकडी, शम्भू गुर्दा, बैजू चौधरी, बाबू गुर्दा ,मुन्ना गुर्दा, जीतू गुर्दा, छोटू बारीक़ एवम गोकूल दुबे शामिल रहे. फल्गु महा आरती के बाद भक्तों के बीच महाप्रसाद का वितरण किया गया.

गया में दारोगा अनुज कश्यप की खुदकुशी मामले में बैचमेट महिला दारोगा स्वीटी कुमारी गिरफ्तार, जेल भेजी गई

गया, बिहार: बिहार के गया में दारोगा अनुज कश्यप की खुदकुशी मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। इस मामले में पुलिस ने उनकी बैचमेट महिला दारोगा स्वीटी कुमारी को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया है।

क्या है पूरा मामला?

एसएसपी कार्यालय के मीडिया सेल के इंचार्ज दारोगा अनुज कश्यप का शव शनिवार को रामपुर थाना क्षेत्र स्थित उनके किराए के मकान से बरामद किया गया था। अनुज की खुदकुशी से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया, जिसने जांच शुरू की।

अनुज कश्यप के पिता भगवान मिश्रा ने महिला दारोगा स्वीटी कुमारी पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने बताया कि स्वीटी लगातार उनके बेटे पर अपनी पत्नी को तलाक देकर उनसे शादी करने का दबाव बना रही थी। अनुज कश्यप पहले से शादीशुदा थे और उनकी पत्नी गर्भवती थीं, लेकिन स्वीटी लगातार उन पर मानसिक दबाव बना रही थी। पिता के अनुसार, इसी मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर अनुज ने खुदकुशी जैसा कदम उठाया।

एसआईटी की जांच और गिरफ्तारी

एसआईटी ने जब जांच शुरू की तो पता चला कि अनुज कश्यप ने खुदकुशी करने से ठीक पहले स्वीटी कुमारी से ही फोन पर बात की थी। कॉल रिकॉर्ड और अन्य साक्ष्यों से यह साबित हुआ कि स्वीटी द्वारा बनाया गया दबाव ही अनुज की आत्महत्या का कारण बना।

बेलागंज थाने में पोस्टेड महिला दारोगा स्वीटी कुमारी को हिरासत में लेकर घंटों पूछताछ की गई, जिसके बाद उन्हें आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया।

रामपुर थानाध्यक्ष दिनेश बहादुर सिंह ने इस गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि स्वीटी कुमारी को जेल भेज दिया गया है और पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है। इस घटना से गया पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।

बैचमेंट महिला दरोगा स्वीटी कुमारी से परेशान होकर दरोगा अनुज कश्यप ने की खुदकुशी: महिला दरोगा हिरासत में, पिता ने बताई पूरी बातें

गया जी : बिहार के गया जी में एसपी मीडिया सेल में दरोगा के पद पर तैनात अनुज कश्यप खुदकुशी मामले में चुकाने वाली बात सामने आई है. साथी महिला दरोगा से परेशान होकर दरोगा अनुज कश्यप ने खुदकुशी की है.

दरोगा अनुज कश्यप के पिता भावनाथ मिश्रा ने बताया कि मेरे बेटे को बैचमेंट महिला दरोगा स्वीटी कुमारी लगातार परेशान कर रही थी और लगातार अपनी पत्नी को तलाक देने और शादी करने का प्रेशर बना रही थी. महिला दरोगा कहती थी कि तुम अपनी पत्नी को छोड़ दो और मुझसे शादी कर लो उसी के दबाव में मेरे बेटे अनुज कश्यप ने खुदकुशी कर जान दी है. दरोगा अनुज कश्यप के पिता ने महिला दरोगा पर बेटे को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है.

दरोगा अनुज कश्यप के पिता का दावा है कि बेलागंज थाना में तैनात महिला दरोगा स्वीटी कुमारी लगातार अनुज कश्यप पर दबाव बना रही थी और शादी करने के लिए जबरदस्ती कर रही थी जबकि अनुज कश्यप शादीशुदा था और उसकी पत्नी चार महीने की प्रेग्नेंट भी है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस की तकनीकी टीम से यह जानकारी मिली है कि दरोगा अनुज कश्यप की मौत से पहले आखिरी बार इस महिला दरोगा से फोन पर बात हुई थी, अभी आज जांच का विषय है कि उन दोनों के बीच रात में क्या बातचीत हुई थी. फिलहाल रामपुर थाना की पुलिस बेलागंज में तैनात महिला दरोगा स्वीटी कुमारी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है और हर बिंदु पर जांच की जा रही है.

मृतक दरोगा अनुज कश्यप के पिता बेटे की याद में डूबे हुए रहे. वह कहते हैं कि जब अनुज 1 साल का था तभी उसकी मां गुजर गई थी मैंने उसे मां-बाप दोनों बनाकर पाल कोई कमी नहीं रखी. उसकी हर पसंद को हमने पूरी की. बहुत सीधा-साधा और प्यारा बच्चा था. अनुज कश्यप को ना पत्नी से परेशानी थी, ना ससुराल से कोई टेंशन था, लेकिन अब सब कुछ खत्म हो गया.

रक्षा बंधन के मौके पर वृद्धाश्रम में आकर इनकी सेवा करने में बहुत सुकून मिलता हैः कुमार गौरव

गयाजीः अपनी मां के बताए रास्ते पर चलते हुए लोगों की सेवा में तत्पर रहने वाले माधुरी फाउंडेशन के अध्यक्ष और गयाजी के प्रसिद्ध समाजसेवी कुमार गौरव ने फतेहपुर रोड स्थित ‘सहारा वृद्धाश्रम’ में रहने वाले वृद्धजनों के साथ रक्षाबन्धन का त्योहार मनाया। इस मौके पर अपनों से दूर, अपने अंदर समेटे कई दर्द उस वक्त उनकी आंखों से अश्रुधार फूट पड़े जब श्री सिन्हा ने उनका कुशलक्षेम पूछा और उनलोगों के लिए कई उपयोगी सामग्री उनलोगों के बीच वितरण किया। इसमें से एक वृद्ध समाजसेवी कुमार गौरव उर्फ गौरव सिन्हा से बोले कि तुम पराए होकर अपने निकले और जो अपने हैं उन्होंने रक्षा बंधन के मौके पर हालचाल तक नहीं पूछा। हमारा बचपन भी इस पर्व का पूरे साल इंतजार करता था कि बहन हमारी कलाई पर राखी बांधेगी, पर आज वो सिर्फ कहानी बनकर रह गई है। अब कोई नहीं आता, कोई नहीं पूछता, ऐसे शब्दों ने वहां मौजूद सारे लोगों की आंखों को गिला कर दिया।

माधुरी फाउंडेशन के अध्यक्ष और गयाजी के प्रसिद्ध समाजसेवी कुमार गौरव तथा उनके साथ गए अन्य समाजसेवियों ने आज के दिन यह संकल्प लिया कि हम अपने घर के किसी को ऐसे हालात में नहीं छोड़ेंगे। हम ताउम्र अपने फर्ज को निभाएंगे और ऐसे लोगों की सेवा करते रहेंगे।

कुमार गौरव उर्फ गौरव सिन्हा ने कहा, मेरी का निधन कोविडकाल में कोरोना से हो गया था। उस दर्द को हम आज तक नहीं भूल पाए हैं। वो अक्सर कहती थीं कि मानव सेवा सबसे बड़ी सेवा है। इसी वजह से हम हमेशा वृद्धजनों के बीच आते हैं और इनकी सेवा करते हैं। मुझे इस कार्य से बहुत सुकून मिलता है, लगता है मां से किए गए वादे को पूरा कर पा रहा हूं। सभी को मिठाई खिलाने के बाद पुनः इनलोगों के बीच आने का वादा किया और कहा कि इसबार फिर आपकी की कुछ लेकर आउंगा। इस कार्यक्रम में शिवाजी पांडे, वृद्धाश्रम के सत्यानंद कुमार,कनक कुमारी सहित अन्य लोग वृद्धाश्रम में मौजूद थे।

राजस्व महाअभियान: 16 अगस्त से घर-घर जाकर सुधारी जाएंगी भू-अभिलेखों की त्रुटियां

गया: बिहार में भूमि संबंधी दस्तावेजों को पारदर्शी और त्रुटिहीन बनाने के उद्देश्य से 16 अगस्त से 20 सितंबर तक 'राजस्व महाअभियान' शुरू हो रहा है। इस अभियान के तहत राजस्व विभाग की टीमें घर-घर जाकर लोगों की समस्याओं का समाधान करेंगी, जिससे उन्हें कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।

इस संबंध में गया में जिला पदाधिकारी सह जिला दंडाधिकारी श्री शशांक शुभंकर की अध्यक्षता में एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें अपर समाहर्ता और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। अभियान के प्रचार-प्रसार के लिए होर्डिंग, पंपलेट और माइक के इस्तेमाल का आदेश दिया गया है।

अभियान के मुख्य उद्देश्य

इस महाअभियान के अंतर्गत निम्नलिखित कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी:

त्रुटि सुधार: डिजिटाइज्ड जमाबंदी में नाम, खाता, खेसरा, रकबा और लगान जैसी गलतियों को ठीक किया जाएगा।

जमाबंदी ऑनलाइन: छूटी हुई ऑफलाइन जमाबंदी को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाया जाएगा।

उत्तराधिकार नामांतरण: रैयत की मृत्यु के बाद उनकी संपत्ति का नाम उनके उत्तराधिकारियों के नाम पर किया जाएगा।

बंटवारा नामांतरण: संयुक्त जमाबंदी की संपत्ति का मौखिक बंटवारा होने पर अंशधारकों के नाम से अलग जमाबंदी सुनिश्चित की जाएगी।

घर-घर पहुंचेंगी टीमें, पंचायत स्तर पर लगेंगे शिविर

राजस्व विभाग की टीमें 16 अगस्त से 15 सितंबर 2025 तक हर घर तक पहुंचेंगी। वे लोगों को उनकी जमाबंदी की प्रति देंगी और हल्का (राजस्व क्षेत्र) शिविरों में उनसे आवेदन पत्र जमा कराएंगी। प्रत्येक पंचायत में सरकारी भवनों में दो अलग-अलग तिथियों पर विशेष शिविर लगाए जाएंगे ताकि लोगों को पर्याप्त समय मिल सके।

जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को अभियान को समयबद्धता, पारदर्शिता और नागरिक सुविधा के साथ पूरा करने का निर्देश दिया है। यह अभियान लाखों रैयतों के लिए एक अत्यंत महत्वाकांक्षी पहल है। अधिक जानकारी के लिए लोग राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की आधिकारिक वेबसाइट https://biharbhumi.bihar.gov.in/ पर जा सकते हैं।

बड़ी खबर: एसपी ऑफिस मीडिया सेल में पोस्टेड दरोगा अनुज कश्यप ने की खुदकुशी, पत्नी दिल्ली में रहकर यूपीएससी की कर रही थी तैयारी, छानबीन में जुटी

गया जी (मनीष कुमार) : बिहार के गया जी शहर से एक बड़ी खबर सामने आ रही है जहां एसपी ऑफिस मीडिया सेल में पोस्टेड दरोगा अनुज कश्यप ने खुदकुशी कर लिया है.

दरअसल मीडिया सेल में पोस्टेड दरोगा अनुज कश्यप किस कारण से खुदकुशी कर अपनी जान को दिया है इसकी अभी तक खुलासा नहीं हो पाई है. हालांकि पुलिस मौके पर सूचना मिलते ही पहुंच कर जांच में जुटी है. एसपी ऑफिस मीडिया सेल में पोस्टेड दरोगा अनुज कश्यप का रूम में फंदे से लटका हुआ शव पाया गया.

जिसे उतारने की प्रयास किया जा रहा है. वही बता दे की मीडिया सेल में तैनात दरोगा अनुज कश्यप सहरसा जिले का रहने वाला है जो गया जी मैं मीडिया सेल में दरोगा के पद पर तैनात था. उनकी पत्नी दिल्ली में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रही है. हालांकि अभी तक किसी तरह का आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाया है कि किस कारण से दरोगा अनुज कश्यप ने खुदकुशी कर जान दिया है. हालांकि सूत्रों से बताया जाता है कि दरोगा अनुज कश्यप कुछ दिनों से मानसिक टेंशन में चल रहे थे.

मगध विश्वविद्यालय कैंपस में जागरूकता रैली निकाल कर एनईपी-2020 के उद्देश्यों को बताया, रटने से हटो, शिक्षा से जुड़ो के लगे नारे

गया जी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति प्रकोष्ठ एवं आईक्यूएसी, मगध विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्त्वावधान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति ;(एनईपी) 2020 के परिवर्तनकारी लक्ष्यों के बारे में जागरूकता फैलाने के प्रयास में एक जीवंत एनईपी जागरूकता रैली का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों , शिक्षकों और आम जनता को शिक्षा में पहुँच, समानता, गुणवत्ता, सामर्थ्य और जवाबदेही सहित एनईपी के प्रमुख सिद्धांतों से जोड़ना था।

रैली मानविकी संकाय से निकलकर विश्वविद्यालय परिसर में रंग-बिरंगे पोस्टरों, तख्तियों और नारों से विद्यार्थियों को जागरूक किया गया।रैली में बड़ी संख्या में छात्रों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। जागरूकता रैली में शामिल "सभी के लिए शिक्षा,नए भारत के लिए लचीली शिक्षा" और "एनईपी: समावेशी शिक्षा की ओर एक कदम" , "भारतीय ज्ञान विश्व की शान", "रटने से हटो शिक्षा से जुडो", नारे लगाते हुए आगे बढ़े. एनईपी समन्वयक डॉ. प्रियंका सिंह ने रैली में शामिल प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया एवं नीति कार्यान्वयन में जनभागीदारी के महत्व पर ज़ोर दिया। सारथी समन्वयक डॉ एकता वर्मा ने अपने सम्बोधन में "एनईपी को न सिर्फ़ एक दस्तावेज़ बताया, बल्कि भारत के शैक्षिक भविष्य के लिए एक दृष्टिकोण बताया तथा इसके सफल क्रियान्वयन के लिए छात्रों और शिक्षकों में जागरूकता को महत्वपूर्ण बताया. आईक्यूएसी, समन्वयक प्रो. मुकेश कुमार ने रैली को भारत के शैक्षिक परिवर्तन में समझ और भागीदारी को बढ़ावा देने के विश्वविद्यालय के एक बड़े अभियान का हिस्सा बताया. रैली के आयोजन में सभी सारथी मेंटर्स डॉ. वंदना कुमारी, डॉ. पूनम सिंह, संस्कृत विभाग की सहायक आचार्य डॉ. ममता मेहरा, डॉ. कविता कुमारी एवं सारथी आशीष शंकर के साथ-साथ आइक्यूएसी के सहायक राज, प्रवीण सौम्या एवं संस्कृत विभाग के विकास कुमार की सराहनीय भूमिका रही।

गया पटना रेलखंड पर खनेटा गांव के पास ट्रेन से गिरकर एक युवक की मौत, दो घंटे तक मेमू पैसेंजर ट्रेन फंसी रही

गया पटना रेलखंड पर खनेटा गांव के समीप ट्रेन से गिरकर एक युवक की मौत हो गई। मृतक की पहचान जहानाबाद जिला के मखदुमपुर थाना क्षेत्र के पाकड़ बिगहा गांव निवासी विजय यादव के पुत्र अशोक यादव के रूप में हुआ है।

मौत का कारण युवक के चलते ट्रेन से गिर जाने के कारण बताया जा रहा है।पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल गया भेज दिया है। घटना के संबंध में थानाध्यक्ष धनंजय कुमार ने बताया कि मृतक मखदुमपुर थाना क्षेत्र के पाकड़ बिगहा गांव निवासी विजय यादव का पुत्र अशोक यादव है। जिसकी मौत ट्रेन से गिर जाने से हो गई।

पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज भेज दिया है। वही मुआवजे की मांग को लेकर स्थानीय लोगों एवं मृतक के परिजनों ने 2 घंटे तक गया पटना रेलखंड को जाम रखा। जिससे दो घंटे तक मेमू पैसेंजर ट्रेन फंसी रही। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची बेलागंज थाना और जहानाबाद रेल थाना की पुलिस ने ट्रैक जाम कर रहे लोगों को समझा बुझाकर जाम हटवाया। तब जाकर परिचालन शुरू हुआ।

गया पटना रेलखंड पर खनेटा गांव के पास ट्रेन से गिरकर एक युवक की मौत, दो घंटे तक मेमू पैसेंजर ट्रेन फंसी रही

गया पटना रेलखंड पर खनेटा गांव के समीप ट्रेन से गिरकर एक युवक की मौत हो गई। मृतक की पहचान जहानाबाद जिला के मखदुमपुर थाना क्षेत्र के पाकड़ बिगहा गांव निवासी विजय यादव के पुत्र अशोक यादव के रूप में हुआ है।

मौत का कारण युवक के चलते ट्रेन से गिर जाने के कारण बताया जा रहा है।पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल गया भेज दिया है। घटना के संबंध में थानाध्यक्ष धनंजय कुमार ने बताया कि मृतक मखदुमपुर थाना क्षेत्र के पाकड़ बिगहा गांव निवासी विजय यादव का पुत्र अशोक यादव है। जिसकी मौत ट्रेन से गिर जाने से हो गई।

पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज भेज दिया है। वही मुआवजे की मांग को लेकर स्थानीय लोगों एवं मृतक के परिजनों ने 2 घंटे तक गया पटना रेलखंड को जाम रखा। जिससे दो घंटे तक मेमू पैसेंजर ट्रेन फंसी रही। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची बेलागंज थाना और जहानाबाद रेल थाना की पुलिस ने ट्रैक जाम कर रहे लोगों को समझा बुझाकर जाम हटवाया। तब जाकर परिचालन शुरू हुआ।