टीचर लीडरशिप का जश्न: लखनऊ में 26 पूर्व छात्र मेंटर्स को अपने साथी टीचर्स को बुनियादी साक्षरता में सहयोग के लिए किया गया सम्मानित

लखनऊ। राजधानी लखनऊ में  एससीईआरटी, उत्तर प्रदेश के मार्गदर्शन में लैंग्वेज एंड लर्निंग फाउंडेशन (एल एल एफ़) और टाटा ट्रस्ट्स की साझेदारी में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें  ‘एलुमनी मेंटर मॉडल’ की प्रेरणादायक और सफल यात्रा का उत्सव मनाया गया । यह कार्यक्रम न केवल शिक्षक नेतृत्व और स्वैच्छिक सहभागिता का प्रतीक बना, बल्कि उत्तर प्रदेश में सहयोगात्मक शिक्षकीय मॉडल के विस्तार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी सिद्ध हुआ।

इस अवसर पर एससीईआरटी, उत्तर प्रदेश के निदेशक  गणेश कुमार, संयुक्त निदेशक डॉ. पवन सचान, उप निदेशक (शिक्षा विभाग)  दीपा तिवारी, तथा एलएलएफ के संस्थापक व कार्यकारी निदेशक  धीर झिंगरन ने विशेष रूप से सहभागिता की ।

इस मॉडल के तहत उत्तर प्रदेश के 8 जिलों से 26 समर्पित शिक्षकों ने एल एल एफ़ के एक वर्षीय प्रारंभिक भाषा शिक्षण कोर्स (जो टाटा ट्रस्ट्स के सहयोग से विकसित और टीआईएसएस- सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन टीचर एजुकेशन  मुंबई , से मान्यता प्राप्त है) को सफलतापूर्वक पूर्ण करने के बाद स्वयं मेंटर के रूप में कार्य करने की स्वैच्छिक जिम्मेदारी ली। ये मेंटर्स बेसिक शिक्षा विभाग में विभिन्न शैक्षणिक पदों जैसे एस.आर.जी., ए.आर.पी., प्रधानाध्यापक, संकुल शिक्षक एवं शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं।

इन मेंटर्स ने 300 से अधिक शिक्षकों को न केवल इस एक वर्षीय कोर्स से जुड़ने के लिए प्रेरित किया, बल्कि पूरे वर्ष भर लगातार उनका मार्गदर्शन और सहयोग भी किया। मेंटर्स ने ऑनलाइन व प्रत्यक्ष सत्रों, और निरंतर संवाद के माध्यम से शिक्षकों को बुनियादी साक्षरता और भाषा शिक्षण की प्रभावी पद्धतियों की समझ विकसित करने में मदद की। यह संपूर्ण प्रक्रिया, बिना किसी दबाव या अतिरिक्त आर्थिक प्रोत्साहन के पूरी तरह से शिक्षकों की आत्म-प्रेरणा, प्रतिबद्धता और सहयोग की भावना पर आधारित थी।

मुख्य अतिथि श्री गणेश कुमार ने सभी मेंटर्स को बधाई देते हुए अपने संबोधन में कहा हमारे पास आने वाले बच्चों में अपार संभावनाएँ हैं, कमी सिर्फ अवसर की है। जब उन्हें सही अवसर मिलता है, तो वे हर चीज़ सीखने में सक्षम होते हैं। हमें कक्षा में हर बच्चे को ऐसा अवसर देना है जिसमें वह खुलकर सीख सके। आपने इस कोर्स के माध्यम से जो ज्ञान और समझ अर्जित की है, वह केवल आपके तक सीमित न रहे। जब यह समझ आपके और आपके द्वारा प्रशिक्षित शिक्षकों के कक्षा-शिक्षण में दिखाई देगी, और उसका असर बच्चों के अधिगम में झलकेगा—तभी इस कार्यक्रम की वास्तविक सार्थकता साबित होगी।”

डॉ. पवन सचान  ने इस मॉडल को शिक्षक-नेतृत्व की एक प्रभावशाली मिसाल बताते हुए इसे राज्य स्तर पर विस्तार देने की इच्छा जताई, ताकि उत्तर प्रदेश में भाषा शिक्षण को और अधिक प्रभावी, व्यावहारिक और रुचिकर बनाया जा सके। *उन्होंने कहा,* “अभी हमारे पास 26 मेंटर्स हैं, लेकिन हम चाहते हैं कि यह संख्या 26 से बढ़कर 2600 और फिर 26,000 हो—जो और भी शिक्षकों को सशक्त बनाएँ, ताकि इस कार्यक्रम का लाभ अधिक से अधिक शिक्षकों तक पहुँच सके। बहुत कम लोगों में यह सामर्थ्य होता है कि वे अपनी सीखने की ज़िम्मेदारी खुद उठाएँ। आप सबने यह कर दिखाया है।”

श्रीमती दीपा तिवारी ने भी इस पहल की सराहना करते हुए मेंटर्स को सुझाव दिया कि वे कोर्स में सीखी गई शिक्षण पद्धतियों को अपनी कक्षाओं में अधिक से अधिक लागू करें, ताकि बच्चों के अधिगम परिणामों में स्पष्ट और ठोस सुधार देखा जा सके।

एल एल एफ़ के संस्थापक  धीर झिंगरन ने एससीईआरटी उत्तर प्रदेश के निरंतर सहयोग के लिए आभार प्रकट किया और इस मॉडल को सफलतापूर्वक क्रियान्वित करने वाले सभी मेंटर्स को हार्दिक बधाई दी। *उन्होंने कहा, “* शिक्षा क्षेत्र में अपने 35 वर्षों के अनुभव में मैंने ऐसा प्रेरणादायक प्रयास पहले कभी नहीं देखा। यह पूरे देश में अपने आप में एक अनूठा उदाहरण है—जहाँ इतनी बड़ी संख्या में शिक्षकों ने पूर्ण आत्म-प्रेरणा और प्रतिबद्धता के साथ अपने साथी  शिक्षकों के साथ एक वर्षीय कोर्स न केवल किया, बल्कि सीखने-सिखाने की इस यात्रा को सार्थक रूप से निभाया। यह सहयोगात्मक व्यावसायिक विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।”

कार्यक्रम के अंत में सभी 26 मेंटर्स को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर एल एल एफ़ टीम की ओर से श्वेता लाल, स्वाति गांधी, मोई भट्टाचार्य सहित राज्य और जिला स्तर की टीमें भी उपस्थित रहीं।

यह आयोजन शिक्षक सशक्तिकरण, नेतृत्व और स्वैच्छिक सहभागिता की दिशा में एक अनुकरणीय उदाहरण बनकर उभरा है, जो आने वाले समय में पूरे प्रदेश के लिए एक प्रेरणा स्रोत सिद्ध हो सकता है।
लखनऊ के पॉश रेस्टोरेंट में हंगामा, फैमिली से धक्का-मुक्की पर बवाल

लखनऊ । राजधानी के गोमतीनगर विस्तार के विभूतिखंड क्षेत्र स्थित एक प्रतिष्ठित रेस्टोरेंट में मंगलवार रात फैमिली डिनर के दौरान विवाद खड़ा हो गया। आरोप है कि खाने को लेकर हुए विवाद में रेस्टोरेंट स्टाफ और एक परिवार के बीच तीखी बहस, अभद्रता और धक्का-मुक्की तक की नौबत आ गई।

स्टाफ ने महिला और बुजुर्ग सदस्यों के साथ गलत व्यवहार की

सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत कराया।शिकायतकर्ता परिवार का कहना है कि वे डिनर के लिए रेस्टोरेंट पहुंचे थे, जहां ऑर्डर में हुई गड़बड़ी को लेकर स्टाफ से पहले बहस हुई। आरोप है कि इस दौरान स्टाफ ने महिला और बुजुर्ग सदस्यों के साथ गलत व्यवहार किया। मामला बढ़ता देख अन्य ग्राहकों ने हस्तक्षेप करने की कोशिश की, लेकिन विवाद और गंभीर हो गया।

आपसी कहासुनी के बाद मामला हाथापाई तक जा पहुंचा

स्थानीय पुलिस के अनुसार, विवाद ऑर्डर के मुद्दे से शुरू हुआ और आपसी कहासुनी के बाद मामला हाथापाई तक जा पहुंचा। मौके पर पहुंची विभूतिखंड थाना पुलिस ने दोनों पक्षों की बात सुनी और मामला शांत कराया। फिलहाल पीड़ित परिवार की तहरीर के आधार पर जांच की जा रही है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज और चश्मदीदों के बयान के जरिए पूरे घटनाक्रम की पड़ताल में जुटी है।
शेयर ट्रेडिंग के नाम पर कारोबारी से 1.77 करोड़ की साइबर ठगी
लखनऊ । शेयर बाजार में मोटा मुनाफा कमाने का सपना दिखाकर साइबर ठगों ने बाराबंकी के एक कारोबारी से 1.77 करोड़ रुपये की ठगी कर डाली। ठगों ने पहले व्हाट्सएप पर फर्जी पहचान से कारोबारी से दोस्ती की, फिर निवेश के नाम पर करोड़ों रुपये ऐंठ लिए। जब पीड़ित को कोई लाभ नहीं मिला और रकम निकालने पर आईडी ब्लॉक कर दी गई, तब जाकर धोखाधड़ी का खुलासा हुआ।

पहले पीड़ित को एक अनजान नंबर से व्हाट्सएप पर मैसेज मिला

पीड़ित कारोबारी विवेक वर्मा मूल रूप से बाराबंकी के सफेदाबाद क्षेत्र के शालीमार विला के निवासी हैं और वर्तमान में लखनऊ के इंदिरा नगर सेक्टर-16 में रहते हैं। कुछ दिन पहले उन्हें एक अनजान नंबर से व्हाट्सएप पर मैसेज मिला। खुद को 'श्रुति जायसवाल' बताने वाली युवती ने ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म से मोटा लाभ होने की बात कहकर उनसे दोस्ती कर ली।

शुरुआती निवेश पर विवेक को एक लाख रुपये का लाभ दिखाया

बातचीत के दौरान उसने एक लिंक भेजा और उससे एक आईडी-पासवर्ड बनाने को कहा। शुरुआती निवेश पर विवेक को एक लाख रुपये का लाभ दिखाया गया, जिससे उनका विश्वास पक्का हो गया। इसके बाद उसने अलग-अलग खातों में कोटक महिंद्रा, इंडसइंड बैंक व अन्य माध्यमों से 27 मई से 16 जुलाई के बीच कुल 1.77 करोड़ रुपये भेज दिए।

रकम निकालने की कोशिश की तो निवेश आईडी कर दिया ब्लॉक

जब रकम निकालने की कोशिश की गई तो निवेश आईडी को ब्लॉक कर दिया गया। विवेक को तब जाकर धोखाधड़ी का पता चला। उन्होंने सोमवार को साइबर थाने में एफआईआर दर्ज कराई। इंस्पेक्टर बृजेश यादव ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और जिन खातों में रुपये भेजे गए, उन्हें फ्रीज कराने की प्रक्रिया चल रही है।
आर्थिक तंगी से परेशान मजदूर ने खाया जहर, इलाज के दौरान मौत
लखनऊ । राजधानी में गोसाईंगंज थाना क्षेत्र के सेमनापुर गांव में रहने वाले 38 वर्षीय मजदूर दीपक ने आर्थिक तंगी से परेशान होकर मंगलवार दोपहर जहरीला पदार्थ खा लिया। हालत बिगड़ने पर उन्हें पहले सीएचसी गोसाईंगंज ले जाया गया, जहां से गंभीर स्थिति में सिविल अस्पताल रेफर किया गया। इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

युवक की मौत से परिवार में मचा कोहराम

दीपक के छोटे भाई प्रदीप के अनुसार वह मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करते थे। बीते कुछ समय से उनके पास काम नहीं था और आर्थिक स्थिति खराब चल रही थी। इसी तनाव में उन्होंने यह कदम उठाया। घटना के समय वह घर पर अकेले थे।परिवार में पत्नी पूर्णिमा, मां चंद्रावती, दो बेटियां और एक बेटा हैं। दीपक की मौत से पूरे परिवार में कोहराम मच गया है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच की जा रही है।
लखनऊ में नो-पार्किंग पर अब नहीं चलेगी ढील, यातायात पुलिस और नगर निगम मिलकर चलाएंगे सख्त अभियान,16 क्रेन तैयार
लखनऊ । राजधानी में नगर निगम और यातायात पुलिस अब शहर में ट्रैफिक जाम की सबसे बड़ी वजह बन चुके अवैध पार्किंग के खिलाफ सख्त कदम उठाने जा रहे हैं। शहर के 8 प्रमुख जोनों में चिन्हित नो-पार्किंग स्थलों पर यदि कोई वाहन खड़ा पाया गया तो उसे तुरंत क्रेन से उठाकर डंपिंग यार्ड पहुंचाया जाएगा। इसके लिए यातायात विभाग ने 16 क्रेनों की तैनाती कर दी है।

अाज से 8 अगस्त तक चलेगा जागरूकता अभियान

अधिकारियों के अनुसार, 6 से 8 अगस्त तक शहरभर में नो-पार्किंग के नियमों को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इसके बाद बिना किसी चेतावनी के सख्त कार्रवाई की जाएगी। पकड़े गए वाहन नगर निगम के जोनवार प्रवर्तन बूथ के पास बने डंपिंग यार्ड में जमा किए जाएंगे।

लोगों से अपील

यातायात पुलिस और नगर निगम ने आमजन से अपील की है कि वे चिन्हित नो-पार्किंग स्थलों पर अपने वाहन खड़े न करें। यह अभियान ट्रैफिक सुधार और जनसुविधा के लिए जरूरी है।

जानिए किन क्षेत्रों में लागू होगा नो-पार्किंग नियम

जोन-1: हजरतगंज/सहारागंज क्षेत्र
अटल चौक से राजभवन गेट नंबर-2
हजरतगंज से सुभाष चौराहा
अल्का तिराहा से डनलप और सहारागंज
सप्रू मार्ग, श्रीराम टॉवर, रॉयल होटल से राणा प्रताप मार्ग
मेफेयर तिराहा से लालबाग

जोन-2: चारबाग/कैसरबाग

रविन्द्रालय से जीआरपी लाइन
चारबाग से कैसरबाग बस अड्डा
नजीराबाद चौकी से मौलवीगंज
अशोकलाट से सुभाष चौराहा

जोन-3: महानगर/बादशाहनगर
निशातगंज से बादशाहनगर, आईटी चौराहा
कपूरथला से राम राम बैंक
फैजुल्लागंज, मडियांव

जोन-4: पॉलीटेक्निक/मनोज पांडेय मार्ग

पॉलीटेक्निक से लेखराज, मामा चौराहा, गुडम्बा
सुषमा हॉस्पिटल, पत्रकारपुरम, हुसड़िया तक

जोन-5: आलमबाग/बाराबिरवा

आलमबाग टेढ़ीपुलिया से बाराबिरवा चौराहा तक

जोन-6: मेडिकल कॉलेज/चौक
चरक से नक्खास, शाहमीना, बालाजी मंदिर
कोनेश्वर तिराहा से बालागंज

जोन-7: बीबीडी/भूतनाथ क्षेत्र

कठौता से चिनहट, हनीमैन, हुसड़िया
बीबीडी से तिवारीगंज

जोन-8: आशियाना/लुलु मॉल

सुभानी खेड़ा, तेलीबाग से पीजीआई
सत्यसाईं दाता मार्ग से लुलु मॉल
महिला अधिकारी के शोषण मामले में डिप्टी कमिश्नर समेत 7 अफसर निलंबित
लखनऊ । राज्य कर विभाग में कार्यरत एक महिला अधिकारी द्वारा यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद विभाग ने सख्त कार्रवाई करते हुए मथुरा में तैनात डिप्टी कमिश्नर कमलेश कुमार पांडेय सहित कुल सात अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। इनमें छह अधिकारी उस आंतरिक जांच समिति (विशाखा समिति) के सदस्य हैं, जिन पर आरोप है कि उन्होंने आरोपी अफसर को बचाने की कोशिश की और निष्पक्ष जांच नहीं की।यह निलंबन आदेश मंगलवार देर शाम राज्य कर विभाग के संयुक्त सचिव रघुबीर प्रसाद द्वारा जारी किया गया।

जानिये क्या था पूरा मामला

डिप्टी कमिश्नर कमलेश कुमार पांडेय मथुरा के राज्य कर विभाग (खंड-1) में कार्यरत थे। उनके अधीनस्थ पद पर कार्यरत एक महिला अधिकारी ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पांडेय ने कई बार उनके साथ अशोभनीय और अनैतिक व्यवहार किया। महिला की शिकायत की प्रारंभिक जांच में आरोपों को सत्य पाया गया।इस आधार पर कमलेश कुमार पांडेय को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया और उन्हें बांदा स्थित संयुक्त आयुक्त कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है।

जांच समिति पर भी गिरी गाज

शिकायत की जांच आंतरिक परिवाद समिति को सौंपी गई थी, लेकिन समिति पर आरोप है कि उसने आरोपी को बचाने का प्रयास किया और अपनी जिम्मेदारी का पालन नहीं किया। इस लापरवाही और संदिग्ध भूमिका के चलते समिति की सभी छह सदस्यों को भी निलंबित कर दिया गया है।राज्य कर विभाग ने पूरे प्रकरण की जांच के लिए विशेष सचिव कृतिका ज्योत्सना को जांच अधिकारी नामित किया है, जो अब सभी आरोपों की गहराई से पड़ताल करेंगी।

निलंबित समिति सदस्य इस प्रकार

कोमल छाबड़ा – सहायक आयुक्त, सचल दल इकाई-2, मथुरा
प्रतिभा – उपायुक्त, विशेष अनुसंधान शाखा, मथुरा
पूजा गौतम – सहायक आयुक्त, राज्य कर खंड-2, मथुरा
संजीव कुमार – उपायुक्त, राज्य कर खंड-5, मथुरा
सुनीता देवी – राज्य कर अधिकारी, खंड-3, मथुरा
वीरेन्द्र कुमार – उपायुक्त, राज्य कर खंड-3, मथुरा
इंदिरा नहर में नहाते समय युवक डूबा, तलाश जारी
लखनऊ । राजधानी के गोसाईंगंज थाना क्षेत्र के सुशांत गोल्फ सिटी इलाके में मंगलवार शाम एक दर्दनाक हादसा हो गया। कटरा बक्कास निवासी 23 वर्षीय शादाब इंदिरा नहर में नहाने के दौरान डूब गया। घटना के बाद से युवक की तलाश की जा रही है, लेकिन अब तक उसका कोई सुराग नहीं मिला है।

गोसाईंगंज के अमेठी गांव का रहने वाला है युवक

बुधवार को एसडीआरएफ की टीम को भी खोज अभियान में लगाया जाएगा। जानकारी के अनुसार, शादाब मूल रूप से गोसाईंगंज के अमेठी गांव का रहने वाला था। उनके पिता अब्दुल हमीद की मृत्यु करीब 18 वर्ष पूर्व हो गई थी। इसके बाद शादाब अपनी मां सायरा बानो के साथ सुशांत गोल्फ सिटी स्थित अपने फूफा नूर मोहम्मद के घर कटरा बक्कास में रह रहा था।

परिजन हादसे के बाद से गमगीन

मंगलवार शाम करीब पांच बजे शादाब अपने कुछ दोस्तों के साथ नूरपुर बेहटा इलाके में प्लॉट देखने गया था। लौटते समय वह इंदिरा नहर के पास रुका और नहाने के लिए नहर में उतर गया। लेकिन तेज बहाव के कारण वह संतुलन खो बैठा और देखते ही देखते पानी में डूब गया।मौके पर मौजूद दोस्तों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी।

युवक की सलामती की कर रहे दुआ

गोसाईंगंज थाना पुलिस ने गोताखोरों की मदद से शादाब की तलाश कराई, लेकिन शाम तक कोई सफलता नहीं मिली। इंस्पेक्टर बृजेश चंद्र तिवारी ने बताया कि बुधवार सुबह एसडीआरएफ की टीम को मौके पर बुलाकर युवक की खोजबीन कराई जा रही है। परिजन हादसे के बाद से बेहद गमगीन हैं और युवक की सलामती की दुआ कर रहे हैं।
13 अगस्त तक चलेगा दिव्यांगजन रोजगार अभियान
लखनऊ। योगी सरकार द्वारा दिव्यांग सशक्तीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के तहत 06 से 13 अगस्त, 2025 तक "दिव्यांगजन रोजगार अभियान" आयोजित किया जाएगा। इस अभियान का उद्देश्य दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ना है।

उत्तर प्रदेश के हर जिले में प्रशिक्षित और योग्य दिव्यांगजनों को रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे। पिछले तीन वर्षों में आईटीआई, दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना और उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के माध्यम से प्रशिक्षित दिव्यांगों की सूची तैयार कर स्थानीय उद्योगों में सीधे सेवायोजन की व्यवस्था की जा रही है।

राज्य मंत्री कपिलदेव अग्रवाल के निर्देशन में यह पहली बार इस स्तर पर प्रयास हो रहा है। मिशन निदेशक पुलकित खरे ने सभी जिलों को अभियान संचालन हेतु दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसके तहत दिव्यांग विश्वविद्यालयों और संकेतक विद्यालयों के विद्यार्थियों को भी कोर्सवार कौशल प्रशिक्षण मिलेगा। इच्छुक दिव्यांगजन अपने जिले के दिव्यांगजन कल्याण अधिकारी कार्यालय से संपर्क कर इस अभियान से जुड़ सकते हैं।

सवर्ण ब्राह्मण को न्याय  देने के लिए संविधान में कोई  धारा है या नहीं : सूरज प्रसाद चौबे प्रदेश अध्यक्ष
लखनऊ । उतर प्रदेश के सुल्तानपुर में अत्यंत गरीब चंदन पांडे की पूरी प्लानिंग से कुचलकर हत्या कर दी जाती है। आरोपी समाजवादी नेता है माफिया अमित यादव  सचिन यादव  पिंटू यादव  को पुलिस बचाने का प्रयास कर रही है। 4 दिन बाद भी आरोपी खुले में घूम रहे है। ब्राह्मणों को न्याय देने के लिए कोई संविधान में धारा है या नहीं....ब्राह्मण का नरसंहार उत्तरप्रदेश में हो रहा है ....वर्दी वाले गुमराह कर रहे हैं ।

सवर्ण आर्मी प्रमुख सर्वेश पांडेय के निर्देश पर सवर्ण आर्मी प्रदेश अध्यक्ष सूरज प्रसाद चौबे, जिला अध्यक्ष जौनपुर प्रवीण त्रिपाठी सुल्तानपुर की टीम के साथ पीड़ित चंदन शर्मा के परिवार से मिलकर स्थानीय पुलिस प्रशासन, जिलाधिकारी सुल्तानपुर से मिल कर ज्ञापन सौंपा मांग की गई कि अपराधों को गिरफ्तार किया जाय पीड़ित को पचास लाख मूवायज दिया जाए साथ ही सवर्ण आर्मी प्रदेश अध्यक्ष सूरज प्रसाद चौबे ने जिलाधिकारी से कहा कि यदि यही कार्य ब्राह्मण किया होता तो उसके घर पर बुलडोजर चला दिया गया होता , खुले आम अपराधी घूम रहा है अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया साथ ही कहा कि सार्वजनिक जमीन पर घर बनाया है उसके घर पर प्रशासन बुलडोजर की कार्यवाही करे यदि समय रहते शासन कार्यवाही नहीं किया तो सवर्ण आर्मी सड़क पर उतर आएगी।
सर्वाेदय विद्यालयों में उत्साहपूर्वक मनाया जाएगा हर घर तिरंगा अभियान
* अभियान को लेकर समाज कल्याण विभाग की ऑनलाइन बैठक सम्पन्न

लखनऊ । भारत सरकार द्वारा आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत वर्ष 2022 में प्रारंभ किया गया हर घर तिरंगा अभियान आज राष्ट्रीय अस्मिता, देशभक्ति और जनगौरव का प्रतीक बन चुका है। इस अभियान को समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित जयप्रकाश नारायण सर्वाेदय विद्यालयों में भी बड़े उत्साह के साथ मनाया जाएगा। इसी क्रम में मंगलवार को समाज कल्याण मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)  असीम अरुण की अध्यक्षता में विभाग द्वारा एक ऑनलाइन बैठक आयोजित की गई, जिसमें अभियान की रूपरेखा और व्यापक तैयारियों को लेकर चर्चा की गई।

बैठक में विद्यालयों में दो चरणों में अभियान चलाने पर चर्चा हुई, जिसमें पहले चरण में पुलिस कर्मियों को तिरंगा धागे से राखी बांधने, मूंज से टोकरी बनाने और दूसरे चरण में भव्य तिरंगा मेला, देशभक्ति के डांस, विद्यालय परिसरों को सजाने संबंधित गतिविधियां आयोजित होंगी। इसके अलावा अभियान के अंतर्गत विद्यालयों की दीवारों एवं सूचना पटों की तिरंगा सजावट, तिरंगा प्रदर्शनी, रंगोली प्रतियोगिता सहित अन्य सांस्कृतिक गतिविधियां होंगी। राज्यमंत्री असीम अरुण ने कहा कि हर घर तिरंगा अभियान केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह देश के प्रति गर्व, कर्तव्य और एकजुटता का उत्सव है। हमें यह सुनिश्चित करना है कि हमारे विद्यार्थी न केवल भारत के गौरवशाली इतिहास से जुड़ें, बल्कि राष्ट्रभक्ति की भावना को जीवन में आत्मसात करें। बैठक में निदेशक समाज कल्याण कुमार प्रशांत, उपनिदेशक  जे. राम और प्रदेश भर के सभी सर्वाेदय विद्यालयों के प्रधानाचार्य और विभागीय अधिकारी ऑनलाइन माध्यम से उपस्थित रहे।