सवर्ण ब्राह्मण को न्याय  देने के लिए संविधान में कोई  धारा है या नहीं : सूरज प्रसाद चौबे प्रदेश अध्यक्ष
लखनऊ । उतर प्रदेश के सुल्तानपुर में अत्यंत गरीब चंदन पांडे की पूरी प्लानिंग से कुचलकर हत्या कर दी जाती है। आरोपी समाजवादी नेता है माफिया अमित यादव  सचिन यादव  पिंटू यादव  को पुलिस बचाने का प्रयास कर रही है। 4 दिन बाद भी आरोपी खुले में घूम रहे है। ब्राह्मणों को न्याय देने के लिए कोई संविधान में धारा है या नहीं....ब्राह्मण का नरसंहार उत्तरप्रदेश में हो रहा है ....वर्दी वाले गुमराह कर रहे हैं ।

सवर्ण आर्मी प्रमुख सर्वेश पांडेय के निर्देश पर सवर्ण आर्मी प्रदेश अध्यक्ष सूरज प्रसाद चौबे, जिला अध्यक्ष जौनपुर प्रवीण त्रिपाठी सुल्तानपुर की टीम के साथ पीड़ित चंदन शर्मा के परिवार से मिलकर स्थानीय पुलिस प्रशासन, जिलाधिकारी सुल्तानपुर से मिल कर ज्ञापन सौंपा मांग की गई कि अपराधों को गिरफ्तार किया जाय पीड़ित को पचास लाख मूवायज दिया जाए साथ ही सवर्ण आर्मी प्रदेश अध्यक्ष सूरज प्रसाद चौबे ने जिलाधिकारी से कहा कि यदि यही कार्य ब्राह्मण किया होता तो उसके घर पर बुलडोजर चला दिया गया होता , खुले आम अपराधी घूम रहा है अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया साथ ही कहा कि सार्वजनिक जमीन पर घर बनाया है उसके घर पर प्रशासन बुलडोजर की कार्यवाही करे यदि समय रहते शासन कार्यवाही नहीं किया तो सवर्ण आर्मी सड़क पर उतर आएगी।
सर्वाेदय विद्यालयों में उत्साहपूर्वक मनाया जाएगा हर घर तिरंगा अभियान
* अभियान को लेकर समाज कल्याण विभाग की ऑनलाइन बैठक सम्पन्न

लखनऊ । भारत सरकार द्वारा आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत वर्ष 2022 में प्रारंभ किया गया हर घर तिरंगा अभियान आज राष्ट्रीय अस्मिता, देशभक्ति और जनगौरव का प्रतीक बन चुका है। इस अभियान को समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित जयप्रकाश नारायण सर्वाेदय विद्यालयों में भी बड़े उत्साह के साथ मनाया जाएगा। इसी क्रम में मंगलवार को समाज कल्याण मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)  असीम अरुण की अध्यक्षता में विभाग द्वारा एक ऑनलाइन बैठक आयोजित की गई, जिसमें अभियान की रूपरेखा और व्यापक तैयारियों को लेकर चर्चा की गई।

बैठक में विद्यालयों में दो चरणों में अभियान चलाने पर चर्चा हुई, जिसमें पहले चरण में पुलिस कर्मियों को तिरंगा धागे से राखी बांधने, मूंज से टोकरी बनाने और दूसरे चरण में भव्य तिरंगा मेला, देशभक्ति के डांस, विद्यालय परिसरों को सजाने संबंधित गतिविधियां आयोजित होंगी। इसके अलावा अभियान के अंतर्गत विद्यालयों की दीवारों एवं सूचना पटों की तिरंगा सजावट, तिरंगा प्रदर्शनी, रंगोली प्रतियोगिता सहित अन्य सांस्कृतिक गतिविधियां होंगी। राज्यमंत्री असीम अरुण ने कहा कि हर घर तिरंगा अभियान केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह देश के प्रति गर्व, कर्तव्य और एकजुटता का उत्सव है। हमें यह सुनिश्चित करना है कि हमारे विद्यार्थी न केवल भारत के गौरवशाली इतिहास से जुड़ें, बल्कि राष्ट्रभक्ति की भावना को जीवन में आत्मसात करें। बैठक में निदेशक समाज कल्याण कुमार प्रशांत, उपनिदेशक  जे. राम और प्रदेश भर के सभी सर्वाेदय विद्यालयों के प्रधानाचार्य और विभागीय अधिकारी ऑनलाइन माध्यम से उपस्थित रहे।
15 अगस्त को लाल किले पर ध्वजारोहण की साक्षी बनेंगी यूपी की 14 लखपति दीदियां
*सीएम योगी के विजन से सशक्त हुईं महिलाएं बनेंगी केंद्र सरकार की विशिष्ट अतिथि

*उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत विभिन्न जनपदों से चुना गया


*केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे लखपति दीदियों की मेजबानी


लखनऊ। स्वतंत्रता दिवस के ऐतिहासिक अवसर पर लाल किले की प्राचीर से ध्वजारोहण समारोह में उत्तर प्रदेश की 14 लखपति दीदियां विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से आत्मनिर्भर बनी इन महिलाओं को केंद्र सरकार की ओर से विशेष सम्मान दिया जाएगा। देशभर से आ रही 700 से अधिक महिलाओं में सर्वाधिक प्रतिनिधित्व उत्तर प्रदेश का रहेगा। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान इन सभी लखपति दीदियों की मेजबानी करेंगे। ठहरने और खाने पीने की व्यवस्था रक्षा मंत्रालय की तरफ से की जा रही है। स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं की टीम के साथ यूपी से दो विशेष प्रतिनिधि भी दिल्ली जाएंगे।

मिशन निदेशक दीपा रंजन ने बताया कि सीएम योगी आदित्यनाथ की सोच और योजनाओं के परिणामस्वरूप आज उत्तर प्रदेश की लाखों महिलाएं स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से आत्मनिर्भर बनी हैं। ये महिलाएं घर पर ही घी, अचार, पापड़, नमकीन के उद्यम स्थापित करते हुए अन्य घरेलू उत्पाद तैयार कर न केवल अपना बल्कि अन्य महिलाओं का भी जीवन संवार रही हैं। इन्हीं प्रेरणादायक महिलाओं में से चयनित 14 लखपति दीदियां 15 अगस्त के राष्ट्रीय पर्व पर दिल्ली में लाल किले पर होने वाले समारोह की साक्षी बनेंगी।

स्वतंत्रता दिवस को लेकर स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं में खासा उत्साह है। प्रत्येक लखपति दीदी को उनके पति या किसी एक सहयोगी के साथ दिल्ली भेजा जाएगा। रक्षा मंत्रालय की ओर से ठहरने और भोजन की पूरी व्यवस्था की जाएगी। इन बहनों की मेजबानी स्वयं केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे।
इन महिलाओं के साथ उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से दो विशेष प्रतिनिधि भी दिल्ली जाएंगे, जो वहां इनका मार्गदर्शन और सहयोग करेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इनकी सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य लखनऊ से इन सभी को रवाना करेंगे। यह अवसर न केवल सम्मान का प्रतीक है, बल्कि ग्रामीण महिलाओं के आत्मबल और मेहनत की खुली पहचान भी है।



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जर्जर भवनों पर शिक्षा विभाग का बड़ा एक्शन: मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद तेज हुई कार्रवाई

– हर जिले में होगी पहचान, मूल्यांकन और ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया शुरू

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्पष्ट निर्देशों के बाद प्रदेश का बेसिक शिक्षा विभाग अब पूरी तरह एक्शन मोड में आ गया है। परिषदीय विद्यालय परिसरों में स्थित जर्जर भवनों को लेकर अब कोई समझौता नहीं किया जाएगा। विभाग ने प्रदेश के सभी जिलों को आदेश जारी किए हैं कि वे तत्काल ऐसे भवनों की पहचान कर सत्यापन, तकनीकी मूल्यांकन और ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया शुरू करें। बच्चों और शिक्षकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए यह अभियान पूरे प्रदेश में युद्धस्तर पर चलाया जा रहा है।

हाल के दिनों में विभिन्न विद्यालय परिसरों में जर्जर भवनों के कारण बच्चों की सुरक्षा को खतरा उत्पन्न हुआ है, जिसकी गूंज शासन तक पहुँची। इसके बाद मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि बच्चों की जान से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसी क्रम में बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने भी दो टूक कहा कि किसी प्रकार की दुर्घटना की स्थिति में जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ कड़ी विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

* तकनीकी समिति करेगी मूल्यांकन

विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, जिलों को आदेशित किया गया है कि वे जर्जर भवनों की सूची बनाकर उसे तकनीकी समिति को सौंपें। समिति द्वारा सत्यापन और मूल्यांकन के बाद ऐसे भवनों को या तो तत्काल ध्वस्त किया जाएगा या 'निष्प्रयोज्य' घोषित कर सील किया जाएगा। इस दौरान सुनिश्चित किया जाएगा कि ऐसे किसी भी भवन में कोई शैक्षणिक गतिविधि न हो।

* छात्रों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था अनिवार्य

जिन विद्यालय भवनों को खतरनाक घोषित किया जाएगा, उनमें पढ़ाई पूरी तरह बंद कर दी जाएगी। इसके बदले सुरक्षित कक्षों, पंचायत भवनों, ग्राम सचिवालयों या अन्य वैकल्पिक स्थानों पर पठन-पाठन की व्यवस्था की जाएगी, ताकि बच्चों की शिक्षा बाधित न हो।

* जलनिकासी और सफाई पर भी विशेष ध्यान

भवनों की सुरक्षा के लिए सिर्फ ध्वस्तीकरण ही नहीं, बल्कि नियमित देखरेख भी जरूरी है। इसलिए विभाग ने सभी विद्यालयों में छतों की नियमित सफाई और जलनिकासी की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं, जिससे जलभराव या सीलन के कारण भवनों की हालत और खराब न हो।

* समाज में बढ़ेगा भरोसा

विशेषज्ञ श्यामकिशोर तिवारी, जो विभागीय निर्माण इकाई से जुड़े हैं, का कहना है कि यह कदम विद्यालय परिसरों की भौतिक सुरक्षा को मजबूती देगा और परिषदीय विद्यालयों की विश्वसनीयता को भी पुनः स्थापित करेगा। उन्होंने कहा, "सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। अब समयबद्ध, प्रभावी और ठोस कार्रवाई अनिवार्य हो गई है।"
इस फैसले से साफ है कि अब बेसिक शिक्षा विभाग लापरवाही के पुराने ढर्रे से बाहर निकलकर सक्रिय और जवाबदेह नजर आ रहा है। विभाग का यह अभियान न केवल बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा, बल्कि स्कूलों में बेहतर वातावरण की दिशा में भी एक सकारात्मक पहल साबित होगा।
कालिंजर किला बनेगा पर्यटन हब, डेकोरेटिव पथ प्रकाश व्यवस्था पर होंगे 4 करोड़ रुपए खर्च

* कुल 16 करोड़ की परियोजनाओं से होगा समग्र विकास

लखनऊ। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने ऐतिहासिक कालिंजर किले को पर्यटन मानचित्र पर और अधिक प्रमुखता दिलाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। विभाग ने किले में अवस्थापना सुविधाओं के विकास के लिए 12 करोड़ रुपए की परियोजना को मंजूरी दी है। इसके साथ ही कालिंजर-पन्ना एवं कालिंजर-बांदा मार्ग पर डेकोरेटिव पथ प्रकाश व्यवस्था हेतु 4 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। इस प्रकार कुल 16 करोड़ रुपए की लागत से क्षेत्र का समग्र पर्यटन विकास सुनिश्चित किया जाएगा।

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि कालिंजर का किला देशी-विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र रहा है। पर्यटन विभाग का उद्देश्य यहां हेरिटेज टूरिज्म को बढ़ावा देना और पर्यटकों को विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा कि मानसून के दौरान यह क्षेत्र हरियाली, झरनों और नदियों के कारण बेहद आकर्षक बन जाता है, वहीं लगभग 800 फीट ऊंचाई पर स्थित यह किला स्थापत्य कला का एक अद्वितीय उदाहरण है।

मंत्री ने बताया कि कालिंजर किला देखने आने वाले पर्यटकों की संख्या में हर साल उल्लेखनीय वृद्धि हो रही है। वर्ष 2022 में 1.35 लाख पर्यटक आए, जो 2023 में बढ़कर 4.54 लाख हो गए। वर्ष 2024 में यह आंकड़ा 6.25 लाख तक पहुंच गया, जबकि वर्ष 2025 के शुरुआती सात महीनों में ही लगभग 4.03 लाख पर्यटक कालिंजर पहुंच चुके हैं। यह वृद्धि सरकार द्वारा किए गए प्रयासों जैसे बेहतर सड़कों, डिजिटल प्रचार और सुविधाओं के विस्तार का परिणाम है।

डेकोरेटिव लाइटिंग परियोजना को लेकर उन्होंने बताया कि इससे न केवल रात्रिकालीन दृश्यता में सुधार होगा, बल्कि पर्यटकों को एक आकर्षक और सुरक्षित अनुभव मिलेगा। साथ ही, यह स्थानीय विकास और रोजगार सृजन में भी सहायक सिद्ध होगा। सरकार की मंशा है कि कालिंजर किले को न केवल संरक्षित किया जाए, बल्कि इसे एक समृद्ध सांस्कृतिक और पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाए।
l200 के विवाद में बेटे की हत्या, परिजनों ने सड़क पर शव रखकर जताया आक्रोश

गोंडा / लखनऊ । अगर समय रहते पुलिस सुन लेती, तो मेरा बेटा आज जिंदा होता... यह टूटे हुए शब्द थे 22 साल के हृदयलाल की मां के, जो सोमवार को अपने बेटे की लाश को देखकर बेसुध हो गई थीं। हृदयलाल की हत्या सिर्फ 200 रुपये के विवाद में हुई। गांव के ही कुछ पट्टीदारों ने उसे बेरहमी से पीटा, वह कई दिनों तक जिंदगी और मौत से जूझता रहा, और आखिरकार लखनऊ में इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। लेकिन दुख सिर्फ यहां खत्म नहीं हुआ। चलती एंबुलेंस से शव को सड़क पर गिराया जब एंबुलेंस सोमवार शाम हृदयलाल का शव लेकर बालपुर बाजार पहुंची, तो परिवार का दर्द गुस्से में तब्दील हो गया। उन्हें न्याय की उम्मीद नहीं बची थी उनका विश्वास प्रशासन से खत्म हो चुका था। वे चुप नहीं रहे, उन्होंने वही किया जो एक असहाय और उपेक्षित परिवार कर सकता है चलती एंबुलेंस से शव को सड़क पर गिरा दिया। हाईवे पर पड़ी एक लाश... और उसके चारों ओर न्याय की मांग करती चीखें। अब इसका वीडियो सोशल मीडियो पर तेजी से वायरल हो रहा है। पुलिस मौन, परिवार आक्रोशित गोंडा-लखनऊ हाईवे पर मिनटों में भीड़ जमा हो गई। पुलिस मौके पर पहले से तैनात थी लेकिन वो हालात को संभाल नहीं पाई। लोग पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे, इंसाफ की मांग करने लगे।“अगर आरोपी दबंग हैं तो क्या गरीब की जान की कोई कीमत नहीं?” यह सवाल हृदयलाल के बड़े भाई ने मीडिया से पूछा।शव को सड़क से हटाने के लिए हल्का बल प्रयोग किया गया, लेकिन इससे परिवार और भड़क गया। जब शवदाहगृह पहुंचाया गया, तब भी परिजनों ने अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि जब तक आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होगी, वे बेटे को अग्नि नहीं देंगे। 200 रुपये में छीन ली गई ज़िंदगी गांव लक्ष्मणपुर जाट के गड़रियनपुरवा का रहने वाला हृदयलाल मेहनत-मजदूरी करता था। एक अगस्त को एक मामूली लेन-देन को लेकर हुए विवाद में उसे बेरहमी से पीटा गया। अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन तीन दिन बाद वह जिंदगी की जंग हार गया।देहात कोतवाल संजय कुमार सिंह के मुताबिक, नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। परिजनों द्वारा आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलवाने और फांसी की मांग के साथ सड़क जाम की कोशिश की गई थी, जिसे रोका गया।प्रशासन का दावा है कि परिजनों से संवाद कर अंतिम संस्कार के लिए राजी करने की कोशिश की जा रही है। एक मां का सवाल... हृदयलाल की मां की आंखों में आंसू और होंठों पर एक ही सवाल था "मेरे बेटे को पहले पीटा, फिर मरने दिया... और अब हमें ही शांत रहने को कहा जा रहा है? ये कौन-सा इंसाफ है?"। सीओ सिटी आंनद राय के मताबिक पहले प्रदर्शन के दौरान देहात कोतवाली पुलिस के दो पुलिस कर्मी मौजूद थे। इस दौरान शव को एंबुलेंस से खींचने के बाद प्रदर्शन उग्र हो गया।जिसके बाद फोर्स बुलाई गई। परिजनों को समझा बुझाकर शांत कराया गया। इसके बाद परिजन शव को ले जाकर अंतिम संस्कार किया। गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया है। ह्दयलाल की दो महीने पहले शादी हुई थी।
सीआईडी अफसर पर पत्नी की हत्या का आरोप, पूरे परिवार पर दर्ज हुआ केस
लखनऊ । सीआईडी में तैनात एएसपी मुकेश प्रताप सिंह के खिलाफ पत्नी नितेश की हत्या की एफआईआर दर्ज की गई है। रिपोर्ट में एएसपी के माता-पिता, भाई और बहन का नाम भी शामिल है। 30 जुलाई को नितेश का शव लखनऊ पुलिस लाइन स्थित उनके आवास में फंदे से लटका मिला था। नितेश के भाई की ओर से दी गई तहरीर में साजिश के तहत हत्या का आरोप है।फिरोजाबाद के नगला करन सिंह निवासी नितेश के भाई प्रमोद कुमार की ओर से दर्ज कराई गई रिपोर्ट के मुताबिक नितेश की शादी 30 नवंबर 2012 को मुकेश प्रताप सिंह से हुई थी। मुकेश इटावा के रहने वाले हैं। नितेश के तीन बच्चे हैं जिनमें दो जुड़वा हैं।

आरोप है कि शादी के कुछ वर्ष बाद ही मुकेश के आशियाना निवासी पूनम से करीबी संबंध हो गए थे। इस वजह से मुकेश लगातार नितेश को मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान करते थे। आरोप है कि पूनम के बारे में शिकायत मुकेश के पिता रमेश चंद्र, मां सुधा, भाई अनुभव चंद्रा से की गई, पर उन्होंने आरोपी का ही साथ दिया। इस वजह से नितेश परेशान रहने लगी। इंस्पेक्टर अखिलेश कुमार मिश्र के मुताबिक तहरीर के आधार पर केस दर्ज किया गया है।प्रमोद के मुताबिक 29 जुलाई को मुकेश ने बहन आस्था के साथ मिलकर नितेश की पिटाई की थी। इस विवाद की वजह भी पूनम थी।

आरोपियों ने नितेश से कहा था कि या तो घर से निकल जा, या फिर कहीं मर जा...। प्रमोद को इसकी जानकारी भांजी अनन्या ने 30 जुलाई को फोन पर दी थी। अनन्या ने यह भी बताया था कि नितेश फंदे से लटकी हैं। यह सूचना मिलने के बाद प्रमोद रात में लखनऊ पुलिस लाइन पहुंचे तो नितेश का शव फर्श पर पड़ा था। वहां मुकेश के घरवाले नहीं मिले। आरोप है कि पहले भी मुकेश और उनके घरवाले नितेश से मारपीट कर चुके थे। आरोपियों ने नितेश पर तलाक का दबाव डाला और प्लानिंग के तहत उसकी हत्या कर दी।
मछलियां पकड़ने गए अधेड़ व्यक्ति की गोमती में डूबने की आशंका, एसडीआरएफ कर रही तलाश

लखनऊ । राजधानी के ठाकुरगंज में रविवार को सुबह मछली पकड़ने गए 50 वर्षीय व्यक्ति के गोमती नदी में डूबने की आशंका से इलाके में हड़कंप मच गया। बरी कला निवासी सनोज कश्यप सुबह घर से निकले थे, लेकिन शाम तक वापस नहीं लौटे। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम उनकी तलाश में जुटी है।

कॉलोनी बंधे के पास मछली पकड़ने गए थे

परिजनों के मुताबिक, सनोज हर रोज की तरह रविवार सुबह कैटिल कॉलोनी बंधे के पास मछली पकड़ने गए थे। उन्होंने अपने छोटे बेटे विकास से कहा था कि कुछ देर में आकर मछलियां ले जाना। दोपहर में विकास जब वहां पहुंचा तो पिता ने जाल से मछलियां निकालकर उसे दे दीं और खुद नदी में नहाने चले गए।

घर नहीं आने पर परिजन खुद खोज शुरू कर दी

इसके बाद से ही सनोज का कोई सुराग नहीं लगा। जब देर शाम तक वे घर नहीं पहुंचे, तो परिजनों ने खुद उनकी खोज शुरू की। काफी देर तलाश करने के बाद भी सफलता नहीं मिली, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।परिजनों का आरोप है कि रविवार शाम जब पुलिस को डूबने की सूचना दी गई, तो उन्होंने बारिश और अंधेरा होने का हवाला देकर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।

सनोज के न मिलने से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल

सोमवार सुबह करीब 10 बजे ठाकुरगंज पुलिस मौके पर पहुंची, और उसके एक घंटे बाद एसडीआरएफ की टीम ने भी सर्च ऑपरेशन शुरू किया। फिलहाल गोताखोरों की मदद से तलाश जारी है। परिवार में पत्नी सुनीता और तीन बेटे जितेंद्र, धर्मेंद्र और विकास हैं। घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
मोहनलालगंज में तेज बहाव में डूबा किशोर, दो घंटे की  कड़ी मशक्कत के बाद मिला शव
लखनऊ । राजधानी में लगातार बारिश से उफनाए नाले में नहाने उतरे एक किशोर की जान चली गई। सोमवार दोपहर तिलोकपुर गांव में यह हादसा उस वक्त हुआ, जब 17 वर्षीय रितेश रावत अपने चचेरे भाई के साथ पानी में उतरा था। बहाव इतना तेज था कि रितेश उसमें बह गया। ग्रामीणों और पुलिस ने दो घंटे की खोजबीन के बाद उसका शव बरामद किया। रितेश की मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है।

चचेरे भाई के साथ नहाने गया था रितेश

एसीपी रजनीश वर्मा के अनुसार, मृतक रितेश किसान राम प्रसाद रावत का बेटा था। दोपहर करीब एक बजे वह अपने चचेरे भाई अंकित के साथ गांव के पास बह रहे नाले में नहाने गया था। बीते दो दिनों से हो रही तेज बारिश के चलते नाले में जलस्तर काफी बढ़ गया था। जैसे ही दोनों किशोर नाले में उतरे, तेज धारा में रितेश बहने लगा।रितेश को डूबता देख अंकित ने शोर मचाया, जिसके बाद आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे। आनन-फानन में नाले में रितेश की तलाश शुरू हुई और पुलिस को भी सूचना दी गई।

रितेश को नाले में जाने से था रोका लेकिन माना नहीं

दो घंटे की मशक्कत के बाद रितेश का शव नाले से कुछ दूरी पर मिला। रितेश के परिवार में मां लाली और छोटा भाई बृजेश हैं। बेटे की मौत से मां बेसुध हो गई हैं। उन्होंने बताया कि रितेश को नाले में जाने से रोका था और पहले खाना खाने की जिद की थी, लेकिन रितेश ने जल्द लौटने की बात कहकर टाल दिया। कुछ ही देर बाद हादसे की खबर घर पहुंच गई।स्थानीय लोगों के अनुसार, यह नाला पास की सई नदी से जुड़ा है और भारी बारिश के कारण काफी उफान पर है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि इस मौसम में उफनते नालों और नदियों से दूर रहें।
लगातार बारिश से हाल बेहाल: लखनऊ सहित कई जिलों में स्कूल बंद, भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी

उत्तर प्रदेश में जारी भारी बारिश के चलते जनजीवन प्रभावित हो गया है। मौसम की गंभीरता को देखते हुए लखनऊ सहित कई जिलों में कक्षा 1 से 12 तक के सभी बोर्डों के स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश पांडेय द्वारा आदेश जारी कर स्कूल प्रबंधनों से कहा गया है कि यदि कोई बच्चा पहले से स्कूल के लिए रवाना हो गया है तो उसे सुरक्षित वापस भेजा जाए।

छुट्टी के आदेश को सख्ती से पालन करने का निर्देश

रविवार से लखनऊ में लगातार मूसलधार बारिश हो रही है, जिससे कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है। स्थिति को देखते हुए रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, बहराइच और अंबेडकरनगर जिलों में भी स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गई है। सभी जिलाधिकारियों ने आदेश का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए हैं।

आज 15 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट

प्रदेश में मानसून पूरी तरह सक्रिय है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के अनुसार तराई और आगरा मंडलों के 15 जिलों में सोमवार को भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट, जबकि 31 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही 64 जिलों में वज्रपात की चेतावनी भी दी गई है।वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. अतुल कुमार सिंह ने बताया कि मानसूनी ट्रफ लाइन अभी भी उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों की ओर सक्रिय है।

बारिश के चलते कई जिलों में जलभराव का हालात

आज तराई और पश्चिमी यूपी में भारी वर्षा की संभावना है।रविवार को लखीमपुर खीरी और भदोही में 120 मिमी, चित्रकूट और प्रतापगढ़ में 110 मिमी, अलीगढ़ में 100 मिमी, जबकि वाराणसी, बलिया, प्रयागराज व मिर्जापुर में 90 मिमी तक बारिश दर्ज की गई। गोंडा, सीतापुर, बाराबंकी और बहराइच में भी बारिश के चलते कई जगह जलभराव हो गया है।