l200 के विवाद में बेटे की हत्या, परिजनों ने सड़क पर शव रखकर जताया आक्रोश

गोंडा / लखनऊ । अगर समय रहते पुलिस सुन लेती, तो मेरा बेटा आज जिंदा होता... यह टूटे हुए शब्द थे 22 साल के हृदयलाल की मां के, जो सोमवार को अपने बेटे की लाश को देखकर बेसुध हो गई थीं। हृदयलाल की हत्या सिर्फ 200 रुपये के विवाद में हुई। गांव के ही कुछ पट्टीदारों ने उसे बेरहमी से पीटा, वह कई दिनों तक जिंदगी और मौत से जूझता रहा, और आखिरकार लखनऊ में इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। लेकिन दुख सिर्फ यहां खत्म नहीं हुआ। चलती एंबुलेंस से शव को सड़क पर गिराया जब एंबुलेंस सोमवार शाम हृदयलाल का शव लेकर बालपुर बाजार पहुंची, तो परिवार का दर्द गुस्से में तब्दील हो गया। उन्हें न्याय की उम्मीद नहीं बची थी उनका विश्वास प्रशासन से खत्म हो चुका था। वे चुप नहीं रहे, उन्होंने वही किया जो एक असहाय और उपेक्षित परिवार कर सकता है चलती एंबुलेंस से शव को सड़क पर गिरा दिया। हाईवे पर पड़ी एक लाश... और उसके चारों ओर न्याय की मांग करती चीखें। अब इसका वीडियो सोशल मीडियो पर तेजी से वायरल हो रहा है। पुलिस मौन, परिवार आक्रोशित गोंडा-लखनऊ हाईवे पर मिनटों में भीड़ जमा हो गई। पुलिस मौके पर पहले से तैनात थी लेकिन वो हालात को संभाल नहीं पाई। लोग पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे, इंसाफ की मांग करने लगे।“अगर आरोपी दबंग हैं तो क्या गरीब की जान की कोई कीमत नहीं?” यह सवाल हृदयलाल के बड़े भाई ने मीडिया से पूछा।शव को सड़क से हटाने के लिए हल्का बल प्रयोग किया गया, लेकिन इससे परिवार और भड़क गया। जब शवदाहगृह पहुंचाया गया, तब भी परिजनों ने अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि जब तक आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होगी, वे बेटे को अग्नि नहीं देंगे। 200 रुपये में छीन ली गई ज़िंदगी गांव लक्ष्मणपुर जाट के गड़रियनपुरवा का रहने वाला हृदयलाल मेहनत-मजदूरी करता था। एक अगस्त को एक मामूली लेन-देन को लेकर हुए विवाद में उसे बेरहमी से पीटा गया। अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन तीन दिन बाद वह जिंदगी की जंग हार गया।देहात कोतवाल संजय कुमार सिंह के मुताबिक, नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। परिजनों द्वारा आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलवाने और फांसी की मांग के साथ सड़क जाम की कोशिश की गई थी, जिसे रोका गया।प्रशासन का दावा है कि परिजनों से संवाद कर अंतिम संस्कार के लिए राजी करने की कोशिश की जा रही है। एक मां का सवाल... हृदयलाल की मां की आंखों में आंसू और होंठों पर एक ही सवाल था "मेरे बेटे को पहले पीटा, फिर मरने दिया... और अब हमें ही शांत रहने को कहा जा रहा है? ये कौन-सा इंसाफ है?"। सीओ सिटी आंनद राय के मताबिक पहले प्रदर्शन के दौरान देहात कोतवाली पुलिस के दो पुलिस कर्मी मौजूद थे। इस दौरान शव को एंबुलेंस से खींचने के बाद प्रदर्शन उग्र हो गया।जिसके बाद फोर्स बुलाई गई। परिजनों को समझा बुझाकर शांत कराया गया। इसके बाद परिजन शव को ले जाकर अंतिम संस्कार किया। गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया है। ह्दयलाल की दो महीने पहले शादी हुई थी।
सीआईडी अफसर पर पत्नी की हत्या का आरोप, पूरे परिवार पर दर्ज हुआ केस
लखनऊ । सीआईडी में तैनात एएसपी मुकेश प्रताप सिंह के खिलाफ पत्नी नितेश की हत्या की एफआईआर दर्ज की गई है। रिपोर्ट में एएसपी के माता-पिता, भाई और बहन का नाम भी शामिल है। 30 जुलाई को नितेश का शव लखनऊ पुलिस लाइन स्थित उनके आवास में फंदे से लटका मिला था। नितेश के भाई की ओर से दी गई तहरीर में साजिश के तहत हत्या का आरोप है।फिरोजाबाद के नगला करन सिंह निवासी नितेश के भाई प्रमोद कुमार की ओर से दर्ज कराई गई रिपोर्ट के मुताबिक नितेश की शादी 30 नवंबर 2012 को मुकेश प्रताप सिंह से हुई थी। मुकेश इटावा के रहने वाले हैं। नितेश के तीन बच्चे हैं जिनमें दो जुड़वा हैं।

आरोप है कि शादी के कुछ वर्ष बाद ही मुकेश के आशियाना निवासी पूनम से करीबी संबंध हो गए थे। इस वजह से मुकेश लगातार नितेश को मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान करते थे। आरोप है कि पूनम के बारे में शिकायत मुकेश के पिता रमेश चंद्र, मां सुधा, भाई अनुभव चंद्रा से की गई, पर उन्होंने आरोपी का ही साथ दिया। इस वजह से नितेश परेशान रहने लगी। इंस्पेक्टर अखिलेश कुमार मिश्र के मुताबिक तहरीर के आधार पर केस दर्ज किया गया है।प्रमोद के मुताबिक 29 जुलाई को मुकेश ने बहन आस्था के साथ मिलकर नितेश की पिटाई की थी। इस विवाद की वजह भी पूनम थी।

आरोपियों ने नितेश से कहा था कि या तो घर से निकल जा, या फिर कहीं मर जा...। प्रमोद को इसकी जानकारी भांजी अनन्या ने 30 जुलाई को फोन पर दी थी। अनन्या ने यह भी बताया था कि नितेश फंदे से लटकी हैं। यह सूचना मिलने के बाद प्रमोद रात में लखनऊ पुलिस लाइन पहुंचे तो नितेश का शव फर्श पर पड़ा था। वहां मुकेश के घरवाले नहीं मिले। आरोप है कि पहले भी मुकेश और उनके घरवाले नितेश से मारपीट कर चुके थे। आरोपियों ने नितेश पर तलाक का दबाव डाला और प्लानिंग के तहत उसकी हत्या कर दी।
मछलियां पकड़ने गए अधेड़ व्यक्ति की गोमती में डूबने की आशंका, एसडीआरएफ कर रही तलाश

लखनऊ । राजधानी के ठाकुरगंज में रविवार को सुबह मछली पकड़ने गए 50 वर्षीय व्यक्ति के गोमती नदी में डूबने की आशंका से इलाके में हड़कंप मच गया। बरी कला निवासी सनोज कश्यप सुबह घर से निकले थे, लेकिन शाम तक वापस नहीं लौटे। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम उनकी तलाश में जुटी है।

कॉलोनी बंधे के पास मछली पकड़ने गए थे

परिजनों के मुताबिक, सनोज हर रोज की तरह रविवार सुबह कैटिल कॉलोनी बंधे के पास मछली पकड़ने गए थे। उन्होंने अपने छोटे बेटे विकास से कहा था कि कुछ देर में आकर मछलियां ले जाना। दोपहर में विकास जब वहां पहुंचा तो पिता ने जाल से मछलियां निकालकर उसे दे दीं और खुद नदी में नहाने चले गए।

घर नहीं आने पर परिजन खुद खोज शुरू कर दी

इसके बाद से ही सनोज का कोई सुराग नहीं लगा। जब देर शाम तक वे घर नहीं पहुंचे, तो परिजनों ने खुद उनकी खोज शुरू की। काफी देर तलाश करने के बाद भी सफलता नहीं मिली, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।परिजनों का आरोप है कि रविवार शाम जब पुलिस को डूबने की सूचना दी गई, तो उन्होंने बारिश और अंधेरा होने का हवाला देकर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।

सनोज के न मिलने से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल

सोमवार सुबह करीब 10 बजे ठाकुरगंज पुलिस मौके पर पहुंची, और उसके एक घंटे बाद एसडीआरएफ की टीम ने भी सर्च ऑपरेशन शुरू किया। फिलहाल गोताखोरों की मदद से तलाश जारी है। परिवार में पत्नी सुनीता और तीन बेटे जितेंद्र, धर्मेंद्र और विकास हैं। घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
मोहनलालगंज में तेज बहाव में डूबा किशोर, दो घंटे की  कड़ी मशक्कत के बाद मिला शव
लखनऊ । राजधानी में लगातार बारिश से उफनाए नाले में नहाने उतरे एक किशोर की जान चली गई। सोमवार दोपहर तिलोकपुर गांव में यह हादसा उस वक्त हुआ, जब 17 वर्षीय रितेश रावत अपने चचेरे भाई के साथ पानी में उतरा था। बहाव इतना तेज था कि रितेश उसमें बह गया। ग्रामीणों और पुलिस ने दो घंटे की खोजबीन के बाद उसका शव बरामद किया। रितेश की मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है।

चचेरे भाई के साथ नहाने गया था रितेश

एसीपी रजनीश वर्मा के अनुसार, मृतक रितेश किसान राम प्रसाद रावत का बेटा था। दोपहर करीब एक बजे वह अपने चचेरे भाई अंकित के साथ गांव के पास बह रहे नाले में नहाने गया था। बीते दो दिनों से हो रही तेज बारिश के चलते नाले में जलस्तर काफी बढ़ गया था। जैसे ही दोनों किशोर नाले में उतरे, तेज धारा में रितेश बहने लगा।रितेश को डूबता देख अंकित ने शोर मचाया, जिसके बाद आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे। आनन-फानन में नाले में रितेश की तलाश शुरू हुई और पुलिस को भी सूचना दी गई।

रितेश को नाले में जाने से था रोका लेकिन माना नहीं

दो घंटे की मशक्कत के बाद रितेश का शव नाले से कुछ दूरी पर मिला। रितेश के परिवार में मां लाली और छोटा भाई बृजेश हैं। बेटे की मौत से मां बेसुध हो गई हैं। उन्होंने बताया कि रितेश को नाले में जाने से रोका था और पहले खाना खाने की जिद की थी, लेकिन रितेश ने जल्द लौटने की बात कहकर टाल दिया। कुछ ही देर बाद हादसे की खबर घर पहुंच गई।स्थानीय लोगों के अनुसार, यह नाला पास की सई नदी से जुड़ा है और भारी बारिश के कारण काफी उफान पर है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि इस मौसम में उफनते नालों और नदियों से दूर रहें।
लगातार बारिश से हाल बेहाल: लखनऊ सहित कई जिलों में स्कूल बंद, भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी

उत्तर प्रदेश में जारी भारी बारिश के चलते जनजीवन प्रभावित हो गया है। मौसम की गंभीरता को देखते हुए लखनऊ सहित कई जिलों में कक्षा 1 से 12 तक के सभी बोर्डों के स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश पांडेय द्वारा आदेश जारी कर स्कूल प्रबंधनों से कहा गया है कि यदि कोई बच्चा पहले से स्कूल के लिए रवाना हो गया है तो उसे सुरक्षित वापस भेजा जाए।

छुट्टी के आदेश को सख्ती से पालन करने का निर्देश

रविवार से लखनऊ में लगातार मूसलधार बारिश हो रही है, जिससे कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है। स्थिति को देखते हुए रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, बहराइच और अंबेडकरनगर जिलों में भी स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गई है। सभी जिलाधिकारियों ने आदेश का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए हैं।

आज 15 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट

प्रदेश में मानसून पूरी तरह सक्रिय है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के अनुसार तराई और आगरा मंडलों के 15 जिलों में सोमवार को भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट, जबकि 31 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही 64 जिलों में वज्रपात की चेतावनी भी दी गई है।वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. अतुल कुमार सिंह ने बताया कि मानसूनी ट्रफ लाइन अभी भी उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों की ओर सक्रिय है।

बारिश के चलते कई जिलों में जलभराव का हालात

आज तराई और पश्चिमी यूपी में भारी वर्षा की संभावना है।रविवार को लखीमपुर खीरी और भदोही में 120 मिमी, चित्रकूट और प्रतापगढ़ में 110 मिमी, अलीगढ़ में 100 मिमी, जबकि वाराणसी, बलिया, प्रयागराज व मिर्जापुर में 90 मिमी तक बारिश दर्ज की गई। गोंडा, सीतापुर, बाराबंकी और बहराइच में भी बारिश के चलते कई जगह जलभराव हो गया है।
बाढ़, त्योहार, कानून-व्यवस्था और ड्रोन अफवाहों पर सीएम योगी की सख्ती, अफसरों को दिए कड़े निर्देश


लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक उच्चस्तरीय बैठक में बाढ़ से प्रभावित इलाकों, आगामी त्योहारों की तैयारियों, कानून-व्यवस्था, ड्रोन संचालन और हर घर तिरंगा अभियान की समीक्षा की। बैठक में उन्होंने राहत कार्यों में तेजी लाने और अफवाह फैलाने वालों पर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए।

बाढ़ राहत कार्यों में कोई कोताही नहीं

सीएम ने स्पष्ट कहा कि राहत कार्यों में किसी प्रकार की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी।
सभी जिलों में कंट्रोल रूम 24x7 क्रियाशील रहें और नियमित रिपोर्ट राहत आयुक्त को भेजें।
बाढ़ शरणालयों में महिला सुरक्षा, बच्चों के लिए दूध, पौष्टिक भोजन व चिकित्सा शिविरों की व्यवस्था सुनिश्चित हो।
किसी भी व्यक्ति को जर्जर भवन में न रहने दिया जाए, तुरंत बाढ़ शरणालय में शिफ्ट कराया जाए।
राहत सामग्री की गुणवत्ता और मात्रा की रैंडम चेकिंग हो।
कटान वाले क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरती जाए, और क्षतिग्रस्त मकानों का सर्वे कर पात्रों को आवास व पट्टा प्रदान किया जाए।
रेस्क्यू में केवल बड़ी नावों का इस्तेमाल किया जाए, छोटी व मझोली नावों पर रोक लगाई जाए।

त्योहारों को लेकर विशेष निर्देश

श्रावण सोमवार: शिवालयों में सुरक्षा, बिजली व्यवस्था और साफ-सफाई पुख्ता की जाए।
रक्षाबंधन: 8 से 10 अगस्त तक माताओं-बहनों को यूपी रोडवेज व नगरीय बसों में मुफ्त यात्रा सुविधा मिलेगी।
जन्माष्टमी: मंदिरों में स्वच्छता, सुरक्षा और शांतिपूर्ण आयोजन के निर्देश; शोभायात्राओं के लिए पूर्व अनुमति अनिवार्य।
स्वतंत्रता दिवस: हर घर तिरंगा अभियान को भव्य तरीके से मनाया जाए; 4.60 करोड़ तिरंगे फहराने का लक्ष्य।
2-8 अगस्त तक तिरंगा निर्माण
9-12 अगस्त: तिरंगा यात्रा व मेले
13-15 अगस्त: घर-घर तिरंगा फहराने की अपील

ड्रोन से अफवाह और दहशत पर सीधी कार्रवाई

मुख्यमंत्री ने स्कूल पेयरिंग में मानकों के पालन पर जोर देते हुए अनियमितता करने वालों पर कार्रवाई के निर्देश दिए। साथ ही बच्चों की पढ़ाई में किसी प्रकार की बाधा न आने देने का निर्देश दिया।सीएम ने अधिकारियों से किसानों को उनकी जरूरत के अनुसार निर्धारित दर पर खाद उपलब्ध कराने को कहा।मुख्यमंत्री ने हालिया दिनों में पश्चिमी यूपी में ड्रोन के जरिए अफवाह फैलाने की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए पुलिस को विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया।

ड्रोन दहशत वाले जिलों में स्थायी रेड जोन घोषित करने के निर्देश

बिना अनुमति ड्रोन उड़ाने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए, संपत्ति तक जब्त की जा सकती है।
अफवाह फैलाने पर बीट पुलिस, ग्राम सुरक्षा समितियों के माध्यम से लोगों को जागरूक करें।
अफवाहों के चलते हिंसा या मारपीट की घटना पर संबंधित थानाध्यक्ष और अफसर होंगे जिम्मेदार।
24 घंटे गश्त बढ़ाई जाए, ड्रोन दहशत वाले जिलों में स्थायी रेड जोन घोषित करने के निर्देश।
जनहित से जुड़े मामलों में कोई लापरवाही या अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
अधिकारियों को हर जिम्मेदारी समयबद्ध और पारदर्शी ढंग से निभाने के निर्देश दिए गए हैं।
फर्जी दस्तावेज से जब्त संपत्ति छुड़ाने की कोशिश, मुख्तार अंसारी का बेटा उमर अंसारी गिरफ्तार

लखनऊ । पूर्वांचल के कुख्यात माफिया रहे मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी को गाजीपुर पुलिस ने रविवार देर रात लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि उमर ने अपनी फरार मां और 50 हजार की इनामी आफ्शा अंसारी के फर्जी हस्ताक्षर कर अदालत में शपथपत्र दाखिल किया था। वह गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क की गई पारिवारिक संपत्ति को मुक्त कराने की साजिश में जुटा था। पुलिस ने उसे विधायक निवास, दारुलशफा से गिरफ्तार कर गाजीपुर लाकर पूछताछ शुरू कर दी है।

मुख्तार अंसारी के परिवार की संपत्तियां कुर्क की गई थीं

पुलिस अधीक्षक डॉ. ईरज राजा के अनुसार, यूपी गैंगस्टर एक्ट की धारा 14(1) के तहत मुख्तार अंसारी के परिवार की संपत्तियां कुर्क की गई थीं। उमर अंसारी ने इन संपत्तियों को मुक्त कराने के लिए अदालत में याचिका दाखिल की, जिसमें उसने अपनी मां आफ्शा अंसारी के फर्जी हस्ताक्षर कर शपथपत्र लगाया। यह पूरा कृत्य जानबूझकर अवैध लाभ के उद्देश्य से किया गया था।जांच के दौरान इस फर्जीवाड़े का खुलासा होते ही गाजीपुर के मोहम्मदाबाद थाने में उमर अंसारी के खिलाफ अपराध संख्या 245/2025 के तहत धारा 319(2), 318(4), 338, 336(3), 340(2) BNS में मुकदमा दर्ज कर लिया गया।

पुलिस उमर से कर रही पूछताछ

बताते चलें कि आफ्शा अंसारी लंबे समय से फरार है और कोर्ट ने उसकी गिरफ्तारी के आदेश दे रखे हैं। उस पर पुलिस ने 50,000 का इनाम भी घोषित कर रखा है।मुख्तार अंसारी की मौत के बाद भी उसका परिवार कानूनी शिकंजे से बाहर नहीं निकल पा रहा है। बड़े बेटे अब्बास अंसारी पहले से ही कानूनी मामलों में उलझे हुए हैं और हाल ही में उनकी विधानसभा सदस्यता एक मामले में सजा मिलने के बाद रद्द हो चुकी है। अब छोटे बेटे उमर की गिरफ्तारी ने परिवार की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।पुलिस उमर से पूछताछ कर रही है और पूरे प्रकरण की गहराई से जांच की जा रही है। मामले में और भी खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।
लखनऊ: रक्षाबंधन पर सीएम योगी की सौगात, महिलाएं करेंगी मुफ्त बस यात्रा
लखनऊ । रक्षाबंधन के पावन अवसर पर उत्तर प्रदेश की महिलाओं को एक बड़ी राहत देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक अहम फैसला लिया है। मुख्यमंत्री ने राज्य की सभी महिलाओं और बहनों को उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) की बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा देने का आदेश दिया है। यह सुविधा 8 अगस्त की सुबह 6 बजे से लेकर 10 अगस्त की रात 12 बजे तक लागू रहेगी।

मुख्यमंत्री योगी ने यह निर्णय अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में लिया। इस पहल का उद्देश्य रक्षाबंधन जैसे पारिवारिक और सांस्कृतिक त्योहार के मौके पर महिलाओं को यात्रा में सहूलियत प्रदान करना है, जिससे वे अपने भाइयों के पास आसानी से पहुंच सकें और पर्व को पूरे हर्षोल्लास के साथ मना सकें।

यह निर्णय महिला सशक्तिकरण की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इससे न केवल लाखों महिलाओं को आर्थिक राहत मिलेगी, बल्कि यह सामाजिक जुड़ाव को भी मजबूती देगा। रक्षाबंधन भाई-बहन के प्रेम और रक्षा के संकल्प का पर्व है, और सरकार का यह कदम इस रिश्ते को और भी सुदृढ़ करने का प्रयास है।

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इससे पहले भी रक्षाबंधन पर महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा की सुविधा दी जाती रही है, और इस बार भी परंपरा को निभाते हुए यह लाभ दिया जा रहा है। इस निर्णय से त्योहार का उत्सव और भी खास बन जाएगा।
यूपी में मूसलधार बारिश का कहर: 44 जिलों में येलो अलर्ट, स्कूल बंद, हालात चिंताजनक
लखनऊ । उत्तर प्रदेश में मानसून का प्रकोप तेज हो गया है। राज्य के ज्यादातर हिस्सों में मूसलधार बारिश से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। मौसम विभाग ने राज्य के 44 जिलों में भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। हालात को देखते हुए प्रशासन ने ऐहतियातन कई जिलों में स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है।

लखनऊ, अयोध्या, रायबरेली, बाराबंकी, सीतापुर, बहराइच और गोंडा समेत कई जिलों में बारिश के कारण सड़कें जलमग्न हो गई हैं। लखनऊ और आसपास के इलाकों में 12वीं तक के सभी स्कूल सोमवार को बंद कर दिए गए। जो छात्र पहले ही स्कूल पहुंच चुके थे, उन्हें सुरक्षित रूप से घर वापस भेजा गया।

* इन जिलों में सबसे अधिक असर

गोंडा, बहराइच, सीतापुर और बाराबंकी में हालात सबसे ज्यादा गंभीर बताए जा रहे हैं। वहां के निचले इलाकों में पानी भर गया है और आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अत्यावश्यक कार्यों के अलावा घर से बाहर न निकलें।

* इन जिलों में जारी है येलो अलर्ट

संतकबीरनगर, बस्ती, महाराजगंज, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, कासगंज, एटा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर और जालौन जैसे जिलों में भारी बारिश का अनुमान जताया गया है।

* प्रशासन पूरी तरह सतर्क

राज्य प्रशासन और राहत विभाग अलर्ट मोड में हैं। जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए तत्काल राहत कार्य शुरू करें। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी कुछ संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात की गई हैं।

मौसम विभाग के मुताबिक आगामी 48 घंटे उत्तर प्रदेश के लिए बेहद संवेदनशील हैं। तेज बारिश के साथ-साथ कहीं-कहीं आंधी और बिजली गिरने की भी आशंका है। नागरिकों को सावधानी बरतने और मौसम विभाग के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।

राज्य सरकार ने स्थिति पर नजर बनाए रखने और किसी भी आपात स्थिति में त्वरित राहत पहुंचाने के निर्देश जारी किए हैं।
*पर्यटन विभाग 163.53 लाख रुपए से बलिया का करायेगा पर्यटन विकास*



लखनऊ। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग प्रदेश के प्राचीन मंदिरों के आसपास पर्यटक सुविधाओं के विकास और सौंदर्यीकरण के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को लेकर तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम (यूपीएसटीडीसी) बलिया के तीन प्रमुख धार्मिक स्थलों के समग्र विकास पर अग्रसर है। विकास योजनाओं पर 163.53 लाख रुपए की राशि खर्च होगी। इन परियोजनाओं का उद्देश्य मंदिरों की भव्यता को पुनर्स्थापित कर श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना है।

यह जानकारी उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश देश में घरेलू पर्यटन का केंद्र बनकर उभरा है। हाल के वर्षों में राज्य में धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों पर पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। अयोध्या, काशी, मथुरा और प्रयागराज जैसे तीर्थ स्थल श्रद्धालुओं के विशेष आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। आगंतुकों का रुझान प्रदेश के नए गंतव्यों की ओर भी है। बलिया ऐसे ही टूरिस्ट डेस्टिनेशन में से एक है, जहां मंदिरों सहित पर्यटन स्थलों की वृहद श्रृंखला है।

पर्यटन मंत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार बलिया जिले के सेवादास धाम मंदिर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 60.60 लाख रुपए की लागत से विकास कार्य कराएगी। इस योजना के तहत मंदिर परिसर का सौंदर्यीकरण, बुनियादी सुविधाओं का विस्तार और धार्मिक पर्यटकों के लिए आकर्षक निर्माण कार्य किए जाएंगे। योजना अंतर्गत मंदिर परिसर का व्यापक सौंदर्यीकरण किया जाएगा, जिसमें आकर्षक प्रकाश व्यवस्था, शौचालय, पेयजल, विश्राम स्थल जैसी बुनियादी सुविधाओं का निर्माण शामिल है। साथ ही, धार्मिक पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के उद्देश्य से सांस्कृतिक और आध्यात्मिक वातावरण को भी सुदृढ़ किया जाएगा। ज्ञात हो, बलिया का सेवादास धाम मंदिर एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है।

जयवीर सिंह ने बताया कि बलिया जनपदवासियों की लंबे समय से चली आ रही मांग पूर्ण होने जा रही है। नगर के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थल रामलीला मैदान का सौंदर्यीकरण कार्य जल्द शुरू होने जा रहा है। इस कार्य पर 34.23 लाख रुपए की लागत आएगी। धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों का केंद्र रहा यह मैदान अब नए और आकर्षक स्वरूप में नजर आएगा, जिससे न केवल शहरवासियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि पर्यटन की दृष्टि से भी यह स्थल महत्वपूर्ण बनेगा।

पर्यटन मंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश के बलिया जनपद में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विकासखंड बांसडीह की ग्राम सभा मारीटर स्थित प्रसिद्ध शिव मंदिर का पर्यटन विकास कार्य किया जा रहा है। विभागीय योजना के तहत इस पर 68.70 लाख रुपए की लागत आएगी। इससे न केवल मंदिर क्षेत्र का सौंदर्यीकरण होगा, बल्कि ग्रामीण क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन को भी नई दिशा मिलेगी। योजना अंतर्गत मंदिर परिसर का जीर्णाेद्धार, श्रद्धालुओं के लिए बैठने की व्यवस्था, प्रकाश व्यवस्था, पेयजल और स्वच्छता से जुड़ी सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इससे न केवल स्थानीय लोगों की धार्मिक आस्था को मजबूती मिलेगी, बल्कि इस क्षेत्र में पर्यटकों की संख्या में भी बढ़ोतरी की उम्मीद है। पर्यटन विभाग का मानना है कि इस तरह के प्रयासों से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा।

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश देश में शीर्ष स्थान पर है। अयोध्या, काशी और मथुरा जैसे तीर्थ स्थल प्रमुख आकर्षण केंद्र बने हुए हैं। ‘स्पिरिचुअल ट्रायंगल’ ने देश-विदेश के पर्यटकों को विशेष रूप से आकर्षित किया है। राज्य सरकार पर्यटन विकास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। बलिया समेत प्रदेश के विभिन्न जिलों में प्राचीन मंदिरों के सौंदर्यीकरण और अल्पज्ञात स्थलों के विकास के माध्यम से प्रदेश को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर मजबूती से स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है।