157 आयातकों ने भागीदारी की दी सहमति

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। कारपेट एक्सपो मार्ट में 11 से 14 अक्तूबर के बीच प्रस्तावित इंडिया कारपेट एक्सपो के चौथे सीजन की तैयारी शुरू हो गई है। यह अंतरराष्ट्रीय आयोजन सितंबर में होने वाला था। किन्हीं कारणों से अब यह अक्तूबर में आयोजित होगा।

आयोजक कालीनी निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) अधिक से अधिक आयातकों को लाने के लिए प्रयास में जुटा है। अब तक 47 देशों के 157 आयातकों ने भागीदारी के लिए अपनी संस्तुति सीईपीसी को दे दी है।

सीईपीसी के चेयरमैन कुलदीप राज वाटल ने कहा कि आयातकों और आयातक प्रतिनिधियों का आंकड़ा 400 से उपर जाएगा। लोगों को निमंत्रण भेजा जा चुका है। नए देश के लोगों से बात की जा रही है। विभिन्न माध्यमों से विदेश में प्रचार कराया जा रहा है। अक्तूबर में इंडिया कारपेट एक्सपो के आयोजन के सिलसिले में 26 जुलाई को कारपेट एक्सपो मार्ट में सीईपीसी फेयर कमेटी की बैठक आहूत की गई है।

चेयरमैन कुलदीप राज वाटल ने बताया कि इस बैठक में मार्ट में चल रही तैयारियों पर विचार करने के साथ-साथ फेयर कमेटी स्टाल बुकिंग के लिए तारीखें भी घोषित करेंगी। बताया कि बैठक में सीईपीसी की प्रशासनिक समिति के सभी सदस्य शामिल होंगे।

105 स्कूलों में नहीं लग रही ऑनलाइन हाजिरी, अल्टीमेटम

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। माध्यमिक विद्यालयों में ऑनलाइन हाजिरी लगाने के लिए सख्ती शुरू हो गई है। राजकीय और एडेड स्कूल में फिलहाल इसकी शुरुआत हो गई है, लेकिन वित्तविहीन विद्यालय में शिक्षक अभी भी लापरवाही बरत रहे हैं। डीआईओएस अंशुमान ने ऐसे 105 विद्यालयों को चेतावनी पत्र जारी कर 31 जुलाई तक व्यव्यस्था प्रभावी करने के निर्देश दिए हैं।

जिले में 38 राजकीय, 25 वित्तपोषित और 120 वित्तविहीन माध्यमिक एवं इंटर कॉलेज हैं। इसमें करीब एक लाख 30 हजार विद्यार्थी पंजीकृत हैं।परिषदीय विद्यालयों की तर्ज पर एक जुलाई से माध्यमिक स्कूलों में भी शिक्षकों और विद्यार्थियों की ऑनलाइन हाजिरी लगाने की पहल शुरू की गई है।

तकनीकी कारण का बहाना बताकर वित्तविहिन स्कूलों में 25 फीसदी विद्यार्थियों की ऑनलाइन हाजिरी लगाई जा रही है।शिक्षा विभाग के आंकड़ों की मानें तो राजकीय और वित्तपोषित विद्यालयों में 60 फीसदी बच्चों और शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी लग रही है।करीब 10 विद्यालय में यह व्यवस्था शुरू हो सकी है।

वित्तविहीन विद्यालय के प्रधानाध्याचार्यों को व्यवस्था को प्रभावी बनाने के निर्देश दिए गए हैं। तकनीकी दिक्कतों के कारण शत - प्रतिशत व्यवस्था प्रभावी नहीं हो पा रही है। 105 विद्यालयों को चेतावनी दी गई है। 31 जुलाई तक आनलाइन हाजिरी लगाने के निर्देश दिए गए हैं।

अंशुमान डीआईओएस भदोही

बढ़े फलों के दाम, 50 रुपये प्रतिकिलो तक की तेजी


नितेश श्रीवास्तव,भदोही।सावन महीने में फलों के दाम आसमान छू रहे हैं। लगभग 50 रुपये प्रतिकिलो तक भाव में तेजी देखी जा रही है। ज्ञानपुर के फल कारोबारी जगदीश सोनकर ने बताया कि मंडी में फलों की आवक भरपूर हो रही है। सावन के महीने में फल की खपत बढ़ जाती है। इस कारण जहां से फलों की आवक हो रही है वहीं से फलों के भाव में तेजी हो गई है। फलों के भाव फुटकर बाजार ही नहीं थोक बाजार में भी बढ़े हैं। सावन में सबसे अधिक बिक्री रविवार और सोमवार को हो रही है। बाकी के दिनों में बाजार सामान्य है।

सबसे महंगा बिक रहा सेब

वैसे से सभी फलों के दाम बढ़े हैं। लेकिन इन दिनों सबसे महंगा सेब बिक रहा है। कारोबारी जगदीश सोनकर ने बताया कि इस समय मंडी में तीन वेरायटी के सेब आ रहे हैं। सबसे अधिक महंगा बाहर का सेब है। जो 250-300 रुपये प्रतिकिलो बिक रहा है।

बारिश से सस्ता हुआ अमरूद

बाजार में महंगे फलों के बीच ग्राहकों को राहत देने वाली खबर यह है कि अमरूद सस्ता हो गया है। फल कारोबारी जगदीश ने बताया कि बारिश के कारण स्थानीय अमरूद की फसल भी बाजार में आ गई है। इस कारण अमरूद के भाव में 20 रुपये की कमी आई है। इससे पहले दूसरे प्रदेश से आने वाला अमरूद बाजार में बेचा जाता था।

फल के रेट

फल - 15 दिन पहले अब

सेब - 180 - 250

आम - 50 - 80

अमरुद - 60 - 40

पपीता - 60 - 100

केला 50 - 70

अनार 120 - 140

नाशपाती - 60 - 80

अन्नास - 70 - 80

नोट- सभी के दाम प्रतिकिलो में हैं।

*विद्यालय बंद करने के विरोध में महिला सभा का प्रदर्शन:कलेक्टर को सौंपा राज्यपाल के नाम ज्ञापन, रसोइयों की बहाली की मांग*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। शिक्षा के अधिकार कानून के तहत प्रत्येक बस्ती में 1 किलोमीटर की दूरी पर प्राथमिकी विद्यालय और 3 किलोमीटर के दायरे में उच्च प्राथमिक विद्यालय की व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की गई। महिला सभा ने कहा कि गरीब और पिछड़े वर्ग के बच्चों को शिक्षा की मूलभूत सुविधाओं से वंचित नहीं किया जाना चाहिए।

शिक्षा के अधिकार कानून के तहत प्रत्येक बस्ती में 1 किलोमीटर की दूरी पर प्राथमिकी विद्यालय और 3 किलोमीटर के दायरे में उच्च प्राथमिक विद्यालय की व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की गई। महिला सभा ने कहा कि गरीब और पिछड़े वर्ग के बच्चों को शिक्षा की मूलभूत सुविधाओं से वंचित नहीं किया जाना चाहिए।

कार्यक्रम में सपा जिलाध्यक्ष प्रदीप यादव, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्यामलाल सरोज, पूर्व प्रमुख सुनिता यादव, हिरावती देवी,मीरा देवी,पूजा देवी,आरती देवी, संगीता देवी, और नितु देवी समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।

सीसीटीवी की निगरानी में होगी इंप्रूवमेंट-कंपार्टमेंट परीक्षा

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। जिले में 26 जुलाई को होने वाली इंप्रूवमेंट और कंपार्टमेंट परीक्षा सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में होगी। परीक्षा केंद्र विभूति नारायण राजकीय इंटर कॉलेज पर नजर रखने के लिए स्टेटिक मजिस्ट्रेट बीईओ ज्ञानपुर मनोज सिंह को बनाया गया है। इंप्रूवमेंट में 114 और कंपार्टमेंट में 303 समेत कुल 417 छात्र-छात्राएं परीक्षा में शामिल होंगे। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा 24 फरवरी से 12 मार्च तक हुई थी। मूल्यांकन के बाद 25 अप्रैल को परिषद ने रिजल्ट जारी किया है।

इसमें हाईस्कूल में 30 हजार 181 छात्र-छात्राओं में 26 हजार 912 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए। 23 हजार 814 विद्यार्थी सफल और करीब तीन हजार विद्यार्थी अनुत्तीर्ण हुए। इंटरमीडिएट में 25 हजार 967 में 23 हजार 932 परीक्षा में शामिल हुए।‌21 हजार 611 छात्र-छात्राएं उत्तीर्ण और 2321 अनुत्तीर्ण हो गए। परिषद की तरफ से एक विषय में अनुत्तीर्ण होने वाले छात्र-छात्राओं को आगे बढ़ने के लिए इंप्रूवमेंट और कंपार्टमेंट परीक्षा कराई जाती है। 10 जून तक इसके लिए आवेदन लिए गए।30 जून को परिषद ने 19 जुलाई को परीक्षा तिथि तय किया, लेकिन परिषद ने तिथि को परिवर्तित कर 26 जुलाई कर दिया। परीक्षा होने में अब चंद दिन शेष है।

शिक्षा विभाग की तरफ से परीक्षा सकुशल संपन्न कराने के लिए तैयारी को पूर्ण कर लिया गया है।

एक स्टेटिक मजिस्ट्रेट और एक अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक की तैनाती की गई है। पहली पाली में इंप्रूवमेंटे की परीक्षा साढ़े आठ बजे से 11.45 बजे तक और कंपार्टमेंट की परीक्षा दोपहर दो से सवा पांच बजे तक होगी। परीक्षा के दिन छात्र - छात्राएं समय से 45 मिनट पहले केंद्र पर पहुंचे।

अंशुमान जिला विद्यालय निरीक्षक

एसआरजी, एआरपी और डायट मेंटर को मिलेगा बढ़ा पारिश्रमिक

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। परिषदीय विद्यालयों को निपुण बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले एसआरजी, एआरपी और डायट मेंटरों को अब बढ़ा हुआ पारिश्रमिक मिलेगा। शासन ने डेढ़ से दो गुना भत्ता बढ़ा दिया है। इससे तीन एसआरजी, 25 एआरपी और 16 डायट मेंटर समेत कुल 44 कर्मियों को लाभ मिलेगा।

जिले में 885 प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट विद्यालय हैं। इसमें एक लाख 40 हजार बच्चे पंजीकृत हैं। स्कूलों को निपुण बनाने के लिए तमाम प्रयास किया जा रहा है। विद्यालयों में समय-समय पर चलने वाले शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रमों के प्रभावी संचालन से लेकर विद्यालयों का निरीक्षण आदि करने को जिले में शिक्षकों में से ही तीन स्टेट रिसोर्स ग्रुप सदस्य (एसआरजी), 22 एकेडमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) और 16 डायट मेंटरों की तैनाती की गई है।

एसआरजी को प्रति माह 20, एआरपी को 30 व डायट मेंटरों को प्रति माह 10 विद्यालयों का निरीक्षण करने की जिम्मेदारी दी गई है। इन कार्यों के संचालन के लिए मोबिलिटी भत्ते के रूप में एसआरजी व एआरपी को प्रति माह 2500 रुपये भुगतान किया जाता था। जिसे बढ़ाकर अब 4500 रुपये कर दिया गया है। जबकि डायट मेंटरों को दिए जाने वाले एक हजार रुपये भत्ते को बढ़ाकर दो हजार रुपये कर दिया गया है।

एसआरजी, एआरपी और डायट मेंटरों के भत्ते में वृद्धि की गई है। यह सभी विद्यालयों में पहुंचकर उपस्थिति व व्यवस्थागत निरीक्षण के साथ ही बच्चों के मोटीवेशन की कक्षाएं भी लेंगे।

विकास चौधरी बीएस‌ए

*पीडब्ल्यूडी मिर्जापुर कराएगी नए जिला कारागार का निर्माण*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। भदोही के मूंसीलाटपुर में प्रस्तावित अत्याधुनिक जिला कारागार निर्माण की योजना अब मूर्त रूप लेती दिख रही है। एक हजार बंदियों के लिए बनने वाले कारागार को पीडब्ल्यूडी मिर्जापुर बनाएगी। 60 एकड़ में 59 एकड़ जमीन विभाग को मिल चुकी है। एक एकड़ जमीन किसानों से रजिस्ट्री करानी शेष है। कारागार के ले-आउट को शासन तक भेज दिया गया है। उम्मीद है कि तीन महीने में निर्माण शुरू हो जाएगा।

अंग्रेजों के शासन काल में बना था वर्तमान कारागार

काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के पास अंग्रेजी हुकूमत के समय बने उप कारागार को कुछ साल पहले जिला कारागार का दर्जा दिया गया, लेकिन सुविधाएं नहीं बढ़ीं। 114 बंदियों की क्षमता वाले इस कारागार में 400 से अधिक बंदी रहते हैं। जिला कारागार निर्माण की कवायद बीते एक दशक से चल रही है। पांच साल पहले उस समय तेजी आई जब बंदियों की अधिक संख्या को देखते हुए तत्कालीन जिलाधिकारी और डिप्टी जेलर ने प्रयास किया। पर्याप्त जमीन की उपलब्धता को देखते मूंसीलाटपुर में कारागार निर्माण का निर्णय लिया गया।

साल 2019 में तहसील प्रशासन ने 45 एकड़ उपलब्ध कराई जमीन

नवंबर 2019 में तहसील प्रशासन ने ग्राम समाज की 45 एकड़ जमीन उपलब्ध करा दी थी। जमीन पर्याप्त न होने के कारण जिलाधिकारी के निर्देश पर बाद में किसानों से जमीन ली जाने लगी। साल 2020 और 2021 में कोरोना के कारण काम रुक गया। साल 2022 में परियोजना ने फिर से रफ्तार पकड़ी। अब तक 60 एकड़ में 59 एकड़ जमीन अधिग्रहित कर ली गई है।

मूंसीलाटपुर में एक हजार बंदियों के लिए जिला कारागार का निर्माण होगा। 60 एकड़ में 59 एकड़ जमीन अधिग्रहित की गई है। इसका ले आउट शासन को भेजा दिया है। कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग मिर्जापुर को नामित किया गया है। अक्तूबर-नवंबर से काम शुरू होने की उम्मीद है। - सूबेदार यादव, जेलर

सावन के तेरस पर नीलकंठ के जयकारे की गूंज

नितेश श्रीवास्तव,भदोही । जनपद के शिवालयों में सावन मास के तेरस के दिन बुधवार को आस्था का सैलाब उमड़ा। शहर से ग्रामीणों क्षेत्रों के मंदिरों में श्रद्धालुओं ने भगवान शिव की विधि विधान से जलाभिषेक किया। इस दौरान बेलपत्र,फूल - माला,फूल दूध , धतूरा,बेर भांग आदि चढ़ाकर ईश्वर से इच्छित मनोकामना पूरी करने की मन्नतें की गई।

कालीन नगरी के सेमराध नाथ धाम, हरिहरनाथ मंदिर, तिलेश्वरनाथ मंदिर, गोपीगंज के बाबा बड़े शिव धाम मंदिर समेत अन्य शिवालयों में श्रद्धालुओं ने पूरे दिन मत्था टेका। इस दौरान हर हर महादेव ऊं नमः, शिवाय,हर हर बम बम के जयघोष से जनपद का मौहाल भक्तिमय हो उठा। श्रद्धालुओं में बड़ी संख्या महिलाओं की रही। विधिवत आरती हुई और जयकारों के साथ ही भगवान आशुतोष का जलाभिषेक किया गया। सुबह से लेकर देर शाम तक महिलाओं ने नीलकंठ की आराधना की‌।

*शेयर मार्केट में पैसा लगाने के नाम पर लोगों को ठग रहे साइबर अपराधी*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही।कम समय और मेहनत में ज्यादा पाने की चाहत लोगों को साइबर ठगों का शिकार बना रही है। बदलते समय के साथ साइबर ठग नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। जिससे दिनों दिन साइबर ठगी का मामला बढ़ता जा रहा है। इस साल अब तक 172 साइबर अपराध के मामले आए हैं। साइबर टीम का दावा है कि 90 मामलों का निस्तारण करा दिया गया है। ठग ऑनलाइन बैकिंग, नौकरी लगाने और शेयर मार्केट के नाम पर लोगों को खूब ठग रहे हैं। जिले में 70 फीसदी साइबर ठगी के मामले शेयर मार्केट के नाम पर हुए हैं। साइबर ठग लोगों को लालच देकर पैसा लगवाते हैं और जैसे ही व्यक्ति मोटा रकम लगाता है। साइबर ठगों का सारा संवाद समाप्त हो जाता है। ठगी का अहसास होने के बाद कुछ लोग तो तत्काल पुलिस के पास पहुंचकर शिकायत दर्ज करा देते हैं, लेकिन कई लोग ऐसे भी हैं, जो सामाजिक उपहास के डर से शिकायत नहीं करते हैं। बदलते दौर में मोबाइल के बढ़ते प्रयोग के कारण युवा से लेकर बुजुर्ग और अनपढ़ से लेकर पढ़े लिखे लोगों तक साइबर ठगों का शिकार हो जा रहे हैं। साइबर टीम के अनुसार इस साल 172 मामलों में 1.5 करोड़ की ठगी हुई है। साइबर टीम का दावा है कि 172 में 90 का निस्तारण करा दिया गया है। जिसमें 36,59635 रुपये वसूली की गई है। वहीं 33 मामलों में मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं 49 मामलों में पुलिस जांच पड़ताल कर रही है।

जिले में शेयर मार्केट में पैसा बढ़ाने के नाम पर साइबर ठगी के सबसे अधिक मामले आते हैं। इसके अलावा कुछ मामले बैकिंग फ्राड के भी होते हैं। इस साल 172 मामलों में 90 मामलों का निस्तारण किया है। सतर्कता ही हमें साइबर ठग से बचा सकती है। अभिमन्यू मांगलिक पुलिस अधीक्षक भदोही

*हर महीने जारी होते हैं 400 डीएल, पर 150 आवेदक ट्रैक पर ही हो जाते हैं फेल*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। भदोही में हर महीने 400 डीएल जारी होते हैं, पर 150 आवेदक ट्रैक पर ही फेल हो जाते हैं। यदि आप चार पहिया वाहन का लाईसेंस बनवाने के लिए इच्छुक हैं तो पहले वाहन को बेहतर ढंग से चलाना सिखिए, नहीं तो आप एआरटीओ के टेस्टिंग ट्रैक पर फेल हो सकते हैं। मुख्यालय मार्ग सरपतहां स्थित एआरटीओ कार्यालय में डीएल बनवाने जाने वाले 30 फीसदी लोग को शुरुआती गियर लगाने और ट्रैक पर एच और एस बनाने में फेल हो जा रहे हैं। कार्यालय में रोजाना 20 से 22 लोग पहुंच रहे हैं। जिसमें पांच से छह शुरुआती टेस्ट में ही फेल हो जा रहे हैं। जिले में सरपतहां मुख्यालय के पास एआरटीओ कार्यालय है। कार्यालय परिसर में ही टेस्टिंग ट्रैक बनाया गया है। टेस्टिंग ट्रैक भले ही आधुनिक नहीं है, लेकिन यहां टेस्ट देने पहुंचने वाले लोगों को कठिन परीक्षा से गुजरना पड़ता है।‌ड्राइविंग के लिए टेस्ट देने पहुंचने वाले लोगों में कई तो ऐसे होते हैं। जिन्हें शुरुआती गियर लगाने में भी परेशानी होती है। एआरटीओ में रोजाना 20 से 20 लोग लाइसेंस के लिए आवेदन कर पहुंचते हैं।

इसमें से टेस्ट के दौरान चार से पांच लोग फेल हो जाते हैं। हर महीने अनुमानित 400 लोगों को लाइसेंस बनाया जाता है। टेस्टिंग के दौरान ऐसे व्यक्ति लाइसेंस बनवाने के लिए आते हैं। जिन्हें ड्राईविंग का एबीसीडी नहीं मालूम होती।

किसी का वाहन चालू करने के बाद गेयर लगाते ही बंद हो जाता है तो कोई ट्रैक पर एच और एस नहीं बना पाता। कई तो हड़बड़ाहट में बाउंड्री को टच कर जाते हैं।

टेस्ट होने के बाद ही लाइसेंस बनाया जाता है। इसके अलावा सारी प्रक्रिया को पूर्ण करनी होती है। औसतन रोजाना 18 से 20 का ड्राइविंग लाइसेंस बनाए जाते हैं। इसमें से करीब चार से पांच लोग टेस्ट के दौरान ही फेल हो जाते हैं।

राम सिंह एआरटीओ भदोही