*जुड़ रही जो आस्था धाम से है,वह गोमती मित्रों के काम से है*
सुल्तानपुर,सीताकुंड धाम जो 12 वर्ष पहले केवल धार्मिक व मृत्योपरान्त होने वाले संस्कारों के निमित्त मात्र स्थान बन कर रह गया था वही सीता कुंड धाम आज पूरे सुल्तानपुर जनपद में आकर्षण का केंद्र बनकर उभरा है और उसका पूरा श्रेय स्थानीय संगठन गोमती मित्र मंडल को जाता है,एक गुमनाम अधिवक्ता मदन सिंह द्वारा छेड़ी गई मुहिम ने देखते-देखते आंदोलन का रूप ले लिया और बदल गई।
13 वर्षों में सीता कुंड धाम की स्थिति, नशेड़ियों व व्यभिचारियों के अड्डे तथा बदहाल सीताकुंड धाम आज भव्यता के उत्कृष्ट स्तर को प्राप्त कर चुका है,सीता उपवन का सृजन पर्यावरण संरक्षण के लिए मील का पत्थर साबित हुआ है तो हर रविवार शाम होने वाली आरती ने लोगों को माँ गोमती से जोड़ने का काम किया है।
दैनिक के साथ-साथ हर रविवार होने वाले सामूहिक श्रमदान में सैंकड़ो की संख्या में गोमती मित्र पूरे स्थल के एक-एक कोने को साफ करते हैं और आने वाले श्रद्धालुओं से स्वच्छता बनाए रखने के लिए निवेदन करते हैं, रविवार 20 जुलाई को होने वाला साप्ताहिक श्रमदान भी प्रातः 6:00 बजे से शुरू होकर 10:00 बजे समाप्त हुआ,उमस भरी गर्मी ने गोमती मित्रों को पसीने से लथपथ व बेहाल कर दिया था,
श्रमदान में प्रदेश अध्यक्ष रुद्र प्रताप सिंह मदन, प्रबंधक राजेंद्र शर्मा,मीडिया प्रभारी रमेश माहेश्वरी,संतकुमार प्रधान,राकेश सिंह दद्दू,मुन्ना सोनी, राजेश पाठक,ओमप्रकाश कसौधन, अजयप्रताप सिंह,राम क्विंचल मौर्या, दिनकर सिंह,युवा मण्डल अध्यक्ष अजय वर्मा,सेनजीत कसौधन दाऊ,रामु सोनी,आलोक तिवारी,महेश प्रताप, योगेश सिंह,सुजीत कसौधन,जयनाथ, अर्जुन,अभय,आयुष आदि उपस्थित रहे।
Jul 21 2025, 08:39