*मेडिकल कालेज स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा अभद्रता,पीड़ित पेशेंट महिला ने लगाए गंभीर आरोप,न्याय के लिए सड़क पर बैठी, हॉस्पिटल कर्मियों में मचा हड़कंप*
सुल्तानपुर में आज उस समय हड़कंप मच गया जब एक बीमार महिला मेडिकल कालजे के सामने अपने बीमार बेटे को लेकर बीच सड़क पर बैठ गई और हंगामा करने लगी। अपने आपको कैंसर पीड़ित बताने वाली महिला का आरोप है कि उसके बेटे की किडनी खराब है, लेकिन वहां के स्वास्थ्यकर्मी और सुरक्षाकर्मी बेवजह उसे धमकाते रहते थे और आज गंदगी का आरोप लगाकर उसे अस्पताल से भगा दिया। वहीं बीच सड़क पर प्रदर्शन करने की जानकारी जब पुलिस को लगी तो हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे दोबारा अस्पताल में भर्ती करवाया। दरअसल उड़ीसा की रहने वाली बबिता कौल प्रदर्शनी में मौत का कुआं में बाइक चलाती थी। उसी में दुर्घटना के चलते वो बुरी तरह घायल हो गई, उसके बाद बीएचयू में उसका इलाज चल रहा था जहां डॉक्टरों ने उसे तत्काल ऑपरेशन करने की सलाह दी और 80 हजार रुपए ऑपरेशन की मांग की। इतना पैसा न होने पर उसे किसी ने बताया कि सुल्तानपुर में 20 हजार में इलाज हो जाएगा। बबिता अपने बेटे राजा कौल को लेकर सुल्तानपुर आ रही थी कि रस्ते में उसके बेटे को तबियत खराब हो गई। बबिता की माने तो बेटा राजा कौल किडनी पेशेंट है। लिहाजा अपना इलाज छोड़ चार दिनों पहले उसने पेशेंट बेटे राजा कौल को स्वशाशी राजकीय मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती करवा दिया। आरोप है कि वहां के स्वास्थ्यकर्मी और सुरक्षागार्ड उसे अपने बेटे के पास रहने नहीं दे रहे थे। आज खाना खाने के बाद बबीता कौल ने जूठन डेस्टबिन में डाला तो वहां लगे सुरक्षा कर्मियों से एतराज जताया और उसके साथ अभद्रता करने लगे। इसके साथ जबरन उसका डिसचार्ज पेपर बना दिया और बाहर कर दिया। इसी के बाद महिला मेडिकल कॉलेज के सामने बीच सड़क पर बैठ गई और प्रदर्शन करने लगी। वहीं बीच सड़क पर प्रदर्शनकी जानकारी जब पुलिस को लगी तो मौके पर पहुंची महिला पुलिस ने उसे शांत करवाया और तुरंत अस्पताल ले गई।दोबारा उसे भर्ती करवाया। फिलहाल इस मामले मेडिकल कॉलेज के आलाधिकारी बोलने को तैयार नहीं है।
*न्याय के लिए भटक रहे वृद्ध किसान की मौत,वकील से मिलने पहुंचा था किसान, अचानक जमीन पर गिर पड़ा,अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत्यु घोषित किया*
सुलतानपुर में जमीनी विवाद के चलते न्याय की गुहार लगाते-लगाते एक वृद्ध किसान की मौत हो गई। जबलपुर से आए 72 वर्षीय ओमप्रकाश तिवारी कलेक्ट्रेट में वकील से मिलने के दौरान अचानक गिर पड़े। उन्हें तुरंत राजकीय मेडिकल कॉलेज ले जाया गया,जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। ओमप्रकाश तिवारी अपने मित्र राधेलाल यादव के साथ जबलपुर से सुलतानपुर आए थे,उनकी पैतृक जमीन धनपतगंज के बहादुरपुर में स्थित है। पिछले चार वर्षों से वे अपनी जमीन के लिए न्याय की गुहार लगा रहे थे। उनका आरोप था कि उनके चचेरे भाइयों ने जमीन अपने नाम करवा ली है। इस मामले में उन्होंने कलेक्ट्रेट से लेकर कमिश्नर तक का दरवाजा खटखटाया। एक दिन पहले उन्हें बल्दीराय भेजा गया,जहां एसडीएम मंजुल मयंक ने कोई सहायता नहीं की। आज वे फिर कलेक्ट्रेट पहुंचे थे और अपनी शिकायत के संबंध में वकील से मिलने वाले थे। मामले की जानकारी कोतवाली पुलिस को दी गई है। उनकी मृत्यु से पहले लिखी गई शिकायत में उन्होंने एसडीएम मंजुल मयंक और न्यायालय के पेशकार नवीन प्रकाश वर्मा पर कार्रवाई की मांग की थी। उनका आरोप था कि पेशकार द्वारा उनकी फाइल पेश नहीं की जा रही थी और उन्हें न्यायालय से भगा दिया गया था।
*विद्युत् विभाग बिजलेंस का छापा,विद्युत् उपभोक्ता कनेक्शन के लिए अधिकारीयों के चक्कर लगाता रहा*
सुल्तानपुर में बिजली विभाग का अनोखा कारनामा सामने आया है। पहले तो उपभोक्ता को बिजली का कनेक्शन नहीं दिया गया,उदघाटन के कारण जल्दबाजी में विभाग के लोगों ने लाइन तो खिंचवा दिया, लेकिन दो दिन बाद ही विद्युत विभाग की विजलेंस टीम ने चोरी का आरोप लगाकर छापेमारी कर दी, लेकिन बाद में लेन देन कर मामला रफा दफा कर दिया गया। उसी के एवज में विभाग के कुछ पुलिस वाले और विभाग के लोग फ्री में जिम भी करने लगे। वहीं तब से आज तक फरियादी बिजली कनेक्शन के लिए विभाग के चक्कर लगा रहा है। कनेक्शन तो नहीं मिला बल्कि जिले के सबसे बड़े अधिकारी यानि अधीक्षण अभियंता ने छापेमारी करके एक बाद फिर बिजली चोरी का आरोप लगा डाला और बिजली कनेक्शन तो काट ही दिया, साथ ही लाखों का जुर्माना भी ठोंक दिया,ऐसे में बेचारा उपभोक्ता परेशान है, लेकिन अपनी व्यथा कहे तो कहे किससे। दरअसल ये मामला है नगर के दरियापुर का। यहीं पर विवेक सोनी ने बीते 6 अप्रैल को फिटनेस एम्पायर के नाम से अपना जिम खोला था। उद्घाटन के पहले वे बिजली कनेक्शन के लिए विभाग पहुंचे, लेकिन विभाग ये कनेक्शन देने से मना कर दिया। बताया गया कि इसी परिसर में एक व्यक्ति द्वारा लाखों का बिजली का बिल बकाया है,जब तक उनका बिल जमा नहीं हो जाता तब तक विवेक सोनी को कनेक्शन नहीं दिया जा सकता। इधर विवेक ने पूरी तैयारी कर ली थी और 6 अप्रैल को उद्घाटन के लिए पूरा सेटअप भी तैयार कर लिया था,लिहाजा उन्होंने विभाग के अधिकारियों से गुहार लगाई। लिहाजा विभाग के लोगों ने आश्वासन देकर लाइन खींच दी। विवेक ने 6 अप्रैल को धूमधाम से उद्घाटन किया। 6 अप्रैल को शुरुआत हुई ही थी कि 8 अप्रैल को वहां विजलेंस की टीम पहुंच गई और चोरी का आरोप लगाने लगी। विवेक ने बहुत समझने का प्रयास किया लेकिन विजलेंस वाले अड़े रहे। किसी तरह एक लाख ले देकर विवेक ने मामला रफा दफा करवाया। इतना ही नहीं विजलेंस टीम के कहने पर कुछ पुलिस वाले और विभाग के लोग फ्री में वहां जिम भी करने लगे। वहीं बेचारा विवेक सोनी लगातार विभाग के चक्कर लगा रहा था,लेकिन परिसर में बिजली का बिल बकाया होने के चलते उसका आवेदन दो बार खारिज कर दिया गया। बुधवार को अधीक्षण अभियंता दल बल के साथ निरीक्षण करने निकले तो एक बार फिर पूरा काफिला फिटनेस एम्पायर पहुंच गया और अवैध रूप से 12 किलोवाट का भार दिखाकर विद्युत चोरी का केस दर्ज करवा दिया। तब से बेचारा विवेक सोनी परेशान हैं। वहीं विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता वी के जैन की माने तो फिटनेस एम्पायर पर विद्युत चोरी करते पाया गया जिसके बाद एफआईआर दर्ज करवाया गया। वहीं जब आवेदन को निरस्त करने पर सवाल किया गया तो जांच का विषय बताते हुए अपना पल्ला झाड लिया। वहीं विजलेंस टीम द्वारा छापेमारी के बाद ले देकर मामले को रफा दफा करने पर सवाल किया गया तो उन्होंने इसपर भी जांच करवाने की बात कही।
*क्यों ना हो गोमती मित्रों पे गर्व, रहते हैं मुस्तैद चाहे हो कोई पर्व*
सुल्तानपुर,सीताकुंड धाम का जिक्र जब सुल्तानपुर में होता है तो सबसे पहले लोगों के जेहन में उभरती है गोमती मित्रों की तस्वीर,वह जानते हैं कि जब भी सीता कुंड धाम पहुंचेंगे गोमती मित्र जरूर मिलेंगे चाहे सफाई करते चाहे व्यवस्था बनाये रखने में सहयोग करते हुए। शुक्रवार को सप्तमी के व्रत पर्व के दिन चूंकि भोर में 4:00 बजे से ही महिलाओं का सीता कुंड धाम पहुंचना शुरू हो जाता है तो प्रदेश अध्यक्ष रुद्र प्रताप सिंह मदन ने गोमती मित्रों को पहले ही निर्देश दे रखा था की जो भी गोमती मित्र सीता कुंड पहुंच सकें वे प्रातः ही पहुंच कर स्वच्छता व सुरक्षा दोनों ही दृष्टि से मुस्तैद रहें और वही हुआ भी,4:00 बजे से लेकर 10:00 बजे तक तक गोमती मित्र सीताकुंड धाम पर मौजूद रहे, धाम पहुंची हुई महिलाओं को गोमती मित्रों ने हर रविवार शाम होने वाली आरती में उपस्थित रहने व स्वच्छता बनाए रखने के लिये निवेदन किया। सीता उपवन का भ्रमण भी इच्छुक महिलाओं को कराया गया,पूरे समय मौजूद रहने वालों में प्रदेश अध्यक्ष मदन सिंह,मीडिया प्रभारी रमेश महेश्वरी, प्रबंधक राजेंद्र शर्मा,महिला मण्डल से अन्नपूर्णा शर्मा,मिथलेश पाण्डेय, राधा मौर्या,अंजू श्रीवास्तव,किरण सिंह, आरती संयोजक दिनकर सिंह, सह-संयोजक राकेश सिंह दद्दू,राजेश पाठक, मुन्ना सोनी,राम क्विंचल मौर्य, सेनजीत कसौधन,आलोक तिवारी, विपिन सोनी,सुजीत कसौधन आदि थे।
*चांदपुर सैदोपट्टी प्रधान पर लाखों गबन का लगा आरोप,वित्तीय व प्रशासनिक अधिकार सीज*
जनपद सुल्तानपुर के चांदपुर सैदोपट्टी गांव के विकास कार्यों में अनियमितता का मामला प्रकाश में आया है जांच अधिकारी की रिपोर्ट पर डीएम ने प्रधान का वित्तिय एवं प्रशासनिक अधिकारी को सीज करने व सचिव के खिलाफ कार्यवाही करने का निर्देश दिए है। विकासखंड कुड़ेभार की ग्राम पंचायत चांदपुर सैदोपट्टी में विभिन्न कार्यों में अनियमितता करने की शिकायत की गई थी। जिसपर जिलाधिकारी ने मामले को संज्ञान में लेते हुए जिला समाज कल्याण अधिकारी को जांच अधिकारी के लिए नियम बनाया था, जांच अधिकारी की स्थली जांच में मनरेगा से चक मार्ग का निर्माण, इंटरलॉकिंग सहित अन्य कार्यों के नाम प्रति 28 लाख रुपये का सरकारी धन का दुरूपयोग करने का मामला प्रकाश में आया है। :-सूत्र
*हेरा-फेरी कर दो माह से लिपिक ने दबाए रखा था पुष्टाहार*
सुल्तानपुर जनपद के बल्दीराय हलियापुर में आंगनबाड़ी केंद्र पर वितरण के लिए मई में पहुंचा पुष्टाहार को सीडीपीओ कार्यालय का लिपिक दो माह से स्टोर में दबाए रखा था! इस बीच चने की दाल खराब होते देखकर उसे केंद्र पर वितरण के लिए भेज दिया गया। डीपीओ ने लिपिक श्री सिंह पर कार्रवाई के लिए निदेशालय को लिखा है पत्र! कार्यक्रम अधिकारी शरद त्रिपाठी ने जांच के लिए सीडीपीओ बल्दीराय अजीत कुमार को भेजा था। जहाँ सीडीपीओ की जांच में मिला कि नैफेड ने पुष्टाहार सात मई को उपलब्ध करा दिया था। आरोपी लिपिक श्री सिंह ने वितरण मई में कराने के बजाय जुलाई में कराया। जिसके कारण दो माह में चने की दाल खराब हो गई। उसके बावजूद केंद्रों पार सप्लाई करवा दिया!दाल पैकेट में सड़ी दिखने पर केंद्र की आंगनबाड़ी कल्लन ने आपत्ति दर्ज कराई थी।
*कोर्ट में हड़ताल होने से महावत की जमानत अर्जी पर सुनवाई टली*
सुल्तानपुर,वन विभाग ने पकड़ा बिना लाइसेंस का हाथी,जेल में महावत,वन विभाग रोजाना दे रहा 5 किलो आटे की रोटी,साथ-साथ फल-सब्जी इत्यादि! सुल्तानपुर जिले के बल्दीराय थानाक्षेत्र में वन विभाग ने एक बिना लाइसेंस के हाथी को पकड़ा है।हाथी को हलियापुर क्षेत्र में एक पेड़ से बांधकर रखा गया है। जहाँ वन विभाग और स्थानीय लोग मिलकर हाथी की देखभाल अच्छे से कर रहे हैं! मथुरा से आए पशु चिकित्सक डॉ. प्रमोद राजपूत की देखरेख में हाथी का नियमित चेकअप किया जा रहा है। हाथी को रोजाना पांच किलो आटे की रोटियां,हरी सब्जियां,फल,केला,खीरा और सेब खिलाए जा रहे हैं। इसके अलावा पीपल और बेल की पत्तियां तथा बाजरा भी दिया जा रहा है। ग्रामीणों ने गूलर,पीपल,खीरा,लौकी और केले की व्यवस्था की है। घटना की जानकारी के अनुसार, अयोध्या जिले के भीखम का पुरवा निवासी महावत रोजन हाथी को देवलपुर के अवनीश कुमार यादव के पास ले जा रहा था। हलियापुर के पास वन विभाग की टीम ने उन्हें पकड़ लिया। लाइसेंस नहीं होने के कारण महावत को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया,जहां से उसे जेल भेज दिया गया। बुधवार को कोर्ट ने महावत की जमानत अर्जी भी खारिज कर दी।
*पुलिस की सक्रियता से महिला सहायता परामर्श केंद्र द्वारा दो जोड़ो की विदाई की गई*
*सुल्तानपुर पुलिस की शानदार पहल*

श्रीमान पुलिस अधीक्षक कुंवर अनुपम सिंह के निर्देशन में अपर पुलिस अधीक्षक अखंड प्रताप सिंह के समक्ष महिला परिवार परामर्श केंद्र की महिला आरक्षी रेनू यादव महिला आरक्षी रूपा देवी वरिष्ठ पत्रकार मनोराम पांडे सदस्य अपराध निरोधक समिति सचिव अमर बहादुर सिंह सदस्य के अथक प्रयासों से विवादित चल रहे मामले को सुलझा कर दोनो परिवारों को समझा-बुझाकर उनके पति के साथ विदाई कराई गई ये मामले काफी समय से विवादित चल रहे थे, किंतु आज सारे मतभेदो को भुलाकर दोनो परिवार आपसी सहमति पर राजी हुए।
*छ: साल से अपनी ही जमीन पर कब्जा पाने के लिए अधिकारियों का चक्कर लगा रहा दलित किसान*
सुल्तानपुर,पारस पट्टी निवासी दलित किसान संतकुमार सोनकर की बैनामा शुदा जमीन कटका अम्बेडकर नगर मार्ग पर बौरा जगदीशपुर तहसील जयसिंहपुर में मुख्य मार्ग पर स्थित है।जमीन के लबे सड़क और कीमती होने के कारण स्थानीय भूमाफिया अपने चहेतों को जमीन पर जबरदस्ती कब्जा करवा कर अच्छी रकम वसूलने के फिराक में है। संतकुमार पिछले छ: वर्षों से लगातार अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं और अंत में गुरुवार को जिलाधिकारी महोदय से मिलकर अपनी समस्या से अवगत कराया है,जिलाधिकारी महोदय ने इन्साफ दिलाने का भरोसा दिया है। अब देखना होगा किसान को न्याय मिलता है या हर बार की तरह आश्वासन।
*उर्वरक कंपनी प्रतिनिधियों एवं जनपद थोक उर्वरक व्यवसाईयों को दी गई सख्त हिदायत,जमाखोरी व कालाबाजारी पर होगी सख्त कार्यवाही*
सुल्तानपुर,कलेक्ट्रेट सभागार में उर्वरक कंपनियों के प्रतिनिधियों एवं जनपद के थोक उर्वरक व्यवसाईयों के साथ बैठक में सख्त दी गई हिदायत। बैठक का मुख्य बिंदु कृषकों को निर्धारित मूल्य पर बिना टैगिंग के रासायनिक उर्वरक को उपलब्ध कराना एवं जमाखोरी तथा कालाबाजारी रोक लगाना था। बैठक में कुल 32 लोगों ने प्रतिभाग किया। जनपद के 14 थोक विक्रेता तथा 13 कंपनी प्रतिनिधि थे,अपर जिलाधिकारी द्वारा सभी कंपनियों को बड़े ही कठोर शब्दों में हिदायत दी गई,कि वह रासायनिक उर्वरकों के साथ किसी भी तरह की टैगिंग ना करें,यदि टैगिंग की सूचना प्राप्त होगी तो संबंधित के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराते हुए उन्हें जनपद से ब्लैकलिस्टेड किया जाएगा। इसी प्रकार थोक विक्रेताओं को भी हिदायत दी गई कि यदि खुदरा विक्रेता के स्तर पर ओवररेटिंग अथवा टैगिंग का मामला प्रकाश में आता है तो इसमें उनकी भी जिम्मेदारी निर्धारित की जाएगी एवं उनका लाइसेंस निरस्त किया जायेगा। जिला उप क़ृषि निदेशक रामाश्रय यादव एवं जिला क़ृषि अधिकारी सदानंद चौधरी ने भी सभी व्यवसाईयों को अपने प्रतिष्ठान पर रेट बोर्ड एवं स्टाक बोर्ड प्रदर्शित करना अनिवार्य होगा, नहीं तो उनका लाइसेंस निरस्त किया जाएगा।