प्रयागराज एक्सप्रेस का 41वां जन्मदिन हर्षोल्लास से मनाया गया
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-विश्वनाथ प्रताप सिंह
प्रयागराज। भारत की प्रमुख और समयपालन में अव्वल ट्रेन प्रयागराज एक्सप्रेस ने बुधवार को अपने 41 वर्ष पूरे कर लिए। इस विशेष अवसर पर प्रयागराज जंक्शन पर रेलवे अधिकारियों और यात्रियों ने मिलकर ट्रेन का जन्मदिन समारोहपूर्वक मनाया।
प्रयागराज एक्सप्रेस पहली बार 16 जुलाई 1984 को प्रयागराज (तत्कालीन इलाहाबाद) से दिल्ली के लिए रवाना हुई थी। तब से लेकर आज तक यह ट्रेन अपनी समयबद्धता, सुविधाजनक संचालन और विश्वसनीय सेवा के लिए जानी जाती रही है। इस ऐतिहासिक उपलब्धि को चिह्नित करते हुए प्रयागराज जंक्शन पर भव्य आयोजन किया गया।
इस अवसर पर ट्रेन को विशेष रूप से सजाया गया, कोचों को फूलों और रंग-बिरंगी लाइटों से अलंकृत किया गया। जब ट्रेन स्टेशन पर खड़ी थी, तब यात्रियों का गुलाब के फूल और चॉकलेट से स्वागत किया गया। इससे यात्रियों के चेहरे पर मुस्कान आ गई और माहौल में उत्सव की भावना भर गई।
सबसे खास पल तब आया जब प्रयागराज एक्सप्रेस के पहले लोको पायलट और पहले टीटी को आमंत्रित किया गया और उनके हाथों केक काटकर ट्रेन को उसके 41वें जन्मदिन की शुभकामनाएं दी गईं। यह दृश्य लोगों के लिए ऐतिहासिक और भावुक क्षण बन गया। यात्रियों और रेलवे कर्मियों ने तालियों की गड़गड़ाहट से इस आयोजन को सराहा।
इस अवसर पर उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज मंडल के जनसंपर्क अधिकारी अमित कुमार सिंह ने जानकारी दी कि "प्रयागराज एक्सप्रेस का आज 41वां जन्मदिन है। 16 जुलाई 1984 को पहली बार यह ट्रेन प्रयागराज से दिल्ली रवाना हुई थी। यह ट्रेन भारत की सबसे विश्वसनीय और समयबद्ध ट्रेनों में शुमार है।"
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि प्रयागराज एक्सप्रेस ने पिछले चार दशकों में लाखों यात्रियों को सुरक्षा और सुविधा के साथ उनके गंतव्य तक पहुँचाया है। यह ट्रेन न केवल प्रयागराज की पहचान बनी है, बल्कि इसके नाम में ही इस शहर की गरिमा और गौरव भी समाहित है।
Jul 18 2025, 20:01