बेटे की वापसी से फिर सजी मां की चौखट, अंतरिक्ष से लौट रहा है शुभांशु
लखनऊ। भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला सोमवार को 18 दिन की ऐतिहासिक अंतरिक्ष यात्रा के बाद धरती पर लौटने वाले हैं। Axiom-4 मिशन के तहत शुभांशु अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की यात्रा पर थे। उनके साथ तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री भी शामिल हैं। इस अभूतपूर्व उपलब्धि पर देशभर में गर्व का माहौल है, लेकिन सबसे ज्यादा बेसब्री और खुशी उनके परिवार में है—लखनऊ स्थित उनके घर पर।
पिता ने मंदिर जाकर बेटे की सकुशल वापसी के लिए भोले नाथ से की प्रार्थना
शुभांशु के पिता शंभू दयाल शुक्ला और मां आशा शुक्ला की आंखें बेटे की सुरक्षित वापसी की प्रतीक्षा में नम हैं, लेकिन चेहरों पर गर्व और संतोष की चमक साफ झलक रही है। मीडिया से बात करते हुए पिता ने कहा, “यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि उनका मिशन सफल रहा। आज शाम को अनडॉकिंग होगी और फिर कुछ ही घंटों में उनका सफर धरती की ओर शुरू होगा। हम भगवान भोलेनाथ से प्रार्थना करते हैं कि हमारा बेटा और उसके साथी सकुशल लौटें।”
सोचा नहीं था कि हमारा बेटा इतनी ऊंचाइयों को छुएगा
पिता बताते हैं कि सुबह ही वे मंदिर गए और घर पर विशेष पूजा-अर्चना की गई। वे कहते हैं, “हमें उन पर गर्व है। हमने कभी नहीं सोचा था कि हमारा बेटा इतनी ऊंचाइयों को छुएगा। आज लोग हमें उसके नाम से जानते हैं—यह किसी भी माता-पिता के लिए सबसे बड़ा सम्मान है।”घर में इस समय उत्सव जैसा माहौल है। शुभांशु की मां आशा शुक्ला ने जैसे ही बेटे की वापसी की पुष्टि सुनी, तुरंत घर की साज-सज्जा शुरू कर दी। उन्होंने दरवाज़े पर तोरण बांधा, मुख्य द्वार को फूलों से सजाया और कोनों में दीपक जलाए। “अब घर फिर से पूरा लगेगा,” उन्होंने आंखों में आंसू लिए कहा।
घर का हर कोना शुभांशु का कर रहा इंतजार
घर के आंगन से लेकर ड्राइंग रूम तक हर कोना जैसे बेटे की वापसी का इंतजार कर रहा है। शुभांशु का कमरा जस का तस वैसे ही सजा हुआ है जैसा वो छोड़कर गए थे—बेड पर साफ चादर, तकिया करीने से रखा हुआ, और दीवारों पर वही तस्वीरें जो उन्हें प्रेरणा देती थीं। बहन ने स्वागत के लिए आरती की थाली सजा दी है जिसमें कुमकुम, फूल, चावल और मिठाई रखी गई है।पड़ोसी भी इस खास मौके को साझा कर रहे हैं। एक बुजुर्ग पड़ोसी ने कहा, “शुभांशु सिर्फ अपने परिवार का नहीं, पूरे मोहल्ले का गौरव है। उसकी वापसी हर घर की खुशखबरी है।
युवाओं ने तिरंगे व फूलों से स्वागत करने की बनाई है योजना
मोहल्ले में मिठाइयों के ऑर्डर दिए जा चुके हैं, कुछ युवाओं ने तिरंगे और फूलों के साथ स्वागत की योजना बनाई है। मोहल्ले के लोग कह रहे हैं कि वह सिर्फ एक अंतरिक्ष यात्री नहीं, बल्कि उन सपनों की उड़ान का प्रतीक है, जो अब हर आम भारतीय युवा की आंखों में पल रहे हैं। इस वापसी के साथ शुभांशु शुक्ला केवल पृथ्वी पर नहीं, बल्कि लाखों दिलों में भी दोबारा उतरेंगे—एक प्रेरणा, एक उम्मीद और एक गौरव के रूप में।
Jul 15 2025, 15:50