श्रावण के पहले सोमवार को भटपुरा मनकामेश्वर धाम में उमड़ा आस्था का सैलाब
विश्वनाथ प्रताप सिंह, प्रयागराज। यमुनानगर क्षेत्र के भटपुरा, लालापुर स्थित प्राचीन मनकामेश्वर मंदिर में श्रावण मास के प्रथम सोमवार को आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा।
भोर से ही मंदिर परिसर "हर-हर महादेव" और "बम-बम भोले" के जयघोष से गूंज उठा। हजारों शिवभक्तों ने भगवान भोलेनाथ के दर्शन कर जलाभिषेक किया और अपनी मनोकामनाएं अर्पित कीं। यह मंदिर प्रयागराज से करीब 45 किलोमीटर दूर, कालिंदी (यमुना) नदी के तट पर, पर्वतीय श्रृंखलाओं की गोद में स्थित है।
मान्यता है कि इस स्थान पर स्वयंभू शिवलिंग की स्थापना हुई है और भगवान शिव स्वयं यहां प्रकट हुए थे। इसी कारण यह धाम शिवभक्तों के लिए एक अत्यंत पवित्र और आस्था से ओत-प्रोत स्थल माना जाता है।
सुरक्षा व्यवस्था रही सख्त और प्रभावी
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए। लालापुर थाना प्रभारी अजय कुमार मिश्रा अपनी पूरी टीम के साथ सुबह 6 बजे से ही मंदिर परिसर में डटे रहे। उनके साथ एसीपी बारा कुंजलता के नेतृत्व में पुलिसबल, मेडिकल टीम और यातायात नियंत्रक कर्मी भी मुस्तैद रहे। पूरी व्यवस्था इतनी सुचारू रही कि हजारों की भीड़ के बावजूद दर्शनार्थियों को किसी भी तरह की असुविधा नहीं हुई।
नंदी महाराज की चमत्कारिक उपस्थिति बनी आस्था का प्रतीक
श्रावण के इस पावन दिन का सबसे विशेष दृश्य वह था, जब भगवान शिव की प्रिय सवारी नंदी महाराज मंदिर की पहली सीढ़ी पर आकर बैठ गए। भक्तों के अनुसार लाख कोशिशों के बावजूद नंदी वहां से हटे नहीं। श्रद्धालुओं का मानना है कि यह भोलेनाथ का चमत्कार है और इसे शुभ संकेत माना जा रहा है।
अभिषेक और पूजन की दिव्यता
सुबह से ही भक्तों ने गंगाजल, बेलपत्र, दूध, धूप, दीप और फूलों से भगवान शिव का अभिषेक किया। यह सिलसिला पूरे सावन भर चलता है, लेकिन पहले सोमवार की आस्था और ऊर्जा विशेष होती है। मंदिर के पुजारी के अनुसार, सुबह से लेकर दोपहर तक भक्तों की भीड़ लगातार बढ़ती रही और शिवलिंग पर अभिषेक का क्रम निर्बाध रूप से चलता रहा।
मनकामेश्वर धाम — आस्था का अद्भुत केंद्र
मनकामेश्वर मंदिर केवल एक तीर्थस्थल नहीं, बल्कि आस्था का जीवंत प्रतीक है। यहां आने वाले भक्तों की मान्यता है कि जो भी सच्चे मन से भगवान से प्रार्थना करता है, उसकी हर मनोकामना पूर्ण होती है। श्रावण मास की शुरुआत में ऐसी दिव्यता और भक्ति ने यह सिद्ध कर दिया कि मनकामेश्वर धाम शिवभक्तों के लिए एक अद्वितीय अध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र है।
Jul 14 2025, 20:24