ठाकुरगंज : नाले में गिरकर बहे युवक का एक दिन बाद मिला शव, परिवार में मचा कोहराम
राजधानी के ठाकुरगंज इलाके में शनिवार की सुबह सुरेश लोधी काम पर जा रहा था। इसी दौरान सड़क पर जलभराव के चलते कुछ समझ नहीं पाया और नाले में गिरकर बह गया। इसकी जानकारी मिलते ही नगर निगम की टीम पहुंचकर तलाश शुरू कर दी लेकिन देर रात तक सफलता नहीं मिली। रविवार को फिर रेस्क्यू अभियान चलाया गया। काफी खोजबीन के बाद आखिरकार सुरेश लोधी का शव घटना स्थल से करीब एक किलोमीटर दूर नाले के अंतिम छोर पर मिला। युवक का शव मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया है। पुलिस ने शवक को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है।
शहर में खुले नाले बन रहे मौत की वजह
जानकारी के लिए बता दें कि राधा ग्राम योजना निवासी सुरेश लोधी शनिवार सुबह अपने काम पर निकल रहे थे। भारी बारिश के बाद इलाके की सड़कें जलमग्न थीं। जलभराव के कारण सड़क किनारे मौजूद करीब आठ फीट गहरे नाले की गहराई और खुलापन नजर नहीं आ रहा था। इसी दौरान सुरेश का पैर फिसला और वह सीधे नाले में जा गिरे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार वह पानी के तेज बहाव में बहते चले गए।घटना के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत परिजनों और पुलिस को सूचना दी। लगभग दो घंटे बाद नगर निगम, एसडीआरएफ, फायर ब्रिगेड व एम्बुलेंस की टीमें मौके पर पहुंचीं। इसके बाद शुरू हुआ सघन सर्च अभियान। कई घंटे चले ऑपरेशन में करीब 500 मीटर तक नाले को खंगाला गया, लेकिन सुरेश का कोई अता-पता नहीं चल पाया।
शाम तक युवक के न मिलने पर परिजनों ने लगाया था जाम
शनिवार की शाम तक सुरेश की कोई खबर न मिलने पर स्थानीय लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। सैकड़ों की संख्या में लोग हरदोई रोड स्थित सेंट जोसेफ स्कूल के पास जमा हो गए और नगर निगम की लापरवाही के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे। कुछ देर के लिए सड़क पूरी तरह से जाम हो गई और मौके पर मौजूद पुलिस बल के साथ हल्की धक्कामुक्की भी हुई। मामला को बढ़ता देखकर पुलिस ने कड़ाई से पेश आते हुए लाठी फटकार कर सभी को मौके से भगा दिया।
नगर निगम की नाकामी पर उठे सवाल
स्थानीय लोगों ने बताया कि नाले की सफाई के दौरान हटाए गए ढक्कन को महीनों बाद भी दोबारा नहीं रखा गया था। नतीजा यह हुआ कि जलभराव की स्थिति में खुले नाले मौत का जाल बन गए। इस लापरवाही को लेकर लोगों में भारी गुस्सा है। यह हाल केवल ठाकुरगंज का ही नहीं है । शहर में आपको जगह-जगह खुले नाले को देखा जा सकता है। बारिश के दिनों में यही खुले नाले जानलेवा साबित हो रहे है। क्योंकि बारिश होने से सड़के जलमग्न हो जाती है। जिसकी वजह से नाला कहा है और सड़क कहां पर है, इसका पता नहीं चल पाता है। हर साल बारिश के दिनों में इस की घटनाएं देखने को मिलती है। इसके बाद भी नगर निगम इसे लेकर गंभीर नहीं दिखता है। जब कोई हादसा हो जाता है तो चार दिन नगर निगम गंभीरता दिखाती है, इसके बाद फिर भूल जाती है।
एनडीआरएफ , एसडीआरएफ को मिली सफलता, मिला युवक का शव
रविवार की सुबह होने से घटना स्थल पर एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीम पहुंचकर सर्च अभियान शुरू कर दिया है। अभी तक नाले में गिरे युवक का कहीं पता नहीं चल पाया है। इस पूरे कार्य के लिए सौ से अधिक लोगों को लगाया गया है। काफी खोजबीन के बाद सुबह 11 बजे के बाद युवक का शव नाले के लास्ट छोर पर एक बुद्धा नाम व्यक्ति को दिखाई दिया। इसके बाद नगर निगम की टीम व परिजन पहुंचे। शव निकाला तो सुरेश के रूप में उसकी पहचान हुई। इस प्रकार से 28 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन अभियान चलने के बाद शव बरामद हो पाया। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि शव बंधे के पास मिला है। जिसे कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने पांच लाख की आर्थिक सहायता का किया ऐलान
सुरेश लोधी का शव मिलने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस मामले को गंभीरता से लेते हुए लापरवाही अधिकारियों पर सख्त काईवाई करने का निर्देश जारी किया है। साथ ही सीएम ने इस घटना को लेकर दुख व्यक्त करते हुए मृतक सुरेश के परिजनों को पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है।![]()
8 hours ago