राजकीय मेडिकल कालेज का हाल : सुरक्षा गार्डो की उपस्थित में भी दलाल लिखवा रहे है चिकित्सकों से बाहर की महंगी दवाइयां
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लखनऊ/सुल्तानपुर । यूपी के सुल्तानपुर राजकीय मेडिकल कालेज में कहने को तो शासन की तरफ से मरीजों के लिए बहुत सारी सुविधाएँ उपलब्ध कराई गई है मगर धरातल पर हकीकत इसके विपरीत देखने को मिलती है ग्राम पखरौली निवासी शैल कुमारी को सीने में दर्द की वजह से चिकित्स्क डॉक्टर पवन कुमार सिंह को मेडिकल कालेज में दिखलाने आई जहाँ पर उसे चिकित्स्क द्वारा महंगी दवा और जांच बाहर से लिखी गई।
हैरत की बात तो ये है कि सरकारी पर्चे पर तो दवा चिकित्स्क ने लिखी और कुछ महंगी दवाई जो कि चिकित्स्क के प्राइवेट आदमी जो कि गार्डो कि उपस्थिति में ही बे रोक टोक चिकित्स्क के पास मौजूद थे उन्होंने छोटी पर्ची पर बाहर कि दवा लिखी और बाहर से खरीदने को कहा पूछंने पर बताया गया की ये दवाइयाँ यहां नहीं उपलब्ध है मरीज कि जान बचाना चाहती हो तो ये दवा बाहर मेडिकल स्टोर्स पर ले लो वहा पर चिकित्स्क द्वारा प्राइवेट चिकित्सक डॉक्टर जे पी सिंह का मोबाइल नम्बर भी दिलाया गया और कहा गया कि ये दवा और जाँच सब बाहर के चिकित्सक को भी दिखला कर मुझसे बात करा देना जो कि कमीशनखोरी को साफ साफ इंगित करता है मरीज ने कहा इससे अच्छा तो मैं किसी प्राइवेट हॉस्पिटल में ही दिखला ली होती कम से कम इतनी लम्बी लाइन में धक्के और गार्डो की बदतमीजी तो नहीं सहनी पड़ती ।
पूछने पर मरीज ने बताया कि पुरुष महिला सब एक ही लाइन में धक्केमारी कर रहे थे जब गाॉर्ड से कहा गया कि महिला कि लाइन अलग लगवा दो तो गार्ड ने कहा कि ऐसे ही रहेगा दिखलाना हो तो दिखलाओ नहीं तो यहां से भाग जाओ सोचने कि बात ये है कि कमीशनखोरी का आलम यहां तक है कि गॉर्ड कि उपस्थित में भी बाहर के आदमी चिकित्स्क के पास खडे हो कर बाहर की महंगी दवाई मरीजों को लिख रहे है जबकि प्राचार्य का ये दिखावा है कि मैंने इतनी सख़्ती कर रखी है कि कोई भी दवा बाहर से नहीं लिखी जाती है विभागीय सूत्रो के अनुसार प्राचार्य के खास चिकित्स्क ही बाहर के दलालों के साथ उपस्थित होकर ओ पी डी में खुलेआम बाहर की दवा बेरोक टोक लिख और दलालो से लिखवा सकते है।
Jul 07 2025, 19:56