औरंगाबाद में रिश्तों का कत्ल: प्रेम, धोखा और लालच से पतियों पर मंडरा रहा मौत का साया
औरंगाबाद, बिहार: प्यार के नाम पर रिश्तों की निर्मम हत्या की घटनाएं औरंगाबाद में बढ़ती जा रही हैं. पति-पत्नी का पवित्र रिश्ता भी अब शक, धोखा और लालच में बदलकर मौत का कारण बन रहा है. हाल ही में नीले ड्रम में मिली लाश, हनीमून पर पति की हत्या और पति की हत्या कर प्रेमी संग भागने जैसी घटनाओं ने यह संकेत दिया है कि प्यार में वफादारी और सम्मान का स्थान अब स्वार्थ और अपराध ने ले लिया है. इन घटनाओं ने औरंगाबाद के पतियों में यह डर पैदा कर दिया है कि कहीं उनकी पत्नी का 'टांका' किसी और से न भिड़ जाए और उनकी जान न चली जाए.
नवीनगर हत्याकांड का खुलासा: पत्नी ही निकली मास्टरमाइंड
नवीनगर थाना क्षेत्र में 24 जून को हुई प्रियांशु कुमार सिंह उर्फ छोटू की गोली मारकर हत्या का औरंगाबाद पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. इस जघन्य वारदात की 'मास्टरमाइंड' कोई और नहीं, बल्कि मृतक की पत्नी गुंजा सिंह निकली. अपने पुराने प्रेम-प्रसंग के चलते गुंजा ने शादी के महज 45 दिन बाद ही अपने फूफा जीवन सिंह के साथ मिलकर पति को मौत के घाट उतरवा दिया.
औरंगाबाद एसपी अम्बरीष राहुल के नेतृत्व में गठित विशेष जांच दल (SIT) ने इस जटिल मामले की परतें उधेड़ने में सफलता हासिल की है. व्यापक सीडीआर विश्लेषण, सीसीटीवी फुटेज की गहन पड़ताल और सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर पुलिस ने गुंजा सिंह (मृतक की पत्नी), जयशंकर चौबे और मुकेश शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है.
गिरफ्तार पत्नी गुंजा सिंह ने पुलिस के समक्ष कबूल किया कि प्रियांशु से शादी के 15 वर्ष पहले से ही वह अपने फूफा जीवन सिंह के साथ प्रेम संबंध में थी. यह शादी उसे कतई रास नहीं आ रही थी और पति को रास्ते से हटाने के लिए उसने अपने फूफा जीवन सिंह के साथ मिलकर खूनी साजिश रची. जब प्रियांशु बनारस से लौट रहे थे, तो गुंजा ने ही अपने फूफा जीवन सिंह को इसकी खबर दी, जिसके बाद फूफा जीवन सिंह ने भाड़े के शूटरों से संपर्क साधा और प्रियांशु की निर्मम हत्या करवा दी. हत्यारों को सिम कार्ड उपलब्ध कराने में जयशंकर चौबे और मुकेश शर्मा ने अहम भूमिका निभाई थी. गिरफ्तार तीनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
हालिया घटनाओं का ब्यौरा: पतियों की हत्या के सनसनीखेज मामले
यह घटनाएँ एक चेतावनी हैं कि अवैध प्रेम संबंध और विश्वासघात का अंत अक्सर हिंसा और बर्बादी पर होता है. प्यार में पवित्रता और निष्ठा खोने से सबसे बड़ा नुकसान परिवार और समाज का होता है. जरूरत है कि रिश्तों में संवाद बढ़े, संदेह और लालच को खत्म कर ईमानदारी से रिश्तों को निभाने की आदत डालें, ताकि प्यार का नाम लेकर रिश्तों की हत्या न हो.
आइए औरंगाबाद में हाल-फिलहाल में हुई ऐसी ही कुछ घटनाओं से रूबरू होते हैं:
पहली घटना (22 मार्च 2025): नागालैंड के राज्यपाल रहे निखिल कुमार के गांव में पत्नी ने बॉयफ्रेंड संग मिलकर पति की हत्या कर दी.
दूसरी घटना (27 जून 2025): मदनपुर थाना क्षेत्र में 4 बच्चों की मां ने प्रेमी संग मिलकर पति की गला दबाकर हत्या कर दी.
तीसरी घटना (28 जून 2025): 'सोनम वाले कांड' की पुनरावृत्ति हुई, जब औरंगाबाद की पूजा ने प्रेमी संग मिलकर कमलेश का नाटकीय तरीके से मर्डर करा दिया. दाउदनगर के लाला अमौना गांव की रहने वाली 4 बच्चों की मां पूजा दवा लाने के नाम पर अपने पति बिक्कू को धोखे से गयाजी ले गई. इसके बाद उसने अपने प्रेमी रफीगंज के करमा मसूद गांव निवासी कमलेश यादव के साथ मिलकर इस जघन्य घटना को अंजाम दिया, जब वह पति के साथ लौट रही थी. रास्ते में उसने उसी स्कॉर्पियो से रौंदकर ड्राइवर बने प्रेमी से हत्या करवा दी.
ये घटनाएं दर्शाती हैं कि औरंगाबाद में रिश्तों में बढ़ रही दरारें और अवैध संबंध किस प्रकार खूनी अंजाम तक पहुंच रहे हैं, जिससे समाज में चिंता का माहौल है.
Jul 03 2025, 20:10