*गोमती मित्र भी बोल पड़े वाह भई वाह,देश प्रेमी हो तो हो जैसे थे भामाशाह*
सुल्तानपुर,गोमती मित्र मंडल का हर रविवार होने वाला साप्ताहिक श्रमदान 29 जून को भी तपती धूप में प्रातः 6:00 बजे से शुरू होकर 9:00 तक चलता रहा,जैसे-जैसे सूरज ऊपर चढ़ता गया गोमती मित्रों को श्रमदान की थकान महसूस होने लगी और पूरा जिस्म पसीने से लथपथ हो गया। लेकिन फिर भी क्योंकि पूरा परिसर साफ करना था साफ करके ही रुकना था।
इसलिए ना जल्दबाजी थी ना धूप की परवाह और 3 घंटे की अथक मेहनत के बाद पूरा परिसर साफ हो गया तब गोमती मित्रों ने श्रमदान से विश्राम लिया,मेवाड़ नरेश महाराणा प्रताप के विश्वस्त सहयोगी व्यवसायी भामाशाह की जयंती पर गोमती मित्रों ने मां गोमती के तट पर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया,प्रदेश अध्यक्ष रुद्र प्रताप सिंह मदन ने जब गोमती मित्रों को भामाशाह के देश प्रेम एवं दानवीरता के किस्से बताये तो गोमती मित्र भावुक हो गये,सभी ने एक स्वर में कहा देश प्रेमी हो तो भामाशाह जैसा।
श्रमदान कार्यक्रम में संरक्षक रतन कसौधन, प्रदेश अध्यक्ष रुद्र प्रताप सिंह मदन,प्रबंधक राजेंद्र शर्मा,मीडिया प्रभारी रमेश माहेश्वरी,आलोक तिवारी,मुन्ना सोनी मुन्ना,पाठक,राकेश सिंह दद्दू,विपिन सोनी, राम क्विंचल मौर्य,अजय प्रताप सिंह,सुजीत कसौधन,अमित पांडा,आयुष,अर्पित,यश,अर्जुन आदि उपस्थित रहे।
Jun 29 2025, 13:33