न्यायालय के निषेधाज्ञा के बावजूद इलाकाई पुलिस की मिलीभगत से हो रहा है निर्माण
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मीरजापुर। एक तरफ सरकार जहां भू-माफियाओं और अवैध तरीके से भूमि पर कब्जा कर शांति व्यवस्था में खलल डालने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनकी कमर तोड़ने में लगी हुई है, वहीं नगर क्षेत्र में पुलिस के नाक नीचे भूमि और मकानों पर जबरियां कब्जा किए जाने का काम तेजी के साथ चल रहा है। मज़े की बात है कि कुछ मामलों में न्यायालय के निषेधाज्ञा लागू होने के बावजूद पुलिस के सह पर दबंगई दिखाते हुए कब्जा किया जा रहा है। इससे जहां न्यायालय के आदेशों की धज्जियां उड़ रही है तो वहीं पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। ऐसा ही एक मामला शहर कोतवाली क्षेत्र से जुड़ा होना बताया जा रहा है, जहां कायदे-कानून को ताक पर रख भूमि कब्जा किया जा रहा है। शहर कोतवाली क्षेत्र के कामता प्रसाद की गली वासलीगंज, वार्ड नंबर 7 के रहने वाले ओमशंकर केशरवानी पुत्र स्वर्गीय सोहन लाल केशरवानी ने जिलाधिकारी को सौंपे गए शिकायत पत्र में आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्हीं के मोहल्ले के रहने वाले उनके विपक्षी किशोर कुमार केशरी से उनका भूमि विवाद है। इस संबंध में उन्होंने एक वाद संख्या 525/2024 समक्ष न्यायालय सिविल जज (सी.कि.) मीरजापुर के यहां प्रस्तुत कर अपने मकान की सुरक्षा के लिए अस्थाई निषेधाज्ञा की याचना किया था जिसपर न्यायालय द्वारा उभय पक्षों को सम्यक रूप से सुन कर तथा साक्ष्य का परिशीलन कर 22 नवंबर 2024 को अन्तिम आदेश पारित कर यथास्थिति बनाए रखने तथा किसी भी प्रकार के निमार्ण कार्य पर रोक लगाया था। आरोप लगाया है कि बावजूद इसके विपक्षी को उनके मकान के दक्षिणी दीवाल के नींव में भरी बोल्डर व ईंट को अन्दर लगभग तीन फीट कई जगह खोद कर अपना निर्माण कार्य शुरू किया गया है, इससे उनके मकान के गिरने की सम्भावना बनी हुई थी तो न्यायालय द्वारा उपरोक्त प्रकरण में उभय पक्षों को आदेशित किया गया कि अन्तिम नियत तिथि तक उभय पक्ष मौके पर यथास्थिति बनाये रखे, जिसकी प्रमाणित प्रतिलिपि चौकी इंचार्ज वासलीगंज तथा प्रभारी निरीक्षक थाना कोतवाली शहर को भी भेजा गया था। पीड़ित ओमशंकर का आरोप है कि न्यायालय द्वारा यथास्थिति बनाए रखने के दिए गए सख़्त आदेश को पूरी तरह से दरकिनार करते हुए मौके पर मिस्त्री मजदूर लगा कर दिन रात निर्माण कार्य जारी रखें हुए हैं। जबकि मौके पर न्यायालय के आदेश का अनुपालन सुनिश्चित कराया जाना अति आवश्यक है। ताकि मौके पर किसी भी प्रकार की शान्ति व्यवस्था में खलल उत्पन्न न हो। आरोप लगाया है कि इस सम्बन्ध उनके द्वारा पुलिस अधीक्षक मीरजापुर, थानाध्यक्ष कोतवाली शहर, चौकी प्रभारी वासलीगंज व तहसील दिवस पर प्रार्थना पत्र 3 मई 2025 को दिया गया था, किन्तु अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। पुलिस प्रशासन की सह पर उपरोक्त विपक्षी निरन्तर निर्माण कार्य जारी किये हुये है।
सपा जिलाध्यक्ष ने पीड़ित की सुनी, पुलिस की कार्यशैली पर खड़े किए सवाल
मीरजापुर। नगर के शहर कोतवाली क्षेत्र के कामता प्रसाद की गली वासलीगंज, वार्ड नंबर 7 के रहने वाले ओमशंकर केशरवानी के प्रकरण में समाजवादी पार्टी ने मामला संज्ञान में लेते पीड़ित ओमप्रकाश की सुनते हुए शहर कोतवाली पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं। समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष देवी प्रसाद चौधरी एवं समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अशोक कुमार सिंह मुन्ना ने पीड़ित की पूरी व्यथा सुनकर हर संभव सहयोग दिलाने का आश्वासन दिया है। कहा है कि इस मामले से जिले के उच्चाधिकारियों से अवगत कराते हुए आवश्यक पड़ने पर पार्टी मुखिया को भी अवगत कराया जायेगा। सपा जिलाध्यक्ष ने सवाल उठाए हैं कि क्या न्यायालय के उपर है शहर कोतवाली पुलिस का रसूख, जब न्यायालय द्वारा शांति व्यवस्था बनाए रखने और किसी भी भी का निर्माण कार्य न कराएं जाने का आदेश दिया है तो फिर कैसे व किसके आदेश पर विपक्षी निमार्ण कार्य जारी रखें हुए हैं।
May 23 2025, 18:36