प्रदेशवासियों की सुरक्षा और सम्मान ही सरकार का ध्येय : योगी

मुख्यमंत्री ने सोमवार को किया 'जनता दर्शन', प्रदेश भर से आये लोगों की सुनीं समस्याएं

हर पीड़ित के पास पहुंचे मुख्यमंत्री, बोले- जरूरतमन्दों की हर जरूरत पर खड़ी है सरकार

प्रयागराज से आए सर्वाधिक फरियादी, मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दिया कार्रवाई का निर्देश

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को 'जनता दर्शन' किया। इस दौरान 60 से अधिक फरियादी आए। मुख्यमंत्री ने एक-एक करके सभी से मुलाकात की, फिर कुशलक्षेम पूछा। हर पीड़ित की शिकायत सुनी और अधिकारियों को निस्तारण के निर्देश दिए। सोमवार को सर्वाधिक शिकायतें प्रयागराज से आईं।

मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेशवासियों की सुरक्षा और सम्मान ही सरकार का ध्येय है। सरकार हर जरूरतमंदों की जरूरत पर खड़ी है। जनता दरबार में पुलिस, राजस्व, चिकित्सा सहायता, वृद्धावस्था पेंशन, सड़क निर्माण समेत अनेक मामले आए।

मुख्यमंत्री ने जनता दर्शन में मौजूद अधिकारियों को शिकायतों का प्रार्थना पत्र सौंपते हुए समय से निस्तारण के निर्देश दिए। प्रयागराज से कई शिकायतें आईं, जिसे मुख्यमंत्री ने गंभीरता से सुना और कार्रवाई के लिए अफसरों को निर्देशित किया। पुलिस, खेत की पैमाइश, आवास, चकरोड, खेतों में कब्जा, बिजली कनेक्शन समेत अन्य फरियाद लेकर पीड़ित पहुंचे, जिसके समाधान का मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया।

प्रयागराज से 8, देवरिया से 4, सहारनपुर व बस्ती-फतेहपुर से 3-3 फरियादी आए

सोमवार को 'जनता दर्शन' में 8 फरियादी प्रयागराज से आए। देवरिया जनपद से 4, सहारनपुर, बस्ती-फतेहपुर से 3-3 फरियादी जनता दर्शन में आये। मुरादाबाद, पीलीभीत, अमरोहा, गाजीपुर, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी व भदोही से दो-दो फरियादी शिकायत लेकर मुख्यमंत्री से मिले।

बच्चों को दुलारा और दी चॉकलेट

जनता दर्शन में कई पीड़ित परिवार के साथ आए थे। मुख्यमंत्री ने इस दौरान बच्चों को दुलारा, उनकी शिक्षा के बारे में जानकारी ली और चॉकलेट भी दी। सीएम योगी ने बच्चों को खूब पढ़ने और उज्ज्वल भविष्य का भी आशीर्वाद दिया।

मोनाड यूनिवर्सिटी फर्जीवाड़ा: बाइक बोट घोटाले के मास्टरमाइंड विजेंद्र सिंह हुड्डा एसटीएफ की गिरफ्त में

* एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई, भारी मात्रा में फर्जी डिग्रियां और दस्तावेज़ बरामद, एक दर्जन से अधिक हिरासत में

लखनऊ/हापुड़ । उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए मोनाड विश्वविद्यालय, हापुड़ के चेयरपर्सन और कुख्यात बाइक बोट घोटाले के मास्टरमाइंड विजेंद्र सिंह हुड्डा को गिरफ्तार कर लिया है। एसटीएफ लखनऊ की टीम ने शनिवार को मोनाड विश्वविद्यालय परिसर में छापा मारकर यह कार्रवाई की।

एसटीएफ प्रमुख अमिताभ यश ने जानकारी देते हुए बताया कि यह कार्रवाई एक शिकायत (प्रार्थना पत्र) के आधार पर की गई, जिसमें विश्वविद्यालय द्वारा शैक्षिक फर्जीवाड़े की शिकायत की गई थी। छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में फर्जी अंकपत्र, डिग्रियां, प्रमाण पत्र और अन्य शैक्षिक दस्तावेज़ बरामद किए गए हैं।

कार्रवाई के दौरान एसटीएफ ने एक दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया, जिनसे पूछताछ की जा रही है। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि विश्वविद्यालय लंबे समय से फर्जी डिग्री और अंकपत्र जारी करने के रैकेट में शामिल था, जिसमें देशभर के छात्रों को ठगा गया है।

गिरफ्तार मुख्य आरोपी विजेंद्र सिंह हुड्डा पूर्व में चर्चित बाइक बोट घोटाले का भी प्रमुख अभियुक्त रहा है, जिसमें लाखों निवेशकों को धोखाधड़ी कर चूना लगाया गया था।

मामले की विस्तृत जांच एसटीएफ द्वारा जारी है, और संभावना है कि आने वाले दिनों में और भी नाम इस फर्जीवाड़े में सामने आ सकते हैं।

बहराइच के छात्रों ने विस्टाडोम ट्रेन से किया दुधवा और कतर्नियाघाट का रोमांचक भ्रमण

* ईको टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड की पहल, विद्यार्थियों को मिला प्रकृति संरक्षण का संदेश

लखनऊ । उत्तर प्रदेश ईको टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड द्वारा ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने और युवाओं में पर्यावरण के प्रति जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से शनिवार को एक महत्वपूर्ण पहल की गई। इसके तहत बहराइच के तीन विद्यालयों—महाराज सिंह इंटर कॉलेज, राजकीय इंटर कॉलेज और आज़ाद इंटर कॉलेज—के 30 विद्यार्थियों को विस्टाडोम ट्रेन के जरिए दुधवा नेशनल पार्क और कतर्नियाघाट का शैक्षणिक भ्रमण कराया गया।

यह भ्रमण युवा टूरिज्म क्लब के अंतर्गत आयोजित किया गया, जिसका नेतृत्व पर्यटन सूचना अधिकारी श्री मनीष श्रीवास्तव ने किया। सुबह 10 बजे छात्र-छात्राएं कतर्नियाघाट पहुंचे, जहां उन्हें वन विभाग द्वारा संचालित इंटरप्रिटेशन सेंटर और घड़ियाल सेंटर का अवलोकन कराया गया। इंटरप्रिटेशन सेंटर में आयोजित 30 मिनट की प्रस्तुति के दौरान इको टूरिज्म, जैव विविधता और वन्यजीव संरक्षण से संबंधित जानकारी साझा की गई।

इसके बाद विद्यार्थियों ने बिछिया रेलवे स्टेशन से पलिया कला रेलवे स्टेशन तक विस्टाडोम कोच में रोमांचक यात्रा की। इस दौरान छात्रों ने जंगलों की जैव विविधता, हरियाली और वन्यजीवों की झलकियों का आनंद लिया। उन्हें दुधवा और कतर्नियाघाट के समृद्ध पारिस्थितिकी तंत्र, बाघ, गैंडा, दलदली बारहसिंगा और दुर्लभ पक्षियों की उपस्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।

प्राकृतिक सौंदर्य और वन्य जीवन से जुड़कर छात्राएं काफी उत्साहित दिखीं। उन्होंने न केवल प्रकृति के संरक्षण का संदेश ग्रहण किया, बल्कि इस अनुभव को जीवन का एक प्रेरक पल भी बताया।

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा, “युवा टूरिज्म क्लब के माध्यम से हम नई पीढ़ी को न केवल राज्य के पर्यटन स्थलों से जोड़ रहे हैं, बल्कि उनमें प्रकृति और सांस्कृतिक धरोहरों के प्रति संवेदनशीलता भी विकसित कर रहे हैं। यह अभियान उत्तर प्रदेश को इको टूरिज्म के राष्ट्रीय मानचित्र पर एक नई पहचान देगा।”

ऊर्जा मंत्री का औचक निरीक्षण: लखनऊ में बेवजह बिजली कटौती अब बर्दाश्त नहीं

* ऊर्जा आपूर्ति में लापरवाही पर सख़्त कार्रवाई के निर्देश, ट्रांसफार्मर और उपकरणों की स्थिति की ली जानकारी

लखनऊ । उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने रविवार को लखनऊ के राजभवन स्थित 33/11 केवी सीजी सिटी विद्युत उपकेंद्र का औचक निरीक्षण किया। भीषण गर्मी में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने को लेकर उन्होंने अधिकारियों को सख़्त निर्देश दिए।

निरीक्षण के दौरान ऊर्जा मंत्री ने उपकेंद्र की लॉग बुक, लोड पैनल तथा ट्रांसफार्मर की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि इस उपकेंद्र से याहियामऊ, छतनगर, स्वाती सिटी, एकतानगर, पृथ्वीपुरम समेत कई क्षेत्रों को विद्युत आपूर्ति की जाती है।

मंत्री ने नाराजगी जताते हुए कहा कि एक ही फीडर पर बार-बार शटडाउन लेना उपभोक्ताओं के साथ अन्याय है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि किसी भी मरम्मत या अनुरक्षण कार्य को एक बार में पूर्ण किया जाए। आदेश की अवहेलना करने वाले कर्मियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने कहा कि अब लखनऊ में बिना कारण बिजली कटौती, लो वोल्टेज और ट्रिपिंग की समस्या को बिल्कुल भी सहन नहीं किया जाएगा। मंत्री ने ट्रांसफार्मर की सफाई, पेड़ों से टकराती विद्युत लाइनों की समय पर छटाई और ट्रॉली ट्रांसफार्मर की पर्याप्त व्यवस्था के निर्देश भी दिए।

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि अब ट्रांसफार्मर जलने या लोड बढ़ने का बहाना नहीं चलेगा। उपभोक्ताओं की कॉल न उठाने वाले कर्मियों पर भी कार्रवाई तय है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी शिकायतों का त्वरित समाधान हो और 'उपभोक्ता देवो भवः' के भाव को व्यवहार में उतारा जाए।

उन्होंने उपभोक्ताओं से अपील की कि वे ऊर्जा संरक्षण और बिजली चोरी रोकने में सरकार का सहयोग करें तथा किसी भी समस्या के लिए 1912 हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराएं।

मंत्री ने यह भी बताया कि बीते तीन वर्षों में प्रदेश सरकार ने विद्युत व्यवस्था को मजबूत करने के लिए जर्जर लाइनों, पोलों और ट्रांसफार्मरों को बदला है। 33 केवी और 11 केवी की नई लाइनें बिछाई गईं हैं। आरडीएसएस योजना और बिजनेस प्लान के अंतर्गत अब तक 24 से 25 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाएं क्रियान्वित की जा चुकी हैं।

निरीक्षण के दौरान अधिशासी अभियंता, एसडीओ, अवर अभियंता और अन्य तकनीकी स्टाफ मौजूद रहे।

सेमरा हत्याकांड: बेटी ही बनी मां की जल्लाद, प्रेमी संग मिलकर ली जान, रिश्तों को किया शर्मसार

लखनऊ । इंसानियत और रिश्तों को झकझोर देने वाला यह हृदयविदारक मामला यूपी की राजधानी लखनऊ के चिनहट थाना क्षेत्र के सेमरा गांव का है, जहां मां-बेटी के रिश्ते को प्रेम की बजाय क्रूरता और अपराध ने शर्मसार कर दिया। जिस मां ने नौ माह पेट में रखा, लालन-पालन कर बड़ा किया, हर सुख-दुख में साथ दिया,आज उसी बेटी ने अपनी सगी मां की गला रेतकर नृशंस हत्या कर दी। यह हत्या कोई हादसा नहीं, बल्कि सोची-समझी साजिश का परिणाम है, जिसमें बेटी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर ऐसा वीभत्स कांड कर डाला, जिसने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया है।

घटना की जानकारी और शुरुआती जांच

रविवार रात चिनहट के सेमरा गांव से पुलिस को सूचना मिली कि एक महिला की गला रेतकर हत्या कर दी गई है। मौके पर पहुंची पुलिस को घर के भीतर 40 वर्षीय ऊषा सिंह पत्नी स्व. योगेन्द्र सिंह का शव खून से लथपथ हालत में बेड पर पड़ा मिला। उनका गला किसी धारदार वस्तु से रेता गया था और शव के चारों ओर खून फैला हुआ था। मौके पर पहुंची फोरेंसिक टीम ने तत्काल साक्ष्य संकलित किए, वहीं पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

पुलिस ने घटना स्थल की जांच में भांप लिया पूरा मामला

पहली नजर में मामला लूटपाट और संभवतः दुष्कर्म जैसा दिखाने की कोशिश की गई थी, क्योंकि मृतका के कपड़े अस्त-व्यस्त स्थिति में थे और कमरे में सामान भी बिखरा हुआ था। लेकिन जब पुलिस ने बारीकी से जांच शुरू की और परिजनों से पूछताछ की, तो जो हकीकत सामने आई उसने सभी को झकझोर कर रख दिया। पुलिस को भी एक बार विश्वास नहीं हो पा रहा था कि अपना खून ही ऐसा कर सकती है। फिलहाल पुलिस ने जो सोचा वहीं बाद में खुलकर सामने आ गया।

भाई ने बेटी और उसके प्रेमी पर लगाए संगीन आरोप

मृतका ऊषा सिंह के भाई रवि सिंह ने पुलिस को दी गई तहरीर में इस पूरे कांड के पीछे अपनी ही भांजी यानी मृतका की बेटी लकी और उसके प्रेमी शाहिद का हाथ बताया। रवि सिंह के अनुसार, उनकी बहन ऊषा सिंह ऑडिट भवन में हाउसकीपिंग का काम करती थीं। घटना की रातलकी ने खुद उन्हें फोन कर बताया कि किसी ने उसकी मां की हत्या कर दी है।

रवि घर पहुंचा और पूरा मंजर देखकर रह गए सन्न

रवि जब बहन के घर पहुंचे, तो वहां का मंजर देखकर सन्न रह गए। उनकी बहन खून से सनी बेड पर पड़ी थीं और गर्दन बुरी तरह से कटी हुई थी। उन्होंने तत्काल पुलिस को सूचना दी।रवि ने बताया कि उनकी भांजी लकी का पिछले दो वर्षों से पड़ोस में रहने वाले युवक शाहिद के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। वर्ष 2024 में शाहिद लकी को भगा ले गया था, जिसके बाद ऊषा सिंह ने चिनहट थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने लकी को सकुशल बरामद किया और शाहिद को जेल भेज दिया गया। लेकिन जेल से छूटने के बाद शाहिद लगातार ऊषा को जान से मारने की धमकी देता रहा।

हत्या की खौफनाक साजिश, बेटी ने खुद दी मां को मौत

पुलिस ने जब लकी से सख्ती से पूछताछ की तो पूरा सच सामने आ गया। बेटी ने स्वीकार किया कि उसने अपने प्रेमी शाहिद को रात में घर बुलाया और मां की हत्या की योजना को अंजाम दिया। पूछताछ में सामने आया कि दोनों ने पहले ऊषा के गले में कपड़ा कसकर दबाया, फिर शीशी तोड़कर गर्दन रेत दी। इतना ही नहीं, हत्या के बाद शव के कपड़े उतार दिए गए ताकि यह लगे कि किसी बाहरी व्यक्ति ने लूटपाट या दुष्कर्म के इरादे से महिला की हत्या की है।

बेटी ने मां की हत्या की कहानी मामा और पड़ोसी को बताई

हत्या के बाद लकी ने रोते हुए बाहर आकर अपने मामा रवि और पड़ोसियों को बताया कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने उसकी मां की हत्या कर दी है। शुरू में पुलिस को भी यही लगा, लेकिन पूछताछ के दौरान लकी की बातों में विरोधाभास नजर आया। जब कड़ाई से सवाल किए गए, तो उसने जुर्म कबूल कर लिया।

पुलिस का बयान और कार्रवाई

डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया कि मृतका के भाई की तहरीर पर आईपीसी की धारा 302 (हत्या) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने लकी और शाहिद को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। चार टीमें बनाई गई हैं जो इस पूरे मामले की तह तक जाने और साक्ष्य एकत्र करने में जुटी हैं। डीसीपी ने यह भी बताया कि आरोपी शाहिद, आदर्श नगर का रहने वाला है और ऊषा सिंह के घर से महज कुछ दूरी पर रहता है। यह बात भी स्पष्ट हो गई है कि यह पूरी योजना पहले से बनाई गई थी।

एक मां का टूटा सपना, बेटी ही बनी काल

ऊषा सिंह के पति का कुछ साल पहले निधन हो चुका था। वे अकेली अपनी इकलौती बेटी लकी के साथ रहती थीं। उनका कोई बेटा नहीं था, और लकी ही उनके जीवन का केंद्र थी। उन्होंने उसे हर सुख सुविधा दी, पढ़ाया-लिखाया, और एक बेहतर भविष्य का सपना देखा। लेकिन उन्हें क्या पता था कि जिसकी हर ख्वाहिश पूरी की, वह ही उनकी सबसे बड़ी दुश्मन बन जाएगी।यह वाकया न केवल दुखद है, बल्कि रिश्तों के पतन की एक दर्दनाक मिसाल है। समाज में बेटी को देवी का दर्जा दिया जाता है, लेकिन जब वही बेटी अंधे प्रेम में अंधी होकर अपनी मां की हत्या कर दे, तो वह सिर्फ एक अपराध नहीं होता, वह सामाजिक मूल्यों और संस्कारों की भी हत्या होती है।

पड़ोसियों की प्रतिक्रिया: 'घोर कलयुग है ये'

घटना के बाद सेमरा गांव और आस-पास के क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। पड़ोसी और जानने वाले स्तब्ध हैं कि लकी जैसी शांत लड़की इस हद तक जा सकती है। एक पड़ोसी ने कहा—“ये तो घोर कलयुग है। एक बेटी अपनी मां की जान ले लेगी, यह तो सोचा भी नहीं जा सकता।"एक अन्य बुजुर्ग महिला प्रमिला ने कहा—“ऊषा बहुत मेहनती और सीधे स्वभाव की महिला थीं। उन्होंने अकेले दम पर बेटी को पाला, और आज उसी बेटी ने उनके गले पर छुरी चला दी। इससे बड़ा पाप और क्या होगा।”

न्याय की उम्मीद और समाज के लिए चेतावनी

यह मामला सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि हमारे समाज के सामने खड़े हो रहे खतरों का भी संकेत है। बदलती मानसिकता, सोशल मीडिया और बिना समझ के रिश्तों में पड़ना, और फिर किसी भी हद तक चले जाना—यह सब समाज के ताने-बाने को तोड़ने का काम कर रहे हैं।पुलिस जांच पूरी होने के बाद आरोपियों पर सख्त कार्रवाई होगी, लेकिन जो मां हमेशा के लिए दुनिया से चली गई, उसका क्या? जो भरोसा, जो ममता, जो सपने एक मां ने अपनी बेटी के लिए देखे थे, वो सब एक ही रात में खत्म हो गए।

क बेटी अंधे प्रेम में अपनी मां की हत्या कर दे?

अब समाज को यह सोचना होगा कि किस दिशा में जा रहे हैं हम? क्या हमारी शिक्षा, संस्कार और जागरूकता इतनी कमजोर हो चुकी है कि एक बेटी अंधे प्रेम में अपनी मां की हत्या कर दे? यह सवाल केवल लकी और शाहिद तक सीमित नहीं, यह हर उस घर तक पहुंचता है जहां बच्चों को सही और गलत का फर्क बताने में देर हो रही है।सेमरा हत्याकांड ने मां-बेटी के रिश्ते पर एक गहरा सवाल खड़ा कर दिया है। यह घटना एक चेतावनी है, एक पीड़ा है, और एक अपराध की कहानी नहीं, बल्कि सामाजिक और नैतिक पतन की दस्तक है।

हत्यारों को कानून बख्शेगा नहीं

अब देखना यह है कि कानून कैसे इस बेटी और उसके प्रेमी को उनके अपराध की सजा दिलाता है, और समाज इससे क्या सबक लेता है। ऊषा सिंह को तो अब कभी इंसाफ का चेहरा देखने को नहीं मिलेगा, लेकिन उम्मीद की जा सकती है कि उनके हत्यारों को कानून बख्शेगा नहीं।

ट्रेलर लूट व चालक की हत्या में वांछित शातिर बदमाश संतोष उर्फ राजू ढेर

कौशांबी/लखनऊ । यूपी के जनपद कौशांबी के कोखराज थाना क्षेत्र में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ में एक शातिर अपराधी संतोष उर्फ राजू मारा गया। यह बदमाश 15 मई को लगभग 4 करोड़ रुपये की कॉपर वायर लूट और ट्रेलर चालक की निर्मम हत्या के मामले में वांछित था।पुलिस अधीक्षक कौशांबी राजेश कुमार ने बताया कि शनिवार रात को NH-2 पर ककोड़ा गांव के पास पुलिस टीम ने बदमाशों को रोकने का प्रयास किया, जिस पर उन्होंने फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में संतोष उर्फ राजू पुत्र जयप्रकाश निवासी पोरई कला, थाना खेतासराय, जनपद जौनपुर को गोली लगी। घायलावस्था में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मृत्यु हो गई।

बदमाशों ने 15 मई की रात एक ट्रेलर को लूट लिया था

संतोष उर्फ राजू ने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर 15 मई की रात कोखराज थाना क्षेत्र में एक ट्रेलर को लूट लिया था, जिसमें गुजरात के वलसाड स्थित KMG वायर एंड केबल्स प्राइवेट लिमिटेड से 32 टन कॉपर वायर (रेलवे का कॉन्टैक्ट वायर) लदा था। माल की अनुमानित कीमत लगभग 4 करोड़ रुपये बताई जा रही है। लूट के दौरान ट्रेलर चालक सांवरमल मीणा, निवासी नसीराबाद, अजमेर, राजस्थान की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसी के बाद से पुलिस की टीम इनकी तलाश कर रही थी।

शातिर बदमाश सुनसान इलाकों में चालकों की हत्या कर गाड़ी लूट लेता था

पूछताछ में पता चला की शातिर अपराधी संतोष उर्फ राजू का अपराध करने का तरीका बेहद सुनियोजित था। वह अपने साथियों के साथ अलग-अलग शहरों के बाहरी क्षेत्रों में कीमती माल लदे ट्रकों की रेकी करता था और सुनसान इलाकों में चालकों की हत्या कर गाड़ी लूट लेता था। मुठभेड़ स्थल से लूटा गया 20 चक्का ट्रेलर, उसमें लदे 21 लकड़ी के बॉक्स में रखे कॉपर वायर, लूट में प्रयुक्त सफेद अर्टिगा कार, 32 बोर पिस्टल, मैगजीन, दो जिंदा कारतूस, चार खोखा कारतूस और एक मिस फायर कारतूस बरामद किए गए हैं।फरार चल रहे दो अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें गठित कर कार्रवाई जारी है।

चारबाग के मोहन होटल में भीषण आग, मचा हड़कंप

लखनऊ । राजधानी में बीती देर रात हजरतगंज फायर स्टेशन के कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि चारबाग स्थित मोहन होटल, गौतम बुद्ध मार्ग में आग लग गई है। सूचना मिलते ही मुख्य अग्निशमन अधिकारी (CFO) के निर्देशन में फायर स्टेशन ऑफिसर (FSO) रामकुमार रावत के नेतृत्व में तीन मोटर फायर इंजन, एक हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म और एक एमडीआरवी वाहन सहित दमकल दल मौके के लिए रवाना हुआ।

आग होटल के ग्राउंड फ्लोर पर स्थित किचन की चिमनी में लगी थी

घटनास्थल पर पहुंचने पर पाया गया कि आग होटल के ग्राउंड फ्लोर पर स्थित किचन की चिमनी के डक्ट में लगी थी। दमकल टीम ने तत्परता दिखाते हुए मोटर फायर इंजन से पानी लेकर आग बुझाने का कार्य प्रारंभ किया। CFO के निर्देशन में तुरंत वेंटिलेशन के लिए खिड़कियां व दरवाजे खोले गए और होटल में ठहरे सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।स्थिति गंभीर तब हुई जब आग चिमनी के डक्ट से होते हुए तृतीय तल तक पहुंच गई। इसके बाद दमकलकर्मियों ने रेस्क्यू उपकरणों की मदद से डक्ट को काटा और तीसरी मंजिल से नीचे की ओर पानी डालकर आग पर काबू पाया।

दमकल कर्मियों ने समय रहते आग पर पाया काबू

इस अभियान में दमकल की यूनिट्स अमीनाबाद और आलमबाग से भी मौके पर पहुंचीं और सभी टीमों के संयुक्त प्रयास व मुख्य अग्निशमन अधिकारी के नेतृत्व में आग को पूरी तरह से बुझा दिया गया।गनीमत रही कि इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई। आग की लपटों को नियंत्रित करने में काफी मेहनत और सावधानी बरती गई, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।फिलहाल अग्निकांड के कारणों की जांच की जा रही है। पुलिस व दमकल के लोगों ने बताया कि ऐसा लग रहा है कि किचन में गैस रिसाव से आग लगी थी। सही वजह का पता जांच के बाद ही चल सकेगा। सीएफओ का कहना है कि होटल के मानक पूरे थे या नहीं इसकी जांच की जाएगी।

लखनऊ में महिला की गला रेतकर हत्या, इलाके में सनसनी

लखनऊ । राजधानी के चिनहट थाना क्षेत्र के ग्राम सेमरा में उस वक्त सनसनी फैल गई जब 40 वर्षीय महिला ऊषा सिंह की बेरहमी से गला रेतकर हत्या कर दी गई। मृतका स्व. योगेंद्र सिंह की पत्नी थीं और अपने परिवार के साथ चिनहट क्षेत्र में निवास कर रही थीं।घटना की जानकारी रविवार सुबह उस वक्त मिली जब मृतका के भाई रवीस पुत्र पीतांबर प्रसाद ने पुलिस को सूचना दी कि उसकी बहन ऊषा सिंह की गर्दन पर धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी गई है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का गहन निरीक्षण किया।

मामले के जल्द खुलासे के लिए चार पुलिस टीमों का गठन 

पूर्वी क्षेत्र के पुलिस उपायुक्त शशांक सिंह ने बताया कि सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस सहित वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी गई। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। प्रारंभिक जांच में यह मामला पूरी तरह से हत्या प्रतीत हो रहा है, जिसे अज्ञात हमलावरों ने अंजाम दिया है।हत्या के कारणों का अभी तक स्पष्ट रूप से पता नहीं चल सका है, लेकिन पुलिस हर पहलु की बारीकी से जांच कर रही है। मामले के जल्द खुलासे के लिए चार पुलिस टीमों का गठन किया गया है, जो अलग-अलग बिंदुओं पर काम कर रही हैं।

इस जघन्य हत्या ने इलाके में दहशत का माहौल 

डीसीपी शशांक सिंह ने भरोसा दिलाया है कि बहुत जल्द इस हत्याकांड का खुलासा कर लिया जाएगा और दोषियों को गिरफ्तार कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।इस जघन्य हत्या ने इलाके में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। ग्रामीणों में घटना को लेकर आक्रोश भी देखने को मिला। पुलिस की टीम स्थानीय लोगों से पूछताछ कर रही है और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, जिससे आरोपी की पहचान की जा सके।पुलिस का कहना है कि यह सुनियोजित हत्या प्रतीत हो रही है और जल्द ही हत्यारों को सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।

योगी सरकार ने हीट वेव से बचाव को जारी की गाइडलाइन, प्रदेशवासी रहें अलर्ट


- श्रमिकों की निगरानी के लिए लागू की गई मित्र प्रणाली, श्रमिकों के लिए की जाए छायादार जगहों की व्यवस्था

लखनऊ। प्रदेश भर में इन दिनों तेज गर्मी और लू (हीट वेव) का भीषण प्रकोप जारी है। मौसम विभाग ने कई जिलों में अगले कुछ दिनों तक लू चलने की चेतावनी दी है। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राहत विभाग और स्वास्थ्य विभाग को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किये हैं। सीएम ने विभाग को प्रदेशवासियों को अलर्ट करने एवं हीट स्ट्रोक से बचाव संबंधी सुझाव देने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने आम जनता को जागरूक करने के लिए गाइडलाइन जारी की है, जिसमें तेज गर्मी और लू से बचाव संबंधी सुझाव दिये गये हैं। साथ ही विभिन्न पोस्टर और पर्चों के माध्यम से लोगों को सुरक्षा उपायों की जानकारी दी जा रही है।

दाेपहर 12 से 4 बजे के बीच तेज धूप में घरों से न निकलें बाहर

प्रमुख सचिव, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग पार्थ सारर्थी सेन शर्मा ने बताया कि सीएम योगी ने प्रदेशवासियों को तेज गर्मी और लू से बचाव के लिए आवश्यक दिशा निर्देश जारी करने के निर्देश दिये थे। इसी क्रम में विभाग की ओर से सभी प्रदेशवासियों को हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए कई जरूरी सुझाव दिए गये हैं। प्रदेशवासियों को सलाह दी गई है कि बाहर निकलते समय शरीर को ढक कर रखें, हल्के रंग के आरामदायक कपड़े पहनें और धूप में छाता या चश्मा ज़रूर लगाएं। लगातार तरल पदार्थों का सेवन करते रहें जैसे नींबू पानी, शिकंजी, नारियल पानी आदि। घरों और कार्यस्थलों पर पर्दों या शेड का प्रबंध करें ताकि सीधे सूर्य की किरणें अंदर न आएं। खासकर बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों का विशेष ध्यान रखें। वहीं दूसरी ओर यह चेतावनी भी दी है कि दोपहर 12 से शाम 4 बजे के बीच अत्यधिक गर्मी में बाहर निकलने से बचें। खाली पेट, अधिक प्रोटीन या बासी भोजन का सेवन न करें। धूप में खड़ी गाड़ियों में बच्चों या जानवरों को अकेला न छोड़ें। शराब, चाय, कॉफी, कार्बोनेटेड ड्रिंक आदि का अधिक सेवन न करें।

ये लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से लें सलाह

योगी सरकार के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने ने हीट वेव से संबंधित बीमारियों के लक्षणों को भी पोस्टरों के माध्यम से साझा किया है। इनमें शरीर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच जाना, लाल और सूखी त्वचा, चक्कर आना, मांसपेशियों में कमजोरी, सांस फूलना, सिरदर्द, घबराहट, मतली या उल्टी शामिल हैं। यदि किसी व्यक्ति को ये लक्षण दिखें तो उसे तुरंत छायादार जगह पर ले जाकर ठंडा पानी पिलाएं, संभव हो तो ठंडे पानी से नहलाएं और तुरंत एम्बुलेंस या डॉक्टर को बुलाएं। इसके अलावा श्रमिकों और बच्चों के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं। निर्माण स्थलों पर काम करने वाले मजदूरों के लिए आवश्यक है कि उन्हें नियमित अंतराल पर विश्राम दिया जाए और उनके लिए ठंडी और छायादार जगह की व्यवस्था हो। भारी श्रम कार्यों को सुबह या शाम के समय में कराया जाए। बच्चों को दोपहर के समय धूप में खेलने से रोका जाए, उनके कपड़े ढीले और हल्के हों और वे पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें। कभी भी बच्चों को गर्मी में बंद गाड़ी में अकेला न छोड़ें।

*हीट वेव से बचाव के लिए मित्र प्रणाली लागू

सीएम योगी ने निर्देशित किया गया है कि श्रमिकों की निगरानी के लिए तुरंत “मित्र प्रणाली” लागू की जाए। इसके तहत साथी एक-दूसरे की सेहत का ध्यान रखेंगे और आवश्यकता पड़ने पर प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराएंगे। इसके साथ ही भारी उद्योगों में गर्म उपकरणों को इन्सुलेट करने और बच्चों के लिए कूल शेड की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए गए हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने लोगों से अपील की है कि हीट वेव के प्रति सतर्क रहें और किसी भी व्यक्ति में गंभीर लक्षण दिखाई देने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं या एम्बुलेंस सेवा 108 पर कॉल करें।

---------------

लखनऊ में गौकशी तस्करों से मुठभेड़: फायरिंग में एक बदमाश घायल, दो फरार; भारी मात्रा में हथियार और वाहन बरामद

लखनऊ। गोसाईगंज थाना क्षेत्र के बेली अंडरपास, जेल रोड के पास शुक्रवार देर रात पुलिस और गौकशी में लिप्त तस्करों के बीच मुठभेड़ हो गई। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश शोएब उर्फ गैंडा के पैर में गोली लगी, जबकि उसके दो साथी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए।

पुलिस टीम जब बदमाशों को पकड़ने पहुंची, तो उन पर बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने शोएब को घायल कर दबोच लिया। घायल बदमाश पर आठ से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।

मौके से पुलिस ने एक अवैध तमंचा, कारतूस और एक स्विफ्ट डिजायर कार बरामद की है। फरार बदमाशों की तलाश के लिए पुलिस टीमें गठित कर दी गई हैं और उनकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है।

घटना की सूचना पर DCP साउथ निपुण अग्रवाल भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। फॉरेंसिक टीम भी घटनास्थल पर पहुंचकर जांच में जुटी है।