नशा तस्करों पर पुलिस ने कसा शिंकजा, 18 किलो गांजे के साथ पति-पत्नी गिरफ्तार

रायपुर-  राजधानी रायपुर में पुलिस ने नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई हुए सफलता हासिल की है. गंज पुलिस ने गांजा तस्करी करते हुए पति-पत्नी को दबोचा है. इनके पास से 18 किलों गांजा बरामद किया गया है.

जानकारी के मुताबिक, पकड़े गए आरोपी जावेश शेख और पत्नी शबनम आरा शेख ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले के निवासी हैं. दोनों आरोपी पति पत्नी गांजे को विदिशा मध्यप्रदेश लेकर रहे थे. इसी दौरान पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस को बरामद गांजा की कीमत 2 लाख रुपए आंकी गई है. दोनों आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने धारा 20बी नारकोटिक एक्ट का अपराध दर्ज किया है.

व्यभिचार में रह रही महिला तलाक के बाद पति से नहीं भरण-पोषण की हकदार, हाई कोर्ट का अहम फैसला…

बिलासपुर- हाई कोर्ट ने पत्नी के विवाहतेर संबंध व व्यभिचार में रहने के आधार पर परिवार न्यायालय से तलाक की डिक्री पारित होने पर अपने आदेश में कहा है कि यदि कोई महिला व्यभिचार में रह रही है, तो तलाक के बाद महिला पति से भरण पोषण लेने की हकदार नहीं हो सकती. इसके साथ कोर्ट ने परिवार न्यायालय द्बारा 4000 रूपये भरण पोषण राशि देने के आदेश को निरस्त कर दिया है.

दरअसल, रायपुर निवासी याचिकाकर्ता की हिन्दू रिवाज से 2019 में शादी हुई. कुछ दिन बाद पत्नी ने पति पर मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुएमार्च 2021 में ससुराल छोड़कर अपने भाई के घर चली गई. इसके बाद पति ने परिवार न्यायालय में तलाक का आवेदन लगाया तो वहीं पत्नी ने पति से भरण पोषण प्राप्त करने कोर्ट में वाद प्रस्तुत किया. पत्नी ने आवेदन में कहा कि पति उसके साथ क्रूरता करता है, मानसिक रूप से प्रताड़ित कर चरित्र पर शंका करता है. इसके कारण वह घर छोड़कर अपने भाई के पास चली गई है.

इधर पति ने अपने आवेदन में कहा कि पत्नी का उसके छोटे भाई से विवाहेतर संबंध है. उसने पकड़ा और मना किया, तो लड़ाई करते हुए झूठे मुकदमें फंसाने धमकी दी, और कुछ आपराधिक प्रकरण दर्ज भी कराई है. साथ ही पत्नी का अपने से कम उम्र के लड़कों के साथ संबंध है.

पत्नी के व्यभिचारी होने परिवार न्यायालय में साक्ष्य पेश किया गया. मामले की सुनवाई के दौरान पत्नी ने भी यह स्वीकार किया, कि वह पति के कारण व्यभिचार में है. रायपुर परिवार न्यायालय ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद व्यभिचार के आधार पर पति के पक्ष में तलाक का आदेश पारित किया, वहीं पत्नी के आवेदन को आंशिक रूप से स्वीकार कर पति को प्रतिमाह 4000 रुपए भरण पोषण देने का आदेश दिया.

परिवार न्यायालय के आदेश के खिलाफ पति-पत्नी दोनों ने हाईकोर्ट में अलग अलग आपराधिक समीक्षा याचिका लगाई. पत्नी ने पति के डाटा इंट्री आपरेटर के पद में काम करने 35000 मासिक आय, किराया का आय, कृषि आय आदि की गणना कर 10 लाख रुपए एकमुश्त दिलाने या 20000 रुपए प्रतिमाह दिलाने की मांग की थी. पति ने याचिका में पत्नी के व्यभिचार में रहने के कारण परिवार न्यायालय के भरण पोषण राशि दिए जाने के आदेश को निरस्त करने की मांग की.

कोर्ट ने अपने आदेश में कहा, यह डिक्री दावे के सबूत के आधार पर पारित की गई डिक्री है. इस न्यायालय का यह मत है कि दी गई डिक्री पारिवारिक न्यायालय द्बारा दिया गया आदेश स्पष्ट रूप से यह साबित करता है कि आवेदक-पत्नी व्यभिचार में है, इसलिए आवेदक-पत्नी याचिकाकर्ता से भरण-पोषण का दावा करने में अयोग्य है. हाईकोर्ट ने पति की याचिका को स्वीकार कर पत्नी की ओर से प्रस्तुत याचिका को खारिज कर दिया है.

पासपोर्ट के लिए अब नहीं जाना होगा कार्यालय, घर में ही होगी बायोमेट्रिक स्कैनिंग और दस्तावेजों की जांच…

रायपुर- समय के साथ सुविधाएं लोगों को घर-द्वार में मिल रही हैं. इस कड़ी में पासपोर्ट भी शामिल हो गया है, जिसके लिए अब आपको कार्यालय का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं, बल्कि घर बैठे ही पासपोर्ट से जुड़े काम हो जाएंगे. सरकार ने अब घर बैठे ही फिंगर प्रिंट्स और बायोमेट्रिक स्कैनिंग मशीन, दस्तावेजों की जांच, फोटो खींचने समेत सभी तरह की सुविधाएं मुहैया कराने जा रही है.

विदेश मंत्रालय ने पासपोर्ट बनाने में आने वाली दिक्कतों को देखते हुए लोगों को सुविधा के लिहाज से पासपोर्ट मोबाइल वैन चला रही है. इस हाईटेक वैन में पासपोर्ट बनाने की पूरी प्रक्रिया संपन्न होगी. इस वैन को अलग-अलग इलाकों में हफ्ते में एक बार पहुंचाया जाएगा. लोगों को केवल इस वैन तक पहुंचना होगा. बाकी के काम वैन में तैनात कर्मचारी और अफसर कर लेंगे।

मध्यप्रदेश, राजस्थान समेत कई राज्यों में यह सुविधा शुरू भी हो गई है. अब इस विदेश मंत्रालय की इस महती योजना में छत्तीसगढ़ को भी शामिल कर लिया गया है. जल्द ही छत्तीसगढ़ पासपोर्ट दफ्तर को पहली वैन मिलने वाली है. यहां वैन कहां-कहां जाएगी, इसका रूट भी तैयार किया जा रहा है.

तीन दिन में तत्काल पासपोर्ट

दरअसल, बिना पासपोर्ट के विदेश जाना संभव नहीं है. विदेश जाने वालों की संख्या भी हर साल बढ़ रही है. पासपोर्ट बनवाने की प्रक्रिया भी आसान हुई है. तत्काल पासपोर्ट तीन दिन में उपलब्ध कराया जा रहा है. इसके लिए शुल्क 3500 रुपए ही है. सामान्य पासपोर्ट के लिए 1500 रुपए शुल्क लिया जाता है. सभी प्रक्रिया पूरी होने के बाद दो हफ्ते में इसे जारी कर दिया जाता है.

क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी गौरव गर्ग ने बताया कि लोगों की सुविधा के लिए मोबाइल वैन शुरू की जा रही है. इसमें पासपोर्ट बनाने के सारे काम होंगे. लोगों को सेंटर तक नहीं जाना होगा. शुरुआत में इस वैन को वहां चलाया जाएगा जहां पासपोर्ट दफ्तर नहीं है. ताकि लोग घरों के सामने ही पासपोर्ट बनवा सकें.

19 साल में 6 लाख पासपोर्ट

रायपुर में 2007 में पासपोर्ट दफ्तर खुलने के पहले तक लोगों को नया पासपोर्ट बनवाने के लिए भोपाल जाना पड़ता था. पहली बार दफ्तर खुला तो उस वर्ष 45 पासपोर्ट बने थे. इसके बाद हर साल पासपोर्ट बनवाने वालों की संख्या बढ़ती गई. पिछले तीन साल से हर साल 50 हजार से ज्यादा लोग पासपोर्ट बनवा रहे हैं.

जहां दफ्तर नहीं, वहां सुविधा पहले

क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी गौरव गर्ग ने बताया कि लोगों की सुविधा के लिए मोबाइल वैन शुरू की जा रही है. इसमें पासपोर्ट बनाने के सारे काम होंगे. लोगों को सेंटर तक नहीं जाना होगा. शुरुआत में इस वैन को वहां चलाया जाएगा, जहां पासपोर्ट दफ्तर नहीं है.

ऑनलाइन पता चलेगा कब-कहां आएगी गाड़ी

  • मोबाइल वैन से पासपोर्ट बनवाने के लिए लोगों को अलग से अपॉइंटमेंट दिया जाएगा
  • लोग सुविधा के अनुसार टाइम स्लॉट बुक करा सकेंगे. दिन भी चुन सकेंगे.
  • अपॉइंटमेंट बुक करने से लेकर दस्तावेज सत्यापन तक की प्रक्रिया सरल और तेज होगी.

ऐसे करेंगे आवेदन

  • आवेदकों को passportindia.gov.in वेबसाइट पर लॉग इन कर स्लॉट बुक करना होगा.
  • अलग-अलग प्रक्रियाओं में मोबाइल वैन के ऑप्शन को सिलेक्ट करना होगा.
  • स्लॉट बुक होने के बाद वैन तय समय पर इलाके में पहुंचेगी. जहां प्रक्रिया पूरी की जाएगी.
कोंडागांव में नारियल विकास बोर्ड बना किसानों की उम्मीद का केंद्र, वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने की प्रशंसा

कोंडागांव- छत्तीसगढ़ के एकमात्र नारियल विकास बोर्ड कोंडागांव स्थित कोकोनट रिसर्च सेंटर का शनिवार को प्रदेश के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने दौरा किया और इसकी गतिविधियों की सराहना की। यह केंद्र न केवल नारियल की खेती को बढ़ावा दे रहा है, बल्कि किसानों को नई तकनीकों और पौधों की उन्नत किस्में प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बना रहा है।

100 एकड़ में फैले इस रिसर्च सेंटर में नारियल की कई प्रजातियों के साथ-साथ कोको, कॉफी, काली मिर्च, केला, लीची और हल्दी जैसी फसलों की भी उन्नत खेती की जा रही है। किसानों को इन फसलों की जानकारी देने के साथ-साथ बोर्ड हर साल एक लाख पौधे निशुल्क वितरित करता है।

यहां नारियल के फल से मिठाइयां बनाई जा रही है, वहीं नारियल के खोल से सुंदर कलाकृतियां तैयार की जा रही है, जो ग्रामीणों के लिए स्वरोजगार का सशक्त माध्यम बन रही है। वित्त मंत्री चौधरी ने केंद्र के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि यह बोर्ड कृषि के क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस तरह का प्रयास न केवल स्थानीय किसानों की आय बढ़ा रहा है, बल्कि पूरे प्रदेश में कृषि नवाचार की मिसाल भी पेश कर रहा है।

आबकारी घोटाला मामला : सरकार ने दी 21 आबकारी अधिकारियों के खिलाफ अभियोजन की अनुमति

रायपुर- छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले की जांच के बीच सरकार ने एक अहम फैसला लिया है. राज्य सरकार ने इस घोटाले में संलिप्त 21 आबकारी अधिकारियों के खिलाफ अभियोजन की स्वीकृति दे दी है, जिससे अब उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई का रास्ता साफ हो गया है।

EOW ने एफआईआर में कुल 36 लोगों को आरोपी बनाया गया है, जिनमें तत्कालीन एडिशनल डायरेक्टर, ज्वाइंट डायरेक्टर, डिप्टी डायरेक्टर, जिला आबकारी अधिकारी और इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी शामिल हैं. जांच के दौरान ब्यूरो ने कई अधिकारियों से लंबी पूछताछ की है. अब अभियोजन की स्वीकृति के बाद इन अधिकारियों की जल्द गिरफ्तारी की संभावना जताई जा रही है.

गौरतलब है कि इस घोटाले में कई राजनेता, पूर्व IAS अधिकारी और कारोबारी पहले ही जेल भेजे जा चुके हैं. शासन से मिली मंजूरी के बाद EOW द्वारा शनिवार को राज्यभर में 13 ठिकानों पर छापेमारी भी की गई थी, जिससे जुड़े दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक सबूत जब्त किए गए हैं. जांच एजेंसी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आगे की कार्रवाई तेज कर दी है.

रिटायर्ड फार्मासिस्ट को मिली राहत, हाईकोर्ट ने निरस्त किया पौने आठ लाख की रिकवरी का आदेश

बिलासपुर- रिटायर्ड फार्मासिस्ट के वेतन से पौने आठ लाख रुपए की रिकवरी करने का आदेश हाईकोर्ट ने निरस्त कर दिया है। कोर्ट ने माना है कि तृतीय और चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों से सेवानिवृत्ति के बाद अधिक वेतन की रिकवरी नहीं की जा सकती।

बता दें कि घासीराम साहू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिलाईगढ़ में फार्मासिस्ट ग्रेड 2 के पद से 30 जून 2024 को रिटायर हुए। उन्हें पेंशन, ग्रेच्युटी, सेवानिवृत्ति के अन्य देयक नहीं दिए जा रहे थे। विभाग ने कहा कि उनका वेतन निर्धारण गलत हो गया था। इस वजह से 7 लाख 75 हजार रुपए का रिकवरी आदेश जारी कर दिया गया। इसके खिलाफ उन्होंने हाईकोर्ट में याचिका लगाई।

याचिकाकर्ता घासीराम ने अपनी याचिका में सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लेख करते हुए कहा था कि रिटायरमेंट के बाद रिकवरी नहीं हो सकती। मामले की सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने माना कि तृतीय और चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों से सेवानिवृत्ति के बाद अधिक वेतन की रिकवरी नहीं की जा सकती। इसके साथ ही कोर्ट ने 7 लाख 75 हजार की रिकवरी का आदेश निरस्त कर दिया।

मासूम बच्ची से नाबालिग ने किया दुष्कर्म, पुलिस ने आरोपी को भेजा बाल संप्रेक्षण गृह

दुर्ग-  जिले के सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र में साढ़े 5 साल की मासूम बच्ची से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। बच्ची के परिजनों ने इस मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने जांच करते हुए आज 13 वर्षीय आरोपी को गिरफ्तार कर बाल न्यायालय में पेश किया और बाल संप्रेक्षण गृह भेजा। पड़ोस में रहने वाला 13 वर्षीय नाबालिग रिश्ते में चाचा है।

एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर ने बताया कि यह घटना सिटी कोतवाली दुर्ग क्षेत्र की है। साढे 5 साल की मासूम बच्ची की मां ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसके बच्ची के साथ किसी अपचारी बालक ने दुष्कर्म किया है। इस पर अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया और अपचारी बालक को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर बाल सम्प्रेक्षण गृह भेजा गया। दरअसल पीड़ित एवं आरोपी दोनों पड़ोसी हैं। नाबालिग रिश्ते में चाचा है। घटना 16 मई शुक्रवार की बताई जा रही है।

पड़ोसी चाचा के घर खेल गई थी बच्ची

पीड़िता की मां ने बताया कि मासूम बच्ची एवं आरोपी दोनों एक ही समय पर मोहल्ले की दुकान में चिप्स खरीदने गई थी। उसके बाद बच्ची पड़ोसी चाचा के साथ उसके घर पर खेलने चली गई। घर लौटने पर बच्चों की मां को संदेह हुआ तब मां ने बच्चों से पूछताछ की तब बच्चे ने चाचा द्वारा अंडर वीयर उतारने की बात बताई। इसके बाद कल रात को ही परिजनों ने सिटी कोतवाली पहुंचकर मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई। आज कार्यवाही करते हुए पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 64-BNS, 65(2)-BNS, 4-CHL, 6-CHL मामला दर्ज किया। पुलिस नाबालिग आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी कक्षा छठवीं में पढ़ता था। रिजल्ट आने के बाद कक्षा सातवीं में चला गया है।

सवा महीने पहले भी 6 साल की मासूम के साथ चाचा ने किया था दुष्कर्म

बता दें कि दुर्ग के मोहन नगर थाना क्षेत्र में सवा महीने पहले ही 6 साल की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना को उसके ही चाचा ने अंजाम दिया था। इसके बाद कई सामाजिक संगठनों ने इस घटना को लेकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया था।

सुकमा के चिंगावरम में ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के सम्मान में भव्य तिरंगा यात्रा: रैली में शामिल हुए गृहमंत्री विजय शर्मा और मंत्री केदार कश्यप

रायपुर-   उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा और वन मंत्री केदार कश्यप एकदिवसीय दौरे पर आज सुकमा जिले के चिंगावरम पहुंचे। उनके साथ बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक पी. सुंदरराज, कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव तथा महिला आयोग की सदस्य दीपिका सोरी भी उपस्थित थीं।

कार्यक्रम का शुभारंभ चिंगावरम में 17 मई 2010 को नक्सलियों द्वारा किए गए बम विस्फोट में शहीद हुए वीर जवानों और ग्रामीणों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए किया गया। शहीदों के चित्रों पर दीप प्रज्वलन और माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। इस अवसर पर बस दुर्घटना से प्रभावित परिवारों और ग्रामीणों ने भी वीर बलिदानियों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम में गृहमंत्री विजय शर्मा ने सभी शोक संतृप्त परिवारों से सीधा संवाद किया, उनका हालचाल जाना और पूर्व की घटना से जुड़ी जानकारी प्राप्त की।

गृहमंत्री विजय शर्मा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार ग्रामीणों को सभी शासकीय योजनाओं का लाभ पहुँचा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय स्वयं आदिवासी समाज से हैं और पूरे प्रदेश का नेतृत्व कर रहे हैं।

गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने स्पष्ट किया है कि 31 मार्च 2026 तक देश से सशस्त्र माओवाद पूर्णतः समाप्त कर दिया जाएगा और अगले एक साल के भीतर प्रदेश में शांति व्यवस्था स्थापित कर दी जाएगी। उन्होंने जनता से अपील की कि यदि कोई भटके हुए लोग उनके संपर्क में हों, तो उन्हें समझाकर समाज की मुख्यधारा में लाएं।

वनमंत्री केदार कश्यप ने अपने संबोधन में कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने बस्तर के विकास और इसे नक्सलमुक्त करने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि यह संकल्प प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का भी संकल्प है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार चिंगावरम के एक-एक व्यक्ति के साथ है। वर्तमान में सुरक्षा व्यवस्था बेहतर हुई है और यह क्षेत्र आने वाले एक वर्ष के भीतर नक्सलमुक्त होगा और विकास की ऊँचाइयों को प्राप्त करेगा। मैं हमारे अमर शहीदों को प्रणाम करता हूँ, जिनकी शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी।

कार्यक्रम के अंत में गृहमंत्री विजय शर्मा ने बस दुर्घटना में शहीद हुए वीर जवानों और ग्रामीणों के परिजनों को शाल और श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया। साथ ही उन्होंने चिंगावरम में शहीदों की स्मृति में एक सामुदायिक भवन निर्माण की घोषणा की, जिसमें सभी बलिदानियों की तस्वीरों के साथ एक स्मारक भी स्थापित किया जाएगा। उन्होंने पंचायत में एक रंगमंच निर्माण, एक स्टॉप डेम की मरम्मत और पक्की सड़क निर्माण की भी घोषणा की।

ऑपरेशन सिंदूर की ऐतिहासिक सफलता के उपलक्ष्य में आज चिंगावरम में एक भव्य तिरंगा यात्रा रैली का आयोजन किया गया। इस गौरवपूर्ण अवसर पर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा और वन मंत्री केदार कश्यप विशेष रूप से उपस्थित रहे।

रैली में चिंगावरम और आसपास के ग्रामीणों ने भारी उत्साह और देशभक्ति के जोश के साथ भाग लिया। सैकड़ों की संख्या में उपस्थित लोग तिरंगा लेकर देशभक्ति के नारों के साथ चल रहे थे। इस आयोजन ने न केवल सुरक्षा बलों के अदम्य साहस को सम्मानित किया, बल्कि यह भी दर्शाया कि अब बस्तर का आम नागरिक भी आतंक और भय के विरुद्ध खड़ा है।

युवा कांग्रेस नेता ने युवती से किया दुष्कर्म, पीड़िता ने कहा – 10 साल तक रिलेशन में रहा, शादी का झांसा देकर बनाता रहा संबंध

दुर्ग-  शादी का झांसा देकर युवती से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। आरोपी युवा कांग्रेस का पूर्व प्रदेश महासचिव है। युवती ने थाने में मामले की शिकायत की थी, जिसमें उन्होंने बताया कि 10 साल तक रिलेशन में रहने के बाद आरोपी ने शादी से इनकार कर दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। पूरा मामला दुर्ग जिले के पद्मनाभपुर थाना क्षेत्र का है।

दुर्ग एएसपी सुखनन्दन राठौर ने बताया कि एक युवती ने पद्मनाभपुर थाने में शारीरिक शोषण का मामला दर्ज कराया है। इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। दरअसल युवती ने आरोप लगाया है कि साल 2015 में उसकी मुलाकात भिलाई निवासी मो. आमिर सिद्दकी (35 साल) से हुई थी। आमिर ने युवती से शादी का वादा किया, लेकिन लड़की के घरवालों को ये रिश्ता मंजूर नहीं था। इसके बाद भी आमिर और लड़की साल 2015 से 2025 तक एक साथ रहे। इस दौरान आमिर ने समय-समय पर लड़की के साथ शारीरिक संबंध बनाए।

गर्भवती होने पर कराया एबॉर्शन

युवती का आरोप है कि गर्भवती होने पर युवक ने उसे शादी करने का झूठा वादा किया और एबॉर्शन करा दिया। कुछ दिन पहले लड़की को पता चला कि आमिर किसी दूसरी लड़की से शादी करने जा रहा है, इस पर दोनों के बीच विवाद हो गया। युवती ने शादी के लिए दबाव बनाया। जब युवती शादी की जिद पर अड़ गई तो आमिर ने लड़की से शादी करने से ही मना कर दिया। इसके बाद लड़की ने पद्मनाभपुर थाने में जाकर मामले की शिकायत दर्ज कराई, जिस पर पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार किया है।

देशभक्ति के रंग में रंगा छत्तीसगढ़, तिरंगा यात्रा में प्रदेशभर में उमड़ा जनसैलाब: मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और मंत्रियों ने किया नेतृत्व

रायपुर-  छत्तीसगढ़ में ‘राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए नागरिक’ कार्यक्रम और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की वीरगाथा को जनमानस से जोड़ने के लिए आज पूरे प्रदेश में भव्य तिरंगा यात्राओं का आयोजन किया गया। यह आयोजन वीर शहीदों को श्रद्धांजलि, भारतीय सेना के साहस को सम्मान और नागरिक एकजुटता का स्पष्ट प्रतीक बन गया।

जशपुर जिले के दुलदुला तहसील के चराईडांड़ में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में निकली ऐतिहासिक तिरंगा यात्रा में हजारों नागरिकों ने भाग लिया। मुख्यमंत्री श्री साय ने शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को राष्ट्र की एकता का प्रतीक बताया। उन्होंने हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत कर राष्ट्रीय संकल्प को जनआंदोलन में बदला।

उपमुख्यमंत्री अरुण साव और केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने बिलासपुर में मिनी स्टेडियम से तिरंगा यात्रा को हरी झंडी दिखाई। लखीराम ऑडिटोरियम तक निकली इस यात्रा में सांसद, महापौर, अधिकारी और जनसामान्य की उल्लेखनीय भागीदारी रही।

सुकमा जिले के चिंगावरम में उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा और वनमंत्री केदार कश्यप ने भव्य तिरंगा यात्रा का नेतृत्व किया। इस आयोजन में सैकड़ों ग्रामीणों ने भाग लिया और स्पष्ट किया कि अब बस्तर आतंक से नहीं, आत्मबल से पहचाना जाएगा।

राजनांदगांव में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह स्वयं ग्राम भर्रेगांव और शहर में आयोजित तिरंगा यात्रा में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर भारत की ताकत का जीवंत उदाहरण है। आम नागरिकों ने भारी संख्या में भाग लेकर सैनिकों को सच्ची श्रद्धांजलि दी।

रायगढ़ जिला मुख्यालय में राज्यसभा सांसद देवेंद्र प्रताप सिंह और लोकसभा सांसद राधेश्याम राठिया के नेतृत्व में निकली यात्रा में हजारों लोगों ने भाग लिया। यह यात्रा शहीदों और पहलगाम हमले की पीड़ित माताओं को सम्मान देने का जनसंकल्प बनी।

कोरबा में उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन के नेतृत्व में घंटाघर चौक से निकली यात्रा में महापौर, कलेक्टर और एसपी सहित हजारों लोगों की भागीदारी रही। ‘जय हिंद’, ‘वंदे मातरम’ के नारों ने वातावरण को देशभक्ति से ओतप्रोत कर दिया।

महासमुंद जिला मुख्यालय में सांसद रूपकुमारी चौधरी और विधायक योगेश्वर सिन्हा के नेतृत्व में यात्रा गांधी चौक से हाई स्कूल मैदान तक संपन्न हुई। ग्रामीणों, एनसीसी, स्काउट, महिला समूहों की भारी भागीदारी रही।

कवर्धा जिले में गांव-गांव तिरंगा यात्रा निकाली गई, जिसमें सरपंच, शिक्षक, युवा मंडल और आम नागरिकों ने मिलकर सेना के प्रति सम्मान प्रकट किया। यह आयोजन जनजागृति का सशक्त मंच बना।

बालोद जिला मुख्यालय में वल्लभ भाई पटेल मैदान से निकली यात्रा पुष्प वर्षा और भारत माता की जय के नारों से गुंजायमान रही। दल्लीराजहरा, गुण्डरदेही, अर्जुंदा जैसे निकायों में भी समान उत्साह देखा गया।

कोण्डागांव जिला में विधायक लता उसेंडी और कलेक्टर नुपूर राशि पन्ना की उपस्थिति में पलारी गांव और नगर क्षेत्र में तिरंगा यात्रा निकाली गई। पूर्व सैनिकों का सम्मान और युवाओं को सेना में सेवा का आह्वान मुख्य आकर्षण रहा।

सरगुजा जिला मुख्यालय अम्बिकापुर में विधायक राजेश अग्रवाल और कलेक्टर विलास भोसकर की उपस्थिति में भव्य यात्रा निकाली गई। बच्चों, युवाओं, महिलाओं ने पूरे जिले में देशभक्ति का वातावरण रचा।

जांजगीर-चांपा जिले में हाई स्कूल मैदान से प्रारंभ तिरंगा यात्रा में हज़ारों लोग शामिल हुए। स्काउट गाइड, हसदेव हीरो, खिलाड़ियों और एनएसएस के छात्रों ने शानदार उपस्थिति दर्ज की।

नारायणपुर जिला मुख्यालय में जय स्तंभ चौक पर सामूहिक राष्ट्रगान और शपथ के साथ तिरंगा यात्रा का समापन हुआ।

बलरामपुर जिला मुख्यालय में मोमबत्ती जलाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। शहीद चौक से आरंभ हुई यात्रा में नागरिकों ने वीर जवानों को नमन किया और ऑपरेशन सिंदूर को जनभावना का समर्थन मिला।

मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी क्षेत्र में महिला समूहों, ग्राम पंचायतों और जनप्रतिनिधियों की अगुवाई में अनुशासित और संगठित तिरंगा यात्राएं निकाली गईं। यह आयोजन ग्रामीण क्षेत्रों में राष्ट्रप्रेम की नई ऊर्जा लेकर आया।

सिरपुर (महासमुंद) की ऐतिहासिक धरती पर तिरंगा यात्रा जिला प्रशासन के नेतृत्व में निकाली गई, जहां स्काउट-गाइड और छात्रों ने सांस्कृतिक और राष्ट्रीय भावनाओं को एक मंच में पिरोया।

इस प्रदेशव्यापी तिरंगा यात्रा ने यह सिद्ध किया कि छत्तीसगढ़ का हर नागरिक राष्ट्र की एकता, अखंडता और सेना के प्रति सम्मान में एकजुट है। यह केवल यात्रा नहीं, बल्कि भारत की सामूहिक चेतना, आस्था और संकल्प का महोत्सव है।