प्रचंड गर्मी से अभी नही मिलेगी निजात, प्रदेश के इन जिलों मे मेघगर्जन के साथ वज्रपात का अलर्ट

डेस्क : बिहार के कई हिस्सों में भीषण गर्मी पड़ रही है। सूरज भगवान के तल्ख तेवर ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है। तेज धूप और उमश भरी गर्मी से इंसान तो इंसान पशु-पक्षी तक बेहाल है। वहीं प्रदेशवासियों को आज गुरुवार को भी गर्मी सताएगी। वहीं उत्तर-पूर्व भाग के जिलों में मेघगर्जन और वज्रपात के साथ ही 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की चेतावनी है।

मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिनों के दौरान अधिकतम और न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक के गिरावट आने का भी पूर्वानुमान है। लेकिन तापमान गिरने के बावजू आर्द्रता की मात्रा अधिक रहने के कारण लोगों को वास्तविक तापमान से अधिक का एहसास होगा। बुधवार को पटना सहित प्रदेश के अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी हुई। सबसे गर्म शहर 43.2 डिग्री के साथ रोहतास का डेहरी रहा। आर्द्रता की मात्रा 95 प्रतिशत तक रहने के कारण लोगों को वास्तविक तापमान से लगभग 10 डिग्री सेल्सियस तक अधिक का एहसास होने से बेचैनी वाली गर्मी का सामना करना पड़ा।

12 शहरों का पारा रहा 40 डिग्री सेल्सियस के पार

मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को 12 शहरों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा। डेहरी का 43.2, बक्सर का 42.7, गया का 42.6, शेखपुरा का 41.9, औरंगाबाद का 41.7, आरा 41.6, अरवल का 41.2, बांका का 41.1, पटना का 40.9, विक्रमगंज का 40.8 गोपालगंज व जीरादेई का अधिकतम तापमान 40.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ।

पटना टैफिक एसपी ने यातायात पुलिसकर्मियों को बीच वितरित किया सोल्डर लाइट, सड़क हादसे के शिकार होने से बचेंगे ट्रैफिक पुलिसकर्मी

डेस्क : राजधानी पटना में यातायात को सुचारु रुप से चलाने को लेकर ट्रैफिक पुलिस तत्परता से सड़कों पर अपने कर्तव्य का निर्वहन करते नजर आते है। वहीं यातायात नियमों का पालन कराने और वाहनों की जांच के क्रम में कई बार ये सड़क दुर्घटना का शिकार हो जाते है। खासकर शाम के वक्त कम रौशनी में वाहनों की चेकिंग अभियान के दौरान कई हादसे हुए है। जिसमें ट्रैफिक पुलिस पदाधिकारी और पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। लेकिन अब ट्रैफिक पुलिसकर्मी हादसे का शिकार होने से बच पाएंगे।

दुर्घटना से बचाव को लेकर पटना यातायात में तैनात पदाधिकारियों और पुलिसकर्मियों के लिए shoulder light का वितरण पटना यातायात पुलिस अधीक्षक अपराजित लोहान ने पदाधिकारियों और पुलिसकर्मियों को किया है। जिससे शाम में कम रौशनी में यातायात की कमान संभालने वाले पदाधिकारियों और पुलिसकर्मियों को सड़को पर यातायात नियमित करने और वाहनों की जांच के क्रम में दुर्घटना का शिकार होना पड़ता है।

ट्रैफिक एसपी अपराजित लोहान ने बताया कि यातायात को संभालने वाले पदाधिकारियों और पुलिसकर्मियों की सेहत के साथ साथ उनके जीवन की सुरक्षा भी एक अहम जिम्मेवारी है जिसको देखते हुए पटना ट्रैफिक पुलिस पदाधिकारी और पुलिसकर्मी के बीच shoulder light को दिया गया है। जिससे अंधेरे में इनकी शोल्डर लाइट ब्लिंकिंग से अन्य वाहन चालकों को यातायात पुलिस की स्थिति का पता चल सके और चालक अपने वाहनों को कंट्रोल कर रोक दे।

उन्होंने बताया कि पटना यातायात पुलिस कर्मियों की ड्यूटी दो पालियों में लगाई जाती है। दिन के उजाले में आसानी से इनकी गतिविधि दिख जाती है बनिस्पत रात के वक्त ऐसे में पटना यातायात पुलिस अधीक्षक ने पटनावासियों से अपील करते हुए कहा कि इस सोल्डर लाइट को रात में देखकर वाहनों को चलाएं। पटना यातायात पुलिस आपकी हिफाजत और सुगम व्यवस्था के लिए सड़को पर रात दिन तैनात रहते है।

डिप्टी सीएम विजय सिन्हा का बड़ा एलान, इसबार मॉनसून में नहीं बंद होगा बालू घाट

डेस्क : बिहार में मानसून के दौरान हर साल 15 जून बालू घाटों में खनन पर रोक लगा दिया जाता है। लेकिन इसबार ऐसा नहीं होगा। यह एलान बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने किया है। आज बुधवार को खनन विभाग को लेकर डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने बताया कि हर साल 15 जून से मानसून के चलते बालू घाट बंद कर दिए जाते हैं, लेकिन राज्य सरकार ने समय पर विकास योजनाओं को पूरा करने के लिए पहले से भंडारण की व्यवस्था की है।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की परियोजनाएं बाधित न हों, इसके लिए 15 जून के बाद भी 180 बालू घाटों से बालू की आपूर्ति जारी रहेगी। इनमें 18 घाट सफेद बालू के हैं। शेड्यूल रेट पर बालू की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है ताकि समय पर निर्माण कार्य हो सके।

विजय सिन्हा ने बताया कि जिन विभागों को बालू की आवश्यकता होगी, उन्हें खनन पट्टा भी दिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में राज्य ने निर्धारित लक्ष्य से अधिक राजस्व प्राप्त किया है। अब तक 3569 करोड़ रुपये का राजस्व खनन विभाग को मिला है। उन्होंने बताया कि 37 बालू घाटों को सरेंडर किया गया था, जिनमें से 29 की नीलामी प्रक्रिया शुरू की गई है और 14 घाटों की नीलामी हो चुकी है। इसके अलावा, पिला बालू के 457 घाटों में से फिलहाल 161 घाट चालू हैं।

उन्होंने बताया कि जो घाट सरेंडर किए गए हैं, उनकी अग्रिम संपत्ति जब्त की जाएगी और संबंधित लोगों पर अन्य कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। उपमुख्यमंत्री ने सभी विभागों को चेताया कि बालू, पत्थर और मिट्टी को लेकर कोई भी विभाग अपनी जिम्मेदारी से पीछे न हटे। उन्होंने दावा किया कि खनन विभाग इन सभी आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने में पूरी तरह सक्षम है।

सेवा इतिहास पोर्टल के अपडेशन कार्य में भाग नहीं लेने वाले विप सेवा के इन अधिकारियों से स्पष्टीकरण की मांग, 5 दिनों का दिया गया समय

डेस्क : सामान्य प्रशासन विभाग ने सेवा इतिहास पोर्टल के अपडेशन कार्य में भाग नहीं लेने वाले बिहार प्रशासनिक सेवा के 15 पदाधिकारियों से एक हफ्ते के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है। विभाग के अवर सचिव ने पत्र जारी कर कहा है कि बार-बार सूचना दिए जाने के बावजूद सेवा इतिहास पोर्टल को अब तक अपडेट नहीं कराया जाना अनुशासनहीनता का द्योतक और वरीय पदाधिकारी के आदेश की अवहेलना है।

विभाग ने पूछा है कि क्यों नहीं आपके विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई प्रारंभ करने की अनुशंसा की जाये। इन पदाधिकारियों को 19 मई को निर्धारित अपडेशन कार्यक्रम में निश्चित रूप से उपस्थित होने का निर्देश भी दिया गया है। राज्य सरकार बिप्रसे पदाधिकारियों की सेवा से संबंधित सभी सूचना व अभिलेख का ऑनलाइन संधारण कर रही है। इसके लिए पदाधिकारियों को निर्धारित तिथि को सामान्य प्रशासन विभाग में निर्धारित तिथि को उपस्थित होकर सेवा इतिहास पोर्टल पर स्वयं से संबंधित डेटा को अपलोड कराना होता है।

जिन अधिकारियों से स्पष्टीकरण की मांग की गई है उनमे सुशील कुमार, मनोज कुमार, अखिलेश कुमार सिंह, वीरेंद्र कुमार, राकेश कुमार, राकेश कुमार झा, प्रमोद कुमार, गयन कुमार राम, सूरज कुमार सिन्हा, रेणु कुमारी, उत्तम कुमार, सुधीर कुमार, दुष्यंत कुमार, दीप शिखा, आरूप शामिल हैं।

शहर के प्रमुख पथों की सफाई करने वाले एजेंसी पर नगर आयुक्त की कार्रवाई , 25 से 35% लगाया पेनल्टी

Gaya : आज बुधवार को नगर आयुक्त द्वारा शहर की प्रमुख सड़कों पर साफ सफाई एवं नाला सफाई का जायजा लिया गया। नगर निगम क्षेत्र की प्रमुख सड़कों का निरीक्षण नगर आयुक्त द्वारा किया गया, जिसमें गेवल बीघा मोड़ से लेकर चांदचौरा मोड़ से लेकर विष्णुपद मंदिर, बंगाली आश्रम होते हुए गोदावरी रोड स्थित मां मंगला गौरी मंदिर रोड तक का पैदल भ्रमण किया गया।

वार्ड 36, वार्ड 39, वार्ड 41, वार्ड 42 एवं वार्ड 34 की प्रमुख सड़कों का निरीक्षण किया गया। एजेंसी के माध्यम से शहर की प्रमुख सड़कों का मैकेनिकल स्वीपिंग एवं मैनुअल स्वीपिंग कराया जा रहा है। इसमें कुल 50 km की लंबाई की सड़क को चिन्हित कर निगम बोर्ड के द्वारा एजेंसी को कार्य करने हेतु सुपुर्द किया गया है। शर्तों के हिसाब से अप्रैल माह के अंत से एजेंसी को तीन वाहनों के माध्यम से सड़कों की साफ सफाई करवानी थी। मार्च माह में एजेंसी की केवल एक गाड़ी से हीं सफाई का कार्य कराया गया है।

एजेंसी के द्वारा अब तीनों वाहन का इस्तेमाल कर कार्य कराया जा रहा है। एजेंसी के द्वारा माह मार्च से कार्य संपादित किया जा रहा है जिसको नगर आयुक्त द्वारा संतोष जनक नहीं पाया गया। नगर आयुक्त ने बताया कि एजेंसी नई है एवं नए कार्य को सुचारू रूप से क्रियान्वयन करने में थोड़ा वक्त लग सकता है।

उपरोक्त के आलोक में पर्याप्त समय एजेंसी को दिया गया है। पर उसके बावजूद भी एजेंसी के कार्य में पूर्ण रूप से सुधार नहीं आया है। आज के निरीक्षण में उपरोक्त प्रमुख मार्ग में कई जगह गंदगी पाई गई, जिसको स्वयं नगर आयुक्त ने मोबाइल के माध्यम से स्वच्छ गया ऐप पर अपलोड किया।

नगर आयुक्त द्वारा स्वयं मोबाइल ऐप के माध्यम से कुल 21 स्थानों पर जाकर जहां कचरा गिरा हुआ था, उसे ऐप पर अपलोड किया गया। साथ में एजेंसी को कड़ी चेतावनी दी गई कि अगर कार्य प्रणाली में दो से तीन दिन में सुधार नहीं आता है तो इकरारनामा रद्द करते हुए कार्रवाई की जाएगी।

फिलहाल के लिए पेनल्टी एजेंसी पर लगाई जा रही है। नगर आयुक्त द्वारा एजेंसी के समर्पित मैनुअल स्वीपिंग के विपत्र में पहले पंद्रह दिन का 100% एवं माह के अंतिम पंद्रह दिनों के विपत्र में 35% दंडात्मक शुल्क लगाते हुए कटौती की गई। साथ में हीं, मैकेनिकल स्वीपिंग के विपत्र में 25% राशि की कटौती की गई।

एजेंसी के द्वारा सभी मैकेनिकल स्वीपिंग की गाड़ियों में 2 GPS सिस्टम लगाया गया है, जिसमें एक निगम के द्वारा लगाया गया है एवं एक एजेंसी के द्वारा खुद लगाया गया है। दोनों GPS के तुलनात्मक विवरणी के बाद हीं भुगतान की प्रक्रिया की जाती है।

नगर आयुक्त द्वारा बताया गया कि भले हीं GPS डाटा के हिसाब से गाड़ी ने दूरी तय की परन्तु स्थल निरीक्षण में कई बार सफाई संतोषजनक नहीं पाई गई थी। इसी के आलोक में एजेंसी पर दंड अधिरोपित किया गया है। एजेंसी द्वारा गैरन्टी दी गयी है कि कार्य प्रणाली में सुधार लाया जाएगा एवं कई सारे सुधार मई माह से लागू कर भी दिए गए हैं।

नगर आयुक्त ने बताया कि कोई भी व्यक्ति gayaswm.in पर लॉगिन कर अपनी सफाई से संबंधित शिकायत लोकेशन के साथ पोर्टल पर दर्ज कर सकता है। साथ ही, एंड्रॉयड ऐप वाले यूजर्स स्वच्छ गया ऐप भी डाउनलोड कर शिकायत दर्ज कर सकते हैं। प्रक्रिया काफी सरल है एवं मोबाइल से इसे आसानी से दर्ज किया जा सकता है। एजेंसी एवं निगम के साफ सफाई की निगरानी इसी ऐप के माध्यम से की जा रही है। नगर आयुक्त ने बताया कि पिछले माह अप्रैल तक कुल 107 शिकायतें gayaswm पोर्टल पर प्राप्त हुई थी, सफाई से संबंधित जिसमें से सभी का निष्पादन कराया गया।

इसके साथ हीं, 22 सेवा request भी portal के माध्यम से प्राप्त हुई थी जैसे कि फॉगिंग एवं टैंक की सफाई। इन सभी की भी आपूर्ति ससमय की गई।

नगर आयुक्त द्वारा बताया गया कि कोई भी व्यक्ति अपने मोबाइल नंबर से लॉगिन कर अपना सफाई से संबंधित शिकायत दर्ज कर सकता है और इसपे निगम अपने स्तर से समय सीमा निर्धारित करते हुए कार्रवाई करता है। कई लोग इसका लाभ भी ले रहे हैं और यही लोगों से अपेक्षा भी है। साथ हीं, लोगों से अपील भी की गई कि सफाई व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए कहीं भी कचरा न फेंके। निगम एक निर्धारित समय में हीं सफाई का कार्य करता है। साथ ही, घर घर से कचरा उठाव का भी कार्य करता है। इसके अलावा बहुत सारे लोग इधर उधर कचरा फेंक रहे हैं जिस से की पूरी सफाई प्रक्रिया प्रभावित हो रही है। इस माह से अतिक्रमण के साथ साथ, सफाई से संबंधित दंडात्मक शुल्क भी चिन्हित लोगों पे लगाया जाएगा।

साथ हीं, नगर आयुक्त ने नाला सफाई के कार्यों की समीक्षा की। वार्ड 22 एवं वार्ड 41 में नाले की सफाई की धीमी गति को लेकर नाले सफाई वाले एजेंसी से स्पष्टीकरण की मांग की गई है। नाले सफाई के एजेन्सी के द्वारा बताया गया कि लगन के कारण कर्मी मिलने में कठिनाई हो रही थी परंतु अब से पर्याप्त मात्रा में लेबर उपलब्ध है एवं नाला की सफाई तय समय सीमा में पूर्ण कराई जाएगी।

नगर आयुक्त ने सभी जमादारों को निर्देशित किया कि नियमित रूप से नालों की सफाई का कार्य कराया जाए ताकि समय सीमा के अंदर सफाई का कार्य समाप्त हो सके। किसी भी तरह के जल जमाव की शिकायत मिलने पर उन पर करवाई की जाएगी।

गया से मनीष कुमार

बिहार के तकरीबन 4 हजार से अधिक लोकसवकों पर निगरानी विभाग की विभिन्न इकाइयों में केस, नहीं मिलेगी प्रोन्नति

डेस्क : बिहार के करीब 4200 लोकसेवक दागी हैं। साथ ही 696 निजी व्यक्तियों पर भी निगरानी विभाग की विभिन्न इकाइयों में मुकदमा चल रहा है। निगरानी विभाग ने निगरानी अन्वेषण ब्यूरो, विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) और आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) में दिसंबर 2024 तक दर्ज इन कांडों की सूची संबंधित विभागों, प्रमंडलीय आयुक्त और जिलाधिकारियों को भेज दी है।

निगरानी विभाग ने स्पष्ट किया है कि विभागों और क्षेत्रीय पदाधिकारियों को पदाधिकारी-कर्मियों को 30 जून 2025 तक के मामलों में पदोन्नति के लिए अलग से स्वच्छता प्रमाणपत्र मांगने की जरूरत नहीं होगी। हालांकि इसके अतिरिक्त अन्य मामलों में निगरानी स्वच्छता की आवश्यकता होने पर निगरानी विभाग से अनुरोध किया जा सकता है। मालूम हो कि साल में दो बार संबंधित प्रशासी विभाग को दर्ज प्राथमिकी और चार्जशीटेड पदाधिकारी-कर्मचारियों की सूची भेजने का प्रावधान है। इसके आधार पर सभी विभागों को अपने कार्यालय के दागी कर्मियों की सूची भी संधारित करनी है।

निगरानी विभाग के पत्र के मुताबिक, स्पेशल विजिलेंस यूनिट (एसवीयू) में 55 मामले और आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) में करीब 85 मामले दर्ज हैं। इनमें अधिकतर में अब भी अनुसंधान ही चल रहा है। ईओयू में 2019 के बाद सिर्फ एक मामले में चार्जशीट हुई है, जबकि एक मामले में साक्ष्य की कमी पाते हुए अंतिम प्रतिवेदन दाखिल किया गया है। शेष मामलों में अनुसंधान चल रहा है। उसके पहले के 39 मामलों में से 37 में चार्जशीट हो चुकी है, जबकि दो मामलों में अंतिम प्रतिवेदन दाखिल किया गया है। एसवीयू में दर्ज 55 मामलों में से करीब आधा न्यायालय में विचाराधीन हैं, जबकि शेष में अनुसंधान चल रहा है। कुल में से 39 मामलों में आरोपित पदाधिकारी के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही शुरू की गई है।

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बिहार निवासी बीएसएफ के एक जवान शहीद, सीएम नीतीश गहरी संवेदना जताने के साथ आश्रितों को 50 लाख सम्मान राशि देने का किया

डेस्क : ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के साथ हुए संघर्ष के दौरान जम्मू-कश्मीर की सीमा पर पाकिस्तान की गोलीबारी में बिहार के सारण निवासी बीएसएफ के सब इंस्पेक्टर मो. इम्तियाज शहीद हो गए थे। इनके साथ ही बिहार के सीवान निवासी बीएसएफ जवान रामबाबू सिंह भी शहीद हो गए है।

इधर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीवान के गौतम बुद्ध नगर थाना क्षेत्र के वसिलपुर गांव के रहने वाले बीएसएफ जवान रामबाबू सिंह के शहीद होने पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि उनकी शहादत देश हमेशा याद रखेगा। वे इस घटना से काफी मर्माहत हैं।

सीएम ने कहा कि शहीद जवान के निकटतम आश्रित को राज्य सरकार की ओर से 50 लाख रुपए की सम्मान राशि दी जाएगी। साथ ही शहीद जवान का राज्य सरकार की ओर से पुलिस सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने वीर सपूत की शहादत पर उनके परिजनों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।

सीएम नीतीश कुमार ने अपनी धर्मपत्नी स्व. मंजू कुमारी सिन्हा की 18वीं पुण्यतिथि पर किया नमन, बेटे निशांत भी रहे मौजूद

डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी धर्मपत्नी स्व. मंजू कुमारी सिन्हा की 18वीं पुण्यतिथि के अवसर पर मंजू कुमारी सिन्हा स्मृति पार्क कंकड़बाग जाकर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।

इसके बाद मुख्यमंत्री अपने पैतृक गांव कल्याण बिगहा, हरनौत स्थित कविराज रामलखन सिंह स्मृति वाटिका पहुंचे और अपनी धर्मपत्नी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही उन्होंने अपनी माता स्व. परमेश्वरी देवी एवं पिता कविराज स्व. रामलखन सिंह की प्रतिमा पर भी माल्यार्पण कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उनके साथ उनके बेटे निशांत भी मौजूद थे।

बता दें स्व. मंजू सिन्हा का जन्म 25 फरवरी 1952 को हुआ था। जबकि, 14 मई 2007 को उनका निधन हुआ था। वह पेशे से स्कूल टीचर थी। नीतीश कुमार के सीएम रहते साल 2007 में मंजू सिन्हा निधन हो गया था। पत्नी को कांधा देते वक्त नीतीश कुमार काफी रोए थे। इसकी तस्वीर सामने आई थी।

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान शहीद हुए बिहार के बीएसएफ जवान इम्तियाज के गांव पहुंचे सीएम नीतीश कुमार, परिजनों को 50 लाख के चेक सौंपने के साथ किए कई

डेस्क : ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के साथ हुए संघर्ष के दौरान जम्मू-कश्मीर की सीमा पर पाकिस्तान की गोलीबारी में बिहार के सारण निवासी बीएसएफ के सब इंस्पेक्टर मो. इम्तियाज शहीद हो गए थे। बीते मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शहीद मो. इम्तियाज के पैतृक गांव नारायणपुर पहुंचे और उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। शहीद मो. इम्तियाज के तैल्यचित्र पर पुष्पांजलि के बाद मुख्यमंत्री ने उनके परिजनों को 50 लाख रुपये का चेक सौंपा और उनके सम्मान में कई घोषणाएं की।

सीएम ने कहा कि इम्तियाज के गांव की सड़क उनके नाम पर किया जाएगा। साथ ही उनके बेटे को सरकारी नौकरी दी जाएगी। जलाल-बसंत पंचायत में गांव के प्रवेश स्थल पर शहीद द्वार का निर्माण कराया जायेगा। नारायणपुर गांव में एक नये स्वास्थ्य उप केन्द्र का निर्माण होगा। शहीद मोहम्मद इम्तियाज के नाम पर एक स्मारक का भी बनाया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार की तरफ से शहीद मोहम्मद इम्तियाज के पुत्र को योग्यतानुसार सरकारी नौकरी दी जायेगी। नारायणपुर पहुंचने पर मुख्यमंत्री ने मो. इम्तियाज के पुत्र मोहम्मद इमरान रजा, मोहम्मद इमदाद रजा एवं अन्य परिजनों से बात कर उन्हें सांत्वना भी दी।

सीबीएसई 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा में एक बार फिर बिहार की बेटियों ने मारी बाजी, इतने प्रतिशत छात्राएं हुई सफल

डेस्क : केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने बीते मंगलवार को 10वीं और 12वीं बोर्ड का परिणाम जारी कर दिया है। सबसे बड़ी बात यह रही कि दसवीं और बारहवीं दोनों ही परीक्षाओं में बिहार की बेटियों ने फिर बाजी मारी है। बिहार में दसवीं में 91.78% और 12वीं में 78.83% परीक्षार्थी सफल हुए हैं।

दसवीं में 92.34 फीसदी छात्राएं उत्तीर्ण हुई, जबकि छात्रों का उत्तीर्णता प्रतिशत 91.43% रहा। वहीं 12वीं में 85.46% छात्राएं तो 74.96% छात्र सफल रहे। दसवीं बोर्ड परीक्षा में 1,73,574 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इनमें 1,07,571 छात्र और 66003 छात्राएं थीं। वहीं, 12वीं में 64,647 विद्यार्थी शामिल हुए। इनमें 40,808 छात्र और 23,839 छात्राएं थीं।

केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं में इस बार फिर बेटियों का दबदबा रहा है। दोनों ही कक्षाओं में बेटियों ने बेटों को पीछे छोड़ते हुए शानदार प्रदर्शन किया है। 12वीं में बेटियां बेटों से बहुत आगे निकल गई हैं। दोनों की उत्तीर्णता प्रतिशत में 10.5% का अंतर है। बेटियों का उत्तीर्णता प्रतिशत 85.46 है, तो बेटों का 74.96% रहा। दसवीं में बिहार में 92.34 फीसदी छात्राएं, जबकि 91.43 फीसदी छात्र सफल हुए हैं। दोनों की उत्तीर्णता प्रतिशत में 0.91% का अंतर है।

पटना रीजन में दो राज्य आते हैं। जिनमें एक बिहार और दूसरा झारखंड है। झारखंड में भी बारहवीं में बेटियां बेटों से आगे रहीं। झारखंड में 89.47% बेटियां तो वहीं 87.05% बेटों ने उत्तीर्णता हासिल की है। दसवीं में झारखंड में बेटे बेटियों से आगे निकल गए हैं। दसवीं में यहां बेटियों का उत्तीर्णता प्रतिशत 92.09 है, तो वहीं बेटों का 92.20% रहा है।