*जिला अस्पताल की ओपीडी में 20 फीसदी बढ़े चर्मरोग के मरीज*

हर दिन त्वचा संबंधी बीमारियों के 80 से 90 मरीज पहुंच रहे अस्पताल

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। महाराजा चेतसिंह जिला अस्पताल की ओपीडी में त्वचा रोग के मरीजों की संख्या 20 फीसदी बढ़ी है। अस्पताल में बुधवार को 833 मरीज पहुंचे। इसमें करीब 80 से 90 मरीज त्वचा संबंधी समस्याओं के रहे। इनकी जांच कर चिकित्सकों ने दवा दी। अस्पताल के स्कीन डिपार्टमेंट में दाद, खाज, खुजली, शरीर और चेहरे में दाने होने के मरीज पहुंच रहे हैं। 15 दिन पहले विभाग की ओपीडी में 50 से 60 पहुंचते थे। अब यह संख्या 80 से 90 तक पहुंच गयी है।

त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. अजय मौर्य ने बताया कि गर्मी के दिनों में दाद खाज, एलर्जी के मरीज बढ़े हैं। बताया कि गर्मी के दिनों में स्कीन के मरीजों की संख्या बढ़ती है। इससे बचाव बेहद जरूरी है। जैसे ढीले कपड़े पहने, दाद, खाज की समस्या होने पर शुरू में ही चिकित्सक को दिखाएं। रोजाना कपड़ा बदल कर पहने, परिवार में दूसरे के टॉवल, साबुन समेत अन्य सामान के उपयोग से बचें। शरीर में दाने कभी-कभी एलर्जी के कारण निकलते हैं। लक्षण दिखने पर चिकित्सक के सलाह पर दवाओं का सेवन करना चाहिए, नहीं तो पूरे शरीर में फैल जाता है। इससे चेहरे भी खराब हो जाते हैं।

सीतामढ़ी के गंगा घाट पर घटिया निर्माण का खुलासा:40 की जगह 38 एमएम मोटाई के पत्थर लगाए, सीढ़ियां तोड़कर दोबारा बनेंगी

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। सीतामढ़ी के महर्षि वाल्मीकि गंगा घाट के सौंदर्यीकरण में निर्माण मानकों की अनदेखी सामने आई है। पर्यटन एवं धर्मार्थ कार्य विभाग के प्रमुख मुकेश मिश्रा के निरीक्षण में यह मामला उजागर हुआ। सीढ़ियों के निर्माण निर्धारित 40 एम‌एम मोटाई के पत्थरों की जगह 38 एम‌एम के पत्थर लगाए गए।

प्रमुख सचिव ने निरीक्षण के दौरान परियोजना में क‌ई अन्य खामियां भी पाई। उन्होंने स्पष्ट किया कि धार्मिक और पर्यटन स्थलों के विकास कार्यों में लापरवाही नहीं चलेगी। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है। पर्यटन विभाग ने श्री सीता समाहित स्थल के विकास के लिए लाखों रुपए की राशि स्वीकृत की थी। निर्माण में बरती गई लापरवाही ने पूरी परियोजना पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

एसटीडी संस्था के असिस्टेंट प्रोजेक्ट मैनेजर के . के सिंह ने बताया कि घटिया पत्थरों को हटाया जा रहा है। मानकों के अनुसार नया निर्माण कराया जाएगा। अवर अभियंता से स्पष्टीकरण मांगा गया है। स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं ने इस कार्रवाई का समर्थन किया है। उन्होंने आशा जताई है कि अब इस पवित्र स्थल पर गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य होगा।

सीतामढ़ी में उपेक्षित पड़ा उड़िया बाबा आश्रम:जर्जर दीवारें, बिना रंग-रोगन के खस्ताहाल, पर्यटन विकास की संभावनाएं बरक़रार

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। सीतामढ़ी में माता सीता मंदिर के समीप स्थित उड़िया बाबा आश्रम उपेक्षा का शिकार है। गंगा तट पर स्थित यह आश्रम पांच वर्ष पूर्व दिवंगत उड़िया बाबा की विरासत है। आश्रम की वर्तमान स्थिति चिंताजनक है। दीवारें जर्जर हो चुकी है। वर्षों से रंग - रोगन नहीं हुआ है। सफाई व्यवस्था दयनीय स्थिति में हैं।

उड़िया बाबा ने स्वयं अपने हाथों से मंदिरों में मूर्तियों की स्थापना की थी। ये मूर्तियां आज भी भक्तों को आकर्षित करती है। सीतामढ़ी एक पौराणिक और धार्मिक नगरी है। यहां माता सीता का भव्य मंदिर श्रद्धालुओं का आस्था केंद्र है‌। निकट ही 108 फीट ऊंची हनुमान प्रतिमा है‌। प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु और सैलानी यहां आते हैं। महर्षि वाल्मीकि का प्राचीन आश्रम भी माता सीता की समाधि स्थली के पास स्थित है। यहां भी ऐतिहासिक महत्व का स्थल है। लेकिन यहां भी पर्याप्त सुविधाओं का अभाव है। उड़िया बाबा आश्रम को धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन स्थल के रुप में विकसित किया जा सकता है। इससे क्षेत्र की पहचान बनेगी।

स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। शासन - प्रशासन से इस धरोहर के जीणोद्धार की मांग की जा रही है।

ज्ञानपुर रोडवेज बस स्टेशन का 1.69 करोड़ से होगा कायाकल्प

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। ज्ञानपुर रोड बस स्टेशन की बदहाली जल्द दूर होगी। 1.69 करोड़ की लागत से इसका जीर्णोद्धार होगा। इससे यहां यात्रियों के बैठने की सुविधा से लेकर अन्य आधुनिक व्यवस्थाएं बेहतर की जाएंगी। कार्यदायी संस्था यूपी प्रोजेक्ट कारपोरेशन का चयन किया गया है। 16 मई को इसकी आनलाइन निविदा खोली जाएगी। दुर्गागंज रोड तिराहे के पास रोडवेज बस स्टैंड का लोकार्पण 25 अगस्त 2008 को तत्कालीन मंत्री रामअचल राजभर ने किया था।

लोकार्पण के समय करीब 18 बसें उपलब्ध कराकर वाराणसी, प्रयागराज, कानपुर, लखनऊ, प्रतापगढ़, जौनपुर, सीतामढ़ी, भदरांव, धनतुलसी, सुरियावां, भदोही वाया दुर्गागंज का रूट तय किया गया था। इसके कुछ ही दिन बाद एक-एक कर सभी बसें यहां से कहां चली गईं, पता नहीं चल सका। बसें चलने से छात्र-छात्राएं, तहसील और जिला मुख्यालय आने-जाने वाले किसान, फरियादियों को सुविधा मिलती थी। व्यापारी वर्ग थोक सामान की खरीदारी करने दूसरे जिलों में जाया करते थे। धीरे-धीरे बसों के संचालन पर रोक लगने से स्टेशन वीरान हो गया। यही नहीं, परिसर में व्याप्त गंदगी, कर्मचारियों के न रहने से कार्यालय भवन जीर्णशीर्ण स्थिति में पहुंच गया है।

पिछले दिनों ज्ञानपुर विधायक विपुल दूबे ने बस स्टेशन के जीर्णोद्धार के लिए परिवहन मंत्री को पत्रक दिया था, जिसको स्वीकृत कर लिया गया है। इससे करीब 17 साल बाद बस स्टेशन की स्थिति बेहतर होने की उम्मीद जग गई है।तीन महीने पूर्व परिवहन मंत्री से मिलकर ज्ञानपुर बस स्टेशन के जीर्णोद्धार के लिए पत्र दिया गया था, जिसकी स्वीकृति मिल गई है। स्टेशन बेहतर होने से यहां से बसों का संचालन शुरू होगा। -विपुल दूबे, ज्ञानपुर विधायक ज्ञानपुर बस स्टेशन के जीर्णोद्धार के लिए एक करोड़ 69 लाख स्वीकृत हो चुका है। अभी तक विभाग को पत्र नहीं मिला है, लेकिन कार्यदायी संस्था ने निविदा जारी कर दी है। स्टेशन में यात्रियों से जुड़ी सभी सुविधाएं बेहतर की जाएंगी।- गौतम कुमार, एआरएम कैंट।

जेष्ठमास के पहले मंगलवार पर हनुमान मंदिरों में उमड़ी भीड़:चकवा, बरगदानंद और हरिहरनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं ने की पूजा-अर्चना

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। जेष्ठ मास के पहले मंगलवार को जिले के प्रमुख हनुमान मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई। चकवा हनुमान मंदिर, बरगदानंद महावीर मंदिर जंगीगंज और हरिहरनाथ मंदिर में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा।

श्रद्धालुओं ने हनुमान जी का दर्शन-पूजन कर परिवार की सलामती और देश की समृद्धि की कामना की। जेष्ठ मास के मंगलवार को बड़ा मंगलवार माना जाता है। इस दिन विशेष पूजा का महत्व है।

महावीर मंदिर जंगगंज के पुजारी राहुल पंडित ने बताया कि हनुमान जी कलयुग के जागृत देवता हैं। उनकी आराधना से मनुष्य के जीवन के सभी संकट दूर होते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं। हर मंगलवार को हनुमान मंदिरों में पूजा-अर्चना का क्रम चलता है। लेकिन बड़े मंगलवार पर श्रद्धालुओं की संख्या विशेष रूप से बढ़ जाती है। आज भी बड़ी संख्या में भक्तों ने विभिन्न मंदिरों में पूजा-अर्चना की।

*30 दिन में 18 हजार नामांकन, फिर भी 23 हजार पीछे*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले के परिषदीय विद्यालयों में नए शिक्षा सत्र के 30 दिन में 18 हजार नए बच्चों को प्रवेश दिलाया गया, लेकिन अब भी वर्ष 2024 में पंजीकृत बच्चों की संख्या से करीब 23 हजार पीछे हैं। पहले चरण में उम्मीद के हिसाब से नवीन नामांकन न हो सका। जुलाई में इसको पूर्ण करना आसान नहीं होगा।जिले में कुल 885 प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट विद्यालय संचालित है। शासन की तरफ से परिषदीय विद्यालयों में शत प्रतिशत नामांकन कराने के लिए मिड-डे-मील, निशुल्क यूनिफार्म, जूता, मोजा सहित तमाम जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। शिक्षक डोर-टू डोर अभिभावकों से संपर्क कर बच्चों का विद्यालयों मेें नामांकन कराने के लिए प्रेरित करने में लगे हैं, लेकिन उम्मीद के हिसाब से सफलता हाथ नहीं लग पा रही है। 885 विद्यालयों में वर्ष 2024 में एक लाख 47 हजार बच्चे पंजीकृत थे। नया शिक्षा सत्र शुरू होने से पहले आठवीं और पाचवीं में उत्तीर्ण विद्यार्थी अगली कक्षाओं में पहुंचे। इससे विद्यार्थियों की संख्या घट गई। एक अप्रैल से नया शिक्षा सत्र शुरू होने पर स्कूल चलो अभियान चलाया गया। 30 अप्रैल तक चले अभियान में कुल 17 हजार 950 बच्चों का नवीन नामांकन कराया गया।

अब तक कुल नामांकन की संख्या एक लाख 24 हजार 550 पहुंच गई। इससे अब भी 23 हजार बच्चों की संख्या पिछले साल से कम है। हालांकि, विभाग का दावा है कि दूसरे चरण में वह नामांकन की संख्या बढ़ा लेंगे, लेकिन यह इतना आसान नहीं है। जुलाई से पहले ही अधिकतर बच्चों का प्रवेश निजी, कान्वेंट या परिषदीय विद्यालयों में हो जाता है। जिससे उक्त लक्ष्य को पूर्ण करना मुश्किल होगा। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने कहा कि खंड शिक्षा अधिकारियों को शत प्रतिशत नामांकन कराने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं। दूसरे चरण में बच्चों के प्रवेश की संख्या बढ़ाई जाएगी। जिला समन्वयक समग्र शिक्षा नवीन मिश्रा ने कहा कि 17 हजार 950 नए बच्चों को प्रवेश दिलाया गया है। जुलाई में यह संख्या बढ़ जाएगी।

पांच साल में परिषदीय स्कूलों में छात्र संख्या

वर्ष छात्र संख्या

2021 2.01 लाख

2022 1.91 लाख

2023 1.75 लाख

2024 1.47 लाख

2025 1.24 लाख अब तक

भदोही में सीता समाहित स्थल पर उमड़ी भीड़:45 डिग्री तापमान में भी दर्शन के लिए लगी कतारें, हनुमान प्रतिमा भी आकर्षण का केंद्र

नितेश श्रीवास्तव,भदोही । उत्तर प्रदेश के भदोही में स्थित सीता समाहित स्थल पर श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। 45 डिग्री तापमान में भी भक्तों की आस्था में कोई कमी नहीं आई है। माता सीता के अंतर्धान स्थल के रुप में प्रसिद्ध इस पवित्र स्थल पर श्रद्धालु दर्शन के लिए लंबी कतारों में खड़े हैं। यहां स्थित 108 फीट ऊंची हनुमान जी की प्रतिमा भी आकर्षक का केंद्र बन रही है। दूर - दूर से आए भक्त इस विशाल प्रतिमा के दर्शन कर रहे हैं। मंदिर परिसर में जय श्रीराम और जय माता सीता के जयकारों गूंज रहे हैं। प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा का विशेष ध्यान रखा है‌। पेजयल की व्यवस्था की गई है। छायादार स्थान बनाए गए हैं।

प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा भी उपलब्ध है।महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे भी बड़ी संख्या में दर्शन के लिए पहुंच रहें हैं। तपती दोपहरी और झुलसाती लू के बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं हुआ है। सीता समाहित स्थल पौराणिक महत्व के साथ भारतीय संस्कृति और आस्था का प्रतीक बना हुआ है।

बुद्ध पूर्णिमा पर ज्ञानपुर में निकली शांति रैली:सम्राट अशोक क्लब ने दिया शांति और सद्भावना का संदेश, बुद्ध के मार्ग पर चलने का लिया संकल्प

नितेश श्रीवास्तव,भदोही। भदोही के ज्ञानपुर में श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क में बुद्ध पूर्णिमा का कार्यक्रम आयोजित किया गया। सम्राट अशोक क्लब के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने नगर में रैली निकालकर शांति और सद्भावना का संदेश दिया। क्लब के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रविंद्र मौर्य एवं प्रदेश अध्यक्ष अरविंद कुमार मौर्य ने कहा कि वर्तमान में दुनिया एटम बम की बात कर रही है। लेकिन सम्राट अशोक क्लब के लोग शांति और सद्भावना की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध शांति के पुजारी थे। उनके मार्ग पर चलकर ही दुनिया में स्थायी शांति लाई जा सकती है।

राष्ट्रीय सोशल मीडिया प्रभारी अवधेश कुमार मौर्य ने कहा कि आज पूरी दुनिया में हर तरफ संघर्ष हो रहा है। क्लब का लक्ष्य है कि दुनिया में शांति व्यवस्था बनी रहे। भगवान बुद्ध ने हमेशा शांति और अहिंसा के मार्ग पर चलकर देश को आगे बढ़ाया। उनके बताए मार्ग पर चलकर आज भी पूरी दुनिया को शांति और सुरक्षा दी जा सकती है।कार्यक्रम में पूर्व अध्यक्ष हीरालाल मौर्य सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

फर्जी कोचिंग पर शीघ्र होगी कार्रवाई

नितेश श्रीवास्तव ,भदोही। फर्जी कोचिंग संचालकों की अब खैर नहीं होगी। विभागीय स्तर से शीघ्र ही सघन चेकिंग अभियान चलाया जाएगा। बिना पंजीयन कराए कोचिंग संचालन करने वालों के खिलाफ माध्यमिक शिक्षा परिषद की सख्ती बढ़ना शुरू हो गया है। जिला विद्यालय निरीक्षक अंशुमान के नेतृत्व में अवैध ढंग से चल रहे पांच कोचिंग सेंटर को पूर्व में बंद करा दिया गया था। बिना पंजीयन के संचालित हो रहे कोचिंग सेंटर की जांच को विभागीय स्तर से टीम बना दी गई है। शिकायत मिलने पर स्थलीय जांच कर उचित कार्रवाई की जा रही है।

 डीआईओएस अंशुमान ने बताया कि पूर्व में पांच कोचिंग सेंटर संचालकों को पंजीयन के लिए नोटिस जारी हुआ था। लेकिन इन संचालकों द्वारा पंजीयन को आवेदन नहीं किया गया था। ऐसे में मामले को गंभीरता से लेते हुए पांचों कोचिंग को बंद करा दिया गया था। बताए कि जिले में कुल 16 कोचिंग सेंटर पंजीकृत हैं। जहां भी बिन पंजीयन के कोचिंग चल रहे हैं, वहां जांच कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

पंद्रह दिन में हो जाती है पंजीयन प्रकिया

जिला विद्यालय निरीक्षक अंशुमान ने बताया कि कोचिंग सेंटर संचालित करने के लिए पंजीयन प्रकिया पंद्रह दिन में पूर्ण हो जाती है। कोचिंग संचालकों को आनलाइन पंजीयन के लिए आवेदन करना होगा। आवेदन के बाद निर्धारित चालान जमा करना होता है। कोचिंग संचालन करने में क्या मानक होता है, इसकी जांच विभागीय स्तर से की जाती है। इसके बाद पंजीयन प्रकिया पूर्ण होने के बाद संचालन अनुमति दे दी जाती है। बिना पंजीयन कोचिंग सेंटर का संचालन करना हर स्तर से गलत है।

अल्ट्रासाउंड सेंटर पर लटक रहा ताला

नितेश श्रीवास्तव,भदोही ‌।गोपीगंज सीएचसी के सोनोलॉजिस्ट डॉ आशीष गुप्ता के महाकुंभ से न लौटने के कारण अल्ट्रासाउंड सेंटर बंद है। मरीजों को अल्ट्रासाउंड के लिए बाहर जाना पड़ रहा है। करीब डेढ़ महीने पहले जिले के दौर पर आए प्रभारी मंत्री के कारण प्रयागराज से सोनोलॉजिस्ट को बुलाकर अल्ट्रासाउंड मशीन स्थापित कराई गई थी।

 इसके बाद से मशीन का इस्तेमाल नहीं किया गया। 15 दिन पहले डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के आगमन पर सेंटर खोला गया था। तब से यहां पर ताला लटका रहा है।