प्राणिक हीलिंग फाउंडेशन ट्रस्ट ऑफ झारखंड द्वारा वेसाक फुल मून मेडिटेशन का सफल आयोजन
शांति, ऊर्जा और सामूहिक प्रार्थना का अनुपम संगम
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प्राणिक हीलिंग फाउंडेशन ट्रस्ट ऑफ झारखंड द्वारा बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर वेसाक फुल मून मेडिटेशन कार्यक्रम का भव्य आयोजन हजारीबाग में किया गया। यह ध्यान-सत्र बीकानेर एक्सप्रेस परिसर में सोमवार को शाम 4 बजे से 5:30 बजे तक आयोजित हुआ, जिसमें शहर के विभिन्न सामाजिक संगठनों, चिकित्सा संस्थानों और आम नागरिकों की बड़ी संख्या में सहभागिता रही। कार्यक्रम की शुरुआत आध्यात्मिक ऊर्जा और शांति के मंत्रों के साथ हुई।
उपस्थित लोगों को वेसाक पर्व का महत्व समझाया गया, जिसे वर्ष का सबसे पवित्र और आध्यात्मिक रूप से शक्तिशाली दिन माना जाता है। इस दिन भगवान बुद्ध के पृथ्वी पर अवतरण और दिव्य ऊर्जा के संचार का प्रतीक माना जाता है। वेसाक फुल मून मेडिटेशन के दौरान सभी प्रतिभागियों ने सामूहिक रूप से ध्यान किया, अपनी मनोकामनाओं को ब्रह्मांडीय ऊर्जा में समर्पित किया और समस्त जीवों के कल्याण हेतु प्रार्थना की। ध्यान-सत्र में देश के सीमावर्ती क्षेत्रों में कार्यरत हमारे सैनिकों के लिए भी आंतरिक शक्ति, साहस और मानसिक बल की सामूहिक ऊर्जा भेजी गई।
कार्यक्रम में वसुंधा कल्याण संस्था की अंजलि कुमारी अपनी टीम के साथ कार्यक्रम में शामिल हुईं। हजारीबाग मेडिकल कॉलेज के कई छात्र-छात्राएँ भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बने। शहर के विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों और युवाओं ने भी इसमें सक्रिय भागीदारी की। सत्र के दौरान प्रतिभागियों को प्राणिक हीलिंग के मूल सिद्धांतों से अवगत कराया गया। बताया गया कि यह एक वैज्ञानिक और आध्यात्मिक विधि है जो शरीर की प्राण ऊर्जा को संतुलित कर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ बनाती है। यह न केवल बीमारियों से लड़ने में सहायक है, बल्कि व्यक्ति के भीतर शांति, संतुलन और आत्मबल भी विकसित करती है। सदस्या लता जैन पांड्या एवं नेहा जैन ने जानकारी दी कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को आत्मिक जागरूकता, ध्यान की महत्ता और सामूहिक ऊर्जा के प्रभाव से जोड़ना है। उन्होंने कहा कि जब हम एक साथ ध्यान करते हैं, तो एक सकारात्मक शक्ति उत्पन्न होती है, जिसे समाज, राष्ट्र और विश्व शांति के लिए समर्पित किया जा सकता है।
विशेषकर वर्तमान भारत-पाकिस्तान संबंधों में शांति और सद्भाव की प्रार्थना सामूहिक ध्यान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रही। सभी प्रतिभागियों ने इस सत्र को अत्यंत शांति, आनंद और ऊर्जा से भरपूर बताया और भविष्य में इस तरह के कार्यक्रमों में पुनः सहभागिता की इच्छा जताई।
May 13 2025, 19:50