अंधविश्वास ने ली जान : जादू-टोने के शक में बुजुर्ग महिला की बेरहमी से हत्या, पड़ोसी ही निकला हत्यारा

महासमुंद- छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां अंधविश्वास ने इंसानियत को झकझोर कर रख दिया. जादू-टोने के शक में एक वृद्ध महिला की बेरहमी से हत्या कर दी गई. आरोपी कोई दूर का नहीं, बल्कि महिला का पड़ोसी निकला. यह घटना न केवल समाज में फैले अंधविश्वास की भयावह तस्वीर दिखाती है, बल्कि यह भी बताती है कि जागरूकता और शिक्षा की कितनी जरूरत है.

यह घटना बसना थाना क्षेत्र अंतर्गत भंवरपुर चौकी के ग्राम सनबहाली की है. कुछ दिन पूर्व गांव में रहने वाली एक 75 वर्षीय वृद्ध महिला की हत्या कर दी गई थी. घटना के बाद अज्ञात आरोपी के खिलाफ बसना थाना में मामला दर्ज किया गया और पुलिस जांच में जुट गई. जांच के दौरान जब पुलिस ने गांव के लोगों से पूछताछ की और सुराग जुटाए, तो सामने आया कि महिला के पड़ोस में रहने वाला संतोष मांझी ही इस हत्या के पीछे है. जब पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो उसने अपना जुर्म कबूल किया.

पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसे शक था कि वृद्ध महिला जादू-टोना करती है, जिससे उसके परिवार के लोग अक्सर बीमार और मानसिक रूप से परेशान रहते थे. इसी अंधविश्वास के चलते उसने मौका देखकर महिला पर टांगिया से हमला कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. पुलिस ने आरोपी संतोष मांझी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

रायगढ़ बना प्रदेश का पहला डिजिटल पंचायत जिला,अब ग्राम पंचायतों में यूपीआई से हो रही टैक्स वसूली

रायपुर-  छत्तीसगढ़ का रायगढ़ जिला एक नई मिसाल बनकर सामने आया है। यह प्रदेश का पहला ऐसा जिला बन गया है, जहां ग्राम पंचायतों में टैक्स और शुल्क का भुगतान अब डिजिटल माध्यम यानी यूपीआई के ज़रिए किया जा रहा है। प्रॉपर्टी टैक्स, बाजार शुल्क, जलकर और स्वच्छता कर जैसे भुगतान अब ग्रामीण अपने मोबाइल फोन से आसानी से कर रहे हैं।

रायगढ़ जिले ने डिजिटल भुगतान प्रणाली को गांवों तक पहुंचाकर ग्रामीण शासन व्यवस्था को नई दिशा दी है। जिले की सभी 549 ग्राम पंचायतों में यूपीआई आधारित टैक्स वसूली की व्यवस्था लागू कर दी गई है। पंचायत भवनों और सार्वजनिक स्थानों पर यूपीआई क्यूआर कोड लगाए गए हैं, जिससे ग्रामीणजन घर बैठे ही अपने टैक्स भर पा रहे हैं।

इस प्रणाली ने न केवल पारदर्शिता को बढ़ावा दिया, बल्कि इससे पंचायतों की आमदनी में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। तत्कालीन कलेक्टर श्री गोयल ने 12 मार्च 2025 को प्रधानमंत्री अवॉर्ड की स्क्रीनिंग कमेटी के सामने इस नवाचार मॉडल की विस्तृत प्रस्तुति दी। उन्होंने बताया कि यूपीआई प्रणाली से टैक्स कलेक्शन में बीते वित्तीय वर्ष की तुलना में 117 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। कई पंचायतों में टैक्स वसूली दोगुनी से भी ज्यादा हो गई है।पहले जहां ग्रामीणों को मैनुअल भुगतान में कठिनाई होती थी, वहीं अब वे मोबाइल से सरलता से भुगतान कर पा रहे हैं।

रायगढ़ जिले के 07 में से 05 ब्लॉक आदिवासी बहुल हैं और यहां भी यह डिजिटल भुगतान प्रणाली लागू कर दी गई है। खास बात यह है कि 330 पीवीटीजी बिरहोर परिवारों ने भी यूपीआई से टैक्स भुगतान शुरू कर दिया है, जो डिजिटल समावेशन की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। यूपीआई प्रणाली लागू होने के बाद ग्राम सभाओं में लोगों की भागीदारी भी बढ़ी है। तीन पंचायतों में किए गए विश्लेषण से पता चला है कि ग्राम सभाओं में लोगों की उपस्थिति में 57 प्रतिशत तक इजाफा हुआ है। इससे साफ है कि ग्रामीण अब पंचायत व्यवस्था में अधिक रुचि ले रहे हैं। महिला स्व-सहायता समूहों, बीसी सखियों द्वारा किए गए लेन-देन में भी लगातार वृद्धि हो रही है। वर्ष 2022-23 में जहां 3969.30 लाख रुपये का लेनदेन हुआ था, वहीं 2023-24 में यह बढ़कर 4236.50 लाख और वर्ष 2025 में फरवरी माह के अंत तक 4650.80 लाख रुपये तक पहुंच गया।

इस पहल से ग्राम पंचायतों में खाता रखरखाव, ऑडिट प्रक्रिया और नकद बहीखाता मिलान में भी काफी सुविधा हो गई है। हर लेन-देन का डिजिटल रिकॉर्ड मौजूद होने से वित्तीय प्रणाली ज्यादा पारदर्शी और सुचारू हो गयी है। रायगढ़ जिले की यह पहल अब पूरे छत्तीसगढ़ के लिए एक रोल मॉडल बन चुकी है। डिजिटल इंडिया की सोच को सफलता पूर्वक अमल में लाते हुए रायगढ़ जिला आज डिजिटल पंचायत शासन का प्रतीक बन गया है।

जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जितेन्द्र यादव ने कहा कि वित्त मंत्री ओ पी चौधरी व तत्कालीन कलेक्टर कार्तिकेया गोयल के मार्गदर्शन में जिले की पंचायतों में डिजिटल पेमेंट कलेक्शन की व्यापक स्तर पर शुरुआत की गई। लोगों को जागरूक किया गया। पंचायतों के अकाउंट को यूपीआई से लिंक कर क्यूआर कोड के माध्यम से टैक्स कलेक्ट किया जा रहा है। अभी कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी के नेतृत्व में जिले के शत प्रतिशत पंचायतों में डिजिटल टैक्स कलेक्शन के लिए काम किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री श्री साय से केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की सौजन्य मुलाकात

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से आज छत्तीसगढ़ प्रवास पर आए केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं कृषि व किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री साय ने श्री चौहान का छत्तीसगढ़ में स्वागत करते हुए उन्हें बस्तर आर्ट का प्रतीक चिन्ह व शॉल भेंट किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने छत्तीसगढ़ की पावन धरा पर केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान का हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन करते हुए कहा कि गरीब, किसान एवं गांव के कल्याण के लिए आपका समर्पण हम सबके लिए प्रेरणादायी है। आपके अनुभव और मार्गदर्शन से डबल इंजन सरकार का संकल्प और सशक्त होगा।

उल्लेखनीय है कि केंद्रीय मंत्री श्री चौहान कल 13 मई को अम्बिकापुर में आयोजित "मोर आवास मोर अधिकार" कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में श्री चौहान प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण और पीएम जनमन के आवास हितग्राहियों को खुशियों की चाबी देंगे तथा आवास निर्माण प्रारंभ करने वाले हितग्राहियों का भूमिपूजन कर उन्हें आवास स्वीकृति पत्र प्रदान करेंगे। केंद्रीय मंत्री श्री चौहान राज्य में नवनिर्मित 51 हजार प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों का गृह प्रवेश करवाएंगे। इसके साथ ही वे उत्कृष्ट कार्य करने वाली स्व सहायता समूह की दीदियों, लखपति दीदियों को सम्मानित भी करेंगे।

इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह, उपमुख्यमंत्री अरुण साव, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, कृषि मंत्री रामविचार नेताम, वनमंत्री केदार कश्यप, वित्त मंत्री ओपी चौधरी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।

सुप्रीम कोर्ट पहुंचा छत्तीसगढ़ में हेड ऑफ फॉरेस्ट की नियुक्ति का मामला, कोर्ट ने राज्य सरकार से मांगा जवाब

रायपुर-  छत्तीसगढ़ में हेड ऑफ फॉरेस्ट फोर्स की नियुक्ति को लेकर उठा विवाद अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। देश की सर्वोच्च अदालत ने इस मामले में दो बार सुनवाई के बाद याचिका को स्वीकार कर लिया है और राज्य सरकार को नोटिस जारी कर जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है। मामले की अगली सुनवाई जून महीने में हो सकती है।

बता दें कि यह याचिका 1990 बैच के आईएफएस अधिकारी वी. श्रीनिवास राव की नियुक्ति के खिलाफ दायर की गई है। आरोप है कि भूपेश सरकार ने पांच सीनियर अधिकारियों को नजरअंदाज करते हुए राव को हेड ऑफ फॉरेस्ट फोर्स नियुक्त किया। राव की इस नियुक्ति को सबसे वरिष्ठ आईएफएस अधिकारी और वर्तमान में पीसीसीएफ (वाइल्ड लाइफ) पद पर कार्यरत सुधीर अग्रवाल ने चुनौती दी है।

सुधीर अग्रवाल ने शुरुआत में उन्होंने यह मामला केंद्रीय प्रशासनिक अधिकरण (CAT) में उठाया था, लेकिन वहां से कोई राहत नहीं मिलने पर उन्होंने हाईकोर्ट का रुख किया। हाईकोर्ट से भी निराशा मिलने के बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की।

अब तक सुप्रीम कोर्ट में इस मामले पर दो बार सुनवाई हो चुकी है। अदालत ने याचिकाकर्ता के तर्कों को सुनने के बाद याचिका स्वीकार कर ली है और राज्य सरकार को जवाब दाखिल करने का आदेश दिया है।

कर्रेगुट्टा में मारे गए नक्सलियों में से 20 की हुई शिनाख्त, 11 के शवों को परिजनों को सौंपा, कांग्रेस विधायक मंडावी ने सरकार को घेरा

बीजापुर- बीजापुर और तेलंगाना सीमा पर स्थित कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों में हुई मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों ने अब तक 20 नक्सलियों के शवों की पहचान कर ली है। इनमें से 11 शवों को पोस्टमार्टम और अन्य कानूनी प्रक्रिया के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है, जबकि शेष शवों की पहचान की प्रक्रिया अभी जारी है। इस मुठभेड़ को लेकर अब राजनीतिक सरगर्मी भी तेज हो गई है।

बीजापुर के कांग्रेस विधायक विक्रम शाह मंडावी ने राज्य की भाजपा सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय एक तरफ ऑपरेशन को सफल बताते हुए 22 नक्सलियों को ढेर करने पर जवानों को बधाई देते हैं, वहीं प्रदेश के गृहमंत्री कहते हैं कि बीजापुर में किसी प्रकार का ऑपरेशन नहीं हुआ है और इस मुठभेड़ या ऑपरेशन में 22 नक्सलियों के मारे जाने के जो आंकड़े आ रहे हैं, वे गलत हैं।

विधायक मंडावी ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री दोनों के बयान आपस में विरोधाभासी हैं। सरकार सभी के सामने प्रेस विज्ञप्ति और प्रेस ब्रीफिंग कर स्पष्ट करे कि उसूर थाना अंतर्गत क्षेत्र में जो 18 दिनों तक ऑपरेशन चला, उसमें जवानों ने जिन लोगों को मुठभेड़ में मार गिराया, क्या वे वास्तव में नक्सली थे या ग्रामीण? और अगर वे नक्सली थे तो उनकी शिनाख्त में इतना समय क्यों लग रहा है? सरकार से मांग करता हूं कि इन सभी बातों को लेकर स्पष्टता दी जाए।

बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर सम्पन्न हुई भव्य खारून गंगा महाआरती

रायपुर- माँ खारून गंगा आरती महादेव घाट समिति द्वारा आयोजित खारून गंगा महाआरती का आयोजन आज बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर श्रद्धा, भक्ति और दिव्यता के साथ सम्पन्न हुआ। विगत तीन वर्षों से निरंतर आयोजित हो रही यह आरती आज भी सायंकाल महादेव घाट पर हजारों श्रद्धालुओं, सनातन धर्मावलंबियों एवं समाजसेवियों की उपस्थिति में सम्पन्न हुई। आरती स्थल पर साधु-संतों, विद्वान पंडितों और गणमान्य नागरिकों की गरिमामयी उपस्थिति ने आयोजन को विशेष आध्यात्मिक ऊँचाइयाँ प्रदान की। इस अवसर पर रायपुर उत्तर विधानसभा क्षेत्र के विधायक पुरन्दर मिश्रा भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने माँ खारून की महाआरती में भाग लेकर सभी श्रद्धालुओं के साथ इस दिव्य क्षण का पुण्य लाभ लिया तथा आयोजन की भूरि-भूरि प्रशंसा की। आरती के दौरान नदियों की पवित्रता और संरक्षण हेतु सामूहिक संकल्प भी लिया गया, जिसमें सभी श्रद्धालुओं ने मिलकर यह प्रतिज्ञा की कि वे नदियों को स्वच्छ, निर्मल और सम्मानजनक रूप में बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयासरत रहेंगे। विशेष उल्लेखनीय बात यह है कि माँ खारून की आरती प्रतिदिन सायं नियमित रूप से की जाती है, जिससे स्थानीय श्रद्धालुओं में आस्था, समर्पण और सेवा का भाव निरंतर बना रहता है।

समिति के अध्यक्ष एवं संस्थापक वीरेन्द्र सिंह तोमर ने बताया कि “माँ खारून के तट पर प्रतिदिन होने वाली आरती केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि यह हमारी संस्कृति, पर्यावरण और जल स्रोतों के संरक्षण का प्रतीक बन चुकी है। हमारा प्रयास है कि आने वाली पीढ़ियों को एक जागरूक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध धरोहर सौंपी जाए।” माँ खारून के तट पर दीपों की झिलमिलाती रोशनी, मंत्रोच्चार और भक्तिमय वातावरण ने जनमानस को भक्ति और शांति से ओत-प्रोत कर दिया। समिति द्वारा की गई व्यवस्थाओं की सराहना श्रद्धालुओं ने खुले दिल से की। माँ खारून गंगा आरती महादेव घाट समिति ने आयोजन को सफल बनाने में सहयोग देने वाले सभी सेवाभावी जनों, संस्थाओं एवं उपस्थित श्रद्धालुओं के प्रति आभार व्यक्त किया है।

श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल से रायपुर की बनी है अलग पहचान - उपमुख्यमंत्री अरुण साव

रायपुर-  श्री सत्य साईं बाबा ने सबसे प्रेम और सबकी सेवा करने का संदेश दिया है। बाबा के बताए मार्ग पर चलकर श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल द्वारा अब तक 36 हजार से अधिक हार्ट सर्जरी की जा चुकी है। बच्चों की निःशुल्क हार्ट सर्जरी कर संस्थान ने सेवा परमो धर्म: के आदर्श को प्रस्तुत किया है। अस्पताल ने हजारों बच्चों को नया जीवन दिया है। किसी को जीवनदान देना पुण्य का काम है। उप मुख्यमंत्री श्री साव ने नवा रायपुर स्थित श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल में अंतरराष्ट्रीय नर्सिंग दिवस पर आज आयोजित कार्यक्रम में ये बातें कहीं।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि श्री सत्य साईं अस्पताल में केवल भारत के ही नहीं, बल्कि 15 अन्य देशों के लोग भी निःशुल्क उपचार कराने आते हैं। अब तक अन्य देशों के एक हजार से अधिक बच्चों की हार्ट सर्जरी हो चुकी है। यहां तीन लाख से अधिक बच्चों के हृदय की निःशुल्क जांच भी की गई है।

श्री साव ने कहा कि बाबा श्री सत्य साईं का आशीर्वाद छत्तीसगढ़ पर हुआ है। इससे रायपुर की एक अलग पहचान बनी है। किसी अनजान से प्रेम और सेवा करना सहज काम नहीं है। यहां बच्चों और उनके माता-पिता के चेहरे देखकर लग रहा है कि उन्हें दुनिया की बड़ी खुशी मिल गई है। यह अमूल्य खुशी देने वाला श्री सत्य साईं अस्पताल है।

उप मुख्यमंत्री श्री साव ने अस्पताल में उपचार करा चुके बच्चों एवं उनकी माताओं से मुलाकात की एवं उन्हें फल व मिठाई वितरित की। परिजनों ने मंच पर अस्पताल में इलाज के अपने अनुभव साझा किए। श्री साव ने कार्यक्रम में उत्कृष्ट सेवाएं देने वाले नर्सिंग स्टॉफ को सम्मानित किया।

श्री सत्य साईं अस्पताल के चेयरमैन डॉ. श्रीनिवास ने कहा कि आज गौतम बुद्ध का निर्वाण दिवस है। काशी के सारनाथ में गौतम बुद्ध ने पहला उपदेश दिया था। उसी काशी में एक और सेवा केंद्र शुरू होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज ही के दिन श्री सत्य साईं बाबा ने विश्व को सब से प्रेम और सबकी सेवा करने का मूल मंत्र दिया था। यहां निःशुल्क उपचार के बाद अब निःशुल्क नर्सिंग की शिक्षा दी जा रही है। यहां देश और समाज के सेवक तैयार किए जा रहे हैं। हम लोगों के दिलों में सेवा का भाव जोड़ रहे हैं। पद्मश्री से सम्मानित डॉ. राधेश्याम बारले सहित अस्पताल प्रबंधन के अधिकारी-कर्मचारी भी बड़ी संख्या में कार्यक्रम में मौजूद थे।

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान अम्बिकापुर में आयोजित "मोर आवास मोर अधिकार" कार्यक्रम में होंगे शामिल

रायपुर-  केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं कृषि व किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान 13 मई को अम्बिकापुर में आयोजित "मोर आवास मोर अधिकार" कार्यक्रम में शामिल होंगे। कार्यक्रम का आयोजन अम्बिकापुर के पीजी कॉलेज मैदान में किया जाएगा। इस दौरान मुख्य अतिथि श्री चौहान प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण और पीएम जनमन के आवास हितग्राहियों को खुशियों की चाबी देंगे तथा आवास निर्माण प्रारंभ करने वाले हितग्राहियों का भूमिपूजन कर उन्हें आवास स्वीकृति पत्र प्रदान करेंगे। केंद्रीय मंत्री श्री चौहान राज्य में नवनिर्मित 51 हजार प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों का गृह प्रवेश करवाएंगे। इसके साथ ही उत्कृष्ट कार्य करने वाली स्व सहायता समूह की दीदियों, लखपति दीदियों को सम्मानित किया जाएगा।

कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री विष्णु देव साय करेंगे। वहीं अति विशिष्ट अतिथि के रूप में केंद्रीय राज्य मंत्री आवास एवं शहरी मामले तोखन साहू, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा तथा उपमुख्यमंत्री अरूण साव, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह उपस्थित रहेंगे। इसी प्रकार विशिष्ट अतिथि के रूप में वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी, कृषि मंत्री राम विचार नेताम, लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े सहित अन्य गणमान्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे।

किसानों को मिले सिंचाई परियोजनाओं का लाभ : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में प्रदेश के सिंचाई ढांचे को सशक्त बनाने के उद्देश्य से जल संसाधन विभाग के कार्यों की गहन समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मौजूदा सिंचाई परियोजनाओं के रखरखाव और मरम्मत पर विशेष ध्यान दिया जाए। मुख्यमंत्री श्री साय ने वरिष्ठ विभागीय अधिकारियों को नियमित रूप से फील्ड विजिट करने के निर्देश दिए और जल अपव्यय रोकने के साथ ही जल का अधिक से अधिक उपयोग कृषि कार्यों में हो, यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रदेश के सभी बांधों की जल भराव क्षमता, वर्तमान सिंचाई स्थिति और आगामी परियोजनाओं के प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि नहरों के माध्यम से जल परिवहन में होने वाली हानि को रोकने के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग जरूरी है। मुख्यमंत्री श्री साय ने जल उपयोग की दक्षता बढ़ाने हेतु अंडरग्राउंड पाइपलाइन व्यवस्था के माध्यम से आवश्यक कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। साथ ही सिंचाई योजनाओं में रूपांकित सिंचाई क्षमता और वास्तविक क्षमता के बीच के अंतर को कम करने के लिए ठोस कार्ययोजना बनाने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बस्तर एवं सरगुजा संभाग में लंबे समय से अधूरे योजनाओं को पूर्ण करने के लिए आवश्यक कार्यवाही की जाये।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने निर्माणाधीन वृहद परियोजनाओं को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए ताकि किसानों को समय से योजना का लाभ प्राप्त हो सके। उन्होंने बड़ी परियोजनाओं में भारत सरकार से वित्तीय सहायता प्राप्त करने हेतु आवश्यक प्रस्ताव यथाशीघ्र तैयार करने को कहा। मुख्यमंत्री ने राज्य में भू-जल की दृष्टि से क्रिटिकल/सेमी क्रिटिकल घोषित 26 विकासखण्डो में परियोजनाओं के निर्माण हेतु प्रस्ताव तैयार करने के भी निर्देश दिए।

इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री केदार कश्यप ने निर्माणाधीन वृहद परियोजनाओं को शीघ्र पूर्ण करने के सम्बन्ध में निर्देश दिए। बैठक में सचिव जल संसाधन विभाग राजेश सुकुमार टोप्पो ने विभागीय गतिविधियों की जानकारी देते हुए निर्माणधीन एवं प्रस्तावित सिंचाई योजनाओं से भी मुख्यमंत्री को अवगत कराया।

बैठक में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, विशेष सचिव वित्त शीतल शाश्वत वर्मा, प्रमुख अभियंता इन्द्रजीत उइके एवं जल संसाधन विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।

सड़क हादसे में 13 लोगों की मौत, PM मोदी ने जताया दुख, मृतक के परिजनों को 2-2 लाख और घायलों को 50 हजार रुपए देने की घोषणा की

रायपुर- छत्तीसगढ़ में भीषण सड़क हादसे में 13 लोगों की मौत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है. उन्होंने प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने और घायलों को 50,000 रुपए देने की घोषणा की है.

पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा है कि रायपुर, छत्तीसगढ़ में सड़क दुर्घटना में लोगों की मौत से बहुत दुखी हूं. जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति संवेदना और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं. प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि और घायलों को 50,000 रुपए दिया जाएगामुख्यमंत्री साय ने भी किया है।

मुआवजा देने का ऐलान

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी हादसे में मारे गए ग्रामीणों के प्रति शोक व्यक्त किया है और घायलों के इलाज के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. उन्होंने मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता के लिए 5-5 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने एक्स पर पोस्ट किया है कि “खरोरा में हुए भीषण सड़क हादसे में 13 लोगों की मृत्यु और 14 लोगों घायल होने की खबर अत्यंत दुःखद है. घायलों के समुचित इलाज के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है. संकट की इस घड़ी में छत्तीसगढ़ सरकार मृतकों के परिजनों के साथ खड़ी है. राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए एवं घायलों को 50-50 हजार रुपए की सहायता राशि स्वीकृत की है. ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और घायलों के यथाशीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.”

बता दें कि राजधानी रायपुर से लगे खरोरा में रविवार देर रात छट्‌ठी कार्यक्रम से ग्रामीणों को लेकर लौट रहे माजदा की पहले ट्रेलर फिर डंबर से भिड़ंत हो गई. इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई. हादसे में 10 से ज्यादा घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

हादसे में इनकी हुई मौत

भीषण सड़क हादसे में मरने वालों में 4 बच्चे और 9 महिलाएं शामिल हैं. मृतकों की पहचान मोहंदी, धरसींवा निवासी टिकेश्वरी साहू (45 वर्ष), एकलव्य साहू (6 वर्ष), प्रभा साहू (34 वर्ष) और गीता साहू (54 वर्ष), गोंडवारा निवासी कुमारी महिमा साहू (18 वर्ष), धरसीवां निवासी नंदनी साहू (53 वर्ष), आनंदगांव, बेमेतरा निवासी उमंग साहू (5 माह), वर्षा साहू (28 वर्ष) और भूमि साहू (4 वर्ष), नागौरा मंदिर, हसौद निवासी राजवती साहू (60 वर्ष), और चटौद, विधानसभा क्षेत्र निवासी कृति साहू (50 वर्ष), कुंती साहू (55 वर्ष) और टिकेश्वर साहू (35 वर्ष) के रूप में की गई है..