स्पा सेंटर की आड़ में चल रहा था देह व्यापार, महिला संचालिका समेत 5 गिरफ्तार

दुर्ग- शहर में सेक्स रैकेट का पर्दाफाश हुआ है. पुलिस ने भिलाई के एक प्रतिष्ठित इलाके में संचालित स्पा में छापा मारकर सेक्स रैकेट का खुलासा किया है. इस कार्रवाई में पुलिस ने महिला संचालिका समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है.

मिली जानकारी के अनुसार, रविवार देर रात स्मृति नगर चौकी और महिला रक्षा टीम की संयुक्त कार्रवाई में जुनवानी रोड स्थित VR टावर के सेकंड फ्लोर पर संचालित ‘अगम स्पा’ में छापेमारी की गई. इस दौरान मौके से महिला संचालिका समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया.

गिरफ्तार किए गए आरोपियों में प्रिया सिंह (निवासी कोहका, मूलतः पश्चिम बंगाल), स्वतंत्र द्विवेदी, राहुल चौधरी, विकास गेंद्रे और धर्मसिंह कोबरा गड़े शामिल हैं. पुलिस ने छापे के दौरान मौके से आपत्तिजनक सामग्री, मोबाइल फोन और संदिग्ध नंबर भी बरामद किए हैं. पुलिस को लंबे समय से इस स्पा में अवैध गतिविधियों की सूचना मिल रही थी. इस इनपुट की पुष्टि के बाद पुलिस टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया.

सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी ने बताया कि शहर में इस तरह के रैकेट के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है. अन्य स्पा सेंटरों की भी निगरानी की जा रही है.

अपर्याप्त बल के साथ अवैध रेत खनन रोकने गई थी टीम, ट्रैक्टर से कुचलने से आरक्षक की मौत, IG ने टीआई को किया सस्पेंड

बलरामपुर- जिले के लिब्रा घाट में अवैध रेत खनन को रोकने गई वन विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम पर झारखंडी खनन माफिया ने हमला कर दिया. ट्रैक्टर चालक ने पुलिस पर गाड़ी चढ़ा दी, जिसमें आरक्षक शिवभजन सिंह की मौके पर ही मौत हो गई. इस मामले में आईजी दीपक झा ने आदेश जारी कर सनवाल के थाना प्रभारी दिव्यकांत पांडेय को सस्पेंड कर दिया है.

आदेश में लिखा है कि वरिष्ठ अधिकारियों को बिना सूचना दिए आधी रात को टीआई अपर्याप्त बल लेकर अवैध रेत खनन रोकने गए थे, जहां खनन माफिया ने घटना को अंजाम दिया. आरोपी ट्रैक्टर चालक की पहचान की जा रही है. जल्द ही उसे पकड़ लिया जाएगा.

जानकारी के अनुसार, नदी किनारे अतिक्रमण की शिकायत पर वन विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची थी. इस दौरान नदी घाट पर झारखंड के खनन माफिया को अवैध रेत खनन करते देख रोकने का प्रयास किया गया. इस पर खनन माफिया ने टीम पर ही हमला कर दिया. रेत माफियाओं ने आरक्षक को ही ट्रैक्टर से कुचल दिया, जिससे आरक्षक शिव भजन सिंह की मौत हो गई. घटना की जानकारी मिलते ही आईजी, बलरामपुर एसपी वैभव बैंकर मौके पर पहुंचे हैं. वहीं इस मामले में आईजी ने सनवाल टीआई दिव्यकांत पटेल को निलंबित कर दया है.

PWD के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, कुर्सी पर मिला शव, जांच में जुटी पुलिस

जगदलपुर- छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग मुख्यालय जगदलपुर से बड़ी खबर सामने आई है. लोक निर्माण विभाग (PWD) के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर (EE) डीएस नेताम का शव उनके सरकारी आवास में मिला है. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मर्ग कायम कर जांच में जुट गई है. प्रारंभिक जांच में हार्ट अटैक से मौत की आशंका जताई जा रही है, हालांकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही वास्तविक कारण स्पष्ट हो सकेगा.

जानकारी के अनुसार, डीएस नेताम का आवास भंगाराम चौक के पास स्थित है. वह शनिवार शाम तक ऑफिस में उपस्थित थे, जिसके बाद अपने आवास लौटे. रविवार को जब ऑफिस के कर्मचारियों ने संपर्क करने की कोशिश की तो उन्होंने कोई कॉल रिसीव नहीं किया. सोमवार सुबह भी यही स्थिति रही, जिसके बाद कर्मचारी उनके घर पहुंचे. कई बार बेल बजाने के बाद जब कोई जवाब नहीं मिला तो दरवाजा तोड़ा गया. अंदर जाकर देखा गया तो नेताम का शव चेयर पर पड़ा हुआ मिला।

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई कर शव को अपने कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है. डीएस नेताम मूलतः कांकेर जिले के रहने वाले थे और पिछले 3-4 वर्षों से जगदलपुर में पदस्थ थे. वह अकेले ही सरकारी आवास में रह रहे थे और 11 महीने बाद सेवानिवृत्त होने वाले थे.

मामले में जगदलपुर एएसपी महेश्वर नाग ने बताया कि शव घर के अंदर चेयर पर मिला है और प्रथम दृष्टया मामला नेचुरल डेथ का प्रतीत होता है. परिजनों को सूचना दे दी गई है. शव के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चीजें स्पष्ट हो पाएगी.

राजभवन में मेघावी विद्यार्थियों का हुआ सम्मान, राज्यपाल रमेन डेका बोले- मनचाहे क्षेत्र में लगन और परिश्रम से बढ़ें आगे

रायपुर- छत्तीसगढ़ के 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में टॉप करने वाले रायपुर जिले के मेधावी विद्यार्थियों का आज राजभवन में सम्मान किया गया. इस दौरान राज्यपाल रमेन डेका ने सभी विद्यार्थियों को बधाई दी और उन्हें मेडल, स्मृति चिन्ह और 5,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित किया. 

मनचाहे क्षेत्र में लगन और परिश्रम से बढ़ें आगे : राज्यपाल डेका 

राज्यपाल रमेन डेका ने इस मौके पर कहा कि बच्चों के सामने बेहतर भविष्य है. वे जिस क्षेत्र में कैरियर बनाना चाहते है, उस क्षेत्र में लगन और परिश्रम के साथ आगे बढे़. जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए अनुशासन का बहुत बड़ा योगदान होता है. विद्यार्थी अनुशासन का पालन करें. अध्ययन के साथ-साथ योग, ध्यान और खेल गतिविधियां भी करें. अपने माता-पिता और गुरूजनों का सम्मान करें. मानवीय गुणों और परस्पर सहयोग की भावना के साथ-साथ अपने आस-पास के प्रति भी जागरूक रहते हुए जीवन का आनंद उठाएं.

शिक्षा से अपने भविष्य को बनाएं उज्जवल : विधायक पुरंदर मिश्रा

इस कार्यक्रम में विधायक पुरंदर मिश्रा भी शामिल हुए. उन्होंने बच्चों से कहा कि आप शिक्षा के माध्यम से अपने भविष्य को उज्जवल बनाएं और प्रदेश का नाम रोशन करें.

इन मेघावी विद्यार्थियों का हुआ सम्मान

कार्यक्रम में रमेन डेका ने प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त करने वाले कक्षा 10वीं की कुमारी साई संजना, नमन कुमार ठाकुर, केतन साहू, कुमारी खुशबू सेन, कुमारी पूर्वी साहू, महक, राम सोनी, कुमारी नेहा चक्रधारी, कुमारी काव्या वर्मा, कुमारी दिव्या तिवारी, चित्रांश देवांगन को सम्मानित किया. इसी तरह कक्षा 12वीं बोर्ड परीक्षा के मेरिट में स्थान प्राप्त करने वाली कुमारी पल्लवी वर्मा, कुमारी रूचिका साहू, कुमारी कीर्ति यादव, कुमारी रूची कल्यानी, कुमारी भूमिका देवांगन को सम्मानित किया गया.

भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर होते ही तेज हुई सियासत, भूपेश बघेल ने ट्रंप की मध्यस्थता से लेकर पहलगाम हमले पर सरकार से किया तीखा सवाल

नई दिल्ली- भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर होते ही एक बार फिर से सियासत तेज हो गई है. कांग्रेस अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंफ के सीजफायर के एलान से लेकर पहलगाम हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादियों को लेकर सरकार से सवाल कर रही है. कांग्रेस की ओर से अबकी बार मोर्चा छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भूपेश बघेल ने संभाला है.

छत्सीगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नई दिल्ली में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि कांग्रेस सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है. जब भी संकट आया कांग्रेस ने राजनीति की बजाय देशहित को आगे रखा. 1971 में अमेरिका के दबाव के बावजूद इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान के दो टुकड़े किए.

उन्होंने कहा कि आतंकवाद से लड़ाई में राजनीति नहीं राष्ट्रवाद चाहिए. दुश्मन के सामने कमजोरी नहीं ताकत दिखाएं. सरकार बताए कि क्या अमेरिका के दबाव में हममें अपनी नीति बदल दी? कांग्रेस ने अपने तमाम कार्यक्रम रद्द किए. संकट के समय जब पूरा देश एकजुट था तब सोशल मीडिया पर बीजेपी नेता राजनीतिक बयानबाजी कर रहे थे.

संसद का बुलाया जाए विशेष सत्र

कांग्रेस नेता ने कहा, कांग्रेस सरकार के साथ खड़ी है, लेकिन हम पारदर्शिता की मांग करते हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से सीज फायर का ऐलान क्या कूटनीतिक नाकामी नहीं है? क्या हमनें तीसरे पक्ष की मध्यस्थता स्वीकार कर ली? क्या शिमला समझौता रद्द हो गया? हम आतंक के खिलाफ लड़ रहे थे, बीच में कश्मीर का मुद्दा आ गया! संसद का विशेष सत्र बुलाकर बताया जाए कि संघर्ष विराम की शर्तें क्या हैं? सर्वदलीय बैठक बुलाकर शंकाओं का समाधान किया जाए.

पहलगाम के आतंकियों का क्या हुआ?

भूपेश बघेल ने सीजफायर के साथ-साथ पहलगाम आतंकी हमले पर सवाल उठाते हुए कहा कि बीजेपी प्रवक्ता का ये कहना कि बदला ले लिया गया है, जो कई सवाल उठाता है. पहलगाम के चारों आतंकियों का क्या हुआ? वो पकड़े गए या मारे गए? सुरक्षा चूक की जिम्मेदारी किसकी है? क्या गृहमंत्री इस्तीफा दे रहे हैं?

“ABCDEFG थैंक्यू थैंक्यू सीएम जी…” समायोजन के फैसले से खुशी की लहर, बी.एड. सहायक शिक्षकों ने निकाली आभार रैली

रायपुर- साय कैबिनेट की 30 अप्रैल को हुई बैठक में बर्खास्त 2,621 बी.एड. डिग्रीधारी सहायक शिक्षकों को बड़ी राहत दी गई. सभी सहायक शिक्षकों के समायोजन किए जानें का फैसला लिया गया. राज्य सरकार द्वारा सहायक शिक्षक (प्रयोगशाला विज्ञान) के पद पर समायोजन किए जाने के निर्णय को लेकर आज रायपुर में हजारों की संख्या में शिक्षकों ने आभार रैली निकाली. इस दौरान शिक्षकों ने ‘ABCDEFG थैंक्यू थैंक्यू सीएम जी’ नारे लगाए. 

राजधानी रायपुर के इंडोर स्टेडियम से लेकर सुभाष स्टेडियम तक यह रैली निकाली गई. इस आभार रैली में प्रदेश के कोने-कोने से सहायक शिक्षक शामिल होने के लिए पहुंचे. शिक्षकों ने समायोजन के फैसले का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और शिक्षा विभाग के प्रति आभार व्यक्त किया, साथ ही समायोजन प्रक्रिया को पारदर्शी और न्यायसंगत बनाने की मांग भी दोहराई. 

रैली में उमड़े अभूतपूर्व जनसैलाब ने यह साफ कर दिया कि प्रदेश के बी.एड. प्रशिक्षित शिक्षक सरकार के साथ सहयोग करने को पूरी तरह तैयार हैं. वे न सिर्फ शिक्षा व्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, बल्कि इसकी मजबूती में सक्रिय भूमिका निभाने का संकल्प भी दोहरा रहे हैं.

साय सरकार की पहल, बायो-सीएनजी संयंत्रों के लिए सार्वजनिक उपक्रमों को रियायती लीज दरों पर होगा जमीनों का आबंटन

रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर छत्तीसगढ़ के सभी नगरीय निकायों में जैव अपशिष्ट सह कृषि अपशिष्ट के प्रसंस्करण के लिए बायो-सीएनजी प्लांट लगाए जाएंगे. रायपुर, भिलाई समेत आठ निकायों में जमीन का चिन्हांकन किया जा चुका है. इन स्थानों पर बीपीसीएल और गेल 800 करोड़ का प्लांट लगाएंगे.

उल्लेखनीय है कि पिछले 17 अप्रैल 2025 को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में आयोजित कैबिनेट की बैठक में बायो- सीएनजी संयंत्रों के लिए सार्वजानिक उपक्रमों को एक रुपये प्रति वर्गमीटर की रियायती दर पर भूमि आबंटित किए जाने का निर्णय लिया गया था. कैबिनेट के निर्णय के बाद नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा सभी कलेक्टरों को जमीन आबंटन को लेकर निर्देश जारी कर दिए गए हैं.

बीपीसीएल और गेल कंपनी को एक रुपए वर्गमीटर में 10 एकड़ जमीन 25 साल की लीज पर दी जाएगी. जैव अपशिष्ट सह कृषि अपशिष्ट का प्रसंस्करण इन संयंत्रों में किया जाएगा.

भारत में उपयोग होने वाले सीएनजी का लगभग 46 फीसदी वर्तमान में आयात किया जाता है और सरकार का लक्ष्य बायो-सीएनजी के उत्पादन और खपत के माध्यम से इस निर्भरता को कम करना है. बायो सीएनजी, जिसे बायो कंप्रेस्ड नेचुरल गैस भी कहा जाता है.

इसका उपयोग मुख्य रूप से वाहनों के ईंधन आऔर घरेलू ऊर्जा के रूप में किया जाता है. साथ ही सीएनजी वाहनों को ईंधन देने के लिए, एलपीजी के विकल्प के रूप में खाना पकाने और हीटिंग के लिए, बिजली उत्पादन के लिए, कुछ उद्योगों में हीटिंग और अन्य प्रक्रियाओं के लिए भी इसका उपयोग किया जा सकता है.

केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय का अनुमान है कि भारत में बायो-सीएनजी उत्पादन की क्षमता लगभग 70 मिलियन मीट्रिक टन है. इसका उत्पादन बाजार की मांग के अनुरूप है, जिससे यह आर्थिक रूप से पूरी तरह व्यवहारिक है.

क्या है बायोसीएनजी?

बायोसीएनजी का उत्पादन जैविक अपशिष्ट पदार्थों जैसे पशु अपशिष्ट, खाद्य अपशिष्ट और औद्योगिक कीचड़ को बायोगैस और डाइजेस्टेट में तोड़कर किया जाता है. यह प्रक्रिया एक सीलबंद, ऑक्सीजन रहित टैंक में होती है, जिसे एनारोबिक डाइजेस्टर भी कहा जाता है. फिर बायोगैस को संसाधित किया जाता है, जिससे 95 फीसदी शुद्ध मीथेन गैस प्राप्त होती है. इस प्रक्रिया से उच्च गुणवत्ता वाला सांद्रित तरल उर्वरक प्राप्त होता है.

महीनेभर के भीतर शुरू होगी टेंडर प्रक्रिया

नगरीय प्रशासन विभाग के अनुसार प्रदेश के आठ स्थानों पर जमीन का चिन्हांकन कर लिया गया है. इसके लिए जल्द ही टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी. एक महीने के भीतर ही इसका टेंडर फाइनल करने के बाद काम शुरू कर दिया जाएगा. इसके बाद निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.

भीषण सड़क हादसा : मृतकों के परिजनों को 5 लाख और घायलों को 50 हजार का मिलेगा मुआवजा, CM विष्णुदेव साय ने किया ऐलान

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने खरोरा क्षेत्र में हुई भीषण सड़क दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की है। इस दुखद घटना में 13 लोगों की मृत्यु तथा 14 अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि खरोरा में हुए भीषण सड़क हादसे की खबर अत्यंत पीड़ादायक है। मैं दिवंगत आत्माओं की शांति और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि संकट की इस घड़ी में राज्य सरकार पीड़ित परिवारों के साथ पूरी संवेदनशीलता के साथ खड़ी है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने घायलों के समुचित उपचार हेतु अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने घोषणा की है कि राज्य सरकार मृतकों के परिजनों को पाँच-पाँच लाख रुपए तथा घायलों को पचास-पचास हजार रुपए की सहायता राशि प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री श्री साय ने जिला प्रशासन को त्वरित राहत एवं बचाव कार्यों की सतत निगरानी करने के निर्देश दिए हैं।

फर्जी कंपनी बनाकर किया 83 लाख रुपए का भुगतान, शातिर सीएमएचओ के साथ पांच पर जुर्म दर्ज…

सूरजपुर- कोविड काल के दौरान ऑक्सीजन प्लांट लगाने वाली कंपनी के नाम से फर्जी कंपनी कर साढ़ 83 लाख का भुगतान कर दिया गया. मामले में सूरजपुर के पूर्व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रणसाय सिंह व स्वास्थ्य विभाग के दो कर्मचारियों समेत 5 लोगों के खिलाफ कोतवाली पुलिस ने धोखाधड़ी का अपराध दर्ज किया है.

मामले की जानकारी देते हुए सूरजपुर एडिशनल एसपी संतोष महतो ने बताया कि वर्तमान सीएमएचओ डॉ. कपिलदेव पैकरा ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनके पहले के सीएमएचओ डॉ. आरएस सिंह ने जैम पोर्टल के जरिए ऑक्सीजन प्लांट के लिए टेंडर जारी किया था. यूनिक इंडिया फर्म ने टेंडर मिलने के बाद प्लांट लगाया था.

लेकिन बाद में डॉ. सिंह ने अन्य कर्मचारियों ने आशीष बोस नाम के व्यक्ति के साथ मिलकर षड़यंत्र करते हुए यूनिक इंडिया के नाम से फर्जी कंपनी बनाकर उसे साढ़े 83 लाख रुपए का भुगतान कर दिया गया. मामले में डॉ. सिंह, कर्मचारी जेम्स बेक, विजय सिंह, सकिरण सिंह और आशीष बोस के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 120 बी के तहत एफआईआर दर्ज किया गया है.

जोन कमिश्नरी में अब डिप्टी कलेक्टर रैंक के अधिकारी

रायपुर-  नई प्रशासनिक व्यवस्था के तहत नगर निगम रायपुर, दुर्ग-भिलाई और बिलासपुर में राज्य प्रशासनिक सेवा (राप्रसे) के अफसरों को बैठाने की तैयारी शुरू हो चुकी है. सुशासन तिहार समाप्त होने के बाद संभवतः इसी महीने रायपुर निगम के दस जोन कमिश्नरी में डिप्टी कलेक्टर रैंक के अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति हो सकती है. बताया गया कि अकेले रायपुर निगम में ही राप्रसे से तकरीबन 15 अधिकारी आ सकते हैं. निगम में इसकी शुरुआत तत्कालीन नगर निगम आयुक्त ओपी चौधरी के समय तारनप्रकाश सिन्हा और उसके बाद पुलक भट्टाचार्य की नियुक्ति के साथ हुई थी. इनके बाद अरविंद शर्मा यहां उपायुक्त राजस्व के पद पर नियुक्त हुए थे. इनमें से श्री सिन्हा ने बाद में निगम आयुक्त के रूप में भी यहां काम किया था. अभी निगम में राज्य प्रशासनिक सेवा से अपर आयुक्त यूएस अग्रवाल, राजेंद्रप्रसाद गुप्ता और उपायुक्त डॉ. अंजलि शर्मा काम कर रही हैं. इनमें से श्री गुप्ता की सेवानिवृत्ति सितंबर में हो जाएगी.

निगम में अभी जोन कमिश्नर के रूप में नगरपालिका सेवा अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है. इनके ग्रेड पे और जोन में काम कर रहे कार्यपालन अभियंता के ग्रेड पे और पद में भी असमानता है. अभी जोन कमिश्नर जहां क्लास 2 रैंक के अधिकारी वर्ग में आ रहे हैं, वहीं कार्यपालन अभियंता का रैंक क्लास-1 अफसर का है. अब रैंक 2 के नीचे रैंक 1 अफसर इन दिनों काम कर रहे है।

अभी जोन कमिश्नर जहां क्लास 2 रैंक के अधिकारी वर्ग में आ रहे हैं, वहीं कार्यपालन अभियंता का रैंक क्लास-1 अफसर का है. अब रैंक 2 के नीचे रैंक 1 अफसर इन दिनों काम कर रहे है.

एमबीबीएस या आयुर्वेद अधिकारी का ही प्रावधान किया गया है. लेकिन अभी यहां पिछले कई साल से होम्योपैथी चिकित्सा अधिकारी को बतौर स्वास्थ्य एवं सफाई अधिकारी नियुक्त किया गया है. इसे लेकर भी संचालनालय स्तर पर चर्चा छिड़ चुकी है. रायपुर निगम में अभी डॉ. तृप्ति पाणिग्रही और डॉ. दिव्या चंद्रवंशी दो होम्योपैथी महिला चिकित्सा अधिकारी प्रतिनियुक्ति पर हैं.

इसीलिए प्रदेश के सबसे बड़े निगम रायपुर में इसकी शुरुआत मई महीने के अंत तक कर दी जाएगी. इसका प्रस्ताव नगरीय प्रशासन संचालनालय ने 21 अप्रैल को अवर सचिव नगरीय प्रशासन विभाग को भेजा था.

संचालनालय ने माना काम प्रभावित हो रहा

अवर सचिव को भेजे गये पत्र में नगरीय प्रशासन संचालनालय ने माना कि राज्य नगरपालिका सेवा के अधिकारियों की नियुक्ति से बड़े निगमों में काम प्रभावित हो रहा है। वर्तमान में ये अधिकारी प्रतिनियुक्ति पर अपर आयुक्त, उपायुक्त और जोन आयुक्त के पद पर हैं। इसके चलते नगर पालिका, नगर पालिका परिषद व नगर पंचायतों में मुख्य नगर पालिका अधिकारी के पद पर नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायतों के कर्मचारियों को प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी के पद पर पदस्थापना की जाती है। इसके कारण यहां काम प्रभावित हो रहा है।

25 अधिकारियों की मांग रखी गई बैठक में

नगरीय प्रशासन संचालनालय ने मंत्री अरुण साव की समीक्षा बैठक के बाद अवर सचिव को पत्र भेजकर राज्य प्रशासनिक सेवा के 25 अधिकारियों की मांग की है. इन अधिकारियों को अपरआयुक्त, जोन आयुक्त और उपायुक्त के पद पर पदस्थ किया जाएगा. संचालनालय ने प्रशासनिक दृष्टिकोण से भी इस फेरबदल को जरूरी बताया है.

क्या है ग्रेड पे का मामला

निगम के जोन कमिश्नर पद पर पदस्थ नपा सेवा के अधिकारियों का ग्रेड पे अभी 5400 है, वहीं इनके अधीनस्थ उसी जोन में काम करने वाले कार्यपालन अभियंताओं का ग्रेड पे 6600 है. इसी प्रकार सेटअप अनुसार अपरआयुक्त के पद बैठे अधिकारी का ग्रेड पे 7600 होना चाहिए. नगर निगम में सेटअप के लिए तय नियम शर्तों का उल्लंघन कर जोन कमिश्नर और अपरआयुक्त बैठाये गये हैं. अभी डिप्टी कलेक्टर यदि जोन कमिश्नर बनते हैं तो उनको भी नियुक्ति के बाद ग्रेड पे बैलेंस करने तत्काल प्रमोशन देना होगा.

स्वास्थ्य-सफाई अधिकारी की जगह सैनेटरी एक्सपर्ट

राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के साथ ही रायपुर नगर निगम की सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए सैनेटरी एक्सपर्ट की मांग पिछले कई साल से लगातार उठ रही है. निगम के सेटअप में इस पद के लिए एमबीबीएस या आयुर्वेद अधिकारी का ही प्रावधान किया गया है. लेकिन अभी यहां पिछले कई साल से होम्योपैथी चिकित्सा अधिकारी को बतौर स्वास्थ्य एवं सफाई अधिकारी नियुक्त किया गया है. इसे लेकर भी संचालनालय स्तर पर चर्चा छिड़ चुकी है. रायपुर निगम में अभी डॉ. तृप्ति पाणिग्रही और डॉ. दिव्या चंद्रवंशी दो होम्योपैथी महिला चिकित्सा अधिकारी प्रतिनियुक्ति पर हैं.