*जिले के चार थानों में 65 फीसदी मामले, औराई में दर्ज हुए सबसे ज्यादा मुकदमे*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही- जिले के औराई कोतवाली में बीते अप्रैल माह में सबसे अधिक 70 मुकदमे दर्ज हुए हैं। इसके अलावा भदोही और गोपीगंज ऐसे थाने हैं, जहां 50 से अधिक मामले दर्ज हुए। महिला थाने में पूरे माह में केवल दो और साइबर थाने में केवल आठ मामले दर्ज हुए। जनपद के सभी थानों में अप्रैल के महीनों में कुल 317 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इसमें लगभग 60 फीसदी मामले मारपीट के रहे।
चार थानों में ही करीब 65 फीसदी मुकदमें दर्ज
जिले में महिला थाना समेत कुल 10 थाने हैं। इसमें औराई, भदोही, गोपीगंज, ज्ञानपुर और सुरियावां कोतवाली हैं। वहीं, दुर्गागंज, चौरी, ऊंज, कोईरौना थाना हैं। इसके अलावा साइबर संबंधी मामलो के निपटारे के लिए बीते साल ही पुलिस लाइन में साइबर थाना भी शुरू किया गया। जिले में राजस्व के मामले ज्यादा आते हैं। इसमें अधिक जमीन संबंधी विवाद होते हैं। समाधान दिवस से लेकर संपूर्ण समाधान दिवस तक राजस्व संबंधी मामलों की संख्या करीब 80 से 85 फीसदी तक रहती है। राजस्व संबंधी मामलों के कारण आपसी तनाव भी बढ़ते हैं। इसके कारण कई बार विवाद की स्थिति उत्पन्न हो जाती हैं। औराई तहसील में राजस्व के मामले में अधिकतर होते हैं। शायद यही कारण है कि अप्रैल महीने में दर्ज मुकदमों में सबसे अधिक मुकदमें औराई थाने में दर्ज हुए। जिले के 10 थानों में औराई, भदोही, सुरियावां और गोपीगंज में ही 221 मुकदमे दर्ज हैं। इसके अलावा बाकि छह थानों में केवल 96 मुकदमे दर्ज हैं। आंकड़ों के चार थानों में ही करीब 65 फीसदी मुकदमें दर्ज हुए हैं।
छेड़खानी और नाबालिग भगाने के करीब 10-15 फीसदी मामले
थानों में मारपीट के बाद करीब 10 से 15 फीसदी मामले में महिला संबंधी आते हैं। इसमें अधिकतर मामले में नाबालिग को बहाल-फुसलाकर भगाने और छेड़खानी संबंधी मामले आते हैं। अधिकतर छेड़खानी के मामले औराई और गोपीगंज कोतवाली में आते हैं। इस तरह से अधिक मामले में ग्रामीण क्षेत्रों में देखने को मिल रहे हैं।
अप्रैल माह में किस थाने में कितने मामले दर्ज
औराई- 70
गोपीगंज - 58
भदोही - 50
सुरियावां - 43
ज्ञानपुर - 29
कोईरौना - 18
चौरी - 17
दुर्गागंज - 14
ऊंज - 10
साइबर थाना - 8
महिला थाना - 2
जिले में मुकदमे दर्ज करने को लेकर किसी भी स्तर पर कोताही न बरते जाने के निर्देश है। जिससे विवाद का मामला प्राथमिक स्तर पर ही निपट जाए। इसके अलावा राजस्व संबंधी मामलों की अधिकता के कारण मारपीट के मामले अधिक होते हैं।
May 10 2025, 18:46