पुंछ गुरुद्वारे पर बमबारी के विरोध में प्रदर्शन

विश्वनाथप्रताप सिंह, प्रयागराज। पाकिस्तान सेना द्वारा पुंछ स्थित गुरुद्वारा एवं सिविल आबादी पर कायरतापूर्ण हमले का गुरुद्वारा गुरु नानक दरबार मीरापुर प्रयागराज सिख समाज द्वारा पुरजोर विरोध कर बलिदान को नमन करते हुए

गुरुद्वारे में मृतकों की आत्मा की शांति के लिए मूल मंत्र साहिब का पाठ करके शहीदों की आत्मा के लिए गुरु महाराज के चरणो मे अरदास की शहीद आत्माओं को अपने चरणों में निवास दें।मुख्य सेवादार मनजीत सिंह ने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद के जरिए अस्थिरता पैदा कर गंगा जमुना तहजीब को खत्म करने की कोशिश की यह समय है पाकिस्तान का नेस्तनाबूद भारतीय सेवा को कर देना चाहिए हर सिक्ख भारतीय सेवा के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।सिख सेवा-समर्पण और त्याग की प्रतिमूर्ति है फिर ऐसे समय में इन आतंकवादियो को सबक सिखाने के लिए किसी भी हद तक सिख समाज के लोग भारत की सेना के साथ खड़े हैं।

जोश में जयकारों के साथ जो बोले सो निहाल,सत श्री अकाल के उद्घोषों के साथ आक्रोश व्यक्त किया,पाकिस्तान का नक्शा विश्व मानचित्र से समाप्त करने की बात भी कही।क्षेत्रीय उपाध्यक्ष अल्पसंख्यक मोर्चा काशी क्षेत्र भाजपा सरदार पतविंदर सिंह ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री मोदी से मांग की यही सही समय है इस समय सिखों के जो धार्मिक स्थल ननकाना साहिब और करतारपुर साहिब पाकिस्तान के कब्जे में है उनको भारत में मिला लिया जाए।

इस अवसर पर मनजीत सिंह, देविंदर पाल सिंह,हरविंदर सिंह पूरी,जतिंदर सिंह नरूला,सरदार पतविंदर सिंह,गजेंद्र पाल सिंह,सतविंदर सिंह,रोमित सिंह,हरमन सिंह,मनजीत कौर,गुरुजीत कौर,परमीत कौर, दलजीत कौर सहित कई लोग उपस्थित रहे।

ऑपरेशन सिन्दूर की सफलता पर सरदार पतविंदर सिंह ने सुसज्जित तिरंगा पगड़ी बांधकर प्रयागराज में मनाई खुशीया

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज: पाक आतंकवादियों पर भारत द्वारा ऑपरेशन सिन्दूर के तहत की गई निर्णायक एयर स्ट्राइक ने भारतीय नागरिकों का सिर गर्व से ऊँचा कर दिया है। गौरवमयी क्षण का जश्न सरदार पतविंदर सिंह ने सुसज्जित तिरंगा पगड़ी बांधकर सुभाष चौराहे पर खुशी का इज़हार किया गया।आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का संदेश दिया भारत एकता अखंडता और सुरक्षा से समझौता नहीं करेग।

इस उत्सव मे वरिष्ठ भाजपा नेता मोहित अग्रहरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद के विरुद्ध जो साहसिक व कठोर निर्णय लिया है,इस से प्रत्येक भारतीय के मन में शौर्य आत्मविश्वास गौरव उत्पन्न होता हैभारत माता की जय,वंदे मातरम

देशभक्ति के नारे से वातावरण मे उल्लास का माहौल देखने ही बनता था सरकार के इस कदम का जोरदार स्वागत किया।

इस अवसर पर हरमनजी सिंह, दलजीत कौर,सुनील विश्वकर्मा विवेक,कौशल,संजय,नीरज,अनुज विश्वास,विजय प्रताप,मोहित अग्रहरी,सरदार पतविंदर सिंह आदि रहे।

पुस्तक 'Article 21: The Spirit of the Constitution' का भव्य लोकार्पण समारोह सम्पन्न

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज।प्रख्यात वरिष्ठ अधिवक्ता शम्भू चोपड़ा द्वारा लिखित महत्वपूर्ण विधिक कृति ‘Article 21: The Spirit of the Constitution’ का लोकार्पण आज सायं होटल ट्रेबो डिवाइन स्टे, प्रयागराज में आयोजित एक गरिमामयी समारोह में सम्पन्न हुआ।इस अवसर पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति जे. जे. मुनिर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जबकि समारोह की अध्यक्षता न्यायमूर्ति अरुण टंडन (सेवानिवृत्त) ने की।

मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति मुनिर ने अनुच्छेद 21 को संविधान का अति महत्वपूर्ण अनुच्छेद बताते हुए कहा कि “यह न केवल जीवन के अधिकार की रक्षा करता है, बल्कि उसमें गरिमा और स्वतंत्रता का विस्तार करता है। ऐसी पुस्तकों की आवश्यकता है जो कानून को केवल विधिक दायरे में ही नहीं, बल्कि सामाजिक चेतना से भी जोड़ें।”

विशिष्ट अतिथि न्यायमूर्ति अरुण टंडन ने लेखक को बधाई देते हुए कहा, “यह पुस्तक विधि के छात्रों, अधिवक्ताओं एवं नागरिक अधिकारों के अध्येताओं के लिए मार्गदर्शक सिद्ध होगी। लेखक ने संवैधानिक भावना को सरल भाषा में आमजन तक पहुंचाया है।”

लेखक शम्भू चोपड़ा ने अपने वक्तव्य में कहा, “अनुच्छेद 21 भारतीय संविधान का सबसे मानवीय अनुच्छेद है। यह केवल एक अधिकार नहीं, बल्कि न्याय, स्वतंत्रता और गरिमा की पूरी अवधारणा को समाहित करता है। मैंने इस पुस्तक के माध्यम से इसकी व्यापकता, न्यायालयों की व्याख्याओं और सामाजिक प्रभावों को सरल भाषा में प्रस्तुत करने का प्रयास किया है।”

समारोह में साहित्य, विधि एवं पत्रकारिता जगत की प्रतिष्ठित हस्तियों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। इस अवसर पर अनुपम परिहार, अरविंद श्रीवास्तव, पूजा गुप्ता, प्रो रितु जायसवाल अनुपम कुमार, ऋषि कुमार, सुधांशु अग्रवाल, आदर्श मालवीय, महिमा जायसवाल सहित अनेक अधिवक्ता, विधि छात्र एवं गणमान्य जन उपस्थित रहे।

पुस्तक विमोचन उपरांत विमर्श का दौर चला जिसमें संविधान के मूल्यों की समकालीन प्रासंगिकता पर विचार साझा किए गए। समारोह का संचालन प्रो रितु जायसवाल धन्यवाद ज्ञापन अनुपम परिहार धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।

उपेक्षा का शिकार अमिलिया तरहार का महिला अस्पताल

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज।जनपद के यमुनानगर तहसील बारा क्षेत्र अंतर्गत निर्मित महिला अस्पताल उपेक्षा का शिकार हो गया है। क्षेत्र के अमिलिया तरहार गांव के महिला अस्पताल में महिला चिकित्सक की नियुक्ति न होने से क्षेत्र की महिलाओं को इलाज के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

छोटी सी छोटी बीमारी को लेकर महिलाओं को 30 से 40 किलोमीटर दूरी का सफर तय करना पड़ता है। जानकारी के मुताबिक दिसंबर 2022 को सीएमओ कार्यालय प्रयागराज से एक नियुक्ति आदेश जारी किया गया था। मगर ऐसा लगता है आदेश क्षेत्र की महिलाओं के हक में साबित नहीं हुआ। क्योंकि जिस महिला चिकित्सक की नियुक्ति की गई थी अस्पताल आने के लिए उनके द्वारा असमर्थता जताई गई थी। तब से अब तक इस महिला अस्पताल की नियुक्ति ठंडे बस्ते में डाल दी गई है।

वर्षों बीत जाने के बाद भी आज तक दूसरी नियुक्ति का आदेश नहीं पारित हुआ। वहीं क्षेत्र के कई गांवों के महिलाओं का उपचार करने वाला अस्पताल बिना डॉक्टर के वीरान खड़ा है। ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों से लेकर सीएमओ प्रयागराज तक से कई बार चिकित्सा अधिकारी की नियुक्ति को लेकर मांग की गई लेकिन नतीजा अब तक सीफर है। क्षेत्रीय लोगों ने मांग की है कि महिला अस्पताल में महिला चिकित्सक की नियुक्ति हो जिससे महिलाओं का इलाज सुचारू रूप से संचालित हो सके और लंबी सफर की दूरी तय करने से बचा जा सके।

प्रयागराज में मौसम बदला, तेज हवाओं से गर्मी से राहत,अगले दो दिन बारिश का अलर्ट

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज।सोमवार की सुबह हल्की बूंदाबांदी और शाम को आई आंधी ने मौसम का मिजाज बदल दिया। दिनभर आसमान में बादल छाए रहे। इससे तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। दोपहर में उमस ने लोगों को परेशान किया। लेकिन शाम की ठंडी हवाओं ने वातावरण सुहावना बना दिया। मौसम विभाग ने सोमवार और मंगलवार के लिए अलर्ट जारी किया है।

इस दौरान तेज हवाएं चल सकती हैं। गरज के साथ बारिश की भी संभावना है। विभाग के अनुसार इस दौरान तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है। इससे लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी। दिन में गर्म हवाएं और हल्की फुहारें चलीं। इससे अधिकतम और न्यूनतम तापमान में वृद्धि हुई। स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले एक सप्ताह से गर्मी बहुत ज्यादा थी। पसीने से बेहाल स्थिति थी। मौसम में आया यह बदलाव राहत दे रहा है।

अगले दो दिनों में अच्छी बारिश होने की उम्मीद है। इससे गर्मी से परेशान लोगों को राहत मिलेगी।

प्रयागराज के सुआट्स कॉलेज में लगी आग,एक घंटे में फायर ब्रिगेड ने पाया काबू

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। सुआट्स कॉलेज कैंपस में सोमवार दोपहर को झाड़ियों और पेड़ों में आग लग गई। घटना के दौरान अफरा तफरी मची रही। कैंपस में धुआं देखते ही सिक्योरिटी गार्ड ने कर्मचारियों को सूचित किया।

कर्मचारियों ने तुरंत फायर ब्रिगेड और नैनी पुलिस को खबर दी। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग बुझाने का काम शुरू किया। कैंपस में झाड़ियों और पेड़ों का क्षेत्र काफी बड़ा है। आग धीरे-धीरे फैलती गई और कई पेड़ों तक पहुंच गई। फायर ब्रिगेड ने करीब एक घंटे की मेहनत के बाद आग पर काबू पाया। सुआट्स कॉलेज कैंपस में एक कृषि क्षेत्र है। यहां छात्रों को कृषि की शिक्षा देने के लिए सब्जियों और फूलों की खेती की जाती है। इस क्षेत्र के पीछे जंगल और झाड़ियां हैं।

सोमवार को इसी क्षेत्र में अचानक आग लगी। आग की लपटों ने कई पेड़ों को अपनी चपेट में ले लिया। हालांकि फायर ब्रिगेड ने समय रहते आग को काबू में कर लिया। मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने बताया कि आग कैसे लगी इसकी जानकारी नहीं है। हालांकि हाईवे और कॉलेज कैंपस की रेलिंग एक है। वहां ओर अक्सर लोग खड़े होकर सिगरेट पीते रहते हैं। जरूर कोई सिगरेट पीकर फोक दिया होगा या माचिल की जलती हुई तीली फेंक दिया होगा जिसकी वजह से आज लगी होगी।

प्रयागराज में ट्रैफिक सिग्नल पर नई सुविधा,गर्मी से बचाव के लिए लगाई गई हरी चादरें

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। नगर निगम ने गर्मी से राहत देने के लिए अनूठी पहल की है। शहर के प्रमुख चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल के पास हरी चादरें लगाई गई हैं। ये चादरें सिग्नल पर रुकने वाले लोगों को धूप से बचाती हैं। इस पहल से शहरवासियों को तत्काल राहत मिली है।

सिग्नल पर रुकने वाले लोगों को अब तेज धूप का सामना नहीं करना पड़ता। इससे हीट स्ट्रोक का खतरा भी कम हुआ है। राहगीर, बाइक सवार और ट्रैफिक पुलिसकर्मी इस कदम से खुश हैं। नगर निगम की यह पहल स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों के लिए फायदेमंद है। हरी चादरें धूप से बचाव के साथ मानसिक सुकून भी देती हैं। एक स्थानीय स्कूटी सवार महिला ने बताया कि पहले सिग्नल पर रुकना मुश्किल होता था। अब उन्हें राहत महसूस होती है। एक ऑटो चालक ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह सरकारी स्तर पर अच्छी सोच का परिणाम है।

भारतीय किसान यूनियन औनू की मासिक समिक्षा बैठक हुई सम्पन्न

विश्वनाथ प्रताप सिंह 

नैनी, प्रयागराज । जनपद प्रयागराज के अन्तर्गत करछना तहसील के लोहारी ग्राम सभा में राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर सुनील सिंह के निर्देशानुसार मण्डल अध्यक्ष ठाकुर कृष्णराज सिंह और प्रयागराज जिला अध्यक्ष एपी पाण्डेय की मध्यक्षता में सोमवार को दोपहर बारह बजे मासिक बैठक का आयोजन किया गया यह बैठक करिब 3 बजे तक सम्पन्न हुई इस बैठक में क्षेत्र की कई समस्याओं पर चर्चा किया गया क्षेत्र की समस्याओं पर गहन करते हुए समाधान के लिए ठोस कदम उठाने की बात।

 कहा गया मण्डल अध्यक्ष ने कहा इसी प्रकार आप सब का साथ रहा तो ऐसा कोई काम नही जो किया न जा सके किसानों के साथ अन्याय हम कत्तई बर्दास्त नही करेंगे इसके लिए हमे चाहे जितना संघर्ष करना पड़े किसानों को हमेशा न्याय दिलाते थे न्याय दिलाते रहेंगे जिला अध्यक्ष ने भी किसानों का मनोबल बढ़ाते हुए न्याय की हर सम्भव लड़ाई लड़ने की बात कही इस बैठक में क्षेत्र के कई लोगों ने संकल्प लिया हम संगठन के साथ है तथा कई महिला पुरुषो ने भारतीय किसान यूनियन औनू की सदस्यता ली इस मौके पर प्रदेश महासचिव शीतम सिंह , महिला मोर्चा मण्डल अध्यक्ष सुमन अवस्थी , जिला उपाध्यक्ष संदीप पाण्डेय , रूपा विश्वकर्मा , सुनील विश्वकर्मा , सुरज विश्वकर्मा तथा क्षेत्र के सैकड़ो महिला पुरुष किसान मजदूर व्यापारी उपस्थित रहे ।

राजकीय बालिकागृह में 15 दिवसीय जैविक उद्यान प्रशिक्षण कार्यक्रम

विश्वनाथ प्रताप सिंह

कोरांव, प्रयागराज। राजकीय बालिकागृह खुल्दाबाद में बुधवार को किशोर न्याय समिति उच्च न्यायालय इलाहाबाद के निर्देशानुसार सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रयागराज दिनेश कुमार गौतम जी की अध्यक्षता में तथा बालिका गृह अधीक्षक नीतू सिंह जी, सर्वजीत सिंह जी, रूबी मेराज जी की उपस्तिथि में 15 दिवसीय जैविक उद्यान प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन समारोह आयोजित किया गया।

इस अवसर पर बलराम एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट के विभागा अध्यक्ष डॉ शाह आलम जी तथा उनके सहयोगियों ने छोटे रूप में जैविक खेती (किचन गार्डनिंग) कैसे और किसकी (फल, सब्जियां, आयुर्वेदिक) की जा सकती है सिखाया। इस कार्यशाला में कटिंग, बडिंग, ग्राफ्टिंग के द्वारा छोटे पौधों को कैसे संरक्षित किया जाए तथा बोनसाई के बारे में बालिकागृह की बच्चियों को ना केवल सिखाया गया बल्कि नोट्स बनवाया गया अपितु टेस्ट भी लिया गया। जिसके आधार पर बच्चों को स्वर्ण पदक, रजत पदक तथा कास्य पदक और सर्टिफिकेट भी दिए गए। इस प्रशिक्षण के माध्यम से बच्चियों को स्वावलंबी बनाने का प्रयास किया गया।

कार्यक्रम में बलराम महाविद्यालय की प्रबंधक तथा संस्थापिका श्रीमती उमा सिंह जी, बलराम महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अरुण कुमार सिंह जी, शाश्वत मिश्रा जी, श्रीमती शालिनी श्रीवास्तव जी भी उपस्थित रहे।

भारतीय कुर्मी महासभा ने कराया 83वां श्रद्धांजलि कार्यक्रम, परंपराओं को बदलने की ऐतिहासिक पहल

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज के ग्राम सभा रामदास का पूरा, शिवलाल का पूरा, दहियावां, होलागढ़ के निवासी और समाज के प्रतिष्ठित नागरिक राजेश कुमार पटेल एवं सुरेश कुमार पटेल सप्लाई इंस्पेक्टर ने अपने दिवंगत बाबा जी की स्मृति में एक विशेष श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। इस आयोजन की विशेष बात यह रही कि इसमें भारतीय कुर्मी महासभा की ओर से 83वें मृत्यु भोज का सार्वजनिक रूप से बहिष्कार किया गया। यह बहिष्कार समाज में व्याप्त पुरानी और आर्थिक रूप से बोझिल परंपराओं को समाप्त करने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम माना जा रहा है।

श्रद्धांजलि सभा: एक नई सोच की शुरुआत

इस कार्यक्रम का आयोजन भारतीय कुर्मी महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री रामकिशोर पटेल के नेतृत्व में हुआ, जिन्होंने कुशल संचालन भी किया। श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता पूर्व जिला पंचायत सदस्य श्री छेदीलाल पटेल ने की जबकि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे रानीगंज विधानसभा के विधायक डॉ. आर. के. वर्मा। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थे भारतीय कुर्मी महासभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष इंजीनियर श्री राजेंद्र पटेल, जिन्होंने समाज को एक नई दिशा देने वाली बातें कहीं।

मुख्य अतिथि की अपील: शिक्षा और विज्ञान को अपनाएं, पाखंड को त्यागें

मुख्य अतिथि डॉ. आर. के. वर्मा ने अपने उद्बोधन में उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए कहा कि समाज को अब संविधान और विज्ञान की राह पर चलना चाहिए। उन्होंने कहा, “आज का युग विज्ञान का युग है। हम सुबह से लेकर शाम तक विज्ञान की देन का उपयोग करते हैं—मोबाइल फोन, मोटरसाइकिल, घड़ी, टी.वी., ट्रक, बस आदि सभी हमारी दिनचर्या में शामिल हैं। ऐसे में यह आवश्यक हो गया है कि हम अपनी सोच को भी वैज्ञानिक आधार पर विकसित करें।”

उन्होंने आगे कहा कि मृत्युभोज जैसी परंपराएं हमारे समाज में आर्थिक और सामाजिक विषमता को बढ़ावा देती हैं। डॉ. वर्मा ने डॉ. भीमराव अंबेडकर का उल्लेख करते हुए कहा, “शिक्षा शेरनी का दूध है, जो इसे पिएगा वही दहाड़ेगा।” उन्होंने कहा कि मृत्युभोज जैसे आयोजन पशुवत भोजन कहलाते हैं और इन्हें समाज से शीघ्र समाप्त करना चाहिए। इस धन को अपने बच्चों की शिक्षा और भविष्य सुधारने में लगाना चाहिए।

भारतीय कुर्मी महासभा का अभियान: परंपरा से प्रगति की ओर

भारतीय कुर्मी महासभा वर्षों से समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए कार्य कर रही है। इस संगठन का मूल उद्देश्य केवल सामाजिक एकता बनाए रखना नहीं, बल्कि सामाजिक कुरीतियों, अंधविश्वासों और परंपरागत बोझ को समाप्त करके समाज को नई दिशा देना है। इसी क्रम में 83वें मृत्युभोज का बहिष्कार इस बात का प्रमाण है कि समाज अब जागरूक हो रहा है और बदलाव के लिए तैयार है।

कार्यक्रम में सम्मान और सेवा भाव का अद्वितीय संगम

श्रद्धांजलि सभा केवल एक विचार मंच नहीं रहा, बल्कि इसमें सेवा और सम्मान का भी आदान-प्रदान हुआ। कार्यक्रम में समाज के जरूरतमंदों को अंग वस्त्र वितरित किए गए, बच्चों को शिक्षा सामग्री—कॉपी, पेंसिल, रबर आदि—दी गई, जिससे यह कार्यक्रम एक सामाजिक समर्पण का उदाहरण बन गया।

साथ ही, कार्यक्रम के आयोजनकर्ता राजेश कुमार पटेल एवं सुरेश कुमार पटेल को भारतीय कुर्मी महासभा के सभी पदाधिकारियों की ओर से सरदार वल्लभभाई पटेल का तैल चित्र एवं अंग वस्त्र देकर विधायक डॉ. वर्मा के कर कमलों द्वारा सम्मानित किया गया।

विशिष्ट उपस्थितिगण:

कार्यक्रम में सैकड़ों गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी एवं प्रदेश सचिव दूधनाथ पटेल, भारतीय कुर्मी महासभा के जिला अध्यक्ष संजय कुमार पटेल, मंडल संरक्षक डॉ. राम पूजन पटेल, फाफामऊ विधानसभा अध्यक्ष अजय कुमार पटेल, जयकरन पटेल, एडवोकेट देवेंद्र यादव, श्रृंगवेरपुर ब्लॉक अध्यक्ष धनीराम पटेल, होलागढ़ ब्लॉक अध्यक्ष संजय कुमार पटेल उर्फ बाबा जी, कमल पटेल, सुनील पटेल, सुभाष पटेल, सुरेश पटेल, लल्लन, मुन्ना पटेल, कमलेश कुमार पटेल, राम मनोहर पटेल, विनोद पटेल, सचिन पटेल , मुनेश पटेल, राम पूजन पटेल, इंग्लेश पटेल, ओम प्रकाश पटेल, राजेश पटेल, राम लखन पटेल, रामदुलार पटेल, शिवाकांत पटेल, तुलसीराम पटेल, रामप्रताप सिंह, लालजी पटेल, राम सूरत पटेल, घनश्याम पटेल, मुरली मनोहर, अरविंद कुमार पटेल, सुरेश चंद्र पटेल आदि सम्मिलित थे।

समाज के लिए संदेश: शिक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण

यह आयोजन समाज के लिए एक संदेश है—कि अब समय आ गया है जब हमें पुरानी रूढ़ियों से मुक्त होकर आधुनिक और शिक्षित समाज की स्थापना की ओर बढ़ना होगा। यह कार्यक्रम यह स्पष्ट करता है कि मृत्यु भोज जैसी परंपराएं केवल सामाजिक और आर्थिक बोझ हैं, जिन्हें त्याग कर समाज को शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे आवश्यक क्षेत्रों में निवेश करना चाहिए।