भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच राजधानी में हिंद सेना के विजय के लिए किया गया हवन, विजयश्रोत का पाठ कर मां बंगलामुखी से मांगा आशीर्वाद…

रायपुर- भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते युद्ध तनाव के बीच छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भारतीय सेना की सुरक्षा और विजय के लिए कामना को लेकर विशेष धार्मिक अनुष्ठान के आयोजन किए जा रहे हैं. स्थानीय नागरिकों और स्वयंसेवी संगठनों ने मिलकर आज खम्हारडीह स्थित सुरेश्वर महादेव मंदिर में बंगलामुखी माता का हवन किया. सभी ने मंत्रोच्चारण के साथ माता से प्रार्थना की है कि इस हवन-पूजन की ऊर्जा हिंद सेना को मिले और पाकिस्तान को करारा जवाब मिले.

मंदिर के पुजारी डॉ स्वामी राजेश्वरानन्द ने बताया कि सेना को बल प्राप्त हो, इसके लिए बंगलामुखी माता का हवन किया जा रहा है. इसमें ब्रह्मास्त्र विद्या होती है. शत्रुओं को परास्त करने मंत्र होता है. इसके साथ जल, थल और वायु सेना की ताकत और प्रोत्साहन के लिए नियमित आदित्य विजय श्रोत का पाठ कर रहे हैं, जो भगवान श्री राम ने श्री लंका में विजय के लिए किया था.

बंगलामुखी हवन-पूजन में लोगों ने राष्ट्रध्वज तिरंगे को सम्मानपूर्वक प्रदर्शित करते हुए माता से सेना के लिए आशीर्वाद मांगा है. साथ ही सभी देशभक्ति के भाव से ओतप्रोत होकर ‘वंदे मातरम्’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए. हवन कुंड के सामने दीप जलाकर और मंत्रोच्चारण के साथ लोगों ने सेना की रक्षा और राष्ट्र की अखंडता के लिए प्रार्थना की है.

बता दें, ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीती रात (8मई-9मई की दर्मियानी रात) पाकिस्तान ने भारत के जम्मू, राजस्थान, गुजरात और पंजाब में 15 जगहों पर ड्रोन हमले किए, जिसे भारतीय सेना ने ध्वस्त कर दिया. रात भर दोनों देशों के बीच लगातार तनाव बढ़ता नजर आया. इसे लेकर देशवासी अपने अपने स्तर पर भारत के जीत के लिए प्रार्थना कर रहे हैं. वहीं छत्तीसगढ़ के विभिन्न इलाकों में लोग एकजुट होकर भजन-कीर्तन, पूजन और यज्ञों का आयोजन किया जा रहा है.

कार्यक्रम में भाग ले रहे एक आयोजक ने कहा, “हम यहां भारतीय जवानों की हिम्मत और साहस के लिए प्रार्थना कर रहे हैं. यह अनुष्ठान हमारी एकजुटता और आस्था का प्रतीक है.”

इस आयोजन ने न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी देशभक्ति की भावना को मजबूती दी. रायपुर में इस प्रकार की गतिविधियां यह दर्शाती हैं कि देश के कोने-कोने में नागरिक सेना के साथ खड़े हैं, और हर रूप में उनका मनोबल बढ़ाने को तैयार हैं.

छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा- पाकिस्तान से अब अंतिम फैसला हो ही जाना चाहिए, ओपी बोले- विजयी सेना

रायपुर- भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है. दोनों ही देशों ने गुरुवार को एक-दूसरे पर एक्शन का दावा किया, वहीं भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने पाकिस्तान को घुटनों पर लाकर खड़ा कर दिया है. छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा और वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने भारतीय सेना की जमकर सराहना की और पाकिस्तान को चेताया है.

पाकिस्तान का अंतिम फैसला कर देना चाहिए : डिप्टी CM विजय शर्मा  

डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है. उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान इस कार्रवाई को गलत मानते हुए भारत की सीमाओं पर ड्रोन और मिसाइल से हमला करेगा, तो भारत भी मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है. हमारी सेना ने जिस तरह उनके मिसाइल को सीमा में दाखिल होने से पहले ही निष्क्रिय किया, वह उनके शौर्य और तकनीकी क्षमता का परिचायक है. अब समय आ गया है कि पाकिस्तान का अंतिम फैसला कर ही देना चाहिए.

घुटनों पर पाकिस्तान : वित्त मंत्री ओपी चौधरी

छग के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि भारतीय सेना के साहस से पाकिस्तान को करारा जवाब मिला है. उन्होंने कहा, “भारत का एयर डिफेंस सिस्टम बेहद सशक्त है. आज पाकिस्तान और अतंकवाद घुटने टेकने पर मजबूर हो गया है. हमारी सेना ने पाकिस्तान के लाहौर तक में मौजूद उनके एयर डिफेंस सिस्टम को नष्ट कर दिया है. यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और सेना की तैयारी से संभव हो पाया है. यही कारण है कि पाकिस्तान के सारे प्रयास विफल रहे.”

नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा पाकिस्तान : उपमुख्यमंत्री अरुण साव

छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर कहा कि पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. भारत ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है और संयम बरतते हुए आतंक के अड्डों को नेस्तनाबूत किया है. उन्होंने कहा कि भारत की सेना पूरी तरह सक्षम है और पाकिस्तान के सभी मंसूबे नाकाम होंगे.

कांग्रेस की तिरंगा यात्रा को लेकर उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि यह देखकर अच्छा लगता है कि देश से प्यार करने वाले लोग इस यात्रा में शामिल हो रहे हैं। उनके मन में उत्साह और खुशी देख रही है। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र करते हुए कहा कि भारत ने इसका जवाब मजबूती से दिया है और हर भारतीय को देशहित में ऐसे कदमों का समर्थन करना चाहिए।

गौरतलब है कि गुरुवार की देर रात पकिस्तान ने एक के बाद एक भारत के 15 जगहों पर ड्रोन से हमला किया, जिसे भारत के डिफेंस सिस्टम S-400 ने विफल कर दिया है. इसके बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए भारत की ओर से भी ड्रोन और मिसाइल हमले किए गए, जिसमें पाकिस्तान में तबाही मचा दिया. फिलहाल चंडीगढ़ और राजस्थान में पाकिस्तान बॉर्डर से लगे गांव हाई अलर्ट पर है. 

पूर्व सीएम बघेल की याचिका खारिज, कोर्ट ने कहा- दुर्ग सांसद की चुनाव याचिका में पर्याप्त साक्ष्य, जारी रहेगी सुनवाई…

बिलासपुर- प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व पाटन विधायक भूपेश बघेल के निर्वाचन को चुनौती देने वाली याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई जारी रहेगी. कोर्ट ने याचिका के तकनीकी बिंदुओं को लेकर इसे खारिज करने की मांग खारिज कर दी है. इस मामले की सुनवाई अगली सुनवाई 18 जून को होगी.

पाटन विधानसभा चुनाव में आदर्श आचार संहिता और चुनाव आयोग के निर्देशों की अवहेलना करने का आरोप लगाते हुए दुर्ग सांसद विजय बघेल ने हाईकोर्ट में चुनाव याचिका लगाई गई है. याचिका में भूपेश बघेल के द्वारा भ्रष्ट आचरण किए जाने संबंधी कई दस्तावेज़ों का उल्लेख करते हुए उनका निर्वाचन रद्द करने की मांग की गई है.

इधर भूपेश बघेल की ओर से तकनीकी और अन्य आपत्तियों के आधार पर इस चुनाव याचिका को खारिज करने की मांग की गई है. हाईकोर्ट में जस्टिस रविंद्र कुमार अग्रवाल ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया है. अब विजय बघेल द्वारा लगाई गई याचिका पर सुनवाई जारी रहेगी. कोर्ट ने अपने निर्णय में लिखा है -“चुनाव याचिका में पर्याप्त साक्ष्य मौजूद है और इसे इस स्तर पर खारिज नहीं किया जा सकता.

नेता प्रतिपक्ष को लेकर रायपुर नगर निगम में घमासान जारी: इस्तीफा वापस लेने के बावजूद 5 पार्षद अपनी मांगों पर अड़े, तीसरे विकल्प की चर्चा तेज

रायपुर-  रायपुर नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। आकाश तिवारी को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने के कांग्रेस के फैसले से नाराज़ पाँच पार्षदों ने भले ही पार्टी को दिया गया इस्तीफा वापस ले लिया हो, लेकिन वे अब भी अपनी मांगों पर अडिग हैं। इससे साफ हो गया है कि पार्टी के भीतर असंतोष पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है और विवाद की चिंगारी अब भी सुलग रही है।

क्या है पूरा मामला?

हाल ही में कांग्रेस ने रायपुर नगर निगम में आकाश तिवारी को नेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया। लेकिन इस फैसले से असहमति जताते हुए कांग्रेस के संदीप साहू समेत 5 पार्षदों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। इस अप्रत्याशित कदम से कांग्रेस संगठन में हलचल मच गई और डैमेज कंट्रोल शुरू किया गया।

पीसीसी चीफ द्वारा गठित कमेटी ने संभाली कमान

पार्टी की आंतरिक सुलह प्रक्रिया के तहत पीसीसी चीफ दीपक बैज के निर्देश पर कुरुद के पूर्व विधायक लेखराम साहू की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया, जिसमें प्रेमचंद जायसी और सुनील माहेश्वरी को शामिल किया गया। इस समिति ने सभी नाराज़ पार्षदों से वन-टू-वन चर्चा की। इसके परिणामस्वरूप नाराज़ पार्षदों ने पार्टी से दिया गया इस्तीफा वापस ले लिया है। लेकिन अब भी वे आकाश तिवारी को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने के खिलाफ हैं।

इस्तीफा वापस, लेकिन अपनी मांग पर अडिग – संदीप साहू

पार्षद संदीप साहू ने स्पष्ट किया कि अभी पार्षदों ने कमेटी से चर्चा के बाद इस्तीफा वापस ले लिया है। पर वह अपनी मांगों से पीछे नहीं हटे हैं। कमेटी जल्द ही रिपोर्ट पार्टी को सौंपेगी।

समाधान के लिए तीसरे नाम की चर्चा

सूत्रों के अनुसार, संदीप साहू और आकाश तिवारी के बीच चल रहे विवाद को देखते हुए कांग्रेस अब किसी तीसरे व्यक्ति को नेता प्रतिपक्ष बनाने पर विचार कर सकती है। पार्टी में यह चर्चा तेज़ है कि नया नेता प्रतिपक्ष ओबीसी वर्ग से ही होगा, ताकि संतुलन साधा जा सके और संगठन में जातीय समीकरणों को बनाए रखा जाए।

PCC चीफ ने कहा – “घर का मामला है”

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने पूरे विवाद को “घर का मामला” बताया है और इसे आपसी बातचीत से सुलझाने की बात कही है। उन्होंने विश्वास जताया कि जल्द ही पार्टी की ओर से एक मजबूत और सर्वस्वीकृत नाम को नेता प्रतिपक्ष घोषित किया जाएगा।

अब सारी निगाहें पार्टी द्वारा गठित समिति की रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिसे जल्द ही PCC को सौंपा जाएगा। इसके बाद रायपुर नगर निगम में नए नेता प्रतिपक्ष की अधिकृत घोषणा संभव है। लेकिन यह तय है कि कांग्रेस को इस विवाद से सबक लेकर संगठनात्मक निर्णयों में ज़्यादा पारदर्शिता और संवाद स्थापित करने की ज़रूरत है।

अधिग्रहित जमीन का चार साल बाद मिला मुआवजा, फिर चेक तीन बार हुआ बाउंस

गरियाबंद- चार साल बाद जारी हुआ मुआवजे का चेक बाउंस होने से किसानों में आक्रोश है। पीड़ित किसान ने आरोप लगाया कि चेक क्लियरेंस के एवज में एसडीएम कार्यालय का बाबू रिश्वत मांग रहा है। पैसे न देने पर तीन बार चेक बाउंस हो चुका है। शिकायत मिलते ही जिला पंचायत अध्यक्ष गौरी शंकर कश्यप तत्काल मैनपुर एसडीएम कार्यालय पहुंच गए।

मामला भेजीपदर डायवर्जन सिंचाई योजना से जुड़ा है, जिसके तहत वर्ष 2021 में किसानों की कृषि भूमि अधिग्रहित की गई थी। योजना का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, लेकिन अब तक किसानों को मुआवज़े की पूरी राशि नहीं मिल पाई है।

घुस की रकम नहीं दिया तो चेक क्लियर नहीं : किसान का आरोप 

अमलीपदर निवासी किसान शिवकुमार मिश्रा को अप्रैल 2024 में 13.63 लाख रुपये का चेक जारी किया गया था। उनके बेटे आदित्य मिश्रा ने बताया कि चेक को क्लियर कराने के लिए उन्होंने बैंक ऑफ बड़ौदा, मैनपुर में कई बार संपर्क किया, लेकिन हर बार चेक बाउंस हो गया। आरोप है कि चेक क्लियर करने के एवज में एसडीएम कार्यालय का बाबू रिश्वत की मांग कर रहा है। जिन लोगों ने रिश्वत दी, उनके चेक क्लियर हो गए, लेकिन उन्होंने रिश्वत देने से इनकार किया, इसलिए उनका चेक अब तक नहीं क्लियर हुआ।

आदित्य ने बताया कि भू-अर्जन अधिकारी यानी देवभोग एसडीएम द्वारा जारी किया गया चेक 24 अप्रैल, 1 मई और 6 मई को तीन बार बाउंस हो चुका है। इस राशि के लिए वह अमलीपदर से मैनपुर (करीब 70 किमी) तक अब तक 20 बार चक्कर लगा चुके हैं।

जिला पंचायत अध्यक्ष ने लिया संज्ञान

मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष गौरी शंकर कश्यप मैनपुर एसडीएम कार्यालय पहुंचे। उस समय प्रभारी एसडीएम तुलसीदास मरकाम अपने मूल कार्यालय देवभोग में मौजूद थे। अध्यक्ष ने उन्हें फोन पर पूरी जानकारी दी, जिस पर मरकाम ने तुरंत जांच का आदेश देते हुए चेक क्लियर कराने और अन्य लंबित भुगतान जल्द निपटाने का आश्वासन दिया। अध्यक्ष कश्यप ने कहा कि इस तरह की घटनाएं सरकार की छवि धूमिल करती हैं। सभी लंबित भुगतान को शीघ्र निराकरण जरूरी है।

अब भी सैकड़ों किसान भटक रहे

जानकारी के अनुसार, भेजीपदर, छैला और रता खंड डायवर्जन परियोजनाओं के तहत 745 किसानों की 135.21 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित की गई थी। इसके बदले 157.96 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाना था। पिछले महीने तक 207 किसानों को लगभग 125 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है, लेकिन अब भी 300 से अधिक किसानों को करीब 30 करोड़ रुपये की राशि मिलनी बाकी है।

प्रभारी एसडीएम ने दिया आश्वासन

प्रभारी एसडीएम तुलसीदास मरकाम ने कहा कि चेक बाउंस होना गंभीर मामला है. इसकी जांच कर संबंधित कमियों को दूर किया जाएगा ताकि दोबारा ऐसी स्थिति न बने. बाकी लंबित मामलों की जानकारी भी जल्द एकत्र कर समाधान किया जाएगा.

जम्मू एयरपोर्ट पर आतंकी ड्रोन हमले के बाद स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर हाईअलर्ट, सभी पर है पुलिस की कड़ी निगरानी…

रायपुर- देशभर में बढ़ते सुरक्षा खतरे और पाकिस्तान द्वारा ड्रोन व मिसाइल हमलों के बाद आज रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है. जम्मू एयरपोर्ट पर हुए आत्मघाती ड्रोन हमले के बाद केंद्र सरकार के निर्देश पर रायपुर सहित सभी प्रमुख एयरपोर्ट्स पर सुरक्षा को लेकर चौकसी बढ़ा दी गई है.

एयरपोर्ट परिसर और आसपास के संवेदनशील इलाकों में CISF और राज्य पुलिस की विशेष टीमें तैनात की गई हैं. ड्रोन गतिविधियों पर नजर रखने के लिए एंटी-ड्रोन यूनिट्स को भी एक्टिव कर दिया गया है.

एयरपोर्ट प्रबंधन ने यात्रियों से डिपार्चर टाइम से कम से कम 3 घंटे पहले एयरपोर्ट पहुंचने की अपील की है. चेक-इन प्रक्रिया उड़ान से 75 मिनट पहले बंद कर दी जाएगी.

राज्य प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां लगातार केंद्र से संपर्क में हैं और स्थिति की पल-पल निगरानी की जा रही है.

जनहित के कामों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में आज सूरजपुर जिले के जिला पंचायत सभागार में सूरजपुर, कोरिया और मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिलों की संयुक्त समीक्षा बैठक आयोजित हुई। मुख्यमंत्री ने बैठक में शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन की प्रगति की विस्तार से समीक्षा करते हुए अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशासन तिहार के दौरान प्राप्त शिकायतों के अनुसार जिन हैंडपंपों में मरम्मत की आवश्यकता है, उन्हें 10 दिवस के भीतर दुरुस्त कराया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि हैंडपंपों में राइजिंग पाइप का विस्तार कर जल्द मरम्मत की व्यवस्था की जाए, जिससे ग्रामीणों को पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित हो सके।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों राजस्व प्रकरणों का शीघ्रता से निराकरण करने के साथ ही स्वामित्व योजना के अंतर्गत अधिकार अभिलेखों का वितरण करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को अविवादित नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन और नक्शा बंटांकन जैसे मामलों का शीघ्र निराकरण करने के भी निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना शासन की प्राथमिकता वाली योजना है। इसकी प्रगति पर विशेष ध्यान रूप से ध्यान दिया जाना चाहिए। इस योजना के क्रियान्वयन में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि कोई हितग्राही प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करता है तो उसके द्वारा मकान बनाने के लिए परिवहन की जा रही रेत के वाहन को खनिज विभाग द्वारा नहीं रोका जाना चाहिए। प्रधानमंत्री आवास योजना के मामले में किसी भी तरह की कोई भी गड़बड़ी पर संबंधितों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए गए। मुख्यमंत्री ने बैठक में स्पष्ट रूप से कहा कि जो आवास मित्र अपने कार्यों में लापरवाही बरत रहे हैं, उनके विरुद्ध त्वरित कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि आगामी में प्रधानमंत्री आवासों की संख्या में बढ़ोतरी होने की संभावना है, ऐसे में अधिक से अधिक प्रशिक्षित राजमिस्त्रियों की आवश्यकता होगी। इसके लिए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत राजमिस्त्रियों को भवन निर्माण की सेट्रिंग और मेशन का प्रशिक्षण सुनिश्चित दिया जाए, जिससे उन्हें रोजगार के अवसर प्राप्त हो सकें और निर्माण कार्य भी तीव्र गति से पूरे होंगे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन और आमजन तक उनकी पहुंच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शासन की प्राथमिकता में गांव, गरीब और किसान हैं, जिनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है।

बैठक में महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, जिला पंचायत सूरजपुर की अध्यक्ष इंदुमणी पैकरा, विधायक भैयालाल राजवाड़े, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव डॉ. बसवराजु एस., जिले के प्रभारी सचिव भुवनेश यादव, सरगुजा संभाग के आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, कलेक्टर सूरजपुर, कोरिया और मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, तीनों जिलों के पुलिस अधीक्षक, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तथा विभिन्न विभागों के जिलाधिकारी उपस्थित थे।

तालाब में डूबने से बच्चे की मौत, शादी के घर में पसरा मातम, परिजनों ने पंचायत कार्यालय का किया घेराव

दुर्ग- छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में एक दर्दनाक हादसा हुआ है. घर में शादी की खुशियां मातम में बदल गई, जब एक 7 साल के मासूम की तालाब में डूबने से मौत हो गई. इसके बाद प्रशासनिक लापरवाही के आरोप लगाते हुए परिजनों और ग्रामीणों ने पंचायत कार्यालय का घेराव कर दिया.

जानकारी के अनुसार, 9 मई को 7 वर्षीय मानस साहू अपने परिजनों के साथ एक रिश्तेदार की शादी में शामिल होने ग्राम पतोरा आया था. हल्दी की रस्म के बाद वह परिवार के अन्य लोगों के साथ नहाने के लिए गांव से लगे उतई गांव में स्थित शीतला तालाब गया. नहाने के दौरान मानस गहरे पानी में चला गया. आसपास मौजूद लोगों ने जैसे ही उसे डूबते देखा तो तुरंत बच्चे को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

घटना के बाद गुस्साए परिजन और मोहल्लेवासियों ने पंचायत कार्यालय का घेराव कर सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. परिजनों का कहना है कि तालाब के गहरीकरण के नाम पर मुरूम की खुदाई कर ली गई, जिससे तालाब अत्यधिक गहरा हो गया. इसी कारण आज बच्चे की तालाब में डूबने से मौत हो गई. उन्होंने कहा कि हमने उतई पंचायत में तीन से चार बार आवेदन दिया है कि तालाब की गहराई को कम किया जाए, उसे समतल किया जाए और उसका सुंदरीकरण कराया जाए, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.

नगर पंचायत अधिकारी राजेन्द्र नायक ने कहा कि बच्चा परिवार के साथ शादी में शामिल होने उतई आया हुआ था. वह शीतला तालाब में परिजनों के साथ नहाने गया था, जहां ज्यादा गहराई में चले जाने की वजह से उसकी मृत्यु हो गई. उन्होंने आगे बताया कि वाटर लेवल डाउन होने के चलते तालाब में अतिरिक्त पानी छोड़ा गया था, अब तालाब से पानी को कम किया जाएगा. मृतक बच्चे के परिजनों को तत्काल सहायता के रूप में 10 हजार रुपये दिए गए हैं, बाकी मुआवजा शासन द्वारा प्रदान किया जाएगा.

समाधान शिविर में भड़के सांसद भोजराज नाग, PHE विभाग के इंजीनियर को जमकर लगाई फटकार

कांकेर- जिले के डूमाली गांव में आयोजित सुशासन तिहार के तहत लगाए गए समाधान शिविर में उस समय हंगामे जैसे हालात बन गए, जब महिलाओं की शिकायतों पर पीएचई विभाग के इंजीनियर संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए. वहीं मौके पर मौजूद कांकेर सांसद भोजराज नाग का गुस्सा इस कदर फूटा कि उन्होंने इंजीनियर को फटकार लगा दी. सांसद के इस रूप का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है.

सांसद भोजराज नाग ने इंजीनियर को कहा तुम क्या? तुम क्या हो? ईई कहां है? तमाशा बना के रखा हो समाधान शिविर में. तुमको जब किसी चीज का नॉलेज नहीं है, क्या जवाब देना है? चलो उधर जाओ, बुलाओ तुम्हारे ईई को फोन करके.

सुशासन त्यौहार-2025 - मुख्यमंत्री का छिंदिया गांव में आकस्मिक दौरा, सुशासन तिहार के तहत चौपाल लगाकर ग्रामीणों से किया सीधा संवाद

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज कोरिया जिले के बैकुंठपुर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत छिंदिया में सुशासन तिहार के अवसर पर आकस्मिक दौरा कर ग्रामीणों से आत्मीय भेंट की। मुख्यमंत्री का हेलिकॉप्टर जब अचानक गांव के प्राथमिक शाला परिसर में उतरा तो यह दृश्य देखकर ग्रामीणों में आश्चर्य और उत्साह का माहौल बन गया। ग्रामीणों ने पारंपरिक रूप से स्थानीय फूलों और पत्तियों से बने गुलदस्तों से उनका आत्मीय स्वागत किया।

मुख्यमंत्री श्री साय ने विद्यालय परिसर में स्थित कोसम पेड़ की छांव में चौपाल लगाई, जहां उन्होंने भारत माता की जय के उद्घोष के साथ सभा की शुरुआत की और उपस्थित ग्रामीणों से आत्मीय संवाद स्थापित किया। उन्होंने सुशासन तिहार के मूल उद्देश्य को रेखांकित करते हुए यह स्पष्ट किया कि यह त्योहार शासन को जनमानस के और अधिक निकट लाने का माध्यम है, ताकि शासन की योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे। मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रधानमंत्री आवास योजना, महतारी वंदन योजना जैसी प्रमुख जनकल्याणकारी योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी और इन योजनाओं के प्रभाव को लेकर ग्रामीणों से फीडबैक भी प्राप्त किया।

चौपाल में ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के समक्ष विभिन्न स्थानीय समस्याएं एवं आवश्यकताओं को साझा किया, जिन्हें गंभीरतापूर्वक सुनते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने अनेक घोषणाएं कीं। उन्होंने छिंदिया गांव में उप स्वास्थ्य केंद्र भवन के निर्माण की घोषणा की ताकि ग्रामीणों को स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ हो सकें। साथ ही गांव में दो सीसी सड़कों के निर्माण, एक सामुदायिक भवन के निर्माण तथा वार्ड क्रमांक 17 में पुलिया निर्माण की स्वीकृति भी तत्काल प्रदान की।

मुख्यमंत्री श्री साय ने यह विश्वास दिलाया कि सरकार प्रदेश के हर कोने में विकास और सेवा की भावना के साथ कार्य कर रही है और कोई भी गांव या व्यक्ति शासन की योजनाओं से वंचित न रहे, इसके लिए वे स्वयं जमीनी स्तर पर उतरकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की प्राथमिकता ग्रामीण अंचलों तक सुशासन की पहुंच सुनिश्चित करना है। गांवों के चौपालों में बैठकर समस्याओं को सुनना और मौके पर ही समाधान करना, यह हमारी सुशासन की सरकार का हिस्सा है। उन्होंने ग्रामीणों से आग्रह किया कि वे शासन की योजनाओं का अधिकाधिक लाभ लें और स्वयं जागरूक होकर अन्य ग्रामीणों को भी प्रेरित करें।

मुख्यमंत्री श्री साय के इस अप्रत्याशित दौरे में अपने बीच पाकर काफी खुश थे। ग्रामीणों ने आत्मीय मुलाकात के लिए मुख्यमंत्री श्री साय का हृदय से आभार व्यक्त किया और कहा कि यह पहली बार है जब राज्य का कोई मुख्यमंत्री सीधे उनके गांव पहुंचकर बिना औपचारिकता के खाट पर बैठकर उनकी बात सुनने आया है। इस पहल ने शासन और जनमानस के बीच की दूरी को कम किया है और लोगों के मन में सरकार के प्रति विश्वास को और सुदृढ़ किया है।