स्वलीन बच्चों की पहचान और प्रबंधन विषय पर अभिभावक संगोष्ठी का आयोजन

गोरखपुर : सीआरसी गोरखपुर में स्वलीन बच्चों की पहचान और प्रबंधन विषय पर एक दिवसीय अभिभावक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी में बड़ी संख्या में दिव्यांगजन और उनके अभिभावकों ने प्रतिभाग किया। बतौर रिसोर्सपर्सन नैदानिक मनोविज्ञान विभाग के सहायक प्राध्यापक राजेश कुमार, विकासात्मक चिकित्सक संजय प्रताप सिंह और विशेष शिक्षक अरविंद कुमार पांडे ने स्वलीन बच्चों की पहचान, उनके व्यवहार प्रबंधन तथा गृह आधारित शैक्षिक प्रबंधन पर विस्तार से चर्चा किया तथा अभिभावकों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर दिया। सीआरसी गोरखपुर के निदेशक जितेंद्र यादव ने कार्यक्रम की सफलता पर अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम समन्वयक रोबिन ने किया।

इलाके में सक्रिय हुए खनन माफिया, उनवल नगर पंचायत क्षेत्र में रात में बेखौफ खनन

खजनी गोरखपुर।थाना क्षेत्र की उनवल पुलिस चौकी के नगर पंचायत कस्बा संग्रामपुर उनवल और आसपास के गांवों में रात का अंधेरा घिरते ही बेखौफ खनन माफिया अवैध मिट्टी खनन के कारोबार में लग जा रहे हैं। अवैध खनन के कारोबार में संलिप्त इन माफियाओं की दिन दूनी रात चौगुनी कमाई हो रही है। जैसे ही देर रात लोगों के सोने का समय होता है,ऐ खनन माफिया अपने कारोबार में जुट जाते हैं।

सड़कों के किनारे या नगर क्षेत्र में हो रहे नए भवनों के निर्माण में लगने वाली मिट्टी और ईंट भट्ठों पर ईंट निर्माण के लिए लगने वाली मिट्टी के लिए अवैध खनन तेजी से चल रहा है। स्थानीय प्रशासन की निष्क्रियता से इन अवैध कारोबारियों के हौसले बुलंद हैं।

अवैध खनन के कारण संपर्क मार्गों, खेतों और सरकारी भूमि में बड़े गड्ढे होते जा रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि बारिश होने पर इन गड्ढों में पानी भरने से लोगों की दुश्वारियां बढ़ जाएंगी। अवैध खनन के इस कारोबार से खेतों की कृषि योग्य भूमि को भी भारी क्षति हो रही है। किसी खेत के बगल में यदि मिट्टी निकलती है तो उस खेत में सिंचाई के दौरान पानी बगल के गड्ढों में भर जाता है। जिससे किसानों की फसलों का उत्पादन भी प्रभावित होता है और मजबूरी में उसे भी अपने खेतों से मिट्टी निकलवानी पड़ती है। लोगों ने बताया कि रास्ते में राहगीरों का निकलना मुश्किल हो रहा है और रात में सोना दुश्वार हो गया है।

नगर वासियों और ग्रामीणों के मुताबिक इस कारोबार में संलिप्त ज्यादातर कारोबारियों के ट्रैक्टर ट्राली को नाबालिग लड़के चला रहे हैं, जिनके पास ड्राइविंग लाइसेंस वाहन चलाने का अनुभव और आवश्यक दस्तावेज भी नहीं होते हैं। यही वजह है कि देर रात में यह कारोबार मुफीद बना हुआ है।

खनन विभाग और जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी इस सिलसिले से अनजान बने हुए हैं। खनन विभाग और राजस्व विभाग द्वारा इनके खिलाफ कोई ठोस और कड़ी कार्रवाई नहीं की जा रही है, जिससे इन बेखौफ खनन माफियाओं का कारोबार तेजी से बढ़ता जा रहा है।

मिली जानकारी के अनुसार गीडा औद्योगिक क्षेत्र और लिंक एक्सप्रेस-वे के निर्माण लिए निकाली गई मिट्टी के कारण बने गड्ढों से मिट्टी निकालने का खेल लंबे समय से बदस्तूर चल रहा है। स्थानीय लोगों की शिकायतें मिलने पर प्रशासन की छोटी मोटी कार्रवाई से कुछ दिनों तक यह अवैध कारोबार रूकने के बाद दुबारा शुरू हो जाता है।

इस संदर्भ में उप जिलाधिकारी खजनी राजेश प्रताप सिंह ने बताया कि अवैध खनन रोकने के लिए खजनी, सिकरीगंज, बेलघाट,

उरूवां, हरपुर बुदहट और बांसगांव थानाध्यक्षों को पत्र भेज कर सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया गया है।

गुणवत्तापूर्ण सेवा के लिए शुरू हुआ सीएचओ प्रशिक्षण, उत्कृष्ट कार्य करने वाले सीएचओ हुए सम्मानित

गोरखपुर। समुदाय के समग्र स्वास्थ्य देखभाल एवं गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए जिले भर के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) का प्रशिक्षण एनेक्सी भवन सभागार में सोमवार से शुरू हो गया। एडी हेल्थ गोरखपुर डॉ जयंत कुमार और सीएमओ गोरखपुर डॉ राजेश झा ने कार्यशाला का शुभारंभ किया। इस मौके पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले दर्जनों सीएचओ को सम्मानित भी किया गया। डेढ़ डेढ़ सौ सीएचओ का बैच बना कर जिले भर के सभी सीएचओ को प्रशिक्षित किया जाएगा।

इस अवसर पर एडी हेल्थ डॉ जयंत कुमार ने कहा कि बीमारियों की प्राथमिक जांच और स्थानीय स्तर पर उपचार उपलब्ध कराने के मामले में सीएचओ स्वास्थ्य सेवा की रीढ़ हैं। उनके जरिये बारह प्रकार की बीमारियों की स्क्रिनिंग कर विशेषज्ञों से परामर्श दिलवाया जा रहा है। स्वास्थ्य कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। ऐसे में सीएचओ के लिए शुरू हुए प्रशिक्षण कार्यक्रम का समुदाय को सबसे अधिक लाभ मिलेगा और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित की जा सकेंगी।

सीएमओ डॉ राजेश झा ने बताया कि सीएचओ के स्तर से समुदाय के बीच निरंतर सेवाएं दी जा रही हैं। उन सेवाओं में गुणवत्ता सुनिश्चित हो और उनका अधिकाधिक लाभ समुदाय स्तर पर मिल सके, इसके लिए यह प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है। इस दौरान मातृ शिशु स्वास्थ्य सेवा, राष्ट्रीय कार्यक्रम, रिपोर्टिंग और गुणवत्ता कार्यक्रम आदि के संबंध में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के स्थानीय और लखनऊ से आए विषय विशेषज्ञ उन्हें प्रशिक्षित कर रहे हैं। प्रशिक्षण के पहले दिन जिले में उत्कृष्ट योगदान दे रहे सीएचओ को सम्मानित भी किया गया।

सीएमओ डॉ राजेश झा, अरविंद पांडेय, पंकज आनंद, राजीव रंजन वर्मा, विमल कुमार पांडेय, मनीष कलवानिया, डॉ कुसुम भारती, डॉ जसवंत मल्ल और रिपुंजय पांडेय ने अलग अलग सत्रों में सीएचओ को प्रशिक्षित किया।

इन्हें मिला सम्मान

अपने आयुष्मान आरोग्य मंदिर को एनक्वास सर्टिफिकेशन दिलवाने में योगदान के लिए सीएचओ कालेसर कीर्ति लता, सीएचओ लहसड़ी रेनू पांडेय, सीएचओ राजधानी अर्चना सिंह, सीएचओ राघोपट्टी अंशु मिश्रा, सीएचओ बघराई रितु, सीएचओ डोमिनगढ़ शीतल गुप्ता, सीएचओ गौनर रुचिका यादव, सीएचओ लक्ष्मणपुर रीतिका चौधरी, सीएचओ भरतपुर अंजू गौतम, सीएचओ जमुआर मंजू प्रजापति, सीएचओ शेरपुर रवि किरण, सीएचओ बुदैली अमृता गुप्ता, सीएचओ नुरुद्दीन चक दिव्या मिश्रा, सीएचओ मदरिया गीता गिरी, सीएचओ अहिरौली कीर्ति राणा और सीएचओ फुलवरिया अनिल कुमार को सम्मानित किया गया । इसके अलावा सभी कार्यक्रम में उत्कृष्ट योगदान के लिए महराजी की सीएचओ सुषमा सिंह, एनसीडी में बेहतर कार्य के लिए सीएचओ विशुनपुरा अल्पना सिंह, सीएचओ खरखुटा मुकेश जाखड़ और सीएचओ मोहनाग कुमारी नीलम को सम्मानित किया गया। ई संजीवनी के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए सीएचओ जोतबगही आबिद अली, सीएचओ भखरा दिव्यांशी यादव और सीएचओ पकड़ी बरौली उज्जवल दूबे को सम्मानित किया गया। डेली रिपोर्टिंग एंट्री में बेहतर कार्य के लिए सीएचओ मऊ खुर्द रितुजा पाल, सीएचओ गुलरिहा ज्योति प्रजापति और सीएचओ बराठा कविता सिंह को सम्मानित किया गया।

ट्रैक्टर ट्राली चुरा कर भाग रहे युवक को ग्रामीणों ने पकड़ा,जांच में जुटी पुलिस


खजनी गोरखपुर।थाना क्षेत्र में बांसगांव मार्ग पर स्थित सिगरा चौराहे पर प्रभुनाथ ट्रेडर्स की बालू गिट्टी की दुकान है। आज सबेरे लगभग 3.10 बजे एक युवक दुकान के समीप स्थित ट्रैक्टर ट्राली को चुरा कर भाग निकला, किंतु वह उनवल से आगे गोगहरापुल के पास अनियंत्रित होकर पलट गई।

ट्रैक्टर ट्राली पलटते ही वहां स्थानीय लोगों की भीड़ लग गई। इस बीच किसी ने ट्रैक्टर ट्राली को पहचान लिया और उसके मालिक को फोन पर सूचना देते हुए बताया कि ड्राइवर ट्रैक्टर ट्राली लेकर पलट गया है। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे मालिक ने ट्रैक्टर ट्राली और युवक को अपने साथ लेकर वापस घटनास्थल पर पहुंचे जहां से ट्रैक्टर ट्राली चोरी हुई थी, मौके पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई लोग पूर्व में हुई चोरियों के लिए भी युवक को जिम्मेदार बताने लगे। स्थानीय लोगों के द्वारा घटना की सूचना पुलिस को दी।

पकड़े गए युवक के पास से राजेन्द्र कुमार लालजी कन्नौजिया फिल्म सिटी रोड गोरेगांव पूर्व मुंबई का पता लिखा हुआ आधार कार्ड बरामद हुआ। स्थानीय लोगों ने प्रयास किया किंतु युवक ने अपना नाम और पहचान नहीं बताया।

इस बीच घटना स्थल पर पहुंची पुलिस ने युवक को हिरासत में लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है, थाने की प्रभारी निरीक्षक इंस्पेक्टर अर्चना सिंह ने बताया कि मामले में विधिक कार्रवाई की जा रही है।

गांव में सभी परिवारों की फैमिली आईडी बनाने का काम शुरु

खजनी गोरखपुर।प्रदेश शासन के निर्देशानुसार अब गांवों में रहने वाले सभी परिवारों की फैमिली आईडी बनाने का काम तेजी से शुरू हो गया है।खजनी ब्लॉक मुख्यालय में ग्रामसभा सचिवों के साथ बैठक के दौरान बीडीओ ने फैमिली आईडी का कार्य तेजी से पूरा कराने का निर्देश देते हुए बताया कि एक परिवार में परिवार के मुखिया के बाद सभी सदस्यों के नाम शामिल किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि सभी सरकारी योजनाओं का लाभ पाने के लिए सभी के लिए अपनी फैमिली आईडी बनाना जरूरी है। आने वाले समय में फैमिली आईडी के अनुसार ही गांव के निवासियों को चिन्हित किया जाएगा, जिसमें परिवार के सभी सदस्यों को उनके आधार कार्ड से लिंक किया जाएगा।

कहा कि गांवों के पंचायत सहायकों के सहयोग से इसे तेजी से पूरा कराना है।आगामी 15 मई तक गांवों में कैंप लगाकर इसे तेजी से पूरा कराने के निर्देश दिए गए हैं।इस संदर्भ में बीडीओ खजनी रमेश शुक्ला ने बताया कि ब्लॉक के सभी गांवों की फैमिली आईडी का डाटा जिले पर भेजा जाएगा।बैठक में ग्रामसभा सचिव रौशन सिंह, रामपाल, लोकनाथ पासवान, शिवेंद्र पास सिंह, रामेश्वर यादव सहित सभी सचिव मौजूद रहे।

जन समस्याओं को गंभीरता से दूर कराएं अधिकारी- एडीएम प्रशासन

खजनी गोरखपुर।तहसील में अपर जिलाधिकारी प्रशासन पुरूषोत्तम दास गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित समाधान दिवस में कुल 102 फरियादी अपनी समस्याएं लेकर पेश हुए, जिनमें 5 मामलों को मौके पर सुलझा दिया गया।इस दौरान कन्हौली गांव के राजकरन ने अपनी खेती की जमीन पर किसी अन्य का नाम दर्ज होने की सूचना देते हुए समाधान की मांग की, पड़ियापार गांव के विजयी यादव ने प्रसिद्ध हनुमान मंदिर पर लगे खराब इंडिया मार्का हैंडपंप ठीक कराने की मांग की, वहीं झरकटहां गांव के कमलेश ने अपनी बिजली आपूर्ति बहाल करने की मांग की, अधिकारियों ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को सभी समस्याओं को गंभीरता से नियत समय सीमा में दूर कराने और आख्या प्रस्तुत करने के आदेश दिए।

इस दौरान दिवस प्रभारी उप जिलाधिकारी राजेश प्रताप सिंह, तहसीलदार नरेंद्र कुमार बीडीओ खजनी रमेश शुक्ला नायब तहसीलदार अशोक कुमार सहित अन्य विभागों के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

सीआरसी गोरखपुर में तीन दिवसीय ऑफलाइन सीआरआई कार्यक्रम का हुआ सफल समापन

गोरखपुर। सीआरसी गोरखपुर में विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के कक्षा प्रबंधन विषय पर आयोजित तीन दिवसीय ऑफलाइन सीआरआई कार्यक्रम का समापन हो गया। आज के तकनीकि सत्र मैं बतौर रिसोर्सपर्सन राजेश कुमार, सहायक प्राध्यापक नैदानिक मनोविज्ञान विभाग, विजय गुप्ता, प्रवक्ता, भौतिक चिकित्सा और विकासात्मक चिकित्सक, संजय प्रताप सिंह ने दिव्यांग बच्चों के कक्षा प्रबंधन की विभिन्न तकनीकों के बारे में विस्तार से चर्चा किया। वक्ताओं ने अपने वक्तव्य में विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के कार्यकारी आकलन, कक्षा प्रबंधन और व्यवहार शोधन की अलग-अलग तकनीक के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान किया। जिससे प्रतिभागी गण लाभान्वित हुए ।

सीआरसी गोरखपुर के निदेशक जितेंद्र यादव ने समापन सत्र को संबोधित करते हुए कार्यक्रम की सफलता पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की तथा सभी प्रतिभागियों को प्रतिभाग प्रमाण-पत्र भी प्रदान किया। कार्यक्रम में 130 से ज्यादा पुनर्वास व्यवसायिकों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का समन्वय प्रवक्ता विशेष शिक्षा अमित विश्वकर्मा ने किया।

*उरूवां नगर पंचायत के विकास को लेकर मुख्यमंत्री से मिले चेयरमैन*

गोरखपुर- क्षेत्र के उरूवां नगर पंचायत के अध्यक्ष रामफेर कन्नौजिया सहयोगी नवीन सिंह के साथ सूबे के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लखनऊं लोक भवन में स्थित उनके कार्यालय में पहुंच कर मुलाकात की।

इस दौरान मुख्यमंत्री को नगर क्षेत्र की सभी प्रमुख समस्याओं से अवगत कराते हुए नगर पंचायत के समग्र विकास तथा जनहित से जुड़ी समस्याओं के निदान के लिए पत्रक भी दिया। मुख्यमंत्री ने औपचारिक बातचीत में समस्याओं की जानकारियां लीं और अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की।

डॉक्टर के साथ क्षेत्राधिकारियों अस्पताल सील किया

खजनी गोरखपुर।थाना की उनवल पुलिस चौकी क्षेत्र के टेकवार चौराहे पर स्थित प्राइवेट अस्पताल को आज क्षेत्राधिकारी खजनी उदय प्रताप सिंह क्षेत्राधिकारी बांसगांव दरवेश कुमार और सीएचसी बांसगांव के सुपरिटेंडेंट डॉक्टर के.एम. अग्रवाल के साथ पहुंची टीम ने सील कर दिया है।

बता दें कि इलाके में बांसगांव थाना क्षेत्र के बघराई गांव में बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे गोविंद अस्पताल में बीते दिनों गोहली बसंत गांव के निवासी दिनेश चौहान की पत्नी रेनू 26 वर्ष की प्रसव के बाद अत्यधिक रक्तस्राव के कारण संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी।

घटना के तीन दिन बाद हरकत में आए प्रशासन ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद मृतका के पति की तहरीर पर आरोपित डॉक्टर सन्नु राय, डॉक्टर एस.के. नायक डॉक्टर शैलेश कुमार और आशा कार्यकर्ती गंगोत्री के खिलाफ केस दर्ज किया था और अस्पताल को सील करा दिया गया था।जांच पड़ताल के दौरान जानकारी हुई कि मुख्य आरोपित डॉक्टर द्वारा उनवल टेकवार में भी बिना रजिस्ट्रेशन के अस्पताल चलाया जा रहा है।

श्वसन रोगियों के उपचार के लिए हुई बड़ी पहल

गोरखपुर, 2 मई। महायोगी गोरक्षनाथ चिकित्सालय में पल्मोनरी फंक्शन एवं ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया प्रयोगशाला का उद्घाटन शुक्रवार को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सुरिंदर सिंह ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह प्रयोगशाला श्वसन रोगों के निदान के लिए एक उन्नत सुविधा प्रदान करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। स्लीप डिसऑर्डर के लिए समर्पित गोरखपुर की पहली प्रयोगशाला है।

कुलपति डॉ. सिंह ने कहा कि चिकित्सालय की यह पहल न केवल क्षेत्र में विशेष चिकित्सा सेवाएं प्रदान करेगी, बल्कि विभिन्न कोर्सों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए प्रशिक्षण एवं शिक्षा का माध्यम भी बनेगी। इस अवसर पर उन्होंने आने वाले समय में सीटी स्कैन, एमआरआई और कैथ लैब की स्थापना की घोषणा भी की। इस अवसर महायोगी गोरक्षनाथ चिकित्सालय के चिकित्सा निदेशक डॉ. राजीव पाटनी ने सभी अभ्यागतों का स्वागत करते हुए चिकित्सालय की सेवा भाव एवं उच्चतम गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवा प्रदान करने की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि नींद संबंधी विकार एक मूक महामारी हैं, जो शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता पर गंभीर प्रभाव डालते हैं।

उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान श्वसन रोग विशेषज्ञ डॉ. ऋषभ गोयल ने फेफड़ों के रोगों के प्रबंधन में डायग्नोस्टिक प्रक्रियाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को विस्तार से बताया। शरीर क्रिया विज्ञान की सहायक प्रोफेसर डॉ. बीनू प्रजापति ने स्पाइरोमेट्री और स्लीप लैब जांच की कार्यप्रणाली को स्पष्ट किया। इस अवसर पर श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अनुराग श्रीवास्तव, आयुर्वेद कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गिरिधर वेदांतम सहित कई संकायों के डीन, शिक्षक और चिकित्सालय के डॉक्टर व स्टाफ मौजूद रहे।